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प्रदेश में कानून-व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिये रात्रिकालीन गस्त कड़ाई से करायी जाये: मुख्य सचिव

Posted on 08 September 2017 by admin

महिलाओं की शिकायतों की निष्पक्षता के साथ सुनवाई एवं यथाशीघ्र निराकरण कराने हेतु
थानों में पर्याप्त महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित करायें: राजीव कुमार

dsc_4551_r2_c1प्रदेश के आम नागरिकों को बेहतर यातायात हेतु आगामी
03 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक चलाया जाये विशेष अभियान: मुख्य सचिव

रिक्त पदों पर सक्षम स्तर से अनुमोदनोपरान्त नियुक्ति की कार्यवाही
पारदर्शिता के साथ नियमानुसार यथाशीघ्र सुनिश्चित कराते हुये आगामी
दिसम्बर माह तक चयन प्रक्रिया पूर्ण कराने हेतु कार्य योजना बना ली जाये: राजीव कुमार

घटना की सूचना प्राप्त होने पर प्राथमिकता पर एफ0आई0आर0 दर्ज किये जाने के
विषय में निर्गत आदेशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित हो: राजीव कुमार

ई-एफआईआर व्यवस्था का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये: मुख्य सचिव

महिला उत्पीड़न तथा जघन्य अपराधों से सम्बन्धित लम्बित वादों के त्वरित निस्तारण
हेतु प्रथम चरण में 20 जनपदों में फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापना कराये जाने हेतु
आवश्यक कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित करायी जायें: राजीव कुमार

प्रथम चरण में जनपद लखनऊ में प्रस्तावित एक महिला पुलिस बटालियन की
स्थापना कराये जाने हेतु आवश्यकतानुसार भूमि का चिन्हांकन कर अवशेष
कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित करायी जायें: मुख्य सचिव

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार ने निर्देश दिये हैं कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिये रात्रिकालीन गश्त प्रारम्भ की जाये। उन्होंने कहा कि महिलाओं की शिकायतों की निष्पक्षता के साथ सुनवाई एवं यथाशीघ्र निराकरण कराने हेतु थानों में पर्याप्त महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित करायी जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश के आम नागरिकों को बेहतर यातायात उपलब्ध कराने हेतु आगामी 03 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक विशेष अभियान चलाकर बेहतर यातायात व्यवस्था उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक कार्यवाहियां समय से सुनिश्चित करा ली जायें। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों को बेहतर यातायात सुविधा उपलब्ध कराने हेतु जाम से जूझने वाले चैराहों एवं सड़कों को चिन्हित कर आवश्यकतानुसार व्यवस्था सुनिश्चित कराते हुये अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के साथ-साथ मार्ग डायवर्जन की व्यवस्था भी सुनिश्चित करायी जाये, ताकि आम नागरिकों को जाम से न जूझना पड़े। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि पुलिस विभाग के रिक्त पदों पर सक्षम स्तर से अनुमोदनोपरान्त नियुक्ति की कार्यवाही पारदर्शिता के साथ नियमानुसार यथाशीघ्र सुनिश्चित कराते हुये आगामी दिसम्बर माह तक चयन प्रक्रिया पूर्ण कराने हेतु कार्य योजना बना ली जाये।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में पुलिस विभाग के कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस बल के पारिवारिक सदस्यों को आवश्यकतानुसार बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु पुलिस लाइन्स में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कराया जाये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक परिक्षेत्रीय मुख्यालयों पर आधुनिक विधि विज्ञान प्रयोगशाला की स्थापना कराने हेतु कार्यरत 04 प्रयोगशालाओं के अतिरिक्त निर्माणाधीन 08 फोरेन्सिक लैब की स्थापना के अवशेष कार्य प्राथमिकता से पूर्ण करा लिये जायें।
उन्होंने कहा कि यू0पी0-100 सेवा हेतु क्रय की जाने वाली 1600 मोटर साईकिलों हेतु आवश्यक कार्यवाहियां नियमानुसार प्राथमिकता पर सुनिश्चित कराते हुये शहर यूनिटों में उपलब्ध करायी जायें।
मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिये कि घटना की सूचना प्राप्त होने पर प्राथमिकता पर एफ0आई0आर0 दर्ज किये जाने के विषय में निर्गत आदेशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराते हुये ई-एफआईआर व्यवस्था का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये। उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न एवं जघन्य अपराधों से सम्बन्धित लम्बित वादों के त्वरित निस्तारण हेतु प्रथम चरण में 20 जनपदों में फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापना कराये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित करायी जायें। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में जनपद लखनऊ में प्रस्तावित एक महिला पुलिस बटालियन की स्थापना कराये जाने हेतु आवश्यकतानुसार भूमि का चिन्हांकन कर अवशेष कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित करायी जायें।
बैठक में प्रमुख सचिव गृह श्री अरविन्द कुमार, पुलिस महानिदेशक श्री सुलखान सिंह, सचिव गृह श्री मणि प्रसाद मिश्रा एवं श्री भगवान स्वरुप सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

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मुख्यमंत्री ने अर्द्धकुम्भ-2019 की तैयारियों के लिए इलाहाबाद में 510 करोड़ रु0 की 34 परियोजनाओं का शिलान्यास किया

Posted on 07 September 2017 by admin

11,585 किसानों को मुख्यमंत्री द्वारा फसल ऋण मोचन प्रमाण पत्र वितरित

अर्द्धकुम्भ-2019 दिव्य, भव्य तथा यूनीक ईवेण्ट के रूप में आयोजित होगा

press-51प्रयागराज मेला प्राधिकरण का गठन किया जाएगा

2,500 करोड़ रु0 की लागत से ठोस एवं स्थायी कार्याें का निर्माण कराया जाएगा

32 करोड़ रु0 से श्रृंगवेरपुर धाम का विकास होगा

सरकार किसानों और देश की खुशहाली के संकल्प के साथ काम कर रही है

राज्य सरकार किसानों के हित के संरक्षण के लिए कृतसंकल्प है: मुख्यमंत्री

चन्द्रशेखर आज़ाद पार्क तथा भारद्वाज पार्क में प्रवेश होगा निःशुल्क

मुख्यमंत्री का जनपद इलाहाबाद भ्रमण

press-42उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद इलाहाबाद के परेड ग्राउण्ड में आयोजित एक कार्यक्रम में अर्द्धकुम्भ-2019 की तैयारियों के लिए 510 करोड़ रुपए की 34 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी उत्तर प्रदेश फसल ऋण मोचन योजना के तहत जनपद के 11,585 लाभार्थी किसानों को प्रमाण-पत्र भी वितरित किए। इस योजना के तहत प्रथम चरण में कुल 13,156 किसानों को योजना से लाभान्वित कराते हुए प्रमाण-पत्र वितरित किया जाना है। जनपद में फसल ऋण मोचन योजना के तहत कुल 80,591 किसानों को लाभान्वित कराया जाएगा, जिसके क्रम में आज मुख्यमंत्री जी ने चयनित किसानों को प्रमाण-पत्र वितरित किए। press-61
उपस्थित जन-समुदाय को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2019 में आयोजित होने वाला अर्द्धकुम्भ ऐतिहासिक एवं यूनीक ईवेण्ट के रूप में आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन पूरी दुनिया के लिए आकर्षण का केन्द्र होगा। अर्द्धकुम्भ-2019 को दिव्य एवं भव्यरूप से आयोजित किए जाने के लिए ही अभी से तैयारियां प्रारम्भ कर दी गयी हैं। मेले को सुव्यवस्थित एवं सुन्दर ढंग से आयोजित करने के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण का गठन किया जाएगा। जिसके द्वारा मेले केेेे आयोजन हेतु ठोस एवं स्थायी कार्यांे को कराया जाएगा। उन्हांेेने कहा कि श्रृद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष कार्य कराए जाएंगे। मेले का आयोजन इस तरह से होगा कि यह पूरी दुनिया के लिए आकर्षण का केन्द्र होगा।
योगी जी ने कहा कि इलाहाबाद में ढाई हजार करोड़ रुपए (2500 करोड़ रुपये) की लागत से ठोस एवं स्थायी कार्य कराए जाएंगे। यह सभी कार्य अर्द्धकुम्भ-2019 को मद्देनज़र रखते हुए कराए जाएंगे। इलाहाबाद को लखनऊ तथा अन्य शहरों से वायुमार्ग से जोड़ा जाएगा और यह कार्य प्रत्येक दशा में अर्द्धकुम्भ मेले के आयोजन के पहले ही पूर्ण करा लिया जाएगा।press-31
मुख्यमंत्री जी ने अपने सम्बोधन में यह भी कहा कि प्रयागराज तीर्थ स्थल के साथ ही साथ श्रृंगवेरपुर ऐतिहासिक स्थल का भी विकास किया जाएगा। श्रृंगवेरपुर धाम के लिए 32 करोड़ रुपए स्वीकृत किया गया है, जिसका उपयोग करते हुए धाम को आधुनिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इससे समतामूलक समाज का संदेश जन-जन तक पहंुुचेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चन्द्रशेखर आज़ाद पार्क तथा भारद्वाज पार्क में प्रवेश के लिए जनता को पैसा नहीं देना पड़ेगा। उन्हांेने कहा कि पार्क के रख-रखाव एवं सौन्दर्यीकरण का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। आयोजित होने वाले अर्द्धकुम्भ मेले की भव्यता एवं दिव्यता तथा उसकी ऐतिहासिकता के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से उन्होंने कहा कि आज से इलाहाबाद सहित उत्तर प्रदेश में कोई भी कार्य शुरू होगा, तो उसमें अर्द्धकुम्भ मेले का ‘लोगो’ अवश्य अंकित रहेगा।
अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने के लिए कृतसंकल्पित हंै। इसके लिए हम सभी लोगों को मिलकर प्रयास करने की जरूरत है। सरकार किसानों की खुशहाली, देश की खुशहाली के सिद्धान्त का अनुसरण करते हुए किसानों के हित के संरक्षण एवं उनके सर्वतोमुखी विकास के लिए संकल्पबद्ध है। इसी क्रम में फसल ऋण मोचन योजना के तहत किसानों का ऋण माफ करके राज्य सरकार उनकी उन्नति के लिए प्रयासरत है। 01-6
योगी जी ने कहा कि किसान प्राकृतिक आपदा से त्रस्त हो जाते हंैं, जिनकी सहायता करके उनको अवसाद से बाहर निकालने का कार्य सरकार द्वारा किया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पीड़ितों के लिए प्रत्येक प्रकार की सहायता राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करायी जा रही है। किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा रिकाॅर्ड रूप से गेहंू का क्रय किया गया तथा सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य के हिसाब से किसानों के खाते में सीधे पैसे को अन्तरित किया गया। सरकार द्वारा धान क्रय के न्यूनतम समर्थन मूल्य के अलावा प्रति कुन्तल 15 रुपए अतिरिक्त रूप से दिए जाने की व्यवस्था की गयी है।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का संकल्प है कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना किया जाएगा। सरकार द्वारा किसानों की कर्जमाफी का निर्णय अभूतपूर्व है, अभी उनके लिए बहुत कुछ किया जाना बाकी है। वर्ष 2018 के माघ मेले को ट्रायल के रूप में आयोजित किया जाएगा, ताकि वर्ष 2019 में आयोजित होने वाला अर्द्धकुम्भ ऐतिहासिक रूप से जाना जाए। श्रृंगवेरपुर धाम को विकसित किया जाएगा।
श्री मौर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री जी एक-एक पल जनता की खुशहाली लाने में व्यतीत करते हैं। हम सबको भी उनका अनुसरण करते हुए जनता की समस्याओं के निस्तारण एवं उनके कल्याण हेतु कार्य कर प्रदेश को विकास के सर्वोच्च शिखर पर पहुंचाने हेतु अथक परिश्रम करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों, भू-माफियाओं के विरुद्ध सरकार द्वारा कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
इस अवसर पर नगर विकास मंत्री श्री सुरेश खन्ना, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्धार्थनाथ सिंह, पर्यटन मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही, स्टाम्प एव पंजीयन मंत्री श्री नन्द गोपाल ‘नन्दी’ ने अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित एवं संचालित योजनाओं तथा अर्द्धकुम्भ मेले एवं किसान ऋण माफी योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम का प्रारम्भ मुख्यमंत्री जी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर उपस्थित जन प्रतिनिधियों एवं जनता का स्वागत करते हुए मण्डलायुक्त डाॅ0 आशीष कुमार गोयल ने कहा कि इलाहाबाद में चार रेलवे उपरिगामी सेतुओं का निर्माण केवल एक वर्ष में कर लिए जाने का संकल्प मुख्यमंत्री जी के आशीर्वचन से सम्पन्न हुआ है। आजादी के बाद जितने फ्लाईओवर इलाहाबाद में अब-तक बने हैं, उससे अधिक फ्लाईओवर केवल एक वर्ष में बनने जा रहे हैं।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, वरिष्ठ अधिकारी अधिकारीगणों के अलावा कृषकगण एवं जन समुदाय उपस्थित रहे।

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लखनऊ मेट्रो के चलने से नगर की आर्थिक एवं सामाजिक तस्वीर में तेजी से बदलाव आएगा: राज्यपाल

Posted on 05 September 2017 by admin

press-2-1प्रदेश के बड़े शहरों में मेट्रो रेल संचालन के लिए
यू0पी0 मेट्रो रेल काॅर्पोरेशन का गठन किया जाएगा: मुख्यमंत्री

06 सितम्बर, 2017 से मेट्रो की यात्रा आम जनता के लिए सुलभ हो सकेगी

प्रधानमंत्री जी के प्रयासों के फलस्वरूप लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना को यूरोपियन इन्वेस्टमेण्ट बैंक द्वारा आसान किश्तों में ऋण स्वीकृत हो पाया: मुख्यमंत्री

निर्धारित समय से पहले परियोजना को पूरी करने के लिए डाॅ0 ई0 श्रीधरन
जी के नेतृत्व में एल0एम0आर0सी0 की पूरी टीम बधाई की पात्र हैं: योगी जी

मेट्रो रेल संचालन से लखनऊ नगर के लिए विकास
की सम्भावनाओं का द्वार खुल जाएगा: केन्द्रीय गृह मंत्री

ट्रांसपोर्टनगर से चारबाग तक निर्मित प्राथमिक
सेक्शन पर लखनऊ मेट्रो रेल सेवा का उद्घाटन सम्पन्नpress-1-1
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उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक जी ने लखनऊ मेट्रो रेल के प्रथम चरण में ट्रांसपोर्टनगर से चारबाग तक संचालन के लिए आज ट्रांसपोर्ट नगर स्टेशन पर आयोजित उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि मेट्रो के चलने से नगर की आर्थिक एवं सामाजिक तस्वीर में तेजी से बदलाव आएगा। लखनऊ नगर के नागरिक जीवन इतिहास में आज के दिन को स्वर्णिम दिन बताते हुए उन्होंने कहा कि लखनऊ मेट्रो रेल काॅर्पोरेशन (एल0एम0आर0सी0) परियोजना इस बात की गवाह है कि राजकीय प्रोजेक्ट भी निर्धारित समय से पहले तय धनराशि में पूरी की जा सकती है। उन्होंने परियोजना के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकार को श्रेय देते हुए कहा कि इसको सफल बनाने में डाॅ0 ई0 श्रीधरन के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने एल0एम0आर0सी0 के प्रबन्ध निदेशक श्री कुमार केशव व निदेशक श्री दलजीत सिंह की सराहना करते हुए कहा कि इन दोनों इंजीनियरों ने आई0आई0टी0 कानपुर से अध्ययन किया है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि अवसर मिलने पर उत्तर प्रदेश के लोग विशाल परियोजनाओं को मूर्त रूप प्रदान कर सकते हैं।press-4
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने निर्धारित समय से कम अवधि में निर्मित किए गए लखनऊ मेट्रो रेल के प्रथम चरण के लिए एल0एम0आर0सी0 के प्रधान सलाहकार डाॅ0 ई0 श्रीधरन एवं अन्य पदाधिकारियों की सराहना करते हुए भरोसा जताया कि शेष परियोजना भी निश्चित समय में पूरी होगी। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं के समय से पूरा न होने पर राष्ट्र को काफी क्षति उठानी पड़ती है। अधिक समय लगने से जहां जनता के ऊपर अतिरिक्त वित्तीय भार पड़ता है, वहीं परियोजना से मिलने वाले लाभ से लोग वंचित रहते हैं। इसलिए परियोजनाओं को समय से पूरा करके राष्ट्र की बहुत बड़ी सेवा की जा सकती है। निर्धारित समय से पहले परियोजना को पूरी करने के लिए डाॅ0 ई0 श्रीधरन जी के नेतृत्व में एल0एम0आर0सी0 की पूरी टीम बधाई की पात्र हैं। उन्होंने कहा कि 06 सितम्बर, 2017 से मेट्रो की यात्रा आम जनता के लिए सुलभ हो जाएगी।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के लिए दिए गए सहयोग का उल्लेख करते हुए योगी जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के प्रयासों के फलस्वरूप यूरोपियन इन्वेस्टमेण्ट बैंक द्वारा आसान किश्तों में ऋण स्वीकृत हो पाया। इस परियोजना के लिए जब यूरोपियन इन्वेस्टमेण्ट बैंक के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर की कार्रवाई सम्पन्न हो रही थी तो उस मौके पर श्री हरदीप सिंह पुरी भी उपस्थित थे। यह संयोग ही है कि आज श्री पुरी यहां भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की हैसियत से स्वयं मौजूद हैं।press-5-1
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने भारत के करीब 50 शहरों में सार्वजनिक यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए मेट्रो रेल परियोजना के संचालन की बात कही है। प्रधानमंत्री जी द्वारा निर्धारित इस लक्ष्य के तहत उत्तर प्रदेश के बड़े शहरों में मेट्रो रेल परियोजना संचालन के लिए राज्य सरकार द्वारा यू0पी0 मेट्रो रेल काॅर्पोरेशन का गठन किया जाएगा। डाॅ0 ई0 श्रीधरन जी से इस काॅर्पोरेशन के प्रधान सलाहकार के रूप में कार्य करने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इनके सहयोग से राज्य के बड़े शहरों में आधुनिक, सस्ती एवं पर्यावरण के अनुकूल सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था विकसित करने के लिए तत्पर है।press-5
योगी जी ने कहा कि गाजियाबाद व नोएडा के अलावा अब लखनऊ में भी मेट्रो रेल परियोजना के संचालन से प्रदेश के विकास कार्यक्रमों को और अधिक गति प्रदान करने में मदद मिलेगी। उन्होंने एल0एम0आर0सी0 को लाभकारी परियोजना बताते हुए कहा कि इससे जहां प्रदेश की राजधानी में ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगा, वहीं पर्यावरण की हिफाजत के साथ-साथ नगरवासियों को सस्ती, सार्वजनिक यातायात व्यवस्था भी उपलब्ध होगी। उन्होंने भरोसा जताया कि श्री कुमार केशव की यह टीम वर्ष 2019 के निर्धारित समय तक चैधरी चरण सिंह एअरपोर्ट से मुंशी पुलिया तक निर्माणाधीन उत्तर-दक्षिण काॅरिडोर का कार्य पूर्ण कर लेगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के 07 नगरों को भारत सरकार के सहयोग से स्मार्ट सिटी मिशन के तहत विकसित करने के लिए पूरी गम्भीरता से काम किया जाएगा।press-6
इस अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने एल0एम0आर0सी0 की इस परियोजना को देश की आधुनिकतम मेट्रो रेल परियोजना बताते हुए कहा कि इससे लखनऊ नगर के विकास की सम्भावनाओं का द्वार खुल जाएगा। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय पब्लिक इन्वेस्टमेण्ट बोर्ड (पी0आई0बी0) द्वारा एल0एम0आर0सी0 परियोजना की स्वीकृति की जानकारी प्राप्त होने पर लखनऊ का सांसद होने के नाते उन्हें सर्वाधिक खुशी हुई थी। उन्होंने एल0एम0आर0सी0 परियोजना को पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को समर्पित करते हुए कहा कि लखनऊ को विश्वस्तरीय शहर बनने से रोका नहीं जा सकता है। लखनऊ के लिए संचालित अन्य विकास परियोजनाओं की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन रिंग रोड का कार्य 03 वर्ष में पूर्ण हो जाएगा।press-15
इसी प्रकार ट्रैफिक कंजेशन को कम करने के लिए 07 फ्लाईओवर के निर्माण भी कराए जाएंगे। चारबाग रेलवे स्टेशन पर कैण्ट की तरफ से दूसरा प्रवेश द्वार बनाने के लिए 81 करोड़ रुपए स्वीकृत हो चुके हैं। साथ ही, इस रेलवे स्टेशन पर 04 अतिरिक्त टैªक व 02 नये प्लेटफाॅर्म तथा आलमनगर स्टेशन को सैटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। गोमतीनगर रेलवे स्टेशन के विकास के लिए 513 करोड़ रुपए स्वीकृत हो चुके हैं। टर्मिनल स्टेशन के रूप में विकसित हो रहे गोमतीनगर स्टेशन में 02 प्लेटफाॅर्म बन चुके हैं, जबकि 06 नये प्लेटफाॅर्म और बनाए जाएंगे।
भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि भारत के विभिन्न शहरों में इस समय 370 कि0मी0 मेट्रो ट्रैक संचालित हैं। जबकि 500 कि0मी0 से अधिक निर्माणाधीन हैं। उन्होंने कहा कि मेट्रो रेल परियोजनाओं का कार्य तेज किया जाएगा।
एल0एम0आर0सी0 के प्रधान सलाहकार डाॅ0 ई0 श्रीधरन ने परियोजना के लिए जिम्मेदार टीम की सराहना करते हुए कहा कि पहली बार मेट्रो के प्रथम चरण का कार्य निर्धारित 03 वर्ष से कम समय में पूरा हुआ। इस अवसर पर प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन श्री मुकुल सिंघल एवं प्रबन्ध निदेशक श्री कुमार केशव ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में एल0एम0आर0सी0 द्वारा तैयार की गई काॅफी टेबल बुक का विमोचन भी किया गया। इस मौके पर उपस्थित विशिष्टजनों का स्वागत स्मृति चिन्ह देकर किया गया। बाद में मुख्यमंत्री जी एवं अन्य उपस्थित विशिष्टजनों ने मेट्रो रेल की यात्रा भी की।
उद्घाटन समारोह में उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य व डाॅ0 दिनेश शर्मा सहित मंत्रिमण्डल के अनेक सदस्य, जनप्रतिनिधि एवं अन्य गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।

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मुख्यमंत्री ने राज्य अध्यापक पुरस्कार की धनराशि 10 हजार रु0 से बढ़ाकर 25 हजार रु0 करने की घोषणा की

Posted on 05 September 2017 by admin

इस पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों को 65 वर्ष की
आयु तक सेवा विस्तार भी दिया जाएगा

राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित
शिक्षकों में सभी जनपदों को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए

राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक
बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध: मुख्यमंत्री

press-41शिक्षकों के चयन हेतु आॅनलाइन पारदर्शी व्यवस्था
बनाई जाए, जिससे पात्र शिक्षकों को ही सम्मान मिले

पात्र शिक्षकों को पुरस्कार देने से शिक्षा जगत में सकारात्मक बदलाव आएगा

दागी परीक्षा केन्द्रों को समाप्त करते हुए नकलविहीन
परीक्षा के लिए अभी से काम शुरू कर दिया जाना चाहिए

उच्च शिक्षा विभाग की वेबसाइट तथा बेसिक शिक्षा विभाग की ‘ई-बुक’ लाँच

मुख्यमंत्री ने शिक्षक दिवस पर 40 शिक्षकों सम्मानित किया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने राज्य अध्यापक पुरस्कार की धनराशि को 10 हजार रुपए से बढ़ाकर 25 हजार रुपए करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि इस पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों को 65 वर्ष की आयु तक सेवा विस्तार भी दिया जाएगा। press-3
मुख्यमंत्री जी आज शिक्षक दिवस के अवसर पर यहां लोक भवन में आयोजित राज्य अध्यापक सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने उच्च, माध्यमिक एवं बेसिक शिक्षा विभाग के 40 शिक्षकों को सम्मानित किया। उच्च शिक्षा विभाग के 02 शिक्षकों को वर्ष 2016 तथा 03 शिक्षकों को वर्ष 2017 के लिए सरस्वती पुरस्कार तथा 04 शिक्षकों को वर्ष 2016 के लिए तथा 06 शिक्षकों को वर्ष 2017 के लिए शिक्षक श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। माध्यमिक शिक्षा विभाग के 08 शिक्षकों तथा बेसिक शिक्षा विभाग के 17 शिक्षकों को वर्ष 2016 के लिए राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
ज्ञातव्य है कि उच्च शिक्षा विभाग के सरस्वती पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों को 03 लाख रुपए की धनराशि, प्रशस्ति पत्र तथा प्रतीक चिन्ह् एवं शिक्षक श्री पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों को 01 लाख 50 हजार रुपए की धनराशि, प्रशस्ति पत्र तथा प्रतीक चिन्ह् प्रदान किया जाता है। इसी प्रकार, माध्यमिक शिक्षा एवं बेसिक शिक्षा विभाग के राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों को 10 हजार रुपए की धनराशि एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।
योगी जी ने कहा कि भारत में गुरू को सम्मान देने की परम्परा रही है। प्राचीन काल से ही व्यास पूर्णिमा को गुरू पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता रहा है। वर्तमान में शिक्षकों के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए भारतीय दर्शन एवं परम्परा के प्रति लगाव रखने वाले महान शिक्षाविद डाॅ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयन्ती को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। वर्तमान प्रदेश सरकार के सम्मुख मौजूद चुनौतियों में से शिक्षा भी एक चुनौती है। राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है।press-21
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित होने वाले शिक्षकों की संख्या काफी कम है। इस संख्या को बढ़ाया जाना चाहिए। पुरस्कार हेतु चयन इस प्रकार होना चाहिए कि प्रदेश के सभी जनपदों को प्रतिनिधित्व मिले। पुरस्कार हेतु शिक्षकों के चयन हेतु केन्द्र सरकार द्वारा पद्म पुरस्कारों के चयन के लिए बनाई गई आॅनलाइन पारदर्शी व्यवस्था की भांति ही व्यवस्था बनाई जाए, जिससे पात्र शिक्षकों को ही सम्मान मिले। पात्र व्यक्तियों को सम्मान देने से युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है। अपात्र व्यक्तियों का सम्मान समाज के साथ धोखा है। उन्हांेने कहा कि पात्र शिक्षकों को पुरस्कार देने से शिक्षा जगत में सकारात्मक बदलाव आएगा।
योगी जी ने कहा कि विगत 05 महीने में बेसिक शिक्षा विभाग में अच्छा कार्य हुआ है। स्कूल चलो अभियान बहुत सफल रहा है। इस अभियान के तहत 1.36 करोड़ बच्चों के नामांकन के लक्ष्य के सापेक्ष 1.53 करोड़ बच्चों का नामांकन हुआ है, जो कि बेसिक शिक्षा विभाग की बड़ी सफलता है। अपने वाराणसी भ्रमण के दौरान गरीबी के कारण स्कूल न जा रहे बच्चों केे मिलने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित स्कूलों में नामांकित विद्यार्थियों को पुस्तकें, बैग, यूनिफाॅर्म, जूता-मोजा, स्वेटर, मध्यान्ह् भोजन तथा निःशुल्क शिक्षा के बावजूद बच्चों का स्कूल में नामांकन न होना किसी भी दशा में उचित नहीं है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग में भी अच्छे कार्य की शुरुआत हो गई है। दागी परीक्षा केन्द्रों को समाप्त करते हुए नकलविहीन परीक्षा के लिए अभी से काम शुरू कर दिया जाना चाहिए। शिक्षा पर उंगली उठती है, तो समाज पर उंगली उठती है। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि कठिन परिश्रम करके शिक्षा जगत में हो रही गिरावट को समाप्त करें। स्वतः स्फूर्त भाव से शिक्षा जगत की समस्याओं को दूर करने का प्रयास करें। नकल रोककर छात्रों को प्रतिस्पद्र्धा के योग्य बनाएं तथा शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन के सरकार के प्रयास में पूरा सहयोग प्रदान करंे।
समारोह को सम्बोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन के लिए काम कर रही है। इसके लिए एन0सी0ई0आर0टी0 के अनुरूप बेहतर और नया पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है। शिक्षा के आधारभूत ढांचे को तैयार करने तथा तकनीक आधारित शिक्षा पद्धति विकसित करने पर भी बल दिया जा रहा है। राज्य सरकार का लक्ष्य सुखी मन शिक्षक, तनावमुक्त विद्यार्थी और गुणवत्तापरक शिक्षा का है। शिक्षा पद्धति को तभी बेहतर माना जा सकता है, जब गरीब और वंचित तबके के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती अनुपमा जैसवाल ने कहा कि शिक्षा राष्ट्र की सकल पूंजी होती है। राष्ट्र और समाज की दिशा और भविष्य शिक्षा पर निर्भर करता है। असत्य और अंधकार दूर करने के लिए शिक्षा बेहद आवश्यक है। समारोह को बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री श्री संदीप सिंह ने भी सम्बोधित किया। समारोह में अतिथियों का स्वागत करते हुए कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आर0पी0 सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इस वर्ष शिक्षा के बजट में अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी हुई है, जिससे स्कूलों में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी ने उच्च शिक्षा विभाग की वेबसाइट तथा बेसिक शिक्षा विभाग की ‘ई-बुक’ को भी लाँच किया। इस अवसर पर एक डाॅक्यूमेण्ट्री फिल्म ‘शिक्षा के बढ़ते कदम’ भी प्रस्तुत की गई।
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही, श्रम मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चैधरी, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क मंत्री श्री नन्द कुमार नन्दी, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा श्री संजय अग्रवाल सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षकगण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
राज्य अध्यापक सम्मान समारोह में एम0जे0पी0 रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली की प्रो0 नीलिमा गुप्ता तथा विद्यावती मुकुन्दलाल महिला महाविद्यालय गाजियाबाद की डाॅ0 शशि मलिक को वर्ष 2016 तथा लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो0 ओमकार, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सैदाबाद इलाहाबाद के डाॅ0 अशोक कुमार वर्मा, उदय प्रताप महाविद्यालय वाराणसी के डाॅ0 गायड सिंह राठौर को वर्ष 2017 के ‘सरस्वती’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
पं0 दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर के प्रो0 एच0एस0 शुक्ल, लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो0 अरविन्द कुमार, उ0प्र0 रा0ट0 मुक्त वि0वि0 फाफामऊ इलाहाबाद के डाॅ0 ज्ञान प्रकाश यादव, डी0ए0वी0 पी0जी0 काॅलेज आजमगढ़ की डाॅ0 गीता सिंह को वर्ष 2016 का ‘शिक्षक श्री’ पुरस्कार तथा लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो0 राजीव मनोहर, डाॅ0 मोहम्मद सेराजुद्दीन, पं0 दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर के प्रो0 सौमित्र कुमार सेन गुप्ता, हे0न0ब0 राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नैनी इलाहाबाद के डाॅ0 भाष्कर शुक्ल, कुलभाष्कर आश्रम पी0जी0 काॅलेज इलाहाबाद के डाॅ0 श्री प्रकाश तथा श्री गांधी महाविद्यालय सिधौली सीतापुर के डाॅ0 संजीव कुमार शुक्ल को वर्ष 2017 का ‘शिक्षक श्री’ पुरस्कार प्रदान किया गया।
माध्यमिक शिक्षा विभाग के श्री हनुमत इण्टर काॅलेज धम्मौर सुल्तानपुर के प्रधानाचार्य डाॅ0 वेद प्रकाश आर्य, राजकरन वैदिक पाठशाला इण्टर काॅलेज फैजाबाद के प्रधानाचार्य डाॅ0 नीलकान्त वर्मा, एम0डी0 शुक्ला इण्टर काॅलेज लखनऊ के प्रधानाचार्य श्री हरि नारायण उपाध्याय, राजकीय इण्टर काॅलेज अकबरपुर अम्बेडकरनगर के प्रवक्ता डाॅ0 नन्द लाल यादव, मदन मोहन कनोडिया बालिका इण्टर काॅलेज फर्रूखाबाद की सहायक अध्यापिका श्रीमती इन्द्रा राठौर, सेठ वृन्दावन इण्टर काॅलेज कोंच जालौन के प्रधानाचार्य श्री ब्रज बल्लभ सिंह संेगर, अन्नपूर्णा इण्टर काॅलेज गोस्वलिया कुशीनगर के प्रधानाचार्य डाॅ0 शक्ति प्रकाश पाठक तथा जनता इण्टर काॅलेज सूजरा बागपत के प्रधानाचार्य श्री कृष्ण पाल सिंह तंवर को वर्ष 2016 के लिए राज्य अध्यापक पुरस्कार प्रदान किया गया।
इसी प्रकार, बेसिक शिक्षा विभाग की पू0मा0वि0 बहलना मुजफ्फरनगर की सहायक अध्यापिका श्रीमती गीता रानी, पू0मा0वि0 उत्तरगावां जौनपुर के सहायक अध्यापक श्री लाल बहादुर वर्मा, प्रा0वि0 इस्माइलपुर सीतापुर की प्रधान अध्यापिका सुश्री इम्बिसा तुल हसन रिजवी, पू0मा0वि0 भिटिया उस्का बाजार सिद्धार्थनगर के प्रधान अध्यापक श्री अरूणेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी, उ0प्रा0वि0 पांचली बुजुर्ग मेरठ के प्रधान अध्यापक श्री अय्यूब खान, पू0मा0वि0 पूरेमौहारी रायबरेली के सहायक अध्यापक श्री शिव शरण सिंह, प्रा0वि0 नं0-2 शाहजहांपुर मेरठ के प्रधान अध्यापक श्री शाहिद हसन, प्रा0वि0 सम्हई भदोही के प्रधान अध्यापक श्री मजीद उल्ला, पू0मा0वि0 उत्तरधोंना चिनहट लखनऊ की सहायक अध्यापिका कु0 पूर्णिमा श्रीवास्तव, पू0मा0वि0 साढ़ौली हरिया सहारनपुर की सहायक अध्यापिका श्रीमती विशाखा चैहान को वर्ष 2016 के लिए राज्य अध्यापक पुरस्कार दिया गया।
इसके अलावा, पू0मा0वि0 कौड़ीराम गोरखपुर के सहायक अध्यापक श्री अवधेश, छत्रपति शिवाजी स्मारक पू0मा0वि0 मुड़ियाखुर्द जीजाबाई नगर चिल्हिया सिद्धार्थनगर के प्रधान अध्यापक श्री राम चन्द्र चैधरी, पू0मा0वि0 पड़ैचा शाहजहांपुर के प्रधान अध्यापक श्री सुभाष चन्द्र मिश्र, उ0प्रा0वि0 सैदपुर कुरमियान बरेली के प्रधान अध्यापक श्री सन्तोष कुमार, प्रा0वि0 पिलख-2 कानपुर देहात के प्रधान अध्यापक श्री विक्रम सिंह, प्रा0वि0 काजीवाला बिजनौर की प्रधान अध्यापिका श्रीमती मिथलेश कुमारी तथा प्रा0वि0 कुन्हैड़ा गाजियाबाद के प्रधान अध्यापक श्री ईश्वर सिंह को भी वर्ष 2016 का राज्य अध्यापक पुरस्कार प्रदान किया गया।

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जनपद फर्रूखाबाद के जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्साधिकारी व जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को स्थानांतरित करने के निर्देश

Posted on 05 September 2017 by admin

जनपद फर्रूखाबाद में नवजात शिशुओं की मृत्यु पर चिंता व्यक्त करते हुए जिम्मेदार कार्मिकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश

शासन स्तर से उच्चस्तरीय टीम भेजकर घटना की तथ्यात्मक एवं तकनीकी छानबीन करायी जाएगी

उत्तर प्रदेश शासन के प्रवक्ता ने जनपद फर्रूखाबाद में नवजात शिशुओं की मृत्यु पर चिंता व्यक्त करते हुए जिम्मेदार कार्मिकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि शासन स्तर से उच्चस्तरीय टीम भेजकर घटना की तथ्यात्मक एवं तकनीकी छानबीन करायी जाएगी ताकि बच्चों की मृत्यु की वस्तुस्थिति का पता चल सके। प्रवक्ता ने कहा कि घटना को गम्भीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने जनपद फर्रूखाबाद के जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्साधिकारी व जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को स्थानांतरित करने के निर्देश दिए हैं।

यह जानकारी देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि 20 जुलाई से 21 अगस्त, 2017 के बीच जिला महिला चिकित्सालय फर्रूखाबाद में प्रसव हेतु 461 महिलाएं एडमिट की गईं, जिनके द्वारा 468 बच्चों को जन्म दिया गया। इनमें 19 बच्चे स्टिलबाॅर्न (पैदा होते ही मृत्यु हो जाना) थे। अवशेष 449 बच्चों में से जन्म के समय 66 क्रिटिकल बच्चों को न्यू बाॅर्न केयर यूनिट में भर्ती कराया गया, जिनमें से 60 बच्चों की रिकवरी हुई, शेष 06 बच्चों को बचाया नहीं जा सका।

इसके अलावा, 145 बच्चे विभिन्न चिकित्सकों एवं अस्पतालों से जिला महिला अस्पताल, फर्रूखाबाद के लिए रेफर किए गए, जिनमें से 121 बच्चे इलाज से स्वस्थ हो गए। इस प्रकार 20 जुलाई से 21 अगस्त, 2017 के बीच 49 नवजात शिशुओं की मृत्यु हुई, जिसमें 19 स्टिलबाॅर्न बच्चे भी हैं।

मीडिया में खबर आने के बाद जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में समिति बनाकर जांच करायी। समिति के निष्कर्षों से संतुष्ट न होने के बाद जिलाधिकारी द्वारा अपर जिलाधिकारी से मजिस्ट्रेटी जांच करायी गयी। उक्त के आधार पर जिलाधिकारी द्वारा प्राथिमिकी दर्ज करायी गयी है। डायरेक्टर जनरल मेडिकल हेल्थ ने बताया कि पैरीनेटल एस्फिक्सिया के कई कारण हो सकते हैं। मुख्यतः प्लेसेंटल ब्लड फ्लो की रुकावट भी हो सकती है। सही कारण तकनीकी जांच के माध्यम से ही स्पष्ट हो सकता है। प्रवक्ता ने कहा कि शासन स्तर से टीम भेजकर जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं ताकि बच्चों की मृत्यु के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके।

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अखिल भारतीय समन्वय बैठक

Posted on 02 September 2017 by admin

img-20170901-wa0012श्रीधाम वृंदावन में प्रारंभ हुई तीन दिवसीय समन्वय बैठक

img-20170901-wa0013राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक प.पू. श्री मोहन राव भागवत जी और सर कार्यवाह श्री भय्याजी जोशी द्वारा भारत माता की प्रतिमा को पुष्पार्चन कर शुक्रवार को त्रिदिवसीय समन्वय बैठक का प्रारम्भ हुआ।
img-20170901-wa0011
सह सरकार्यवाह श्री सुरेश जी सोनी ने बैठक की प्रस्तावना रखते हुए कहा कि भारत की प्राचीन आध्यात्मिक विचारधारा को लेकर हम सभी संगठन समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं। बदलते हुए विश्व परिदृष्य, देश की परिस्थति और अपने संगठन की स्थिति का योग्य आंकलन करते हुए हम सभी को अपने क्षेत्रों में आगे बढना है। किसी भी कार्य के उपेक्षा, विरोध और स्वीकार यह तीन पड़ाव होते है, पहले दो पड़ाव पार कर हम समाज में स्वीकृति का अनुभव कर रहे हैं। विश्व परिदृश्य, देश की वर्तमान स्थिति और अपने संगठन की सांगठनिक स्थिति का योग्य आकलन एवं समझ हो, इस हेतु से अनेक विषयों पर यहां तीन दिन में चर्चा होगी। अपने बहिर जगत और अंतर जगत के बीच समन्वय साधते हुए हमें परस्पर समन्वय के साथ आगे बढना है।

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मुख्यमंत्री ने बाढ़ आपदा राहत सामग्री के वाहनों को झण्डी दिखाकर रवाना किया

Posted on 29 August 2017 by admin

राज्य सरकार प्रदेश की बाढ़ प्रभावित जनता को राहत सामग्री उपलब्ध कराने के लिए गम्भीरता से कार्य कर रही है

बाढ़ से प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाने में सरकार के प्रयासों में विभिन्न संगठनों व समाज सेवियों की भागीदारी से राहत कार्य को गति मिलती है

राहत सामग्री प्रदेश के वित्त मंत्री के सौजन्य से उपलब्ध करायी गयी

press-8उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज अपने सरकारी आवास पर बाढ़ आपदा राहत सामग्री के वाहनों को झण्डी दिखाकर रवाना किया। जनपद गोरखपुर के बाढ़ प्रभावितों के लिए विभिन्न संगठनों द्वारा यह राहत सामग्री प्रदेश के वित्त मंत्री श्री राजेश अग्रवाल के सौजन्य से उपलब्ध करायी गयी। मुख्यमंत्री जी ने इसे बाढ़ राहत अभियान में एक महत्वपूर्ण सहयोग बताया। ज्ञातव्य है कि राहत सामग्री के प्रत्येक पैकेट में 5 किलो आटा, 5 किलो चावल, 5 किलो आलू के साथ-साथ दाल, नमक, बिस्किट, मोमबत्ती, माचिस आदि शामिल हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की बाढ़ प्रभावित जनता को राहत सामग्री उपलब्ध कराने के लिए गम्भीरता से कार्य कर रही है। बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाने में सरकार के प्रयासों में विभिन्न संगठनों व समाज सेवियों की भागीदारी से राहत कार्य को गति मिलती है। उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए विभिन्न संगठन और सामाजिक कार्यों से जुड़े लोग आगे आए हैं।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी सहित अन्य अधिकारी तथा जनपद शाहजहांपुर के श्री रामचन्द्र अग्रवाल एवं श्री रमाकान्त मोदी भी उपस्थित थे।

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मुख्यमंत्री ने वाराणसी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया

Posted on 28 August 2017 by admin

press-131चिकित्सा व्यवस्था में किसी भी स्तर पर
लापरवाही कतई नहीं होनी चाहिए: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने दवाओं की किसी भी स्तर पर कमी न होने देने की सख्त हिदायत दी

press-10उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अपने दो दिवसीय जनपद वाराणसी दौरे के दूसरे एवं अन्तिम दिन रविवार को पण्डित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों से उनका कुशलक्षेम पूछे जाने के दौरान मौके पर मौजूद मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं चिकित्सा अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि चिकित्सा व्यवस्था में किसी भी स्तर पर लापरवाही कतई नहीं होनी चाहिए।press-113
मुख्यमंत्री जी ने अस्पताल में कुल 365 दवाओं के सापेक्ष मात्र 100 से अधिक दवाओं की उपलब्धता होने की जानकारी होने पर उन्होंने अन्य आवश्यक दवाओं का शीघ्र व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ-साथ दवाओं की किसी भी स्तर पर कमी न होने देने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने अस्पताल के निशुल्क पैथाॅलॉजी सहित डिजिटल एक्स-रे आदि की भी जानकारी की। उन्होंने वार्डों में भर्ती मरीजों का हालचाल जानने के दौरान चिकित्सकों को नियमित रूप से मरीजों की देखभाल करने के निर्देश दिए। अस्पताल के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री जी ने चिकित्सकों एवं सर्जनों के उपलब्धता की भी जानकारी की।press-121
मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रतिदिन 10 से अधिक सर्जरी की जाती है, इस पर मुख्यमंत्री ने संतोष जताया। इस दौरान उन्होंने वार्डों में मरीजों के पास जाकर उनकी समस्याओं एवं अस्पताल द्वारा उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की भी जानकारी ली।

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मुख्यमंत्री ने जनपद वाराणसी के बड़ालालपुर में निर्माणाधीन प्रायोजित व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय का निरीक्षण किया

Posted on 28 August 2017 by admin

व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय बुनकरों की आर्थिक स्थिति में सुधार की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा: मुख्यमंत्री

305 करोड़ रु0 की लागत से होगा व्यापार
सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय का निर्माणpress-52

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद वाराणसी के बड़ालालपुर में निर्माणाधीन प्रायोजित व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों को काशी के मुख्य उत्पाद सिल्क की वस्तुओं को बढ़ावा दिए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने काशी में इस व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय के निर्माण की परिकल्पना इसी उद्देश्य से की थी, ताकि स्थानीय बुनकर आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल कर अपने सिल्क उत्पादों को आज के परिवेश के अनुरूप उत्पादित करें, जिससे बुनकरों को उनके उत्पाद का सही मूल्य प्राप्त हो सके और उनके जीवन स्तर में सुधार हो। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से यह व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय बुनकरों की आर्थिक स्थिति में सुधार की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।press-61
मुख्यमंत्री जी ने वाराणसी के हस्तशिल्पियों के लिए इस केन्द्र को वरदान बताते हुए कहा कि इससे वाराणसी ही नहीं आस-पास क्षेत्र के बुनकर अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर सकेंगे तथा उन्हें अपने उत्पादों का सही मूल्य मिलेगा। मुख्यमंत्री जी ने केन्द्र के पूरे परिसर में लगभग 1 घण्टे तक भ्रमण कर इसके अन्तर्गत स्थापित म्यूजियम, क्राफ्ट बाजार एवं प्रवेश प्लाजा के अलावा मुख्य द्वार का निरीक्षण किया। वाराणसी में केन्द्रीय वस्त्र मंत्रालय द्वारा 305 करोड़ रुपए की लागत से 43,445 वर्ग मीटर में व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय का निर्माण कराया जा रहा है।
निरीक्षण के दौरान प्रदेश के विधि, न्याय, सूचना, खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री डाॅ0 नीलकंठ तिवारी ने निर्माणाधीन व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री को विस्तार से अवगत कराते हुए बताया कि व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय का निर्माण कार्य 27 नवम्बर, 2015 से शुरू किया गया है। इसे सितम्बर, 2017 तक पूरा कराया जाना है। निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और फिनिशिंग कार्य भी अन्तिम चरण में है। इस प्रायोजित व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय का निर्माण कार्य प्रत्येक दशा में निर्धारित समय सीमा में पूरा करा लिया जाएगा।press-71
डाॅ0 तिवारी ने बताया कि बनारसी सिल्क एवं हथकरघा पूरे विश्व में प्रसिद्व है। इसमें लगभग 20000 हथकरघा के माध्यम से 60,000 हथकरघा बुनकरों की जीविका वाराणसी में जुड़ी हुई है। वाराणसी के हथकरघा एवं सिल्क उत्पाद को विकसित करने एवं बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय वाराणसी में उत्कृष्ट केन्द्र के रूप में निर्मित कराया जा रहा है। जो सम-सामयिक रूप से संस्थाओं द्वारा देश में स्थापित बेन्चमार्क एवं व्यवसायिक केन्द्रों के साथ तुलनीय है। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट द्वारा हथकरघा क्षेत्र को बढ़ावा एवं सम्बल प्रदान करने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा क्राफ्ट बाजार केन्द्र स्थापित है।
डाॅ0 तिवारी ने बताया कि इसका प्रमुख उद्देश्य है कि प्राचीन नगरी वाराणसी के समृद्ध क्राफ्ट संस्कृति में वृद्वि करना, हथकरघा एवं हस्तशिल्प ब्राण्ड के प्रदर्शन हेतु उचित वातावरण एवं प्लेटफार्म उपलब्ध कराना, व्यापार सुविधा केन्द्र में विदेशी क्रयकर्ताओं को व्यापार हेतु विविध एवं वृहद प्लेटफार्म उपलब्ध कराना तथा घरेलू एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन का विकास किया जाना है।press-9
देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा 22 दिसम्बर, 2016 को अपने वाराणसी दौरे के दौरान इस व्यापार सुविधा केन्द्र के अन्तर्गत स्थापित म्यूजियम, क्राफ्ट बाजार एवं प्रवेश प्लाजा का विधिवत् उद्घाटन किया जा चुका है। व्यापार सुविधा केन्द्र के अन्तर्गत बेसमेण्ट, ग्राउण्ड फ्लोर सहित तीन अतिरिक्त फ्लोर निर्मित किए गए हैं। दो स्तरीय बेसमेण्ट में लगभग 400 चार पहिया वाहन खड़ी करने की सुविधा है। भूतल पर कार्यालय के अतिरिक्त 11 मार्ट, कन्वेंशन सेण्टर, फूड कोर्ट, 14 दुकानें, पूछताछ केन्द्र, प्रवेश प्लाजा, आकर्षक एवं आधुनिक सुविधायुक्त गैलरी एवं लगभग 2000 लोगों की क्षमता का एम्फी थियेटर भी बनाया गया है।
प्रथम तल पर 13 मार्ट, 2 एटीएम, गैलरी, 2 रेस्तरा, 14 दुकानें, लाउंज, सिल्क गैलरी, कापेंट गैलरी तथा इतिहास एवं संगीत गैलरी मुख्य आकर्षण का केन्द्र है। द्वितीय तल पर व्यापार केन्द्र, बैठक कक्ष, व्यापार व सूचना का राष्ट्रीय केन्द्र, 4 दुकानें, 15 डाॅरमेट्री, कार्यालय, पुस्तकालय, रिकाॅर्ड रूम, चलचित्र हाॅल आदि की भी व्यवस्था सुनिश्चित किया गया है। जबकि तृतीय तल पर 13 कार्यालय एवं व्यापार केन्द्र के अतिरिक्त 15 अतिथि गृह काॅमन हाॅल, पैण्ट्री एवं कार्यालय बनाए गए हैं।press-45
निरीक्षण के दौरान विधायकगण श्री सौरभ श्रीवास्तव, श्री रवीन्द्र जायसवाल, सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव सूचना एवं पर्यटन श्री अवनीश कुमार अवस्थी तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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मुख्यमंत्री ने जनपद बलिया के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया

Posted on 26 August 2017 by admin

press-112बांसडीह तहसील के पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिंगही में बाढ़ प्रभावितों को राहत सामग्री व गृह अनुदान की धनराशि वितरित

बाढ़ से प्रभावित लोगों को शासन व प्रशासन द्वारा
हर सम्भव सहायता उपलब्ध करायी जायेगी: मुख्यमंत्री

लोकनायक जयप्रकाश नारायण के गांव जयप्रकाशनगर के पास हो रही
कटान को रोकने/नियंत्रित करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जाय

बाढ़ एवं आपदा प्रबन्धन के लिए पर्याप्त धनराशि प्रत्येक जनपद के पास उपलब्ध

बाढ़ प्रभावित लोगों को मदद करने में
आम जनमानस की सहभागिता होना बहुत जरूरी

800 बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री
व 24 लोगों को गृह अनुदान प्रदान किया गया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद बलिया के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने बांसडीह तहसील के पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिंगही में बाढ़ प्रभावितों को राहत सामग्री व गृह अनुदान की धनराशि वितरित करते हुए कहा कि बाढ़ से प्रभावित लोगों को शासन व प्रशासन द्वारा हर सम्भव सहायता उपलब्ध करायी जायेगी।
मुख्यमंत्री जी ने बाढ़ प्रभावितों के प्रति पूरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि बाढ़ से जन-हानि होने पर चार लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। बाढ़ में जिनके पक्के मकान ढ़ह/बह गये होंगे, उन्हें 95100 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। जिनके कच्चे मकान/झोपड़ी बाढ़ में बह गये होगें, उन्हें चिन्हित कर उनकी सूची बनाकर उन्हें सहायता उपलब्ध करायी जायेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिनकी फसलें नष्ट हुई है, उनकी भी सूची बनाकर राहत देना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को मदद करने में आम जनमानस की सहभागिता होना बहुत जरूरी है।press-44
योगी जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के 25 जनपद बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित है। राज्य सरकार द्वारा बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता के लिए पर्याप्त राहत सामग्री पहले से ही आवंटित की जा चुकी है। बाढ़ के स्थाई समाधान के लिए कार्य योजना बनाकर भारत सरकार को भेजी गयी है। बाढ़ से जन-धन की हानि को रोकने के लिए आवश्यकता के अनुरूप, पीएसी (फ्लड यूनिट) व एनडीआरएफ को लगाया गया है। जहां व्यापक प्रभाव पड़ा है, वहां आर्मी को भी लगाया गया है। यही नहीं, वायु सेना के हेलीकाप्टर से भी बाढ़ पीड़ितों की मदद की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाढ़ एवं आपदा प्रबन्धन के लिए पर्याप्त धनराशि प्रत्येक जनपद के पास उपलब्ध है। उन्होंने निर्देश दिये कि जिला प्रशासन हमेशा सतर्क व सजग रहे तथा बाढ़ पीड़ितों की हर सम्भव मदद करे। लोकनायक जयप्रकाश नारायण के गांव जयप्रकाशनगर के पास हो रही कटान को बेहद गम्भीरता से लेते हुए उन्होंने कहा कि वहां पर कटान रोकने/नियंत्रित करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जाय।
योगी जी ने अपने सम्बोधन में यह भी कहा कि राज्य सरकार गांव, गरीब, किसान, नौजवान, बहन-बेटियों के आर्थिक, सामाजिक व शैक्षिक उन्नयन के लिए लगातार प्रयत्नशील है। समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने लघु-सीमान्त किसानों के लिए फसल ऋण मोचन योजना का क्रियान्वयन पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ करने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश विकास के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले किसी भी अधिकारी/कर्मचारी को किसी भी दशा में माफ नही किया जायेगा। उन्होंने कहा कि शोहदों व शरारती तत्वों के साथ सख्ती से निपटा जाय। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि एण्टी रोमियो स्क्वायड प्रभावी ढ़ंग से अपने दायित्वों का निर्वहन करे। उन्होंने कहा कि अपराधियों के साथ सांठगांठ करने वाले पुलिस कर्मियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।
इस अवसर पर तहसील बांसडीह के चांदपुर, चितविसांव कला, केवरा, रामपुर नम्बरी व खेवसर गांवों के 800 बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री व 24 लोगों को गृह अनुदान (प्रति व्यक्ति रू0-4100) प्रदान किया गया। बाढ़ राहत वितरण कार्यक्रम को राज्य मंत्री (स्वन्त्रत प्रभार) श्री उपेन्द्र तिवारी, सांसद श्री रवीन्द्र कुशवाहा आदि ने भी सम्बोधित किया। जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री जी को जनपद में बाढ़ की स्थिति व आपदा राहत कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

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