Posted on 15 April 2013 by admin
थाना क्षेत्र कुडवार के ग्राम बहुबरा में भीषण अग्निकांड से तबाह हुए पीडित परिवारो को राहत का सिलसिला जारी है वही देर रात आग बुझाने के दौरान मलबे मे नीचे दबा क्षत विक्षप्त शव बरामद हुआ । शव की शिनाख्त गुलबास सुत ननकू यादव के रुप मे की गयी जिनकी उर्म्र ६५ वर्ष है सुबह जब एस.डी.एम. सदर ने गांव पीडित परिवार का जायजा लिया और राहत कोष देने का निर्देश दिया । जिसमें मृतक परिवार को किसान बीमा के रुप में ५ लाख और दैवी आपदा राहत में डेढ लाख रुपये अनुदान देने के निर्देश दिया और चन्दन वर्मा की लडकी की शादी के लिए ५००० रु० का अनुदान दिया । जिसमें विधायक अबरार अहमद और जि.प.स. राजकुमार यादव, अखिलेश तिवारी ने हर सम्भव मदद करने का वादा किया ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 15 April 2013 by admin
सुलतानपुर की तरफ से बनारस की तरफ कालीन लाद कर जा रही टाटा ४०७ अनियत्रित होकर सुबह पलट गई जिससे गाडी ड्राइवर, खलासी एवं एक व्यापारी घायल हो गये ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुलतानपुर की तरफ से टाटा ४०७ गाडी नम्बर यू०पी०३० ए ८१३८ कालीन लादकर बनारस की तरफ जा रही थी लम्भुआ कोतवाली से ३० मीटर के दूरी पर मोहन आर्ट के सामने एन.एच.५६ पर टाटा गाडी पलट गयी जिसमे तीन लोग घायल हो गये । घायलो को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लम्भुआ में भर्ती करा दिया गया है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 15 April 2013 by admin
भारतीय नर्व वर्ष की पूर्व संध्या पर आयोजित अष्ठम विराट कवि सम्मेलन का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डा० महेन्द्र प्रताप सिंह एवं पूर्व मंत्री अनिल तिवारी द्वारा दीप प्रज्जवलन व मां भारती के चित्र पर पुष्पार्चन कर किया गया कार्यव्रहृम की अध्यक्षता डा० जे.पी. सिंह व संचालन पूर्व जिला उपाध्यक्ष अजय जायसवाल ने किया ।
मुख्य अतिथि डा० महेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने उदबोधन मे कहा भारतीय नव वर्ष की प्रासंगिकता पर विस्तार से चर्चा करते हुये कहा कि भारतीय संस्कृति में सदभाव, उदारता व सामाजिक समरक्षता का संगम अदभुत है भारतीय संस्कृति का विश्व मे प्रचार प्रसार किया जिससे युवाओ को नई दिशा दी । उन्होने युवाओं का आह्वान किया कि वह देश के विकास में योगदान कर जन्म का कर्ज उतारे ।
विशिष्ट अतिथि पूर्व मंत्री अनिल तिवारी ने अपने उदबोधन में कहा भारतीय संस्कृति पर अत्याचार, अनादर व चोट करने वालो को सबक अवश्य मिलेगा । कार्यक्रम के अध्यक्ष डा० जे.पी.सिंह ने कार्यव्रहृम के आयोजक प्रवीन अग्रवाल व आये हुए सम्मानित कार्यकर्ताओं व जनता को भारतीय नव वर्ष पर शुभकामनाये दी तथा कहा कि पाश्यात्य संस्कृति के पैरोकारो को समझाना होगा की भारतीय संस्कृति व संस्कार एक दूसरे को जोडने का काम करते है ।
दूसरे सत्र का संचालन कर रहे रामचन्द्र मिश्रा ने आये हुए कवियों का परिचय कराया तथा पालिकाध्यक्ष प्रवीन अग्रवाल व आयोजक मंडल के सदस्यों ने साल, माला व बैच लागाकर कवियों को सम्मानित किया । कवि सम्मेलन की अध्यक्षता कवि जाहिल सुल्तानपुरी तथा संचालन सीतापुर से आये हुए कवि कमलेश मौर्या मृदुल ने नववर्ष में हर्ष मिले सबको, इस राष्ट्र को कीर्रि्त अपार मिले । प्रभु राम का मन्दिर जो बनवा सके केन्द्र में वह सरकार मिले, के गीत के साथ शुरुवात की तथा कवियत्री अर्चना अर्चय जबलपुर की सरस्वती की वन्दना के साथ कवि सम्मेलन का प्रारम्भ हुआ । लखनउहृ से आये वाहिद अली वाहिद ने जब अन्तराष्ट्रीय आतंकवाद पर गीत कविता ‘चमन मे रहो तो गुलाब की तरह, वरना टांग दिये जाओगे कसाब की तरह’ सुनाई तो पंडाल तालियो की गड़गड़ाहट से गूंज उठा । हास्य रस के कवि के०डी० शर्मा ‘हाहाकारी‘ ने वर्तमान सरकार की योजना पर कटाक्ष किया ‘दस बीस दुकाने है जिनकी बम्बई और कलकत्त्ता में, ओनकै लडि़का लाइन लगाये है बेरोजगारी भत्त्ता में’ ।
पालिका अध्यक्ष प्रवीन अग्रवाल ने सभी आये हुए कवियों, नेताओं, सम्मानित जनता व कार्यकर्ताओं को भारतीय नर्व वर्ष की हार्दिक बधाई व धन्यवाद दिया । कार्यव्रहृम में भाजपा जिला अध्यक्ष करुणा शंकर द्विवेदी, डा. एम.पी.सिंह, रामचन्द्र मिश्रा, डा. आर.ए.वर्मा, नागेन्द्र सिंह, डा. रमाशंकर मिश्रा, जगजीत सिंह, सुमन सिंह, बविता जायसवाल, डा० सीताशरण त्रिपाठी, शशीकान्त पाण्डेय, शिवाकान्त मिश्रा, संजय सिंह, सुशील त्रिपाठी आदि सैकडो लोग मौजूद रहे ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 15 April 2013 by admin
जनपद सुलतानपुर शिक्षा मित्र संघ का एक प्रतिनिधि मण्डल अनुपम शुक्ला जिला अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ के नेतृत्व में डायट प्रचार्य से मुलाकात करके परीक्षा की तिथि निर्धारित करवाने की मांग की थी जिस पर डायट प्रचार्य द्वारा जल्द ही कार्यवाही करवाने का आश्वासन दिया गया था ।
इस पर कार्यवाही करते हुए परीक्षा तिथि घोषित होने से सभी शिक्षा मित्रों ने हर्ष प्रकट किया प्रथम बैच थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा ३, ४ मई को एवं द्वितीय बैच फस्ट सेमेस्टर २९ अप्रैल को निर्धारित किया गया है । जिसके लिए उत्त्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ ने एक बैठक कर अभार प्रकट किया ।
बैठक मे शैलेन्द्र प्रताप सिंह जिला संरक्षक, धर्मेन्द्र शुक्ला जिला महामंत्री, विजय लक्ष्मी, सुमन सिंह, मंजू मिश्रा, दिलशाद, प्रमोद दूबे, राजेश मिश्रा, प्राज्जली श्रीवास्तव, प्रदीप तिवारी आदि मौजूद रहे ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 15 April 2013 by admin
जनपद की नगर पालिका परिषद मे अब मूलभूत सुविधाओं की भी महीनों फरियाद करनी पडती है । हैरत है कि शुद्ध पेयजल मुहैया कराने को पालिका परिषद अपने सभी वार्डो के नागरिको से हाउस टैक्स के साथ साथ वाटर शुल्क भी प्रतिवर्ष वसूल करती है वो भी जितना हाउस टैक्स उतना ही वाटर टैक्स उससे भी ज्यादा ।
आश्चर्य की बात यह है जो शायद आन न जानते हो वाटर टैक्स वसूली उन मकान मालिको से भी लिया जाता है जिनके घर से २०० मीटर दूर पेयजल पाईप लाईन ८ फिट गहरे जमीन के नीचे से गुजरी होती है जिसके बारे मे केवल सुना जा सकता है पाइप लाईन दिखेगी भी नही मगर वाटर टैक्स तो देना ही होगा हैरत है कि पालिका को इस नियम को कोई भी जन प्रतिनिधि बदलवाता भी नही है ।
सरकार है कि आये दिन घोषणा करती है कि प्रदेश के सभी नागरिको को शुद्ध पेयजल मुहैया कराया जायेगा सपा ने तो दो हाथ आगे बढ कर जुबानी समाज सेवा की घोषणा कर दी अब सपा जिलाध्यक्ष भी १०० हैण्डपाईप पूरे जिले मे लगवा सकेगें मगर हैण्ड पाईप लगवाने भर से काम नही चलेगा । नगर मुख्यालय पर कई दर्जन हैण्ड पाईप खराब पडे है मगर न तो उनकी कोई मरम्मत करने वाला है न ही उन खराब हैण्ड पाईपो को बनाने वाला ही कोई दिखता है पालिका परिषद जिसका एक अनुभाग जलकल है आजकल पूर्णतया एक काहिल और लापरवाह हाथों मे है जहां न तो कार्य दिवसो में कर्मचारी दिखते है न प्रभारी महीनों की शिकायत पर कोई ध्यान देने वाला नही है । उसका कारण है कि जलकल प्रभारी सहायक अभियंता आशीष त्रिवेदी है और लम्बे कमीशन पर ही इनकी कलम और इंट्रेस्ट जगता है अभी चन्द एक सप्ताह में ही तीन तीन ट््यूबेल जल गये जिन्हे पुनरू बनवाने के लिए लगभग कई हजार का व्यारा न्यारा किया जाता है ।
इस काम को रोटेशन मे ज्यादा धन कमाने का जरिया बना लिया है प्रभारी और कर्रि्मयो ने यही कारण है कि हैण्ड पाईप जैसे छोटे काम जिसमें कुछ भी नही मिलता है उसको नही कराया जाता जिस क्षेत्र का ट््यूबेल जलता है वहां के निवासी त्राहि त्राहि कर रहे है । मामला विवेक नगर का है जहां पर कई हैण्ड पाईप खराब है मगर न तो कोई देखने वाला न सुनने वाला सभी ट््यूबेल की रिपेंरिंग कैसे बडे कमीशन वाले खेल मे जुटे है । अब तो पालिका के श्रमिक शोषण के चलते मजदूर भी काम नही करना चाहते तो बेलदारो की बात दूसरी है । ३० रु० प्रतिदिन की दिहाडी और काम पूर्णतया तकनीकी कौन करेगा यही कारण है कि समस्या आने पर मजदूर भी ढूढे नही मिलते मगर इन पालिका अधिकारियों का रवैया नही बदल रहा है भले ही आजम खान जैसे एक साथ कई मंत्री सरकार बना दे । अब देखना है कि इस भीषण गर्मी मे और वैक्टर जनित मौसम भी कैसे शुद्ध पेयजल पालिका उपलब्ध कराती है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 15 April 2013 by admin
१२ अप्रैल । जर्जर विद्युत लाइनो के भरोसे इलाके में विद्युत आपूर्ति हो रही है। तीन चार दशक पुरानी लाइनों मे आये दिन कोई न कोई समस्या उत्पन्न्न होती रहती है जिससे प्रायः विद्युत आपूर्ति प्रभावित रहती है।
उधर के०एन०आई० उपकेन्द्र से लगभग सौ सवा सौ गांवो को विद्युत आपूति की जा रही है। पूरे क्षेत्र मे लगभग डेढ सौ कि०मी० लम्बे विद्युत तारो का जाल फैला है लगभग तीन चार दशक पूर्व स्थापित विद्युत लाइनो की अब तक एक बार भी मरम्मत न होने से विद्युत व्यवस्था की दशा बदहाल हो चुकी है।
क्षेत्र के पन्न्ना टिकरी, भदैयां, जगदीशपुर, बेलासदा, पखरौली आदि गांवो के विद्युत तार काफी पुराने हो चुके है और कही कही पर लकडी की बल्लियां लगाई है इन गांवो के तार तो पुराने हो चुके है किसी पोल पर लगाये गये लकडी पर इन्सुलेटर नीचे लटक गये है और पोल पर लगे कास आर्म भी सड चुके है कई स्थानो पर कास आर्म की जगह लकडी के डण्डे बांधे गये है।
विजली के तारो ने झूलो का रूप ले लिया है इतना ही नही कई स्थानो पर तो तार नीचे लटक गये है जिससे किसी भी समय दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। पोल पर लगे हुए इन्सुलेटर भी सुरक्षित नही है। क्षेत्र मे एक साथ हर जगह पर बिजली नही रहती कही न कही तो फाल्ट बना ही रहता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 15 April 2013 by admin
१२ अप्रैल । जनपद सुलतानपुर से होकर गुजरने वाली शारदा सहायक नहर में पूरे दिन तैर कर बहती हुई लाश पहेली बनी हुई है । आखिरकार उक्त लाश सुबह मुसाफिरखाना क्षेत्र से जनपद सुलतानपुर में बहते हुए प्रवेश कर गई जनपद के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को उक्त लाश के बहने की सूचना के बावजूद भी लाश निकालने की कोशिस नही की गई । सभी पुलिस अधिकारी अभी तक अपने अपने थाना क्षेत्र से लाश को पार करने का इन्तजार करते रहे । शाम तक लाश पीपरपुर थाना क्षेत्र जनपद अमेठी में पहुच गई । लगता है पुलिस प्रशासन व प्रशासनिक अधिकारी संवेदना शून्य हो चुके है । समाचार लिखे जाने तक किसी भी थाना क्षेत्र के पुलिस अधिकारी द्वारा लाश को नहर से नही निकाला गया ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 15 April 2013 by admin
१२ अप्रैल । जनपद मे निजी स्कूलो व शिक्षा अधिकारियो के गठजोड के चलते स्कूलो मे रंग बिरंगी किताबो व कापियां मनमानी रेट पर जबरन छात्रो को बेची जा रही है ।
हैरत है कि सरकार कानून व अध्यादेश किसके लिये बनाती है जबकि शिक्षा विभाग शासन के नियमो और अधिनियमो को मानता ही नही जिला बेसिक शिक्षा अधिनियमो व उनकी ए.बी.एस.ए. की टीम स्वयं इस काले धंधे मे लिप्त है।
कभी भी किसी विद्यालय का निरीक्षण नही किया जाता न ही कभी इस गोरखधंधो पर रोक लगायी जाती है और तो और शिक्षा विभाग किसी भी तरह के विद्यालयो को मान्यता दे देता है चाहे मानक पूरे करते हो या नही।
शिक्षा का अधिकार अधिनियमो का इन नियंत्रणहीन अधिकारियो के नजर मे कोई मायने नही है निजी विद्यालय प्राईवेट प्रकाशन की उहृंचे मूल्य की छपी किताबो को फुल रेट पर बच्चो के अभिभावको को अपने विद्यालय से ही खरीदने पर मजबूर करते है।
टाई, ड्रेस, जूता, मोजा, बेल्ट, डायरी, बस्ता तक अपनी भारी कमीशन खोरी कर बेंच रहे है दरियापुर व महुअरिया स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल कर्मचारी स्वयं स्कूल से हजारो रुपये मे सामान बेंच रहे है न वाणिज्यकर न आयकर न शिक्षा विभाग न जिला प्रशासन कोई भी इस धांधले गर्दी को नही रोकना चाहता स्कूल नही शिक्षा की दुकान बन गई है जिसके संरक्षक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी है ।
कारण साफ है कि शासन का साफ दिशा निर्देश है निजी स्कूलो के लिए मगर सब कुछ होते हुए भी शायद ही किसी स्कूल के खिलाफ इन अधिकारियो ने कोई कार्यवाही की हो या मान्यता रद्द की हो और तो और नगर शिक्षा अधिकारी कार्यालय को यह भी नही मालूम कि कितने निजी अंग्रेजी स्कूल नगर मे चल रहे है।
उनकी मान्यता है कि नही वो कौन से नियमो के तहत चल रहे है नही मालूम शिक्षा विभाग के बाबुओ और अधिकारी के सिर्फ अपने कमीशन से मतलब कुछ विद्यालय ऐसे है जिनका पता कही का स्कूल चल कही रहा है।
मान्यता के समय लगभग सभी ने शिक्षण शुल्क नगण्य दिखाया है मगर रसीद काट कर भारी भरकम फीस वसूली जा रही है। क्या यह कानूनन आर्थिक अपराध नही है मानक की ऐसी तैसी कर सब कुछ किया जा रहा है सी०बी०एस०ई० बोर्ड, यू०पी० बोर्ड की किताबें है ही नही मथुरा आगरा बदायूं प्रकाशन की चिकने पन्न्ने की किताबें भारी मूल्य के प्रिंट रेट पर स्कूल बेच रहे है उसके एवज मे ६० प्रतिशत तक कमीशन एडवांस लिया जाता है।
जब कि उन किताबो की विषय वस्तु न तो सी०बी०एस०ई० बोर्ड लायक है न यू०पी० बोर्ड लायक है यानि कि शिक्षा जैसे पाक साफ क्षेत्र मे आर्थिक अपराध ने जड जमा ली है कारण कुछ नही विभाग व प्रशासन स्वयं सरकार व कानून को निजी स्वार्थ में बेच डाल रहा है।
चाहकर भी सपा सरकार इन शिक्षा अधिकारियो व निजी स्कूलो के गठजोड़ को तोड नही पा रही है खामियाजा बेचारी जनता भुगत रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 15 April 2013 by admin
१२ अप्रैल । नगर की सडको को चैडा कराने एवं सड़कों के बीच डिवाइडर बनवाना निश्चय ही प्रशासन का सराहनीय कार्य है परन्तु इन मार्गो पर आवागमन की व्यवस्था पूर्णतः ठीक ढंग से न करा पाना प्रशासन की बहुत बडी असफलता है । मार्गो को चैडा कराने का प्रशासनिक उद्देश्य तो आवागमन को आसान बनाना था लेकिन इन मार्गो का अधिकांश भाग गाडियों की पार्रि्कग के रुप मे इस्तेमाल हो रहा है ।
इस हकीकत को नगर की किसी भी सडक पर आसानी से देखा जा सकता है ऐसे मे तो यही अंदाजा लगता है कि प्रशासन जान बूझकर इन तथ्यों की अनदेखी कर रहा है । बस स्टैड से लेकर गोलाघाट तक सडको को यातायात हेतु अच्छी तरह से परिमार्जित किया गया लेकिन इसके रखरखाव की जिम्मेदारी से मुंह मोड लिया गया है अवंतिका जलपान गृह, सवेरा होटल और बैड बाक्स की दुकानो के सामने यातायात हेतु बनी सडको का अधिकांश हिस्सा पार्रि्कग या कहे अवैध पार्रि्कग के रुप मे इस्तेमाल हो रहा है ।
मोटर साइकिल और चार पहिया वाहन इस तरह से यहीं खडे किये जाते है कि आने जाने वाले लोगो और वाहनो के लिए नाममात्र की जगह बचती है परिणाम स्वरुप दिन भर जाम की समस्या झेलनी पडती है । आगे बढें तो ठीक यही हाल रमाशंकर मार्केट के सामने है । सडक के दूसरे किनारे पर प्राइवेट सवारी वाहनो का अनाधिकृत स्टैड । और आगे बढे तो गोलाघाट स्थित आई. सी.आई.सी.आई. बैंक और अगल बगल की दुकानो के सामने भी अवैध रुप से दिनभर दो पहिला और चार पहिया वाहनो द्वारा सडक का भरपूर उपयोग पार्किग हेतु दिनभर किया जाता है ।
हैरानी की बात ये है कि यह स्थिति जिलाधिकारी निवास के ठीक सामने की है तो बाकी जगह की बात ही क्या । जिलाधिकारी हो सकता है इस स्थिति से अनजान हो क्योकि बंद गाडी में बैठकर आने जाने मे उन्हे पता ही नही लगता होगा कि आस पास क्या स्थिति है । इन सारी स्थितियों को देखकर यातायात पुलिस प्रशासन की कर्तव्य विमुखता ही सिद्ध होती है या फिर से माना जाय कि सक्षम अधिकारियों और कर्मचारियों के उहृपर वर्कलोड इतना ज्यादा है कि उन्हे यह सब दिखाई ही नही दे रहा है । कुछ भी हो नगर की सूरते हाल यही है शासन प्रशासन की सफलता असफलता का निर्णय आप खुद करिये । प्रत्यक्ष को प्रमाण की क्या आवश्यकता ?
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 10 April 2013 by admin
9 अप्रैल । जनपद के पुलिस कप्तान को जनपद की जनता ना ही जानती है न पहचानती है हमेशा जनता और फरियादियों से रहता है पर्दा जब किसी सपा नेता की हत्या होती है तो मजबूरी मे निकलते है कप्तान ।
उन्ही के नक्से कदम पर चल रहे दरोगा से लेकर एडिशनल तक डी०जी०पी० शर्मा जी के तो पूरे प्रदेश की जनता अनजाने ही देखकर पहचान लेगी मगर जनपद के पुलिस कप्तान को तो बावर्दी भी जनता नही पहचानती । ये जनता की मित्र पुलिस है अगर फरियादी इनसे मिलने इनके आफिस जाये तो जाये कैसे ये केैसे आराम तलब अधिकारी है लू, धूप, गहन अंधकार मे नही निकलते शोर पसन्द नही है अगर फरियादी जोर जोर से बोला तो कोतवाल को बुला कर लाटी चार्ज करवा देगें । अगर मीडिया को कैमरे का प्लैश चमका को और भी बुरा उसे तो पिटवाना ही है हां अगर कोई सपा नेता की हत्या होती है और सपा विधायक जिलाध्यक्ष वगैरह रोडजाम करते है तो एडिशनल को भेज दिया जाता है वर्ना दरोगा व होमगार्ड तो है ही काम चल जायेगा ।
हालात यह है कि जनपद मे इन्हे मुख्यमंत्री द्वारा आयात कर लाये हुए बमुस्किल २ माह होने को है शायद ही किसी थाने या शहर की चैकी भी देखी हो शहर के मोहल्ले या सार्वजनिक क्षेत्र की जानकारी हो हालत यह है कि शायद ही सभी पुलिस कर्मी इन्हे बाई फेस पहचानते हो तब क्यो न बिगडे जिले के हालात पुलिस के अफसर स्वयं काली फिल्मो वाले शीशे युक्त गाडियों में गुजरते है हूटर और अर्दली ही इनकी पहचान बन गये है वर्ना इन्हे पहचानना ही मुस्किल है जनपद मे इनके अल्प प्रवास के दौरान ही ग्यारह हत्याएं हो चुकी है जो कि पूरे जनपद के विभिन्न थानो से संवधित है मगर आज तक एक होमगार्ड भी दण्डित नही किया गया न ही यह जानने की कोशिश की गई कि जिले मे थाना वार कितने नामचीन अपराधी है और उन की क्या पोजीशन है ।
लगातार दिन दहाडे गोलियां चलती है हत्यायें होती है उन्हे मात्र थाने की जी०डी० मे संकलित किया जाता है या जब भीड सत्त्ताधारी नेताओं के साथ खुद अपनी संस्कार की कानून व्यवस्था से पीडित हो धरने पर बैठ जाते है तो निकलते है हमारे मिटटी के शोकेश शेर और सरकारी पारिवारिक लाभ और किसान बीमाधन देकर जनता को शांत कराते है वो भी मल्टी विटामिन उपजिलाधिकारियों के जरिये वर्ना एक दिन में जिले के हालात विगड जाये ।
हैरत तो तब होती है जब कि इतना सब कुछ होने के बावजूद भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ऐेसी कौन सी मजबूरी है जो आम जनता के साथ साथ सपा के यादव नेताओं की जघन्य हत्याओं पर चुप्पी साधे है और पुलिस अधीक्षक समेत इन शोकेश ब्रांड अधिकारियों को जिले मे ऐश करने के लिए बैठा रखे है आखिर और कितने यदुवंशियों की संख्या पूरी होेने पर संज्ञान लेगें हमारे यदुवंश सिरमौर अखिलेश यादव जी अपराधियों की फौज बैखौफ होकर बीते २८ मार्च से ही घनश्याम यादव की हत्या के बाद ही ३ अप्रैल को उतरी गांव सभा जो कि सपा के कददावर नेता पूर्व एम.एल.सी.शैलेन्द्र प्रताप सिंह के नाम से विख्यात है के बेनी पुरवा के जवाहर यादव की नृसंस हत्या से भी नही थके तो ६ अप्रैल को ही मलिकपुर नोनरा के पूर्व प्रधान रमाशंकर यादव की दुर्लभ से दुर्लभ तरीके से हत्या पर जिले का सपा संगठन सडक पर आ गया और २५ लाख मुवाअजा तथा सरकारी नौकरी की मांग की गई वहां भी सरकारी मल्टी विटामिन दे रोड जाम हटवाया गया और आज जनपद के सभी दलो के यदुवंशियों की हुंकार तिकोनिया पार्क मे गूंजी सभी ने दलो के दलदल से उपर उठकर यादव महासभा के बैनर तले सरकार की कानून व्यवस्था को और यादव सिरमौर अखिलेश यादव की चुप्पी पर आव्रहृोश व्यक्त किया । वक्ताओं मे जिले मे हो रही हत्याओं को पुलिस निष्क्रियता करार दे कठोर कार्यवाही की मांग की है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com