Posted on 01 November 2014 by admin
उ0प्र0 के वन, खेल तथा युवा कल्याण राज्य मंत्री श्री फरीद महफूज किदवई ने आज यहां कैपिटल सेन्टर, हजरतगंज लखनऊ के हाल में उ0प्र0 चेस स्पोर्टस एसोसियेशन द्वारा आयेाजित पाॅचवी इण्टरनेशनल रेटिग आल इण्डिया ओपेन चेस चैम्पियनशिप का उद्घाटन किया। उन्होंने शतरंज की खिलाड़ी सुश्री आयुशी जायसवाल के साथ शतरंज खेलते हुए उसका उत्साहवर्धन किया और उसे ख्याति प्राप्त शतरंज खिलाड़ी का दर्जा प्राप्त करने का आशीर्वाद दिया। उन्होंने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी शतरंज खिलाडि़यों को कामयाबी के लिए दुआयें दी।
राज्य मंत्री श्री किदवई ने समस्त उपस्थित शतरंज खिलाडि़यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार खेल तथा खिलाडि़यों को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में शतरंज के खेल को विशिष्ट पहचान दिलाने, शतरंज के खेल को बढ़ावा देने तथा शतरंज के खिलाडि़यों को प्रेरित, प्रोत्साहित करते हुए उन्हंे भी अन्य खेलों की तरह हर संभव सुविधायें उपलब्ध कराने में पूर्ण सहयोग करेगी।
श्री किदवई ने कहा कि शतरंज का खेल दिमाग़ से खेला जाता है। इससे दिमाग की पूरी कसरत हो जाती है और दिमाग तेज तथा मजबूत होता है। दिमाग की तेजी से खिलाड़ी तथा शतरंज प्रेमियों को बड़ा आनन्द मिलता है। इस खेल के जरिये लोग अपने जीवन की तमाम मुश्किलों को बिना किसी भय एवं घबराहट से साहस, धैर्य एवं शांतिपूर्ण ढंग से हल कर लेते है। उन्होंने कहा भारत शतरंज के खेल में विश्व चैम्पियन बन चुका है। भारत के मशहूूर शतरंज खिलाड़ी श्री विश्वनाथ आनन्द विश्व चैम्पियन है। लखनऊ की सरजमी भी शतरंज के खेल से जुड़ी है। उन्होंने शतरंज के खिलाडि़यों का हौसला बढ़ाते
हुए कहा कि 5 साल से 100 साल के सभी व्यक्ति शतरंज के बेहतरीन खिलाड़ी हो सकते हैं यह खेल दिमाग की ताकत से खेला जाता है।
डा0 नीरज बोरा ने कहा कि शतरंज खिलाडि़यों को बढ़ावा देने हेतु वर्ष 2015 में उ0प्र0 शतरंज एसोसियेशन द्वारा आगामी अन्तर्राष्ट्रीय रेटिग हेतु शतरंज टूर्नामेंट का आयोजन किया जायेगा। आगामी वर्ष के माह जुलाई में नेशनल चेस की अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता का भी आयोजन लखनऊ में किया जायेगा। उन्हांेने कहा कि उ0प्र0 में शतरंज के खिलाडि़यों को ग्रेंड मास्टर बनाते हुए नेशनल चैम्पियन के साथ अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व विजेता बनाने की सार्थक पहल की जा रही है।
कार्यक्रम के आयोजक श्री हर्षवर्धन अग्रवाल, श्री एस0के0रायजादा नीरज गुप्ता, सईद, नदीम रहमान आदि ने शतरंज के खेल की खूबियों, ख्ेाल को बढ़ावा देने, खिलाडि़यों को प्रोत्साहित करने की दिशा में यू0पी0 चेस स्पोर्टस एसोसियेशन के योगदान की जानकारी शतरंज खिलाडि़यों को दी। आयोजकों एवं समस्त खिलाडि़यों ने श्री किदवई का हार्दिक स्वागत किया। स्मृति चिन्ह भेंट किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 01 November 2014 by admin
- एन0सी0सी0 विभाग के कर्मचारी सैन्य अधिकारियों के अधीन कार्य नहीं करेंगे।
- सैन्य अधिकारी कर्मचारियों का उत्पीड़न करते है।
- कार्यालय के साथ घर पर भी काम कराते हैं।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, उ0प्र0 के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भूपेश अवस्थी ने बताया उ0प्र0 एन0सी0सी0 तृतीय श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने मा0 मुख्यमंत्री, मा0 मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव माध्यमिक को पत्र लिख सैन्य अधिकारियों के अधीनस्थ कार्य करने पर असमर्थता व्यक्त की है।
एन0सी0सी0 संघ के पदाधिकारियों ने अपने पत्रों के माध्यम से मा0 मुख्यमंत्री, महोदय के संज्ञान में लाया गया है कि एन0सी0सी0 विभाग में सैन्य अधिकारियों के अधीनस्थ कार्यरत राज्य कर्मचारियों का सैन्य अधिकारियों द्वारा विभिन्न प्रकार से उत्पीड़न किया जा रहा है, पदोन्नति, स्थानान्तरण सेवा संबंधी मामलों में शासन द्वारा निर्गत शासनादेशों का अनुपालन नहीं किया जाता है, विभाग में वित्तीय अनियमित्ताओं में सेना की नीतियों के आधार पर सेना के अधिकारियों द्वारा गठित जाॅच कमेटी (कोट आफ इन्क्वायरी) करते हुए केवल व केवल राज्य कर्मचारियों को दोषी ही ठहराते हुए उनका आर्थिक तथा मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है, बात-बात पर अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों (महिला कर्मचारियों सहित) से अपशब्दों का प्रयोग किया जाता है तथा कभी-कभी उनके द्वारा उत्तेजित होकर कर्मचारियों को मारा तक जाता है, कर्मचारियों द्वारा अपनी बात रखने पर उन्हें उनके गृह जनपद से मनमाने ढंग से स्थानान्तरण पर उनका आर्थिक व मानसिक शोषण किया जा रहा हैं।
उ0प्र0 एन0सी0सी0 विभाग में सैन्य अधिकारियों द्वारा राज्य कर्मचारियों का हित यह कहते हुए इंकार किया जाता है कि राज्य कर्मचारियों का हित उनके द्वारा नहीं किया जा सकता है तथा शासन व प्रशासन द्वारा समस्त राज्य कर्मचारियों की उपेक्षा यह समझते हुए की जाती है कि एन0सी0सी0 विभाग में कार्यरत सिविल कर्मचारी केन्द्रीय कर्मचारी होते है। एन0सी0सी0 विभाग में कार्यरत राज्य कर्मचारियों की स्थिति बड़ी ही दयनीय है। एन0सी0सी0 विभाग में सैन्य अधिकारियों के अधीनस्थ कार्यरत राज्य कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान न तो विभाग स्तर पर किया जा रहा है और न ही शासन स्तर पर जिसके कारण कर्मचारियों में रोष व्याप्त है तथा यह आन्दोलित व आक्रामक हो रहे हैं।
एन0सी0सी0 संघ के पदाधिकारियों ने अपनी मुख्य माॅंग यह रखी है कि एन0सी0सी0 विभाग में राज्य कर्मचारियों संबंधित प्रशासनिक कार्यों के निष्पादन हेतु प्रान्तीय प्रशासनिक सेवा के किसी भी अधिकारी की नियुक्ति एन0सी0सी0 विभाग में करायी जाये तथा राज्य कर्मचारियों की स्थानान्तरण की नीति के अनुसार माध्यमिक शिक्षा अनुभाग-10 से स्थानान्तरण किया जाना सुनिश्चित किया जाये, एन0सी0सी0 विभाग में राज्य कर्मचारियों संबंधित जाॅच में जिला अधिकारी महोदय द्वारा नियुक्त प्राधिकारी को सदस्य के रूप में रखा जाना अनिवार्य किया जाये जिससे कि जाॅच में पारदर्शिता लायी जा सके।
परिषद के उपाध्यक्ष ने कहा उ0प्र0 एन0सी0सी0 तृतीय श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ उत्पीड़न के विरूद्ध आन्दोलन करेंगें। सरकार को चेतावनी देते हुए कहा यदि एक माह के अन्दर सरकार निर्णय नहीं करती तो प्रदेश व्यापी आन्देालन, किया जाएगा। परिषद एन0सी0सी0 विभाग के कर्मचारियों के आन्दोलन को पूर्ण समर्थन प्रदान करेगी।
एन0सी0सी0 कर्मचारी संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष कौशल किशोर भारद्वाज ने कहा कर्मचारी मानसिक एवं सामाजिक तथा आर्थिक शोषण के शिकार हैं, तथा बीमार भी हो गए है, यदि सरकार ने 30 में कार्यवाही नहीं करेगी तो विवश होकर आन्दोलन किया जाएगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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