Posted on 11 September 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज यहां स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री भारत रत्न
पं. गोविन्द बल्लभ पंत की जयन्ती के अवसर पर विधान भवन के सामने स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर अपने विचार व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि पं. गोविन्द बल्लभ पंत के बताए मार्ग पर चलकर ही देश एवं प्रदेश का समग्र विकास किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पं. गोविन्द बल्लभ पंत द्वारा स्वाधीनता संग्राम में दिए गए योगदान को सदैव याद किया जाएगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने हमेशा जन कल्याण के लिए काम किया।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, विधायक श्री शारदा प्रताप शुक्ला, श्री सुभाष पासी तथा श्रीमती चन्द्रा रावत सहित अन्य जनप्रतिनिधि, प्रमुख सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल, सचिव, सचिवालय प्रशासन श्री अरविन्द नारायण मिश्रा सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 04 September 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की मौजूदगी में आज द हेग में उत्तर प्रदेश सरकार तथा नीदरलैण्ड्स एग्रो फूड टेक सेण्टर के बीच एग्रो तथा डेयरी फार्म के क्षेत्रों के सम्बन्ध में एक एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित किया गया। इसके तहत एग्रो और डेयरी फार्म के क्षेत्रों में जानकारियों को साझा किया जाएगा। नीदरलैण्ड्स प्रवास के दौरान उनसे प्रमुख डच कम्पनियों के शीर्ष प्रतिनिधियों ने मुलाकात भी की। श्री यादव ने इण्टरनेशनल कोर्ट आॅफ जस्टिस का भ्रमण भी किया।
एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित किए जाने के मौके पर अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री यादव ने कहा कि इसके माध्यम से एग्रो फूड टेक के क्षेत्र में नीदरलैण्ड्स की विश्वस्तरीय दक्षता की जानकारी प्राप्त होगी, जो राज्य के किसानों के लिए उपयोगी और लाभदायक साबित होगी। उन्होंने डच डेयरी उद्योग को राज्य की पराग डेयरी का आधुनिकीकरण करने के लिए आमंत्रित भी किया, ताकि इस संस्था को अति आधुनिक बनाकर प्रदेश के दुग्ध उत्पादकों को लाभान्वित किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एग्रो फूड टेक सेक्टर में नीदरलैण्ड्स की गिनती दुनिया के अग्रणी देशों में होती है। इसके मद्देनजर उन्होंने डच उद्यमियों को प्रदेश की फार्म इण्डस्ट्री के आधुनिकीकरण और कोल्ड स्टोरेजों की क्षमता वृद्धि में सहयोग देने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने नीदरलैण्ड्स एग्रो फूड टेक सेण्टर द्वारा उत्तर प्रदेश में रुचि प्रदर्शित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की। इस दौरान श्री यादव ने उद्योगपतियों को राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि नीदरलैण्ड्स के उद्यमियों को राज्य सरकार द्वारा सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे वे यहां अपनी औद्योगिक इकाइयां सुगमतापूर्वक स्थापित कर सकें। उन्होंने कहा कि नीदरलैण्ड्स के उद्यमियों की सुविधा के लिए राज्य सरकार डच इन्वेस्टमेन्ट डेस्क स्थापित करने पर गम्भीरता से विचार करेगी। उन्होंने नीदरलैण्ड्स के उद्योग जगत द्वारा राज्य में निवेश के लिए दर्शायी गई रुचि पर प्रसन्नता व्यक्त की। मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वालों में आई0एन0जी0, फिलिप्स और के0पी0एम0जी0 सहित तमाम प्रतिष्ठित कम्पनियों के प्रतिनिधि शामिल थे।
मुख्यमंत्री ने द हेग में इण्टरनेशनल कोर्ट आॅफ जस्टिस का भी भ्रमण किया। इस मौके पर कोर्ट के रजिस्ट्रार ने उनका स्वागत किया और संस्था की कार्यप्रणाली के सम्बन्ध में अवगत कराया। इस मौके पर श्री यादव ने रजिस्ट्रार को वहां के पुस्तकालय के लिए ताजमहल के सम्बन्ध में एक पुस्तक भी भेंट की।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों के दौरान व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री श्री अभिषेक मिश्रा, मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन, प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास श्री संजीव सरन सहित प्रतिनिधिमण्डल के अन्य सदस्य तथा भारतीय राजदूत श्री राजेश नन्दन प्रसाद भी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 25 August 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि चिकित्सा, स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा क्षेत्रों का जनता से सीधा जुड़ाव है। इसलिए समाजवादी सरकारों ने हमेशा इन क्षेत्रों में सुविधाओं तथा संसाधनों का अधिकाधिक विकास किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य संकेतक (हेल्थ इंडीकेटर्स) बेहतर होने पर देश के हेल्थ इंडीकेटर्स की स्थिति में भी सुधार आएगा।
मुख्यमंत्री आज यहां होटल क्लाक्र्स अवध में अल्ट्रासाउण्ड एजुकेशन एण्ड रिसर्च फाउण्डेशन के तत्वावधान में आयोजित पांचवे लखनऊ अल्ट्रासाउण्ड कोर्स में चिकित्सकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों का समाज में महत्वपूर्ण स्थान है और लोग उन्हें सम्मान की नजर से देखते हैं। इसलिए डाॅक्टरों को ज़रूरतमंदों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। सही समय पर इलाज होने से रोगी को गम्भीर बीमारी से बचाया जा सकता है।
समाजवादी सरकार द्वारा चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्रों में किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के प्रयासों के चलते एम.बी.बी.एस. की 500 सीटों की बढ़ोत्तरी हुई है। मौजूदा सरकारी मेडिकल काॅलेजों को सुदृढ़ करने के साथ-साथ नए राजकीय मेडिकल काॅलेजों की स्थापना की जा रही है। सैफई, इटावा स्थित उ0प्र0 ग्रामीण आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान में चिकित्सा सुविधाओं का इजाफा किया गया, जिसके चलते ओ.पी.डी. में मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में इस संस्थान की ओ.पी.डी. में मरीजों की संख्या के.जी.एम.यू. तथा एस.जी.पी.जी.आई. के समान हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा विज्ञान ने काफी प्रगति की है। अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर पूरी दुनिया में भारतीय इस क्षेत्र में शीर्ष स्थान पर हैं। प्रदेश के संस्थानों को बेहतर बनाने तथा यहां काम करने के इच्छुक विशेषज्ञों को अच्छी से अच्छी सुविधा मुहैया कराने की साझा जिम्मेदारी सरकार और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों की है।
श्री यादव ने कहा कि पूरी दुनिया में किंग जाॅर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (के.जी.एम.यू.) की विशिष्ट पहचान है। इस विश्वविद्यालय के पुराने नाम को बहाल करने का गौरव नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव के साथ उन्हें भी प्राप्त है। तमाम देशों में इस विश्वविद्यालय से पढ़े हुए छात्र कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार के.जी.एम.यू. के छात्र जाॅर्जियन्स कहे जाते हैं, उसी प्रकार राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल्स, जहां से उन्होंने स्वयं स्कूली शिक्षा ग्रहण की, के छात्रों को भी जार्जियन्स के तौर पर जाना जाता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रफल के आधार पर कोई भी संस्थान बड़ा नहीं बनता। इसे विशिष्ट और प्रतिष्ठित बनाने में उससे जुड़े लोगों का सर्वाधिक योगदान होता है। इसलिए के.जी.एम.यू. को हाॅरिजाॅन्टल विस्तार के साथ-साथ वर्टिकल विस्तार के बारे में भी विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह संस्थान आगे बढ़ेगा तो राज्य के अन्य संस्थान भी प्रगति करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के.जी.एम.यू. सहित अन्य चिकित्सा संस्थानों को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत है। इसके साथ यह भी जरूरी है कि मौजूदा सुविधाओं का अधिक से अधिक लाभ जनता को उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि गरीबों को मुफ्त एवं अच्छा इलाज सुलभ कराना सरकार व चिकित्सकों की साझा जिम्मेदारी है। राज्य सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि महंगे इलाज के कारण गरीब आदमी अपनी जमीन तक बेचने के लिए मजबूर हो जाता है। इसलिए राज्य सरकार द्वारा जरूरतमंदों को दी जा रही आर्थिक मदद के तहत सर्वाधिक सहायता गरीबों को इलाज के लिए दी जाती है।
श्री यादव ने कहा कि विगत 02 वर्षों में समाजवादी स्वास्थ्य सेवा के तहत संचालित ‘108’ एम्बुलेंस एवं ‘102’ नेशनल एम्बुलेंस सर्विस से बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित हुए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में वर्तमान राज्य सरकार के बेहतर काम को देखते हुए विदेशी संस्थाएं भी अब प्रदेश में कार्य कर रही हैं, जबकि पिछले 05 साल में यहां कोई नहीं आया था। उन्होंने कहा कि बिल एण्ड मेलिण्डा गेट्स फाउण्डेशन एवं बिल क्लिन्टन फाउण्डेशन जैसे संगठन राज्य में स्वास्थ्य सम्बन्धी कार्यक्रम संचालित कर रहे हैं।
आधुनिक तकनीक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कोर्स के माध्यम से चिकित्सकों को अल्ट्रासाउण्ड सम्बन्धी नवीनतम जानकारियां प्राप्त होंगी। उन्होंने कहा कि नई तकनीक की जरूरत सभी को है। इसे ध्यान में रखकर राज्य सरकार ने छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप प्रदान किए। उन्होंने कहा कि कैंसर की तरह भ्रष्टाचार भी लाइलाज नहीं है। जहां एक ओर कैंसर ओवर ग्रोथ आॅफ टिश्यू है, उसी प्रकार भ्रष्टाचार ओवर ग्रोथ आॅफ मनी एवं अननेसेसरी एडवान्टेज है। जब कैंसर का उपचार किया जा सकता है तो फिर भ्रष्टाचार का भी इलाज सम्भव है। उन्होंने एक सीमा से अधिक लाभ कमाने की प्रवृत्ति को भी एक प्रकार का भ्रष्टाचार बताया।
कार्यक्रम में के.जी.एम.यू. के कुलपति प्रो. रविकान्त ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व, कोर्स निदेशक प्रो. पी.के. श्रीवास्तव ने स्वागत सम्बोधन में प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम का संचालन कोर्स को-आॅर्डिनेटर प्रो. यशोधरा प्रदीप ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. निधि द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर के.जी.एम.यू. के सेवानिवृत्त शिक्षकों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने प्रो. कल्याणी दास, डाॅ. चन्द्रावती, प्रो. देविका नाग, डाॅ. के.डी. वर्मा, डाॅ. यू.के. जैन, प्रो. सी.जी. अग्रवाल तथा प्रो. ओ.पी. सिंह को स्मृति चिन्ह प्रदान किए। श्री यादव ने प्रो. पी.के. श्रीवास्तव की पुस्तक ‘एटलस आॅफ मस्क्युलर स्केलेटल अल्ट्रासाउण्ड’ का विमोचन भी किया।
इस मौके पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, एम.एल.सी. डाॅ. मधु गुप्ता, विशेष सचिव मुख्यमंत्री श्री नवीन कुमार जी.एस., सूचना निदेशक डाॅ. रूपेश कुमार, प्रो. एम.सी. पन्त, डाॅ. सरोज श्रीवास्तव, यूनिवर्सिटी आॅफ राॅचेस्टर मेडिकल सेण्टर, न्यूयाॅर्क के डाॅ. विक्रम डोगरा, चाइनीज़ यूनिवर्सिटी, हाँग काँग के प्रो. जेम्स ग्रिफिथ, डाॅ. राहुल सचदेव आदि उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 23 August 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि जीवन के टेढ़े-मेढे़ मुश्किल रास्ते पर केवल कड़ी मेहनत व ईमानदारी से ही कामयाबी हासिल की जा सकती है। गलत तरीके अपनाकर आगे तो बढ़ा जा सकता है, लेकिन वास्तविक सफलता नहीं पायी जा सकती है। नकल से परीक्षा तो पास की जा सकती है लेकिन आई.ए.एस. नहीं बना जा सकता।
मुख्यमंत्री आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में उत्तर प्रदेश सरकार व दैनिक अमर उजाला के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में उच्चतम अंक प्राप्त करने वाले 1,321 छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र, मेडल व लैपटाॅप देकर सम्मानित किया। इनमें से 621 विद्यार्थी हाईस्कूल की परीक्षा में व शेष इण्टरमीडिएट की परीक्षा में उच्चतम अंक लाने वाले थे।
इस मौके पर छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए श्री यादव ने भरोसा जताया कि जिस तरह उन लोगों ने दृढ़ लगन व कठिन परिश्रम से इस परीक्षा में सफलता प्राप्त की है, उसी प्रकार भविष्य में आने वाली चुनौतियों का भी सफलतापूर्वक सामना करेंगे। उन्होंने छात्र-छात्राओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि स्कूल के दिनों में वे भी नहीं जानते थे कि भविष्य में वे क्या बनेंगे। उन्हांेने कहा कि अग्रिम पंक्ति में बैठे हुए दिखायी पड़ रहे सारे विशिष्ट व्यक्तियों ने कड़ा परिश्रम करके ही सफलता पायी।
श्री यादव ने कहा कि नेताजी एवं स्व0 जनेश्वर मिश्र ने हमेशा कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए सपना जरूर देखना चाहिए। बड़े सपने पूरे करने के लिए बड़े संकल्प व बड़ी मेहनत की भी जरूरत होती है। जितना बड़ा सपना होता है, उससे ज्यादा मेहनत उसे सच करने के लिए करनी पड़ती है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को महापुरुषों की जीवनियां पढ़ने की सलाह दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों ने लैपटाॅप को झुनझुना बताया। लैपटाॅप झुनझुना नहीं है बल्कि यह पढ़ाई-लिखाई में मदद करता है। विरोध के बीच में भी हमें आगे बढ़ते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि लैपटाॅप के माध्यम से हम आपको दुनिया से जोड़ना चाहते हैं। लैपटाॅप सेक्युलर भी है और सोशलिस्ट भी। इण्टरनेट से जुड़कर यह हमें एक बड़े समाज का हिस्सा बना देता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीक के माध्यम से भ्रष्टाचार पर काबू पाया जा सकता है। प्रदेश सरकार ने बिना किसी भ्रष्टाचार के आरोप के लैपटाॅप वितरण करके दिखलाया है। पिछली सरकार में जिस स्वास्थ्य विभाग की चर्चा भ्रष्टाचार की वजह से होती थी, आज उसी विभाग की योजनाओं व कार्यक्रमों की सराहना की जाती है।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। माध्यमिक शिक्षा मंत्री श्री महबूब अली ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में जब भी समाजवादी सरकार बनी है, शिक्षा के क्षेत्र में ठोस काम हुआ है। समाजवादी सरकार ने ही कन्या विद्या धन योजना, पढ़े बेटियां बढ़े बेटियां योजना, हमारी बेटी उसका कल योजना व लैपटाॅप वितरण जैसी शिक्षा को प्रोत्साहित करने वाली योजनाएं संचालित कीं। इसी कड़ी में मेधावी छात्रों का उत्साह बढ़ाने के लिए आज लैपटाॅप वितरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जो भी बच्चे पढ़ना चाहते हैं, राज्य सरकार उन्हें पूरी सुविधा उपलब्ध कराएगी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि लैपटाॅप वितरण से एक नई रोशनी आ रही है। प्रदेश इससे 50 साल आगे बढ़ गया है। राज्य के विकास की दिशा में प्रदेश सरकार का यह एक बेहतरीन काम है। समारोह के शुरुआत में आमंत्रित अतिथियों का स्वागत दैनिक अमर उजाला, लखनऊ के सम्पादक
डाॅ0 इन्दुशेखर पंचोली ने किया। उन्होंने भरोसा जताया कि इस आयोजन से इन प्रतिभाओं में अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का एहसास मजबूत होगा।
इस अवसर पर राज्य सरकार के मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, श्री बलराम यादव, श्री अवधेश प्रसाद, श्री मनोज कुमार पाण्डेय, श्री शिव कुमार बेरिया, श्री ओम प्रकाश सिंह, श्री नारद राय, श्री राममूर्ति वर्मा, श्री योगेश प्रताप सिंह, श्री विजय बहादुर पाल एवं श्री विनोद कुमार उर्फ पण्डित सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन, प्रमुख सचिव सूचना
श्री नवनीत सहगल, सूचना निदेशक डाॅ0 रुपेश कुमार, शिक्षकगण, मीडिया प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 22 August 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव 21 अगस्त, 2014 को अपने सरकारी आवास 5, कालिदास मार्ग पर किसानों के प्रतिनिधिमण्डल तथा गन्ना सहकारी समितियों के अध्यक्षों से भेंट करते हुए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 16 August 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव 15 अगस्त, 2014 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विधान भवन में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित जन को सम्बोधित करते हुए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 August 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उर्दू ने हमेशा दिलों को जोड़ा है। जब उर्दू बोली जाती है तो प्यार झलकता है और मोहब्बत दिखाई देती है। ये भाषा ऐसी है, जो दिलों में बस जाती है। इसलिए उर्दू को दिलों को जोड़ने वाली ज़बान कहा जाता है।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी के पुस्तक पुरस्कार वितरित करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने अकादमी के वर्ष 2011-12, 2012-13 तथा 2013-14 के पुरस्कार प्रदान किए। प्रत्येक लेखक को प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह् एवं पुरस्कार राशि का चेक मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान किया गया। अकादमी द्वारा पुरस्कृत लेखकों में उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के साहित्यकार शामिल थे।
श्री यादव ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से समाज में मोहब्बत और भाईचारा बढ़ाने का पैग़ाम जाएगा। आपसी समझ के लिए भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हांेने कहा कि हिन्दी और उर्दू मिलकर समाज को आगे बढ़ाने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि दोनों भाषाएं आगे बढ़ें और अंग्रेजी का मुकाबला करें। वर्तमान समय में जो प्रतिष्ठा और सम्मान अंग्रेजी को हासिल है, वह इन भाषाओं को भी प्राप्त हो, इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा।
भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने के प्रति समाजवादी सरकारों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रित्व काल में भी उर्दू को प्रोत्साहित किया गया था। वर्तमान सरकार ने संस्कृत, हिन्दी और उर्दू के साहित्यकारों को सम्मानित करने का कार्य दोबारा शुरु किया। पिछली सरकार के कार्यकाल में साहित्यकारों को सम्मान देने और उनकी रचनाओं को पुरस्कृत करने का कार्य ठप पड़ा था। उन्होंने कहा कि उर्दू अकादमी की मांगों और जरूरतों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार हर सम्भव मदद देगी।
इसके पूर्व, अकादमी के चेयरमैन डाॅ0 नवाज़ देवबन्दी ने स्वागत सम्बोधन में संस्था की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी प्रदान की। भावी योजनाओं का ब्यौरा देते हुए उन्होंने बताया कि अकादमी द्वारा उर्दू लैंग्वेज लैब तथा ई-पब्लिशिंग परियोजना पर कार्य किया जा रहा है। बच्चों के लिए एक पत्रिका का प्रकाशन शुरु करने की भी योजना है। अकादमी के केन्द्रीय पुस्तकालय में पुस्तकों का डिजिटलाइजेशन कार्य प्रगति पर है। अकादमी ने आई0ए0एस0, पी0सी0एस0 परीक्षाओं के अभ्यर्थियों की कोचिंग के लिए केन्द्र स्थापित करने की योजना भी बनाई है।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, माध्यमिक शिक्षा मंत्री श्री महबूब अली, उ0प्र0 हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष श्री उदय प्रताप सिंह, प्रो0 मलिकज़ादा मंज़ूर अहमद, प्रो0 शारिब रुदौलवी, प्रमुख सचिव श्रम
श्री शैलेष कृष्ण, सचिव मुख्यमंत्री श्री आमोद कुमार, सूचना निदेशक डाॅ0 रूपेश कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन श्री सैय्यद मोहम्मद हाशिम ने किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 30 July 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक एवं मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव 29 जुलाई, 2014 को ऐशबाग ईदगाह, लखनऊ में लोगों को ईद की मुबारकबाद देते हुए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 July 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि राज्य सरकार सभी को न्याय व सुरक्षा प्रदान करने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि सहारनपुर की घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और इनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह विचार आज यहां अपने सरकारी आवास पर पंजाब विधान सभा के अध्यक्ष श्री चरनजीत सिंह अटवाल से भेंट के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सहारनपुर में प्रश्नगत भूमि के सम्बन्ध में मा0 न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हुए उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी। घटना के प्रभावित लोगों को राज्य सरकार द्वारा समुचित मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अचानक भड़की साम्प्रदायिक हिंसा की घटना को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन व राज्य सरकार द्वारा तत्परता से कार्रवाई की गई।
मुख्यमंत्री एवं पंजाब विधान सभा के अध्यक्ष ने जनता से यह अपील भी की कि अफवाहों पर भरोसा न करें, क्योंकि इससे स्थिति खराब होती है। श्री यादव व श्री अटवाल ने प्रत्येक दशा में शांति और सौहार्द बनाए रखने पर भी बल दिया।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी भी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 25 July 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में आज यहां सम्पन्न डाॅ. शकुन्तला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय की सामान्य परिषद की प्रथम बैठक में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इन फैसलों के क्रियान्वयन से निःशक्त छात्र-छात्राओं सहित विकलांगजन लाभान्वित होंगे और विश्वविद्यालय को एक नई पहचान मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय द्वारा स्थापित किए जाने वाले नवीन केन्द्रों को सैद्धान्तिक सहमति प्रदान करते हुए कहा कि इसके लिए प्राथमिकता तय करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन को चरणबद्ध ढंग से कार्य करना होगा। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय द्वारा सेण्टर फाॅर इण्डियन साइन लैग्वेंज एण्ड डैफ स्टडीज, सेण्टर फाॅर रिहैबिलीटेशन एण्ड डेवलपमेन्ट स्टडीज, पत्रकारिता एवं जनसंचार केन्द्र तथा इंस्टीटयूट आॅफ मेडिकल साइंसेज एण्ड रिसर्च की स्थापना की योजना बनाई गई है। इस संबंध में तय हुआ कि विश्वविद्यालय परिसर में इंस्टीटयूट आॅफ मेडिकल साइंसेज की स्थापना के लिए भारत सरकार से प्रभावी पैरवी की जाएगी।
श्री यादव ने कहा कि प्रत्येक मण्डल में समेकित विशेष माध्यमिक विद्यालय की स्थापना की जाएगी। लखनऊ मण्डल के तहत यह विद्यालय डाॅ. शकुन्तला मिश्रा विश्वविद्यालय के परिसर में स्थापित होगा, जहां विभिन्न श्रेणी के निःशक्त एवं सामान्य बच्चे एक ही छत के नीचे शिक्षा ग्रहण करेंगे। उन्हांेने कहा कि राज्य सरकार ने इस विश्वविद्यालय के नाम परिवर्तन को स्वीकृति प्रदान कर दी है। विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय महत्व का विश्वविद्यालय घोषित कराए जाने के लिए मानकों के अनुसार जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए। राज्य सरकार विश्वविद्यालय के वेतन मद की जरूरतों को पूरा करेगी तथा विभागों में मानक के अनुसार अतिरिक्त पदों का सृजन किए जाने के संबंध में गंभीरता से विचार करेगी।
सामान्य परिषद की बैठक में यह भी तय किया गया कि विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षान्त समारोह 30 सितम्बर, 2014 को आयोजित किया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि होंगे। यह निर्णय भी लिया गया कि संस्थान द्वारा विकलांगजन के पुनर्वास हेतु हेल्पलाइन संचालित की जाए जिसके माध्यम से टोल-फ्री नम्बर पर जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। बैठक में सामान्य परिषद के पुनर्गठन के प्रस्ताव को भी मंजूरी प्रदान की गई।
सामान्य परिषद द्वारा यूनिवर्सिटी आॅफ लंकाशायर, इंग्लैण्ड की प्रो0 उलरीके जीशान एवं प्रख्यात संगीतकार श्री रवीन्द्र जैन को विश्वविद्यालय का विजि़टिंग प्रोफेसर नियुक्त करने का निर्णय लिया गया। यह भी तय हुआ कि विभिन्न पुनर्वास कार्यक्रमों के लिए संस्थान को नोडल एजेन्सी बनाया जाएगा। प्रत्येक माध्यमिक एवं बेसिक विद्यालय में एक-एक अध्यापक को विकलांगता की विशेष शिक्षा देकर मास्टर टेªनर बनाने के लिए विश्वविद्यालय में फाउण्डेशन कोर्स का प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा तथा यहां एक कौशल वृद्धि केन्द्र की स्थापना की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि विश्वविद्यालय के निर्माण कार्याें को पूरी गुणवत्ता के साथ तेजी से पूरा करें। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से भी यह अपेक्षा की कि संस्थान में सौर ऊर्जा प्लाण्ट के साथ-साथ बायो गैस संयत्र की स्थापना पर भी गंभीरता से विचार किया जाए।
सामान्य परिषद को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विकलांगजन के कल्याण एवं पुनर्वास हेतु कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि निःशक्त बच्चे भी बेहद हुनरमंद होते हैं। संस्थान या विश्वविद्यालय इनकी प्रतिभा को पहचान कर उसे निखारता है। चित्रकूट के जगद्गुरू रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां के बच्चों की प्रतिभा को उन्होंने स्वयं देखा और सराहा है।
श्री यादव ने कहा कि किसी विश्वविद्यालय को विकसित करने और वहां तमाम सुविधाएं मुहैय्या कराने में काफी समय लगता है। विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में डाॅ. निशीथ राय के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे इस संस्थान के पहले पूर्णकालिक कुलपति नियुक्त हुए हैं। इसके कारण उनके समक्ष चुनौतियां भी अधिक हैं और काम करने के अवसर भी ज्यादा हैं। उन्होेंने आश्वस्त किया कि विकलांगजन को आत्मनिर्भर बनाकर उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए विश्वविद्यालय के प्रयासों में पूरी मदद की जाएगी।
पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विकलांग कल्याण मंत्री श्री अम्बिका चैधरी ने अपने सम्बोधन में कहा कि राज्य सरकार द्वारा विकलांगजन के कल्याण हेतु विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं। विकलांगजन की समस्याओं के निदान के प्रति मुख्यमंत्री का रूख हमेशा सकारात्मक रहा है और उन्होंने इस विश्वविद्यालय की कठिनाईयों को दूर करने मंे भी उदारतापूर्वक निर्णय लिए हैं।
सामान्य परिषद की बैठक के प्रारम्भ में कुलपति प्रो. निशीथ राय द्वारा विश्वविद्यालय के विभिन्न कार्याें एवं भावी योजनाआंे के संबंध में एक प्रस्तुतिकरण किया गया। इससे पहले विश्वविद्यालय आगमन पर निःशक्त छात्र-छात्राओं द्वारा मुख्यमंत्री को गुलदस्ता भेंटकर उनका स्वागत किया गया। श्री यादव ने विश्वविद्यालय परिसर में पारिजात का एक पौधा रोपित कर संस्थान में वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारम्भ भी किया।
सामान्य परिषद की बैठक में प्रमुख सचिव वित्त श्री राहुल भट्नागर, प्रमुख सचिव राजस्व श्री किशन सिंह अटोरिया, प्रमुख सचिव नियोजन श्री संजीव मित्तल, प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री बी.एस. भुल्लर, प्रमुख सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल, सचिव मुख्यमंत्री श्री आमोद कुमार, सचिव विकलांग कल्याण श्री अनिल कुमार सागर, सचिव व्यवसायिक शिक्षा श्री भुवनेश कुमार, विश्वविद्यालय के कुल सचिव श्री अखिलेन्द्र कुमार, भारतीय पुनर्वास परिषद की चेयरपर्सन प्रो. सुदेश मुखोपाध्याय, राष्ट्रीय अस्थि बाधितार्थ संस्थान, राष्ट्रीय दृष्टि बाधितार्थ संस्थान, राष्ट्रीय श्रवण बाधितार्थ संस्थान एवं राष्ट्रीय मानसिक मन्दितार्थ संस्थान के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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