उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि चिकित्सा, स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा क्षेत्रों का जनता से सीधा जुड़ाव है। इसलिए समाजवादी सरकारों ने हमेशा इन क्षेत्रों में सुविधाओं तथा संसाधनों का अधिकाधिक विकास किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य संकेतक (हेल्थ इंडीकेटर्स) बेहतर होने पर देश के हेल्थ इंडीकेटर्स की स्थिति में भी सुधार आएगा।
मुख्यमंत्री आज यहां होटल क्लाक्र्स अवध में अल्ट्रासाउण्ड एजुकेशन एण्ड रिसर्च फाउण्डेशन के तत्वावधान में आयोजित पांचवे लखनऊ अल्ट्रासाउण्ड कोर्स में चिकित्सकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों का समाज में महत्वपूर्ण स्थान है और लोग उन्हें सम्मान की नजर से देखते हैं। इसलिए डाॅक्टरों को ज़रूरतमंदों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। सही समय पर इलाज होने से रोगी को गम्भीर बीमारी से बचाया जा सकता है।
समाजवादी सरकार द्वारा चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्रों में किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के प्रयासों के चलते एम.बी.बी.एस. की 500 सीटों की बढ़ोत्तरी हुई है। मौजूदा सरकारी मेडिकल काॅलेजों को सुदृढ़ करने के साथ-साथ नए राजकीय मेडिकल काॅलेजों की स्थापना की जा रही है। सैफई, इटावा स्थित उ0प्र0 ग्रामीण आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान में चिकित्सा सुविधाओं का इजाफा किया गया, जिसके चलते ओ.पी.डी. में मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में इस संस्थान की ओ.पी.डी. में मरीजों की संख्या के.जी.एम.यू. तथा एस.जी.पी.जी.आई. के समान हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा विज्ञान ने काफी प्रगति की है। अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर पूरी दुनिया में भारतीय इस क्षेत्र में शीर्ष स्थान पर हैं। प्रदेश के संस्थानों को बेहतर बनाने तथा यहां काम करने के इच्छुक विशेषज्ञों को अच्छी से अच्छी सुविधा मुहैया कराने की साझा जिम्मेदारी सरकार और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों की है।
श्री यादव ने कहा कि पूरी दुनिया में किंग जाॅर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (के.जी.एम.यू.) की विशिष्ट पहचान है। इस विश्वविद्यालय के पुराने नाम को बहाल करने का गौरव नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव के साथ उन्हें भी प्राप्त है। तमाम देशों में इस विश्वविद्यालय से पढ़े हुए छात्र कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार के.जी.एम.यू. के छात्र जाॅर्जियन्स कहे जाते हैं, उसी प्रकार राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल्स, जहां से उन्होंने स्वयं स्कूली शिक्षा ग्रहण की, के छात्रों को भी जार्जियन्स के तौर पर जाना जाता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रफल के आधार पर कोई भी संस्थान बड़ा नहीं बनता। इसे विशिष्ट और प्रतिष्ठित बनाने में उससे जुड़े लोगों का सर्वाधिक योगदान होता है। इसलिए के.जी.एम.यू. को हाॅरिजाॅन्टल विस्तार के साथ-साथ वर्टिकल विस्तार के बारे में भी विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह संस्थान आगे बढ़ेगा तो राज्य के अन्य संस्थान भी प्रगति करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के.जी.एम.यू. सहित अन्य चिकित्सा संस्थानों को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत है। इसके साथ यह भी जरूरी है कि मौजूदा सुविधाओं का अधिक से अधिक लाभ जनता को उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि गरीबों को मुफ्त एवं अच्छा इलाज सुलभ कराना सरकार व चिकित्सकों की साझा जिम्मेदारी है। राज्य सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि महंगे इलाज के कारण गरीब आदमी अपनी जमीन तक बेचने के लिए मजबूर हो जाता है। इसलिए राज्य सरकार द्वारा जरूरतमंदों को दी जा रही आर्थिक मदद के तहत सर्वाधिक सहायता गरीबों को इलाज के लिए दी जाती है।
श्री यादव ने कहा कि विगत 02 वर्षों में समाजवादी स्वास्थ्य सेवा के तहत संचालित ‘108’ एम्बुलेंस एवं ‘102’ नेशनल एम्बुलेंस सर्विस से बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित हुए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में वर्तमान राज्य सरकार के बेहतर काम को देखते हुए विदेशी संस्थाएं भी अब प्रदेश में कार्य कर रही हैं, जबकि पिछले 05 साल में यहां कोई नहीं आया था। उन्होंने कहा कि बिल एण्ड मेलिण्डा गेट्स फाउण्डेशन एवं बिल क्लिन्टन फाउण्डेशन जैसे संगठन राज्य में स्वास्थ्य सम्बन्धी कार्यक्रम संचालित कर रहे हैं।
आधुनिक तकनीक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कोर्स के माध्यम से चिकित्सकों को अल्ट्रासाउण्ड सम्बन्धी नवीनतम जानकारियां प्राप्त होंगी। उन्होंने कहा कि नई तकनीक की जरूरत सभी को है। इसे ध्यान में रखकर राज्य सरकार ने छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप प्रदान किए। उन्होंने कहा कि कैंसर की तरह भ्रष्टाचार भी लाइलाज नहीं है। जहां एक ओर कैंसर ओवर ग्रोथ आॅफ टिश्यू है, उसी प्रकार भ्रष्टाचार ओवर ग्रोथ आॅफ मनी एवं अननेसेसरी एडवान्टेज है। जब कैंसर का उपचार किया जा सकता है तो फिर भ्रष्टाचार का भी इलाज सम्भव है। उन्होंने एक सीमा से अधिक लाभ कमाने की प्रवृत्ति को भी एक प्रकार का भ्रष्टाचार बताया।
कार्यक्रम में के.जी.एम.यू. के कुलपति प्रो. रविकान्त ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व, कोर्स निदेशक प्रो. पी.के. श्रीवास्तव ने स्वागत सम्बोधन में प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम का संचालन कोर्स को-आॅर्डिनेटर प्रो. यशोधरा प्रदीप ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. निधि द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर के.जी.एम.यू. के सेवानिवृत्त शिक्षकों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने प्रो. कल्याणी दास, डाॅ. चन्द्रावती, प्रो. देविका नाग, डाॅ. के.डी. वर्मा, डाॅ. यू.के. जैन, प्रो. सी.जी. अग्रवाल तथा प्रो. ओ.पी. सिंह को स्मृति चिन्ह प्रदान किए। श्री यादव ने प्रो. पी.के. श्रीवास्तव की पुस्तक ‘एटलस आॅफ मस्क्युलर स्केलेटल अल्ट्रासाउण्ड’ का विमोचन भी किया।
इस मौके पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, एम.एल.सी. डाॅ. मधु गुप्ता, विशेष सचिव मुख्यमंत्री श्री नवीन कुमार जी.एस., सूचना निदेशक डाॅ. रूपेश कुमार, प्रो. एम.सी. पन्त, डाॅ. सरोज श्रीवास्तव, यूनिवर्सिटी आॅफ राॅचेस्टर मेडिकल सेण्टर, न्यूयाॅर्क के डाॅ. विक्रम डोगरा, चाइनीज़ यूनिवर्सिटी, हाँग काँग के प्रो. जेम्स ग्रिफिथ, डाॅ. राहुल सचदेव आदि उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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