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मा0 मुख्यमंत्री जी का आगरा भ्रमण कार्यक्रम

Posted on 01 April 2015 by admin

प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव 02 अप्रैल को लखनऊ से राजकीय वायुयान द्वारा खेरिया सिविल एयर पोर्ट अपरान्ह 12ः45 बजे पहुंचेगे, इसके पश्चात मा0 मुख्यमंत्री जी अपरान्ह 1ः20 बजे शमशाबाद स्थित महेश एडविल आॅयल इण्डस्ट्री की 5 वीं इकाई का शुभारम्भ करने के पश्चात अपरान्ह 2ः45 बजे प्रस्थान कर अपरान्ह 3ः15 बजे खेरिया सिविल एयरपोर्ट पहंुचकर राजकीय वायुयान द्वारा लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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सरकारी अधिकारी/कर्मचारी भी आधार नम्बर को वोटर कार्ड से लिंक करायें

Posted on 31 March 2015 by admin

उप जिला निर्वाचन अधिकारी/अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राजकुमार ने अवगत कराया है कि निर्वाचक नामावलियों को शत प्रतिशत सुधार के संबंध में राष्ट्रीय निर्वाचक नामावलियों के शुद्धीकरण एवं सत्यापन संबंधी कार्यक्रम  छम्त्च्।च् दिनांक 03 मार्च से 15 अगस्त तक लान्च किया गया है। आयेाग के निर्देशानुसार शासकीय एवं अर्द्ध शासकीय कार्यालयों के अधिकारी/कर्मचारी अपने कार्यालय के कम्प्यूटर का प्रयोग कर अपने समस्त स्टाफ एवं अपने परिवार के अन्य सदस्यों के भी निर्वाचक नामाबली के डाटा बेस से आधार नम्बर के लिंकिंग करने के लिए मतदाताओं के आधार नम्बर की फीडिंग कर फोटो पहचान पत्र से लिकिंगिंग करने का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाना है। उन्होंने बताया कि आयोग ने मतदाताओं द्वारा फोटो पहचान पत्र के डाटा से अधार नम्बर की लिकिंग करने के लिए आॅन लाइन प्रक्रिया के अंतर्गत सर्वप्रथम ीजजचरूध्ध्ूूूण्दअेचण्पदध् के माध्यम से छंजपवदंस टवजमते ैमतअपबम च्वतजंस ;छटैच्द्ध पर जायें तत्पश्चात उपलब्ध टैब्स में से  थ्ममक ल्वनत ।कींत छनउइमत पर क्लिक करें। क्लिक करने के पश्चात एक फार्म ओपन होगा जिस पर आधार में नाम, मतदाता पहचान पत्र क्रमांक, आधार नम्बर, मोबाइल नम्बर या ई-मेल आई डी सूचनाओं को भरने के बाद उसे ेनइउपज करने पर आपका आधार निर्वाचक नामाबली के डाटाबेस से लिंक हो जायेगा यदि आपने मोबाइल संख्या या ईमेल आई डी से संबंधित सूचना भरी है तो आधार लिकिंग के बारे में  ंबादवूसमकहमउमदज  आ जायेगा।
उन्होंने जनपद में स्थित सरकारी/अर्द्ध सरकारी विभागों के कार्यालयाध्यक्षों से इस राष्ट्रीय कार्य में अपना सहयोग प्रदान करके अपने अधीनस्थ अधिकारी/कर्मचारियों के द्वारा नेट या मैसेज के माध्यम से अपने मचपब को आधार से लिंक कराने का अनुरोध किया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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नगर निगम सीमा में केवल सीएनजी वाहन ही वैध होंगे

Posted on 31 March 2015 by admin

ओम प्रकाश सिंह, सम्भागीय परिवहन अधिकारी ने सूचित किया है कि यह तथ्य संज्ञान में आया है कि जनपद में अधिकांश डीजल टैक्सी/प्राइवेट वाहन आगरा के लोकल दर्शनीय स्थलों में सवारियों के ढोने का कार्य करते है। इस सम्बंध में आगरा शहर की नगर निगम सीमा के अंतर्गत केवल सीएनजी टैक्सी से सवारियां ढोने के संचालन की अनुमति है। अतः वाहन स्वामी किसी भी असुविधा से बचने के लिए केवल सीएनजी टैक्सी परमिट वाहनों का ही प्रयोग करें।
उन्होंने स्कूली बच्चों के अभिभावकों से भी अनुरोध  किया है कि वे नये शैक्षणिक सत्र में अपने बच्चों को स्कूल आने-जाने के लिए असुरक्षित अनधिकृत आटो रिक्सा एवं बिना परमिट की स्कूल वाहनों में न भेजें। केवल अधिकृत स्कूल वाहनों से ही बच्चों को स्कूल भेजें। अनधिकृत वाहनों के विरूद्ध अभियान चलाया जायेगा जिन्हें चलने से बन्द किया जायेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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आगरा महानगर में 6 मई तक धारा 144 लागू रहेगी

Posted on 31 March 2015 by admin

आगरा महानगर में 6 मई तक के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है, इस क्रम में अपर जिलाधिकारी नगर राजेशकुमार श्रीवास्तव द्वारा जारी आदेश के अंतर्गत सार्वजनिक स्थानों पर बिना अनुमति के किसी प्रकार की झांकी, जुलूस, धरना प्रदर्शन नहीं किया जा सकेगा, सार्वजनिक मार्गों पर जाम नहीं लगाये जा सकेंगे, सार्वजनिक स्थानों पर लाउडस्पीकर, साउण्ड प्रतियोगिता एवं ध्वनि विस्तारक यन्त्रों का बिना क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट की अनुमति के प्रयोग नहीं करेगा। यह आदेश आगरा महानगर में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों पर लागू होगा। उपरोक्त आदेश की किसी धारा या अनुच्छेद का उल्लंघटन भारतीय दण्ड विधान की धारा 188 के अंतर्गत दण्डनीय अपराध होगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण फिल्म समारोह जेपी सभागार कैम्पस, डॉ बी आर अम्बेडकर विश्वविद्यालय में उद्घाटन समारोह के साथ शुरू हुआ।

Posted on 27 March 2015 by admin

अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण फिल्म समारोह जेपी सभागार कैम्पस, डॉ बी आर अम्बेडकर विश्वविद्यालय में उद्घाटन समारोह के साथ शुरू हुआ। मुख्य अतिथि प्रोफेसर मोहम्मद थे जेपी सभागार में छात्रों और विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों के शिक्षकों ने भाग लिथा। वर्तमान पर्यावरण कार्यकर्ताओं और मीडिया पेशेवरों की एक बड़ी संख्या में थे। इस अवसर पर, ष्प्राचीन जलष्, नियती सेंगर और अमरेश कुमार सिंह द्वारा अंग्रेजी में एक सोलह मिनट फिल्म महोत्सव का उद्घाटन फिल्म के रूप में प्रदर्शित किया गया। फिल्म, ष्प्राचीन जलष्, जिनके जीवन में यह आसपास का आयोजन कर रहे लोगों के माध्यम से यमुना की कहानी सुनाते हैं।

उद्घाटन समारोह का मुख्य आकर्षण आगरा से ग्रीन राजदूत के रूप में श्री अंबर विशाल का सम्मान भी शामिल है। उन्होंने कहा कि बच्चों और महिलाओं को सुरक्षित, स्वच्छता प्रथाओं और उत्तर प्रदेश में कचरे को फिर से उपयोग के बीच समुदाय पर्यटन, पर्यावरण के अनुकूल दृष्टिकोण और प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए अपने प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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आचार्य नरेन्द्र देव स्मृति भू-अधिग्रहण बिल 2015 विरोधी पदयात्रा

Posted on 23 March 2015 by admin

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से काशी विद्यापीठ तक छात्रों-प्रोफेसरों-नागरिकों की पदयात्रा
नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा अपने विवादास्पद भू-अधिग्रहण अध्यादेश, 2014, में नौ संशोधनों के तथा 13 ऐसे कानूनों को भू-अधिग्रहण बिल के अंतर्गत लाना जिनके तहत भू-अधिग्रहण हो सकता है लेकिन वे पहले बाहर रखे गए थे के बावजूद इस बिल का मूल चरित्र किसान विरोधी ही बना हुआ है। इसलिए हम तमाम जन संगठन, राजनीतिक दल व छात्र, प्रोफेसर व नागरिक इसका विरोध करते हैं और मांग करते हैं निम्न कारणों से इसे अस्वीकृत किया जाए।

ऽ    भले ही सरकार अपने लिए ही भूअर्जन करे किंतु 70 प्रतिशत किसानों की सहमति के प्रावधान को खत्म करना गलत है।
ऽ    बिना सामाजिक प्रभाव आंकलन के भू-अधिग्रहण नहीं होना चाहिए।
ऽ    स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा रहा है कि सिंचित बहुफसली जमीन अधिग्रहित नहीं की जाएगी, जो खाद्य सुरक्षा के लिए जरूरी है।
ऽ    प्रत्येक विस्थापित परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की बात पहले भी रही है किंतु भारत में अभी तक किस परियोजना में ऐसा हुआ है? जो बात कही नहीं जाती वह है कि योग्यता होने पर हीे नौकरी मिलेगी।
ऽ    पांच साल तक भूमि का कोई उपयोग न होने पर वह किसान को लौटा दी जाएगी को संशोधन में शामिल नहीं किया गया है।
ऽ    औद्योगिक गलियारे के नाम सड़क या रेल लाइन के दोनों तरफ 1 कि.मी. भूमि जो कितना भी लम्बा हो सकता है ली जा सकती है।
ऽ    सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश कि मुआवजा न्यायालय में या बैंक खाते में दिया जाए अब अनिवार्य नहीं है।
ऽ    यदि कोई अधिकारी कुछ गलत करता है तो उसके विभाग की अनुमति के बगैर उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही हो सके इस प्रावधान को भी शामिल नहीं किया गया है।

यानी सरकार ने अधिनियम में सुधार के नाम पर इसे और जन विरोधी बना दिया है। यदि सरकार को जमीन चाहिए ही तो पहले से अधिग्रहित जमीन, विशेष आर्थिक क्षेत्र के नाम पर अधिग्रहित जमीन, बंद पड़े उद्योगों की जमीन, रेल, सेना व अधिकारियों के अंग्रेजों के जमाने में बने बंगलों की अतिरिक्त जमीनें पहले ली जाएं।

किसान विरोधी भू-अधिग्रहण बिल को वापस करवाने की मांग को लेकर आचार्य नरेन्द्र देव, जो काशी हिन्दू विश्वविद्यालय व काशी विद्यापीठ दोनों के ही कुलपति रहे, की स्मृति में एक पदयात्रा का आयोजन किया गया।

इस यात्रा में गुमटी व्यवसायी कल्याण समिति, साझा संस्कृति मंच, जन आंदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय, लोक समिति, प्राकृतिक कृषि अभियान, इंडियन पीपुल्स फ्रंट, भगत सिंह छात्र मोर्चा, समाजवादी जन परिषद, सोशलिस्ट छात्र सभा, सोशलिस्ट किसान सभा व सोशलिस्ट पार्टी (इण्डिया) के सदस्यों और आम छात्र, प्रोफेसरों व नागरिकों ने भाग लिया। उन्नाव जिले से सोशलिस्ट किसान सभा के प्रदेष संयोजक अनिल मिश्र विषेष रूप से इस यात्रा में भाग लेने आए थे।

अनिल मिश्र ने कहा कि किसान की जिदंगी बद से बदत्तर होती जा रही है। उसकी जमीन को छीनना उसकी आजादी के साथ खिलवाड़ है। वर्तमान सरकार अंग्रजों के जुल्म को भी पीछे छोड़ना चाहती है। किसान तो पहले से ही पीडि़त है। उसको अपनी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलता, खाद, पानी मिलने में दिक्क्त आती है, प्रकृति के प्रकोप का शिकार बनता है और कर्ज न चुका पाने पर आत्महत्या भी कर लेता है। जिस विकास में किसान की भागीदारी होनी चाहिए वह उसकी कीमत पर क्यों किया जाना जरूरी है?

काषी विद्यापीठ के प्रोफेसरों राम प्रकाष द्विवेदी, अनिल उपाध्याय, संजय, रमन पंत व काषी हिन्दू विष्वविद्यालय से डाॅ. संदीप पाण्डेय ने इस आयोजन में भाग लिया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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जल संरक्षण संगोष्ठी का आयोजन ;अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी ने यमुना मुक्तीकरण अभियान के आंदोलन का समर्थन कियाद्ध

Posted on 23 March 2015 by admin

मार्च विश्व जल दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी के तत्वाधान मैं पश्चिमपुरी में जल संरक्षण संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमे समाज के जल प्रेमियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी ने यमुना मुक्तीकरण अभियान के तहत यमुना नदी की सफाई व इसमें अविरल जल प्रवाह की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन का समर्थन किया। और केन्द्र सरकार से हथिनीकुंड बैराज से यमुना जल की एक अविरल धारा छोड़ने की मांग की।
जल संरक्षण संगोष्ठी मैं अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी के सम्पादक मानसिंह राजपूत विचार व्यक्त करते हुये कहा कि सृष्टि की रचना के साथ ही प्रकृति ने हमें निर्बाध रूप से हवा, पानी व प्रकाश प्रचुरता में उपलब्ध कराया है। प्राणी मात्र के लिए प्रकृति प्रदत्त पंचतत्व अमूल्य हैं। सृष्टि रचना में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। अतः प्रकृति के नियमों के तहत ही हमें इनका उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा की देश में पानी की कमी नही है, बल्कि इसके संरक्षण एवं रखरखाव के लिये पारम्परिक तरीके जैसे तालाब, बावडिया आदि को पुनर्जीवित कर तथा शहरों के अन्धाधुन्द विकास पर नियन्त्रण करते हुये ग्रामीण विकास की नीति को अपनाते हुए इसके संरक्षण सम्वर्धन की नीति समग्र बनायी जाए।
अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी के उपसम्पादक ब्रहमानंद राजपूत ने कहा की विश्व जल दिवस दिन है पानी बचाने के संकल्प का दिन। पानी के महत्व को जानने का दिन और पानी के संरक्षण के विषय में समय रहते सचेत होने का दिन। आँकड़े बताते हैं कि विश्व के 1.5 अरब लोगों को पीने का शुद्ध पानी नही मिल रहा है। प्रकृति जीवनदायी संपदा जल हमें एक चक्र के रूप में प्रदान करती है, हम भी इस चक्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। चक्र को गतिमान रखना हमारी जिम्मेदारी है, चक्र के थमने का अर्थ है, हमारे जीवन का थम जाना। प्रकृति के खजाने से हम जितना पानी लेते हैं, उसे वापस भी हमें ही लौटाना है। हम स्वयं पानी का निर्माण नहीं कर सकते अतः प्राकृतिक संसाधनों जैसे हमारी प्रमुख नदिया गंगा, यमुना को दूषित न होने दें और पानी को व्यर्थ न गँवाएँ यह प्रण लेना आज के दिन बहुत आवश्यक है। इसके साथ ही उन्होंने भूमिगत जल स्तर की निरन्तर कमी पर भी चिंता व्यक्त की।
ब्रहमानंद राजपूत ने कहा कि आगरा में यमुना को स्वच्छ बनाए रखने और उसके संरक्षण के लिए जरूरत है एक दृढ संकल्प की। यमुना का आधार धार्मिक, आर्थिक और सांस्कृतिक है। इस नदी का गौरवशाली इतिहास रहा है, इसलिए यमुना को प्रदूषण मुक्त कर उसकी गरिमा लौटने की मुहिम यमुना किनारे बसे हुये लोगों को चलानी चाहिये जिससे की देश की अंधी सरकारों का इस ओर ध्यान आकर्षित हो सके। उन्होंने देशभर के सभी बुध्दजीवियों से कहा है कि वे यमुनातट पर बसे लोगों को यमुना की दुर्दशा के बारे में बताएं और उन्हें जागरूक करें। बडे उद्योगों और शहरों की गंदगी और प्रवाह पथ में गतिरोध यमुना प्रदूषण का बडा कारण है। यमुना की धारा को अविरल, निर्मल तथा आचमन लायक बनाने का जिन संतों ने बीडा उठाया है उनका सभी ब्रजवासियो को तन मन धन से समर्थन करना चाहिए। यमुना करोडों लोगों की प्यास बुझाती है और लाखों लोगो को रोजगार देती है आज जल दिवस के दिन सभी लोगों को जल संरक्षण के साथ-साथ यमुना संरक्षण का संकल्प लेना चाहिये।
पवन राजपूत ने जोर देते हुए कहा की समय आ गया है जब हम वर्षा का पानी अधिक से अधिक बचाने की कोशिश करें। बारिश की एक-एक बूँद कीमती है। इन्हें सहेजना बहुत ही आवश्यक है। यदि अभी पानी नहीं सहेजा गया, तो संभव है पानी केवल हमारी आँखों में ही बच पाएगा। पहले कहा गया था कि हमारा देश वह देश है जिसकी गोदी में हजारों नदियाँ खेलती थी, आज वे नदियाँ हजारों में से केवल सैकडों में ही बची हैं। कहाँ गई वे नदियाँ, कोई नहीं बता सकता। नदियों की बात छोड दो, हमारे गाँव-मोहल्लों से तालाब आज गायब हो गए हैं, इनके रख-रखाव और संरक्षण के विषय में बहुत कम कार्य किया गया है।
समाज सेवी बाबा दौलत राम ने कहा की पानी का महत्व भारत के लिए कितना है यह हम इसी बात से जान सकते हैं कि हमारी भाषा में पानी के कितने अधिक मुहावरे हैं। आज पानी की स्थिति देखकर हमारे चेहरों का पानी तो उतर ही गया है, मरने के लिए भी अब चुल्लू भर पानी भी नहीं बचा, अब तो शर्म से चेहरा भी पानी-पानी नहीं होता, हमने बहुतों को पानी पिलाया, पर अब पानी हमें रुलाएगा, यह तय है। सोचो तो वह रोना कैसा होगा, जब हमारी आँखों में ही पानी नहीं रहेगा? वह दिन दूर नहीं, जब सारा पानी हमारी आँखों के सामने से बह जाएगा और हम कुछ नहीं कर पाएँगे।
इसके साथ ही सभा मैं उपस्थित सभी लोगों से जल संरक्षण के लिए शपथ दिलाई गयी। संगोष्ठी मैं समाज के प्रमुख गण्मान्य व्यक्तियों सहित महिलाओं, बच्चों ने बडी तादाद मैं हिस्सा लिया। संगोष्ठी मैं अरबसिंह राजपूत, प्रभावसिंह, लवली लोधी, दुष्यंत राजपूत, मोरध्वज, लोकेश राजपूत, विष्णु लोधी, नीतेश लोधी, जीतेन्द्र, दीपक, राजवीर आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

जल संरक्षण संगोष्ठी का आयोजन ;अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी ने यमुना मुक्तीकरण अभियान के आंदोलन का समर्थन कियाद्ध
आगरा। 22 मार्च विश्व जल दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी के तत्वाधान मैं पश्चिमपुरी में जल संरक्षण संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमे समाज के जल प्रेमियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी ने यमुना मुक्तीकरण अभियान के तहत यमुना नदी की सफाई व इसमें अविरल जल प्रवाह की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन का समर्थन किया। और केन्द्र सरकार से हथिनीकुंड बैराज से यमुना जल की एक अविरल धारा छोड़ने की मांग की।
जल संरक्षण संगोष्ठी मैं अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी के सम्पादक मानसिंह राजपूत विचार व्यक्त करते हुये कहा कि सृष्टि की रचना के साथ ही प्रकृति ने हमें निर्बाध रूप से हवाए पानी व प्रकाश प्रचुरता में उपलब्ध कराया है। प्राणी मात्र के लिए प्रकृति प्रदत्त पंचतत्व अमूल्य हैं। सृष्टि रचना में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। अतः प्रकृति के नियमों के तहत ही हमें इनका उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा की देश में पानी की कमी नही हैए बल्कि इसके संरक्षण एवं रखरखाव के लिये पारम्परिक तरीके जैसे तालाबए बावडिया आदि को पुनर्जीवित कर तथा शहरों के अन्धाधुन्द विकास पर नियन्त्रण करते हुये ग्रामीण विकास की नीति को अपनाते हुए इसके संरक्षण सम्वर्धन की नीति समग्र बनायी जाए।
अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी के उपसम्पादक ब्रहमानंद राजपूत ने कहा की विश्व जल दिवस दिन है पानी बचाने के संकल्प का दिन। पानी के महत्व को जानने का दिन और पानी के संरक्षण के विषय में समय रहते सचेत होने का दिन। आँकड़े बताते हैं कि विश्व के 1ण्5 अरब लोगों को पीने का शुद्ध पानी नही मिल रहा है। प्रकृति जीवनदायी संपदा जल हमें एक चक्र के रूप में प्रदान करती हैए हम भी इस चक्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। चक्र को गतिमान रखना हमारी जिम्मेदारी हैए चक्र के थमने का अर्थ हैए हमारे जीवन का थम जाना। प्रकृति के खजाने से हम जितना पानी लेते हैंए उसे वापस भी हमें ही लौटाना है। हम स्वयं पानी का निर्माण नहीं कर सकते अतः प्राकृतिक संसाधनों जैसे हमारी प्रमुख नदिया गंगाए यमुना को दूषित न होने दें और पानी को व्यर्थ न गँवाएँ यह प्रण लेना आज के दिन बहुत आवश्यक है। इसके साथ ही उन्होंने भूमिगत जल स्तर की निरन्तर कमी पर भी चिंता व्यक्त की।
ब्रहमानंद राजपूत ने कहा कि आगरा में यमुना को स्वच्छ बनाए रखने और उसके संरक्षण के लिए जरूरत है एक दृढ संकल्प की। यमुना का आधार धार्मिकए आर्थिक और सांस्कृतिक है। इस नदी का गौरवशाली इतिहास रहा हैए इसलिए यमुना को प्रदूषण मुक्त कर उसकी गरिमा लौटने की मुहिम यमुना किनारे बसे हुये लोगों को चलानी चाहिये जिससे की देश की अंधी सरकारों का इस ओर ध्यान आकर्षित हो सके। उन्होंने देशभर के सभी बुध्दजीवियों से कहा है कि वे यमुनातट पर बसे लोगों को यमुना की दुर्दशा के बारे में बताएं और उन्हें जागरूक करें। बडे उद्योगों और शहरों की गंदगी और प्रवाह पथ में गतिरोध यमुना प्रदूषण का बडा कारण है। यमुना की धारा को अविरलए निर्मल तथा आचमन लायक बनाने का जिन संतों ने बीडा उठाया है उनका सभी ब्रजवासियो को तन मन धन से समर्थन करना चाहिए। यमुना करोडों लोगों की प्यास बुझाती है और लाखों लोगो को रोजगार देती है आज जल दिवस के दिन सभी लोगों को जल संरक्षण के साथ.साथ यमुना संरक्षण का संकल्प लेना चाहिये।
पवन राजपूत ने जोर देते हुए कहा की समय आ गया है जब हम वर्षा का पानी अधिक से अधिक बचाने की कोशिश करें। बारिश की एक.एक बूँद कीमती है। इन्हें सहेजना बहुत ही आवश्यक है। यदि अभी पानी नहीं सहेजा गयाए तो संभव है पानी केवल हमारी आँखों में ही बच पाएगा। पहले कहा गया था कि हमारा देश वह देश है जिसकी गोदी में हजारों नदियाँ खेलती थीए आज वे नदियाँ हजारों में से केवल सैकडों में ही बची हैं। कहाँ गई वे नदियाँए कोई नहीं बता सकता। नदियों की बात छोड दोए हमारे गाँव.मोहल्लों से तालाब आज गायब हो गए हैंए इनके रख.रखाव और संरक्षण के विषय में बहुत कम कार्य किया गया है।
समाज सेवी बाबा दौलत राम ने कहा की पानी का महत्व भारत के लिए कितना है यह हम इसी बात से जान सकते हैं कि हमारी भाषा में पानी के कितने अधिक मुहावरे हैं। आज पानी की स्थिति देखकर हमारे चेहरों का पानी तो उतर ही गया हैए मरने के लिए भी अब चुल्लू भर पानी भी नहीं बचाए अब तो शर्म से चेहरा भी पानी.पानी नहीं होताए हमने बहुतों को पानी पिलायाए पर अब पानी हमें रुलाएगाए यह तय है। सोचो तो वह रोना कैसा होगाए जब हमारी आँखों में ही पानी नहीं रहेगाघ् वह दिन दूर नहींए जब सारा पानी हमारी आँखों के सामने से बह जाएगा और हम कुछ नहीं कर पाएँगे।
इसके साथ ही सभा मैं उपस्थित सभी लोगों से जल संरक्षण के लिए शपथ दिलाई गयी। संगोष्ठी मैं समाज के प्रमुख गण्मान्य व्यक्तियों सहित महिलाओंए बच्चों ने बडी तादाद मैं हिस्सा लिया। संगोष्ठी मैं अरबसिंह राजपूतए प्रभावसिंहए लवली लोधीए दुष्यंत राजपूतए मोरध्वजए लोकेश राजपूतए विष्णु लोधीए नीतेश लोधीए जीतेन्द्रए दीपकए राजवीर आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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वोटर कार्ड के साथ आधार कार्ड लिंक करायें

Posted on 20 March 2015 by admin

अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) राजकुमार  ने अवगत कराया कि जनपद आगरा के अन्तर्गत पड़ने वाल 86-एत्मादपुर, 87-आगरा कैन्टोनमेन्ट (अ0जा0), 88-आगरा दक्षिण, 89-आगरा उत्तर,90-आगरा ग्रामीण (अ0जा0), 91-फतेहपुर सीकरी, 92-खेरागढ़, 93 फतेहाबाद एवं 94-बाह विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों के मतदाताओं को सूचित किया है कि  फोटो पहचान पत्र को आधार कार्ड से लिंक किया जा रहा है। पोलिंग स्टेशनवार नियुक्त बीएलओ घर-घर जाकर संबंधित मतदाताओं से निर्धारित प्रारूप अनुबंध-क पर फोटो पहचान-पत्र नम्बर एवं आधार कार्ड नम्बर आदि की सूचना एकत्रित करेंगे।
उन्होंने सभी मतदाताओं से कहा कि वह अपने फोटो पहचान पत्र एवं आधार कार्ड की एक-एक छायाप्रति बीएलओ को घर आने पर उपलब्ध करादें, जिससे बीएलओ अनुबंध -क पर अपेक्षित सूचना भरकर तैयार सक सकें। उन्होंने बताया कि मतदाता भी बमवनजजंतचतंकमेीण्दपब ण्पद पर छ।ज्प्व्छ।स् टव्ज्म्त्ै ैम्त्टप्ब्म् च्व्त्ज्।स् पर क्लिक कर मिमक लवनत ंकींत दनउइमत पर क्लिक कर अपना नाम, मतदाता पहचान पत्र संख्या, आधार नम्बर, मोबाइल नम्बर, ई-मेल आईडी यदि कोई हो, को फीड कर दज्र्र कर सकते है। अथवा अपने मोबाइल से 51969 पर एसएमएस कर दर्ज करा सकते है।
उन्होंने बताया कि किसी मतदाता का नाम एक से अधिक स्थान पर मतदाता सूची में पंजीकृत है वह स्वेव्छा से अपना नाम एक स्थान पर कराना चाहता है तो निर्धारित फार्म-7 पर आवेदन कर सकते है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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प्रदेश सरकार की नई पहल गरीब बच्चे भी पढ़ेंगे, कान्वेन्ट स्कूलों में फार्म 16 अप्रैल तक बीएसए कार्यालय में जमा करें

Posted on 20 March 2015 by admin

जिलाधिकारी पंकज कुमार ने बताया है कि प्रदेश सरकार द्वारा बनाई गई नई नीति के अनुसार गैर सहायतित मान्यता प्राप्त विद्यालयों में निर्धारित श्रेणी के अन्तर्गत आने वाले गरीब परिवारों के बच्चों को जनपद में स्थापित/संचालित कान्वेन्ट स्कूलों में कुल संख्या के 25 प्रतिशत बच्चों का प्रवेश कराना अनिवार्य होगा।
उन्होंने बताया कि निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 में प्राविधानित व्यवस्था के अनुसार अपवंचित समूह के अन्तर्गत अलाभित समूह की श्रेणी में अनुसूचित जाति/जनजाति, सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्ग तथा निःशक्त बच्चे एवं एचआईवी अथवा कैंसर पीडि़त माता-पिता अथवा अभिभावक का बच्चा या निराश्रित बेघर बच्चा तथा कमजोर वर्ग के अन्तर्गत दुर्बल वर्ग की श्रेणी में जिसके माता-पिता या संरक्षक गरीबी रेखा के नीचे, विकलांग, वृद्वावस्था, विधवा पेंशन प्राप्त करते हैं या जिनकी अधिकतम वार्षिक आय 01 लाख रू0 तक हो। उन्होंने बताया कि निर्धारित श्रेणी के अन्तर्गत आने वाले कक्षा 01 से 08 तक के छात्र-छात्राओं के आवेदन पत्र जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्राप्त कर अंतिम तिथि 16 अप्रैल 2015 तक जमा किये जायेंगे।
विद्यालय में लिये जाने वाले शुल्क की प्रतिपूर्ति विद्यालय को शासनादेश की शर्तों के अनुसार राज्य सरकार द्वारा की जायेगी। वार्ड में एक से अधिक मान्यता प्राप्त विद्यालय उपलब्ध होने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रवेश हेतु विद्यालय आवंटित किया जायेगा। इसमें यह भी ध्यान रखा जायेगा कि बच्चे को यथा संभव निवास के निकटतम विद्यालय में प्रवेश दिलाया जाये।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओमकार सिंह ने बताया है कि जो पात्र अभिभावक अपने बच्चों का कान्वेंट स्कूलों में दाखिला कराना चाहते है, उसकी विस्तृत जानकारी किसी भी कार्यदिवस में उनके कार्यालय से सम्पर्क कर प्राप्त की सकती है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मुस्लिम समस्याऐं सरकार तक नहीं पहुंचती हैं: रज़्ज़ाकी

Posted on 19 March 2015 by admin

आॅल इंडीया उलेमा काउंसिल जि़ला गाजि़याबाद की एक बैठक जलालपूर में मौलाना इसलाूुद्वीन कासमी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें मुख्य अतिथ के रूप में उलेमा काउंसिल के रा0 अध्यक्ष मौलाना एजाज़ अहमद खान रज़्ज़ाकी उपस्थित थे, बैठक को संबोधित करते हुये मौलाना एजाज़ अहमद खान रज़्ज़ाकी ने कहा की मुस्लिम समस्याओं के समाधान के लिये प्रदेश सरकार चिंतित है,पर सरकार तक मुस्लिम समस्याऐं नहीं पहुचती हैं, मौलाना एजाज़ अहमद खान रज़्ज़ाकी ने आगे कहा की वक़्फ़ बोर्ड  की भूमी की हिफ़ाज़त , मुस्लिम बाहुल क्षेत्रों के लिये कब्रीस्तान की वयवस्था , दंगा रोकने के लिये ठोस संविंधान , 18 प्रतिशत मुस्लिम आरक्षण आदी, विषय को लेकर उलेमा काउंसिल एक सम्मेलन का आयोजन करने जा रही है, जिसमें सरकार के रूबरू मुस्लिम समुदाय की परेशानियों को विस्तार से रखा जायेगा बैठक में मौलाना गैय्यूर अहमद कासमी ,मौलाना मो0 ज़करिया, मौलाना मो0 आबिद कासमी, मौलाना मो0  फारूक, सलीम गाज़ी, इरफान सैफी, एराज़ कुरैशी, इरफान अब्बासी, कारी मो0 हनीफ, हकीम महबूब खान, मुफति मेहताब आलम कासमी, आदी ने मुख्य रूप से भाग लिया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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