Archive | लखनऊ

चकबन्दी अधिकारी व उनके सहयागियों ने मार कर सर फोड़ा।

Posted on 15 April 2010 by admin

15-r-2lसहायक चकबन्दी अधिकारी आनन्द प्रकाश कार्यालय में लगभग सात माह से वरासत का मामला विचाराधीन चल रहा हैं। भुक्त भोगी ओंकार  पाठक सुत पारस नाथ पाठक निवासी मलहीपुर थाना चॉदा आज दिन मे लगभग 3-45 पर सहायक चकबन्दी के कार्यालय पहुंचा तथा वरासत न चढ़नें का कारण पूछने पर मामला लेन-देन का बताया। जिस पर ओंकार पाठक ने  5000 रिश्वत देने से इन्कार करते हुए इसकी िशकायत उच्च् अधिकारियों से करने की बात कही। जिससे मामला तूल पकड़ लिया। सहायक चकबन्दी आनन्द प्रकाश ने कुर्सी का टूटा डण्डा उठाकर ओंकार पाठक को मारना शुररू कर दिया । साथ एसीओं के तीन सहयागियों ने ओंकार पाठक को कमरे में खींच कर जम कर धुनाई की । जिससें पाठक का बाएं तरफ सिर फट गया। घटना के बाद एसीओ कार्यालय के कर्मचारी कमरे का ताला बन्द कर मौके से  भाग गये। शोर सुन कर ओंकार पाठक के अधिवक्ता मौके पर पहुंच कर श्री पाठक को कोतवाली नगर ले आए। मेडिकल के बाद नगर कोतवाली में एसीओ आनन्द पंकाश अ अन्य के फिलाफ धारा 323/504 आइपीसी के अन्तर्गत पा्रथमिकी दर्ज की गई।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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गांधी प्रेक्षागृह में हरिश्चन्द्र जी की जयन्ती बड़ी धूमधाम से मनायी

Posted on 15 April 2010 by admin

हर वशZ की भान्ति इस वशZ भी मकर संक्रान्ति के पावन पर्व पर स्थानीय गांधी प्रेक्षागृह में हरिश्चन्द्र जी की जयन्ती बड़ी धूमधाम से मनायी गई। समारोह की अध्यक्षता समाज के नगर अध्यक्ष श्री जग जीवन रस्तोगी ने की। जाने माने इतिहासकार डा0 योगेश प्रवीन समारोह के मुख्य अतिथि थे, समारोह का संचालन श्री हरि जीवन रस्तोगी द्वारा किया गया।

अखिल भारतीय हरिश्चन्द्र वंशीय महासभा लखनऊ खेत्र के अध्यक्ष श्री प्रेम कुमार रस्तोगी ने समारोह को प्रारम्भ करते हुए समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त करने एवं समाज की शादियों में मदिरापान, वैभव प्रदशZन, बारात में सार्वजनिक नृत्य को समाप्त करने का संकल्प लेने का आवाह्न किया।
इस अवसर पर हरिश्चन्द्र जी की जीवनी पर प्रसिद्ध नाट्यक्रर्मी डॉ0 अनिल रस्तोगी ने प्रकाश डाला। समाज को संगठित करने हेतु एवं चिकन व्यवसाय मे समाज की स्थिति दशाZते हुए एक चिकन स्मारिका का प्रकाशन किया गया, जिसकस विमोचन डॉ0 योगेश प्रवीन ने किया। स्मारिका के प्रधान सम्पादक श्री मदन मोहन रस्तोगी ने अपने सम्बोधन में यह सुझाव दिया कि समाज के बेरोजगारों को रोजगार दिलाने हेतु एक सेवा योजना कार्यालय की स्थापना की जाए। लखनऊ हरिश्चन्द्र समाज के महामन्त्री श्री लाल चन्द रस्तोगी ने संगठन द्वारा समाज के लिये किये गये अपने कार्यकाल की प्रगति प्रस्तुत की।
डॉ0 योगेश प्रवीन ने अपने मुख्य अतिथिय सम्बोधन में स्मारिका के प्रकाशन की भूरि-भूरि प्रशंसा की। साथ ही उन्होेने नगर के विकास कार्य गोमती पार क्षेत्र में ही किये जाने एवं पुराने लखनऊ की घोर उपेक्षा पर चिन्ता व्यक्त की। इसके साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि लखनऊ को गोमती पार नया लखनऊ और पुराने लखनऊ मे बांट दिया जाये ताकि दोनों क्षेत्रों का समान रूप से विकास हो सके।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मान्यवर श्रीकांशीराम जी शहरी गरीब आवास योजना के आंवटियों को प्रतिदिन कब्जा दिलाये।

Posted on 15 April 2010 by admin

नगर पंचायतों में जन्म पंजीकरण शत प्रतिशत हो- जिलाधिकारी

जिलाधिकारी श्री अनिल कुमार सागर ने मान्यवर कांशीराम जी शहरी गरीब आवास योजना के अन्तर्गत बनाये गये आवासों को यथाशीध्र आवंटियों को आवंटित कर कब्जा दिलाकर वहां पर आवंटियों को आवासित कराने के निर्देश दिये है उन्होने जनपद की सभी नगर पंचायतों में जन्म पंजीकरण को शतप्रतिशत कराने के निर्देश दिये है। जिलाधिकारी आज कलेक्ट्रेट स्थित स्वर्ण जयन्ती सभागार में मान्यवर काशीराम जी शहरी गरीब आवास योजना एवं एकीकृत आवास स्लमविकास कार्यक्रम(आई0एच0एस0डी0पी0) शहरी गरीबों के लिए बुनियादी सुविधायें(बी0एस0यू0पी0) एवं एकीकृत कम लागत सफाई स्कीम(आई एल सी एस) योजना के अन्तर्गत बनाये जा रहे आवासों एवं शौचालयों की निर्माण की समीक्षा कर रहे थे।

जिलाधिकारी के निर्देश दिये कि सम्बन्धित विभागों की टीमें बनाकर मान्यवर कांशीराम जी शहरी गरीब आवास योजना के अन्तर्गत पारा में बनाये गये आवासों में आवंटित कर जहां वह अब रहते है वहां से हटाकर उन्हे पारा मेंआवासित कराये । उन्होने कहा किअगले एक सप्ताह में इस काम को पूरा किया जाये।। उन्होने कहा कि आवंटन का सभी औपचारिकताए पूरी हो गई है 167 बिजली के कनेक्शन दिये जा चुके है। तथा बिजली कनेक्शन हेतु कैम्प लगाकर कनेक्शन दिये जा रहे है। उन्होने व्यवहारिक दिक्कतो के निस्तारण करने के निर्देश भी दिये उन्होने कहा कि पारा काम एक साथ करें । उन्होने बताया कि सभी अवस्थापना सुविधाये पूर्ण है।

उन्होने बताया कि पेयजल सीवर बिजली आपूर्ति एवं बसों का आना जाना पारा में प्रारम्भ हो गया है तथा सडक व नाली का कार्य भी पूर्ण ही है। सभी मूलभूत सुविधाये उपलब्ध है। यहां के टयूबवेल हेतु आपरेटरों की नियुक्ति भी जल निगम द्वारा कर ली गई है।  जिलाधिकारी ने बी0एस0यू0पी0 एवं आई0एचउस0 डी0पी0 द्वारा बनाये जा रहे व आवासों के निर्माण कार्य में आने वाली समस्याओं को हर स्तर से निस्तारित कर पूरा करने के निर्देश दिये। आवास विकास परिषद, एल0डी0ए0 उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन द्वारा इन आवासों का निर्माण कराया जा रहा है। इन स्वीकृत आवासों की संख्या लगभग 14044 है तथा आई0एच0एस0डीZ0 पी0 के अन्तर्गत बनाये जाने वाले शौचालयों की संख्या महोना में 762, काकोरी में 629, मलिहाबाद में 148 है। इनमे से अधिकांश बन चुके है। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (टी0जी0) डा0 अखिलेश कुमार मिश्रा,डूडा के पी0डी0 श्री सतीश कुमार वर्मा, नगर पंचायतों के ई0ओ0 तथा नगर निगम, एल0डी0ए0 तथाउ0प्र0प्रोजेक्टकारपेोरेशन के अधिकारी उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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दवाई के सैम्पल जांच के बाद मानक के अनुरूप नही पाये गये।

Posted on 15 April 2010 by admin

तीन के विरूद्ध मामला दर्ज।आज 2753 शीशी जब्त की गई।

लखनऊ- 15 अप्रैल 2010।     खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा 30 मार्च 2010 को बावा फार्मास्यूटिकल अमीनाबाद द्वारा स्वयं के अनुरोध पर लिये  आस्ट्रीवन नोजल स्प्रे दवा का नमूना लिया गया था। जिसे जनविश्लेषण प्रयोगशाला अलीगंज में भेजा गया था। जहां पर वह मानके के अनुसार नहीं पाये गये। इस मामले में एम0आर0 मेडिकोज कानपुर, विकास एवं राजेश के विरूद्ध  ड्रग एवं कास्मोटिक एक्ट की धारा 18/27 एवं आईपीसी की धारा 274,275,276,420,467,468,471 के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज कराया गया है। आज इसी दवा की बची हुई 2753 शीशी यहां से जब्त की गई है। इस दवा को गत 30 मार्च 2010 को  विक्री पर रोक लगा दी गई थी। इन 2753 स्प्रेशीसी की कीमत सवा लाख रूपये के करीब है।

खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के ड्रग इस्पेक्टर श्री के0जी0 गुप्ता ने इस आशय की जानकारी आज यहां दी। उन्होने बताया कि यह दवावजतपअपद देंंस ेचतंल दवाई छवअन्तजपे कम्पनी द्वारा बनायी जाती है। उन्होने बताया कि पिछले दस दिनों से विभाग के अधिकारी सम्बन्धित कम्पनी से पूछतांछ कर रहे थे। तो उन्होेने बताया कि अस्थमा की यह दवा हमारी कम्पनी की बनी हुई नही है जबकि इसी कम्पनी के नाम से यह दवा किसी अन्यो के द्वारा आपूर्ति की गई थी अमीनाबाद के बावा कर्मास्युटिकल ने दवा संिदिग्घ होने पर स्वयं ही इसकी सूचना खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग को दी थी जिस पर यह कार्यवाही की गई ।श्री गुप्ता ने बताया कि प्रयोगशाला में यह दवाई जांच में मानक के अनुरूप नही पायी गई।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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खनन अनुज्ञा पत्र हेत आवेदन पत्र आमन्त्रित

Posted on 15 April 2010 by admin

जनपद लखनऊ में नदी तल में अनुमन्य रूप से उपलब्ध ग्राम देवरियां तहसील सदर भूखण्ड संख्या 771 क्षेत्रफल 0.385 हेक्टेयर क्षेत्र के लिए एवं ग्राम उजरियावं गांव तहसील सदर भूखण्ड संख्या 2871 स,कुल क्षेत्रफल 12.834 हेक्टेयर क्षेत्र के लिए साधारण बालू के तीन माह के लिए खनन हेतु अनुज्ञा पत्र के लिए आवेदन पत्र आमन्त्रित किया गया है। प्रभारी अधिकारी( खनन) जिलाधिकारी कार्यालय लखनऊ ने इस आशय की जानकारी देते हुए बताया कि इच्छुक व्यक्ति एक सप्ताह के अन्दर 24 अप्रैल2010 तक खनन अनुज्ञा पत्र हेतु आवेदन प्रार्थना पत्र निर्धारित प्रपत्र एम0 एम0-8 में चार प्रतियों में जिलाधिकारी अथवा प्रयोजन के निमित्त अधिकृत अधिकारी को दे सकता है।

प्रभारी अधिकारी ने बताया कि खनन अनुज्ञा पत्र के प्रार्थना पत्र के साथ चार सौ रूपये का आवेदन शुल्क जमा करने का चालान,भू-कर सर्वेक्षण मानचित्र चार प्रतियों में जिसमें वह क्षेत्र जिसके लिए प्रार्थना पत्र दिया जा रहा है कि स्पष्ट रूप से चिन्हाकित हो तथा खनन सम्बन्धी अदेयता प्रमाण पत्र हो।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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सैनिक बन्धु की बैठक 17 अप्रैल को

Posted on 15 April 2010 by admin

पूर्व सैनिकों की सामाजिक आर्थिक एवं प्रशासनिक सहित अन्य समस्याओं की सुनवाई एवं उसका निस्तारण हेतु जिलाधिकारी श्री अनिल कुमार सागर की अध्यक्षता  में जिला सैनिक बन्धु की बैठक शनिवार 17 अप्रैल 2010 को सायं 4.00 बजे कलेक्ट्रेट स्थित स्वर्ण जयन्ती सभागार में आयोजित की गई है।
ले0 कर्नल दया शंकर दुबे(अ0प्रा0) जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी,लखनऊ ने समस्त पूर्व सैनिकों से अनुरोध किया है कि इस सम्बन्ध में अपना लिखित आवेदन पत्र 16 अप्रैल2010 तक जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास भवन कैसरबाग,लखनऊ में जमा करा दें,ताकि सम्बन्धित विभाग में समस्या निस्तारण हेतु प्रयास किया जा सके। उन्होने यह भी अनुरोध है कि उक्त बैठक में पूर्व सैनिक तथा उनके आश्रित स्वयं उपस्थित होकर जिलाधिकारी महोदय को अपनी समस्या से अवगत कराते हुये उनकी सहायता प्राप्त करें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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शुक्ला एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी था

Posted on 15 April 2010 by admin

उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव (गृह) के अनुसार बुधवार को गोण्डा में बसपा के धरना प्रदर्शन कार्यक्रम के दौरान मंच पर हनुमान प्रसाद शुक्ल नाम के जिस व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी, वह एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी था और उसका बसपा से कोई सम्बंध नहीं था। प्रदेश के प्रमुख सचिव (गृह) कुंवर फतेह बहादुर ने आज यहां संवाददाताओं को बताया कि शुक्ला एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी था जिसके विरद्ध हत्या आदि के 21 मुकदमे दर्ज थे और अब तक हुई जांच से पता चला है कि उसकी हत्या पुरानी रंजिश का परिणाम है। इस सम्बंध में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार भी किया गया है। फतेह बहादुर ने यह भी कहा कि जहां तक हमारी जानकारी है शुक्ला बसपा का न तो सदस्य था और न ही बसपा की किसी कमेटी का ही सदस्य था। उन्होंने कहा कि शुक्ल के पिता जगनारायण शुक्ल भी एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी थे और अरविन्द कुमार नाम के एक व्यक्ति ने उनकी हत्या कर दी थी। फतेह बहादुर ने बताया कि पिता की हत्या का बदला लेने के लिए वर्ष 2002 में हनुमान प्रसाद शुक्ल ने अशोक नाम के व्यक्ति की हत्या कर दी थी। जांच में पता चला है कि शुक्ल की उमाशंकर मिश्र और उसके करीबी सहयोगी प्रेम नारायण पाण्डेय से पुरानी रंजिश थी। उन्होंने यह भी बताया कि शुक्ल की हत्या की साजिश प्रेम नारायण पाण्डेय ने रची और उसकी हत्या उमाशंकर मिश्र के लड़के मोनू मिश्र ने गोली मार कर की है। उन्होंने बताया कि पाण्डेय और मिश्र को गिरफ्तार कर लिया गया है और हत्या के लिए प्रयोग किया गया तमंचा भी बरामद हो गया है।

यह पूछे जाने पर कि बसपा का सदस्य न होने के बावजूद एक आपराधिक पृष्ठभूमि का व्यक्ति बसपा के मंच पर कैसे मौजूद था, फतेह बहादुर ने कहा कि इस तरह के लोग किसी न किसी तरह सत्तारुढ़ दल से जुडे़ दिखना चाहते हैं और शायद यही वजह थी कि वह मंच पर पहुंच गया। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की जांच में यह तहकीकात भी चल रही है कि शुक्ल बसपा के मंच पर कैसे पहुंचा। उन्होंने बताया कि जांच में अष्टभुजा मिश्र और शेष दत्त तिवारी नाम के दो ग्राम प्रधानों की भूमिका की बात भी सामने आई है और उन्हें भी अभियुक्तों मे शामिल किए जाने की कार्रवाई चल रही है। हनुमान प्रसाद शुक्ल की बुधवार को बसपा के प्रदर्शन कार्यक्रम के मंच पर उस समय गोली मार कर हत्या कर दी गई थी, जब मंच पर बसपा के वर्तमान विधायक सहित पार्टी के दर्जन भर वरिष्ठ नेता मौजूद थे और यह कहा जा रहा था कि शुक्ल पार्टी की तरबगंज इकाई का अध्यक्ष था।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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जनता दल यूनाईटेड प्रदेश कार्यालय में संगोश्ठी का आयोजन

Posted on 15 April 2010 by admin

सविधान निर्माता डा0 भीमराव अम्बेडकर की एक 119वीं जयन्ती के अवसर पर जनता दल यूनाईटेड प्रदेश कार्यालय में संगोश्ठी का आयोजन  लोलारख उपाध्याय प्रदेश महासचिव के अध्यक्षता में एवं डॉ0 राजेश वर्मा के संचालन में सम्पन्न हुई। संगोश्ठी में वक्ताओं ने डॉ0 अम्बेडकर द्वारा बनाये गये भारतीय संविधान में शोशित और वंचित लोगों को उनके हक दिलाने के लिये किये गये प्रयासों को याद करते हुये कहा कि डॉ0 अम्बेडकर ने भारतीय संस्कृति एवं समाज  को समतामूलक मार्ग पर जाने के लिये जो रास्ता दिखाया वह आज भी प्रेरणा प्रद है। संगोश्ठी में सुभाश पाठक प्रदेश महासचिव, यूवा जदयू जिलाध्यक्ष रामानुज शर्मा, महिला प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती इन्द्रा देवी, राकेश शुक्ला, पुत्तीलाल, मंशा राम गुप्ता आदि लोग उपस्थि थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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इस सरकार में अपराधियों के हौंसले बुलन्द

Posted on 15 April 2010 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने बसपा सरकार पर पूरे राज्य में ध्वस्त कानून व्यवस्था का आरोप दोहराते हुए कहा कि अब सरकार को प्रदेश में कानून व्यवस्था को ठीक बताने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह गया। गोण्डा शहर में बसपा नेता हनुमान शरण शुक्ला की कलेक्ट्रेट परिसर में दिनदहाड़े हुई हत्या को कानून व्यवस्था के ध्वस्त होने की अन्तिम परिणति बताते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवक्ता हृदयनारायण दीक्षित ने आज गुरूवार को सम्वाददाताओं से कहा कि इस घटना ने सारे सरकारी दावों की पोल खोल दी है। बसपा सरकार ने सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है।

श्री दीक्षित ने कहा कि जिस दुस्साहसिक ढंग से गोण्डा जिला कलेक्ट्रेट में बसपा नेता की गोली मारकर हत्या की गई, उससे साफ सिद्ध होता है कि इस सरकार में अपराधियों के हौंसले बुलन्द हैं। राज्य में घोर अराजकता है। कानून का राज खत्म हो चुका है। पुलिस निष्क्रिय हो चुकी है। इस हत्या के समय ढेर सारी पुलिस भी मौजूद थी। यहीं पर समूचे जिला प्रशासन के दतर भी हैं। उन्होंने कहा कि हत्यारे निभÊक होकर निकल गये, पुलिस ने उन्हें पकड़ने का कोई प्रयास नहीं किया।

गृह सचिव द्वारा मृतक को गैरबसपाई बताने को हास्यास्पद करार देते हुए श्री दीक्षित ने कहा कि बसपा में न होने का प्रमाण पत्र गृहसचिव कहां से ले आये सवाल यह भी है कि क्या गृह सचिव के दतर में बसपा की सदस्यता का रजिस्टर भी रहता है। मारा गया व्यक्ति अपराधी था, तो सत्तादल के मंच पर कैसे पहुंचा प्रवक्ता ने कहा कि सरकार गृहसचिव का बेजा इस्तेमाल कर रही है। सरकार प्रदेश की कानून व्यवस्था सम्भालने में पूर्णतया असफल सिद्ध हुई है। इसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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धर्म और जाति की राजनीति राजनीतिक स्वार्थ के लिए व सबसे पहले कांग्रेस ने ही शुरू की

Posted on 14 April 2010 by admin

बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने आज अम्बेडकर नगर जिले में कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित कार्यक्रम को पूरी तरह फ्लाप शो करार देते हुए इस मौके पर कांग्रेस के तथाकथित युवराज द्वारा दिये गये भाषण को दिशाहीन और गुमराह करने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि अम्बेडकर नगर में बी0एस0पी0 के धरना प्रदर्शन में उमड़ी लगभग एक लाख की भीड़ तथा प्रदेश के अन्य स्थानों में भी अप्रत्याशित जनसैलाब की खबर पाकर कांग्रेस के युवराज बौखला गये। इसके विपरीत उनकी रैली में मात्र लगभग दस हजार लोग पूरे उत्तर प्रदेश से पूरी ताकत लगाकर इकट्ठा किये गये, जिसमें से ज्यादातर लोगों को लालच देकर बुलाया। इसी बौखलाहट में उन्होंने देश के लाखों करोड़ों दलितों, शोषितों, पिछड़ों एवं वंचितों के मसीहा परम् पूज्य भारत रत्न डॉ0 भीमराव अम्बेडकर का सम्मानजनक और सही ढंग से नाम तक नहीं लिया।

सबसे बड़ी बात यह रही कि कांग्रेस के युवराज ने अपने सम्बोधन में दलितों, पिछड़ों व शोषितों के मसीहा डॉ0 अम्बेडकर का उल्लेख करते समय “परमपूज्य, बोद्धिसत्व, बाबा साहेब, डॉक्टर´´ जैसे सम्मान सूचक शब्दों का प्रयोग न करना भी अत्यन्त निन्दनीय है, इससे बाबा साहेब डॉ0 अम्बेडकर के करोड़ों समर्थकों और अनुयायियों को गहरी ठेस पहुंची है तथा जो बाबा साहेब के प्रति कांग्रेस के छद्म प्रेम को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के युवराज द्वारा बाबा साहेब डॉ0 अम्बेडकर के जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित सभा में उनके महान एवं प्रेरक व्यक्तित्व तथा दलितों, पीड़ितों, शोषितों के उत्थान के लिए बाबा साहेब के ऐतिहासिक योगदान का उल्लेख न करना यह दर्शाता है कि परमपूज्य डॉ0 अम्बेडकर के प्रति कांग्रेस पार्टी की उस जातिवादी सोच में आज तक भी कोई बदलाव नहीं आया है, जिसके चलते इस पार्टी ने उन्हें भारत रत्न नहीं दिया था।

बी0एस0पी0 प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस पार्टी के तथाकथित युवराज के भाषण पर आपकी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि धर्म और जाति की राजनीति राजनीतिक स्वार्थ के लिए व सबसे पहले कांग्रेस ने ही शुरू की।  इस मामले में कांग्रेस पार्टी का इतिहास काफी दागदार है। इससे कौन इंकार कर सकता है कि अयोध्या में वर्ष 1986 में कांग्रेस पार्टी ने ताला खुलवाया, सन् 1989 में वहां पर शिलान्यास कराया और फिर विश्व हिन्दु परिषद को रथ यात्रा निकालने की अनुमति किसने दी तथा विवादित ढांचा को केन्द्र की किसकी सरकार के कार्यकाल में ढहाया गया। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक तथ्य है कि दूसरी तरफ धर्म की राजनीति की बुनियाद कांग्रेस पार्टी ने ही रखी है। उन्होंने कहा कि धर्म की राजनीति को बी0एस0पी0 ने खत्म किया है। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि सर्वसमाज के हितों को ध्यान में रखकर बी0एस0पी0 सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की नीति पर चलने वाली इकलौती पार्टी है।

बी0एस0पी0 ने समाज को जोड़ने का काम किया है, जबकि अन्य सभी राजनीतिक दल समाज को बांटकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकते हैं।

श्री मौर्य ने देश में दो प्रकार के हिन्दुस्तान मौजूद होने को लेकर कांग्रेसी युवराज की टिप्पणी पर कांग्रेस पार्टी को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि कांग्रेसी नेताओं को इस बात का जवाब देना चाहिए कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद केन्द्र सहित ज्यादातर राज्यों में सबसे लम्बे समय तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी ही इस असन्तुलित विकास के लिए जिम्मेदार है। प्रदेश से गरीबी और बेरोजगारी दूर करने की बात करने वाले कांग्रेस के युवराज को उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश से गरीबी और बेरोजगारी दूर करने की बात करनी चाहिए। उन्होंने देश में गरीबी व बेरोजगारी बढ़ने के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाली यू0पी0ए0 सरकार की पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने वाली गलत आर्थिक नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की केन्द्र सरकार ने गत वर्ष बजट पेश करते समय प्रत्येक वर्ष दो करोड़ रोजगार के अवसर की व्यवस्था करने की बात कही थी, परन्तु इस साल के बजट भाषण में रोजगार सृजन व बेरोजगारी की चर्चा तक नहीं हुई। कांग्रेस के युवराज युवाओं को किस आधार पर रोजगार मुहैया कराने का हवा-हवाई सपना दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक मनरेगा के माध्यम से लोगों को रोजगार दिलाने की बात है, कांग्रेस की हमेशा से यही सोच रही है कि गरीब को गरीब रखा जाये। साल में सिर्फ 100 दिन का रोजगार देकर बेरोजगारी दूर नहीं होगी। बी0एस0पी0 ने कई बार प्रधानमन्त्री को पत्र लिखकर गरीबों को 365 दिन के स्थायी रोजगार की व्यवस्था करने का अनुरोध किया, लेकिन यूपीए सरकार के कान पर कोई जूं तक नहीं रेंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग 08 घण्टे फावड़ा चलवाने को ही रोजगार मान बैठे हैं। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना के लिए राज्य सरकार ने केन्द्र से 07 हजार करोड़ रूपये देने की मांग की थी, किन्तु केन्द्र ने सिर्फ 6,300 करोड़ रूपये की धनराशि काफी विलम्ब से दी। इससे योजना के संचालन में जहां एक ओर बाधा उत्पन्न हुई, वहीं दूसरी ओर लोगों को रोजगार से वंचित होना पड़ा।

श्री मौर्य ने कहा कि प्रदेश की मुख्यमन्त्री जी ने प्रधानमन्त्री को कई बार पत्र लिखकर उनको बताया था कि बी0पी0एल0 की संख्या वर्ष 2002 के आंकड़ों पर आधारित है। जबकि जनसंख्या में लगातार वृद्धि होने के साथ-साथ बी0पी0एल0 की संख्या भी बढ़ी है, इसलिए केन्द्र सरकार बी0पी0एल0 की सूची को नये सिरे से तय करे। उन्होंने कहा कि गरीबों के हितैषी बनने वाले कांग्रेस के युवराज की पार्टी की केन्द्र सरकार ने आज तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। आखिरकार मजबूर होकर बी0एस0पी0 सरकार ने अपने सीमित संसाधनों के बावजूद ऐसे गरीबों, जिनको बी0पी0एल0 सूची तथा अन्त्योदय खाद्यान्न योजना में कोई लाभ नहीं मिल रहा, उनको 300 रूपये की मासिक आर्थिक सहायता देने के लिए उत्तर प्रदेश मुख्यमन्त्री महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना का संचालन शुरू करना पड़ा। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस को गरीबों की जरा भी पीड़ा होती तो सभी गरीबों को बी0पी0एल0 सूची में लाने की स्वीकृति देती। ऐसा न करने से पता चलता है कि कांग्रेसी गरीबों की हमदर्द नहीं हैं और उसके नेता राजनैतिक लाभ पाने की नीयत से घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।

बी0एस0पी0 प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमन्त्री जी ने प्रधानमन्त्री को पत्र लिखकर यह भी अनुरोध किया था कि उत्तर प्रदेश में बी0एस0पी0 सरकार ने जिस तरह बैकलॉग भर्ती का अभियान चलाकर आरक्षण के रिक्त कोटे को भरा है, उसी प्रकार केन्द्र सरकार भी अपने अधीन आरक्षण की बैकलॉग रिक्तियों को भरने का अभियान चलाये। इस मामले में केन्द्र सरकार द्वारा अब तक कोई कार्यवाही न किये जाने से पता चलता है कि यह लोग दलितों के कितने हमदर्द हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने वाली नीतियों से ही रोजमर्रा वस्तुओं के दाम में अनाप-शनाप बढ़ोत्तरी हुई है, उससे गरीबों खासतौर से दलितों, पिछड़ों एवं कमजोर वर्ग के लोगों के मुहं से निवाला छिन गया है, परन्तु कांग्रेस की यू0पी0ए0 सरकार के कानों तक गरीबों की आह नहीं पहुंच रही है।

श्री मौर्य ने कहा कि कांग्रेस के युवराज ने शिक्षा का अधिकार को लेकर राज्य सरकार पर जो टिप्पणी की है, वह पूरी तरह आधारहीन और सच्चाई से कोसों दूर है। उन्होंने कहा कि दलितों, पिछड़ों, धार्मिक अल्पसंख्यकों तथा अपर कास्ट के गरीब लोगों के सामाजिक शैक्षिक एवं आर्थिक उत्थान की चिन्ता होती तो कांग्रेस पार्टी अपने लम्बे शासनकाल के दौरान इस सम्बन्ध में जरूर ठोस उपाय करती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीति हमेशा से ही गरीब एवं दलित विरोधी रही है और इसी मानसिकता से ग्रसित कांग्रेस के लोग दलितों का उत्थान न करके सिर्फ बयानबाजी से काम चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ एक रात किसी दलित के घर सोने का नाटक करने और उसके बाद फिर कभी मुड़ कर न देखने से इनकी बदहाली दूर नहीं होती। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास और पिछड़ापन की बात करने वाले कांग्रेस के नेताओं को सिर्फ रायबरेली और सुल्तानपुर के आगे कुछ दिखायी नहीं देता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में रायबरेली और सुल्तानपुर में लगाये गये तमाम उद्योग बन्द हो चुके हैं और वहां के मजदूर रोजी-रोटी के मोहताज हैं।

प्रदेश अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश सरकार पर विकास विरोधी होने और केन्द्र से भेजे गये पैसे का दुरूपयोग किये जाने के आरोप पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों से पूरे प्रदेश का विकास कर रही है, लेकिन केन्द्र सरकार तमाम योजनाओं में बाधा उत्पन्न कर रही है। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड एवं प्रदेश के दूसरे हिस्सों का पिछड़ापन दूर करने के लिए सत्ता में आते उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने प्रधानमन्त्री से मिलकर 80 हजार करोड़ रूपये के विशेष आर्थिक पैकेज की मांग की। लगभग तीन वर्ष पूरे होने को है, लेकिन केन्द्र सरकार ने एक पैसे की भी मदद नहीं की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के केन्द्रीय बजट में बुन्देलखण्ड के लिए सिर्फ 1200 करोड़ रूपये की व्यवस्था की गई है, जिससे बुन्देलखण्ड के प्रति कांग्रेस की सोच का पता चलता है। उन्होंने कहा कि अम्बेडकर नगर समेत राज्य के अन्य जनपदों के बुनकरों के हमदर्द बनने वाले कांग्रेस के युवराज के दिल में अगर इनके लिए कोई दर्द होता, तो किसानों के साथ ही बुनकरों के कर्ज को भी माफ करवाते।

श्री मौर्य ने कहा कि कांग्रेस के युवराज द्वारा युवाओं के लिए प्रदेश में 2012 तक बेरोजगारी दूर करने एवं उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर रोजगार लाने की बात करना राजनीतिक ड्रामेबाजी से अधिक कुछ भी नहीं है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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