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हिंदू धर्म में कर्म योग अथवा कर्म मार्ग अध्यात्म का मार्ग है, जो ‘आकांक्षा से रहित होकर उचित समय पर उचित कार्य करने’ पर बल देता है: मुख्यमंत्री

Posted on 07 August 2017 by admin

भगवान बुद्ध के तीनों महत्वपूर्ण उपदेश धम्मम् शरणम् गच्छामि,संघम् शरणम् गच्छामि तथा बुद्धम् शरणम् गच्छामि तत्कालीन परिस्थितियों के साथ-साथ आज भी प्रासंगिक हैं

उत्तर प्रदेश में भगवान बुद्ध से जुड़े स्थलों को बौद्ध सर्किट के माध्यम से जोड़ने का काम किया जा रहा है, जिससे देश-विदेश के पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को भगवान बुद्ध से जुड़े इन स्थलों तक पहुंचने में आसानी होगी

प्राचीन भारतीय दर्शन, प्रतिक्रिया देने से पूर्व दूसरों की
मनःस्थिति तथा विचार प्रक्रिया को समझने पर बल देता है

हमारी परंपरा में ऐसे अनेक उदारहण हैं, जहां तलवार की नोक पर किसी के विचार थोपने के स्थान पर विचारों के आदान-प्रदान को सर्वश्रेष्ठ साधन माना गया है

धम्म के वास्तविक स्वरूप को समझने के लिए
भगवान बुद्ध के अष्टांग मार्ग को जानना और अपनाना जरूरी है

विश्व की विभिन्न संस्थाओं पर एक गुरुतर दायित्व आ पड़ा है कि वे
विश्व में आपसी सहयोग एवं समन्वय स्थापित कर हर नागरिक में
पर्यावरण को लेकर एक चेतना जाग्रत करने का प्रयास करें

म्यांमार की पावन धरती पर कदम रखकर मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूंः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने म्यांमार के यांगून नगर में आयोजित ‘संवाद’ कार्यक्रम को सम्बोधित किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज म्यांमार के यांगून नगर में आयोजित ‘संवाद’ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि हिंदू धर्म में कर्म योग अथवा कर्म मार्ग अध्यात्म का मार्ग है, जो ‘आकांक्षा से रहित होकर उचित समय पर उचित कार्य करने’ पर बल देता है। मुक्ति के इस मार्ग पर सफलतापूर्वक चलने के लिए आत्मचेतना तथा आत्मबोध की आवश्यकता होती है, और हम सभी को ज्ञान का मार्ग दिखाने के लिए तथागत, जिन्हें भगवान बुद्ध के रूप में पूजते हैं, से उत्तम मार्गदर्शक कौन हो सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भगवान बुद्ध के तीनों महत्वपूर्ण उपदेश धम्मम् शरणम् गच्छामि, संघम् शरणम् गच्छामि तथा बुद्धम् शरणम् गच्छामि तत्कालीन परिस्थितियों के साथ-साथ आज भी प्रासंगिक हैं। उत्तर प्रदेश के लिए यह गौरव का विषय है कि भगवान गौतम बुद्ध के जीवन से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण स्थल यहां अवस्थित हैं। वाराणसी के समीप स्थित सारनाथ में भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था। तथागत की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर सहित श्रावस्ती, कपिलवस्तु, कौशाम्बी, संकिसा आदि प्रसिद्ध बौद्ध धार्मिक स्थल भी हमारे प्रदेश में स्थित हंै। भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बनी एवं तपस्या स्थली बोधगया भी यहां से दूर नहीं हैं।
योगी जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भगवान बुद्ध से जुड़े स्थलों को बौद्ध सर्किट के माध्यम से जोड़ने का काम किया जा रहा है, जिससे देश-विदेश के पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को भगवान बुद्ध से जुड़े इन स्थलों तक पहुंचने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि नाथ संप्रदाय के अनुयायी साझी हिंदू एवं बौद्ध दार्शनिक तथा धार्मिक परंपरा का उत्तम उदाहरण हैं। महायोगी गुरु गोरखनाथ, जो इस परंपरा के आरंभिक गुरु थे, महायान बौद्ध परंपरा में 84 महासिद्धों में माने जाते हैं। तिब्बती बौद्ध परंपरा में उन्हें गोरक्ष भी कहा जाता है। हिंदू धर्म तथा बौद्ध धर्म दोनों ही प्राच्य परंपरा के अटूट अंग हैं, जो दूसरों के विचारों को सुनने में विश्वास करते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्राचीन भारतीय दर्शन, प्रतिक्रिया देने से पूर्व दूसरों की मनःस्थिति तथा विचार प्रक्रिया को समझने पर बल देता है। वह किसी भी व्यक्ति के विचारों को पूरी तरह सुनने से पहले उसके विषय में कोई धारणा बनाने की अनुमति भी नहीं देता। उसके बाद ही वह दूसरों के दृष्टिकोण के प्रति पर्याप्त सम्मान प्रदर्शित करते हुए अपना दृष्टिकोण रखने देता है, क्योंकि वह मानता है कि परमात्मा के अतिरिक्त कोई भी संपूर्ण नहीं है। इस प्रकार ‘द्वंद्व’ के स्थान पर ‘मीमांसा’ अथवा ‘विवेचना’ को श्रेष्ठ कहा गया है। इसके लिए 4 चरण बताए गए हैं, जो उपरोक्त चर्चा की सटीक व्याख्या करते हैं। पहला श्रवण अर्थात् ध्यानपूर्वक सुनना, दूसरा मनन अर्थात् गहन मीमांसा, तीसरा चिंतन अर्थात् विचार करना तथा चैथा कीर्तन अर्थात् अपने विचार प्रस्तुत करना है।
योगी जी ने कहा कि हमारी परंपरा में ऐसे अनेक उदारहण हैं, जहां तलवार की नोक पर किसी के विचार थोपने के स्थान पर विचारों के आदान-प्रदान को सर्वश्रेष्ठ साधन माना गया है। सभी जानते हैं कि अद्वैत दर्शन के अनुकरणीय प्रतिपादक आदि शंकराचार्य ने पूर्व मीमांसा परंपरा के अनुयायी एवं उद्भट विद्वान मंडन मिश्र से शास्त्रार्थ किया था। कहा जाता है कि दोनों के बीच शास्त्रार्थ कई महीनों तक चलता रहा था। विचारों के जीवंत एवं शांतिपूर्ण आदान-प्रदान की यही परंपरा हमें विरासत में प्राप्त हुई है, जो वर्तमान विश्व में दुर्लभ हो गई है। शांतिपूर्ण चर्चा को ही सदैव मार्गदर्शक सिद्धांत माना जाना चाहिए और चर्चा के सभी मार्ग खुले रखकर द्वंद्व से यथासंभव बचा जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने महाकाव्य महाभारत का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें उल्लिखित है कि स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने समस्त शक्तियां एवं सिद्धियां होते हुए भी विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए कौरवों को अंतिम क्षण तक मनाने का प्रयास किया। इसके लिए वे स्वयं दूत एवं मध्यस्थ बनकर हस्तिनापुर के राजदरबार में पहुंचे। वह भगवान थे, वह अकेले ही पांडवों की अभिलाषा पूरी कर सकते थे, किंतु वह झुक गए क्योंकि शांति का कोई विकल्प नहीं होता। भगवान जानते थे कि ऐसा कोई भी प्रयास करना ही चाहिए, जिसका परिणाम शांति हो। इसी प्रकार भगवान बुद्ध द्वंद्व टालने के प्रबल समर्थक थे। उनका सदियों पुराना संदेश था कि ‘हजारों युद्धों में विजय प्राप्त करने से श्रेयस्कर स्वयं पर विजय प्राप्त करना है’ और यह संदेश आज भी प्रासंगिक और सही है।
योगी जी ने कहा कि धम्म के वास्तविक स्वरूप को समझने के लिए भगवान बुद्ध के अष्टांग मार्ग को जानना और अपनाना जरूरी है। उनके द्वारा बताए गए अष्टांग मार्ग में सम्यक दृष्टि एवं सम्यक संकल्प सर्वाधिक महत्वपूर्ण हैं। तथागत की इसी शिक्षा को अंगीकार करके आपसी विवादों को सुलझाने एवं पर्यावरण को सुधारने में मदद मिलेगी। पर्यावरण का संरक्षण व संवर्द्धन काफी व्यापक एवं बहुआयामी शब्द है। हमारे आसपास की वे सभी वस्तुएं, जो जीवन की उत्पत्ति एवं विकास के लिए सहायक होती हैं, वे पर्यावरण के तहत ही आती हैं। इनमें वातावरण, जल, वायु, पृथ्वी, वनस्पतियां, जीव-जन्तु आदि सभी को समाहित किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एक दृष्टि से देखा जाए तो प्रकृति के सभी पदार्थ एक-दूसरे पर निर्भर भी हैं और पूरक भी। इनमें परस्पर समन्वय स्थापित रहने पर ही प्रकृति में संतुलन बना रह सकता है। इस संतुलन को बनाए रखने में मनुष्य की सबसे अहम भूमिका है। मनुष्य की विचारशीलता को और अधिक परिमार्जित करने एवं संवेदनशील बनाने में धर्म की विशेष भूमिका है। लेकिन यह भी एक कटु सच्चाई है कि वर्तमान में नयी पीढ़ी के पास अपने धार्मिक ग्रन्थों का गहन अध्ययन करते हुए उनके अनुरूप अनुसरण करने का समय नहीं रह गया है। इसलिए प्रकृति को समझने की संवेदना भी कम होती जा रही है, जिसका सीधा प्रभाव हमारे पर्यावरण पर पड़ रहा है।
योगी जी ने कहा कि विश्व की विभिन्न संस्थाओं पर एक गुरुतर दायित्व आ पड़ा है कि वे विश्व में आपसी सहयोग एवं समन्वय स्थापित कर हर नागरिक में पर्यावरण को लेकर एक चेतना जाग्रत करने का प्रयास करें। मानव सभ्यता के संरक्षण एवं आर्थिक तथा सामाजिक उन्नति के लिए यह न केवल लाभकारी बल्कि एक अनिवार्य शर्त भी है। अब लगभग यह स्पष्ट हो चुका है कि विश्व में शान्ति, समन्वय और सुरक्षा के लिए राष्ट्राध्यक्षों की पहल की अपेक्षा जनता की जागरूकता एवं आपसी संवाद अधिक परिणामोत्पादक होता है। जनता के सहयोग के बिना न तो हम पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं और न ही विभिन्न धर्माें एवं राष्ट्रों के बीच शान्ति एवं समन्वय कायम कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बौद्ध धर्म में अभिधम्मपिटक और हिंदू धर्म में षड्दर्शन का कहना है कि निराकार से ही आकार अर्थात् संपूर्ण जगत की उत्पत्ति सबसे मूलभूत आध्यात्मिक घटना है। इससे हमें ध्यान आता है कि हम सभी एक ही ऊर्जा स्रोत से उत्पन्न हुए हैं और अन्य किसी भी प्रकार की भिन्नता का कोई अर्थ नहीं है। इससे हम स्वाभाविक रूप से अपने आसपास के वातावरण के साथ एकाकार हो जाते हैं। भगवान बुद्ध का उनके प्रथम पांच शिष्यों को दिया गया पहला उपदेश भी किसी भी प्रकार अति से दूर रहने के सुझाव के साथ आरंभ होता है, और उसके लिए उन्होंने ‘मध्यम पद मार्ग’ का प्रतिपादन किया, जिसमें लोगों को स्वर्णिम माध्य का अनुसरण करने की शिक्षा दी गई है। यह स्वर्णिम माध्य अथवा संतुलन विकास की आवश्यकता एवं मूल वातावरण के संरक्षण के मध्य होना चाहिए।
योगी जी ने कहा कि सत्य की प्राप्ति होने के बाद भगवान बुद्ध इस सत्य को लोगों के साथ साझा करना चाहते थे। उन्हें ज्ञात था कि कार्य दुष्कर है किंतु उनके भीतर मानवता के प्रति इतनी करुणा थी कि वह बिल्कुल भी नहीं हिचकिचाए। लोगों के बीच अपने विचारों के प्रसार हेतु उन्हें निष्ठावान शिष्यों की आवश्यकता थी। हमें भगवान बुद्ध, भगवान राम, भगवान श्रीकृष्ण की विरासत मिली है। उत्तर प्रदेश की समृद्ध, सांस्कृतिक विविधता और विरासत के संरक्षण पर राज्य सरकार विशेष ध्यान दे रही है। प्रदेश में रामायण सर्किट, कृष्ण सर्किट एवं बौद्ध सर्किट का विकास किया जा रहा है। वर्ष 2019 में तीर्थराज प्रयाग में अर्द्ध कुम्भ आयोजित होने जा रहा है, जिसमें करोड़ांे श्रद्धालु सम्मिलित होंगे। यह विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक एवं आध्यात्मिक आयोजन होगा, जो बंधुत्व एवं सहअस्तित्व का एक जीवन्त उदाहरण प्रस्तुत करेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस आयोजन से पूर्व 03 व 04 सितम्बर, 2015 को नई दिल्ली में इस श्रृंखला का पहला आयोजन सम्पन्न हुआ था, जिसमें भारत के आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी भी सम्मिलित हुए थे। इसके तत्काल बाद 05 सितम्बर, 2015 को आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने बोधगया के बौद्ध समागम में कहा था कि हिन्दू व बौद्ध दर्शन के मूल और समान सिद्धान्तों के अंगीकरण के कारण काॅन्फ्लिक्ट अवाॅयडेन्स तथा इनवाॅयरमेन्ट काॅन्शियसनेस जैसे विषयों का समाधान हो सकता है। इन सिद्धान्तों को अपनाकर विश्व में शान्ति एवं पर्यावरण का संरक्षण व संवर्धन सम्भव है।
योगी जी ने कहा कि म्यांमार की पावन धरती पर कदम रखकर वे गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि म्यांमार वह देश है, जिसे अब भी ब्रह्मदेश पुकारा जाता है, जो सभी भारतीयों के हृदय के बहुत निकट है। उन्होंने कहा कि हमारे देशवासी धम्म और धर्म द्वारा एक दूसरे से बंधे हैं। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित विशिष्ट जनों तथा अन्य लोगों को विविधता एवं सद्भाव की विशिष्ट पहचान रखने वाले उत्तर प्रदेश के भ्रमण के लिए आमंत्रित भी किया।

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मुख्यमंत्री ने रक्षा बन्धन पर्व पर महिलाओं के लिए परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा की घोषणा की

Posted on 04 August 2017 by admin

press-1परिवहन विभाग और परिवहन निगम के सामने अपने को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ यात्रियों की सुरक्षित यात्रा का बेहतरीन साधन बनने की चुनौती: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने बरेली एवं कानपुर नगर में
आॅटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का लोकार्पण किया

वाराणसी, इलाहाबाद, मेरठ एवं गाजियाबाद में सारथी भवन तथा
परिवहन निगम के 7 बस स्टेशनों का भी लोकार्पण

परिवहन निगम के 3 बस स्टेशनों-हसनपुर (अमरोहा),
भैसाली (मेरठ), मोदीनगर (गाजियाबाद) का शिलान्यास

10 बस स्टेशनों में वाटर ए0टी0एम0 एवं
75 बस स्टेशनों में फ्री वाईफाई सुविधा का शुभारम्भ

प्रत्येक मण्डल मुख्यालय पर एक ड्राइविंग स्कूल प्रारम्भ करके युवाओं को
प्रशिक्षण और कौशल विकास से जोड़े जाने का प्रयास किया जाएगा

प्रत्येक व्यक्ति को यातायात नियमों की जानकारी प्रदान करने
के लिए अभियान चलाने की आवश्यकता

परिवहन विभाग समाज के हर तबके तथा प्रदेश के
हर क्षेत्र को जोड़ने का कार्य करता है

सीमित संसाधनों के बावजूद पिछले 4 महीनों में
3,425 गांवों को बस सुविधा से जोड़ा गया

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि परिवहन विभाग और निगम के सामने आज यह चुनौती है कि वह अपने को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ यात्रियों की सुरक्षित यात्रा का बेहतरीन साधन बने। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों और अधिकारियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान किये जाने के साथ-साथ यह भी जरूरी है कि परिवहन निगम लाभकारी बने। सामाजिक प्रतिबद्धताओं के मद्देनजर यात्रियों को बेहतर सुविधा व सुरक्षित यात्रा की गारण्टी देना परिवहन विभाग व निगम का कर्तव्य होना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर परिवहन विभाग व उ0प्र0 सड़क परिवहन निगम की अनेक जनोपयोगी परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने 6 अगस्त, 2017 की मध्य रात्रि से 7 अगस्त, 2017 की मध्य रात्रि तक रक्षा बन्धन पर्व पर महिलाओं के लिए परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा की घोषणा की। साथ ही, बरेली एवं कानपुर नगर में आॅटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक, वाराणसी, इलाहाबाद, मेरठ एवं गाजियाबाद में सारथी भवन, परिवहन निगम के 7 बस स्टेशनों-बिजनौर, बेवर, महोबा, शाहजहांपुर, करहल (मैनपुरी), भोगांव (मैनपुरी), महमूदाबाद (सीतापुर) का लोकार्पण किया।press-4
योगी जी ने परिवहन निगम के 3 बस स्टेशनों-हसनपुर (अमरोहा), भैसाली (मेरठ), मोदीनगर (गाजियाबाद) का शिलान्यास करने के साथ-साथ गाजियाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, इलाहाबाद, आगरा, मथुरा, हरदोई, आजमगढ़, इटावा व रामपुर में शुद्ध पेयजल के लिए वाटर ए0टी0एम0 एवं 66 जनपद मुख्यालय के 75 बस स्टेशनों में यात्रियों के मनोरंजन व उपयोग हेतु फ्री वाईफाई सुविधा का शुभारम्भ किया। फ्री वाईफाई सुविधा को टी0जी0 कनेक्ट एप के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि परिवहन विभाग पिछले 4 महीनों के कार्यकाल में सुधार की दिशा में तेजी से आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि यह विभाग रुग्ण हो चुका था और यह आशंका था कि इसका निजीकरण हो जाएगा, किन्तु इस विभाग ने टीम भावना के साथ कार्य करते हुए और चुनौतियों से जूझते हुए तकनीक से जुड़ने का कार्य किया है। इसी का परिणाम है कि आज तमाम जनोपयोगी योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया जा रहा है।
योगी जी ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने सत्ता में आने के बाद कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया। युवाओं को कौशल विकास से जोड़कर रोजगार प्रदान किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश में प्रशिक्षित चालकों की आवश्यकता है। भविष्य में प्रत्येक मण्डल मुख्यालय पर एक ड्राइविंग स्कूल प्रारम्भ करके युवाओं को प्रशिक्षण और कौशल विकास से जोड़े जाने का प्रयास किया जाएगा।
बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर चिन्ता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को यातायात नियमों की जानकारी प्रदान करने के लिए अभियान चलाने की आवश्यकता है। परिवहन निगम की बसों में चालक व परिचालकों को सुरक्षित यात्रा के लिए जवाबदेह बनाकर दुर्घटनाओं में जोने वाली जन-धन की हानि को रोका जा सकता है। सड़क दुर्घटनाओं से न सिर्फ परिवार उजड़ते हैं, बल्कि राष्ट्रीय क्षति भी होती है। ट्रैफिक के नियमों का पालन कराए जाने के लिए इन दिनों अभियान चलाया जा रहा है। ट्रैफिक नियमों का पालन करने से सभी सुरक्षित रह सकते हैं। इस दिशा में भी परिवहन विभाग को कार्य करना होगा।
योगी जी ने कहा कि यात्री सुविधाओं और सुरक्षित यात्रा की दिशा में परिवहन निगम आगे बढ़ रहा है, लेकिन इसमें और भी सुधार की जरूरत है। बसों की देख-रेख व उनकी स्वच्छता के साथ-साथ उनके आने-जाने के निर्धारित समय का भी पालन किया जाना जरूरी है। साथ ही, चालकों को भी ट्रैफिक नियमों का पालन कराने तथा उनके द्वारा निश्चित दूरी की यात्रा के बाद उन्हें विश्राम दिये जाने पर भी ध्यान देना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि परिवहन विभाग समाज के हर तबके तथा प्रदेश के हर क्षेत्र को जोड़ने का कार्य करता है। प्रदेश की 22 करोड़ जनता की सुविधा के लिए परिवहन विभाग को तैयार होना होगा। आवश्यकता पड़ने पर पी0पी0पी0 मोड पर भी योजनाएं तैयार की जा सकती हैं। आज के प्रतिस्पर्धा के युग में यदि तकनीक के साथ हम नहीं चलेंगे, तो विकास की दौड़ में पीछे रह जाएंगे। परिवहन विभाग ने इस जरूरत को समझते हुए कार्य प्रारम्भ किया है, जिसके लिए वह बधाई का पात्र है। उन्होंने अत्याधुनिक सुविधाओं और तकनीक को अपनाए जाने और यात्रियों की सुरक्षा की गारण्टी दिये जाने पर जोर दिया।
योगी जी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि जिन क्षेत्रों में सीधी ट्रेन सुविधा उपलब्ध नहीं थी, वहां पर बस सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य किया गया है। यह देखना होगा कि आने वाले समय में हम बस सुविधा के माध्यम से सभी जनपद मुख्यालय को राजधानी से, तहसील मुख्यालयों को जनपद मुख्यालय से तथा न्याय पंचायतों व गांव-गांव को जनपद मुख्यालयों से जोड़ने का कार्य करें। इसके लिए अनुबन्धित बसों की भी सहायता ली जा सकती है। गांव-गांव में अच्छी बस सेवा दिये जाने की दिशा में आगे बढ़ना होगा।
इस मौके पर परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद पिछले 4 महीनों में 3,425 गांवों को बस सुविधा से जोड़ा गया। सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी व्यवस्था लागू की जाएगी। परिवहन विभाग यात्रियों को सुविधाएं और सुरक्षित यात्रा उपलब्ध कराने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने पिछले 4 माह में परिवहन विभाग की उपलब्धियों से अवगत कराया।
समारोह को अध्यक्ष परिवहन निगम श्री प्रवीर कुमार तथा प्रमुख सचिव परिवहन श्रीमती आराधना शुक्ला ने भी सम्बोधित किया। परिवहन आयुक्त व प्रबन्ध निदेशक परिवहन निगम श्री पी0 गुरु प्रसाद ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मंत्रिगण, जनप्रतिनिधिगण, परिवहन विभाग व निगम के वरिष्ठ अधिकारी व मीडियाकर्मी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि कानपुर नगर एवं बरेली में आॅटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक के निर्माण से ड्राइविंग टेस्ट में पारदर्शिता आने के साथ-साथ मानवीय हस्तक्षेप समाप्त हो सकेगा और दक्ष व्यक्तियों को ही ड्राइविंग लाइसेंस मिल सकेगा, जो दुर्घटनाओं को कम करने/रोकने में सहायक सिद्ध होगा।
परिवहन विभाग द्वारा गाजियाबाद, वाराणसी, मेरठ व इलाहाबाद में नवनिर्मित सारथी भवन जनता हेतु अत्यन्त सुविधाजनक होंगे। वर्तमान कार्यालय भवन में स्मार्ट-कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत किये जाने हेतु पर्याप्त स्थान का अभाव होने के कारण अलग से सारथी भवन/सारथी हाॅल का निर्माण किया गया है। ऐसे हाॅल में आवेदकों हेतु प्रतीक्षा हेतु पर्याप्त स्थान होने के साथ-साथ एल0ई0डी0 लगवाए जाने की व्यवस्था है, जिस पर ड्राइविंग से सम्बन्धित नियम प्रदर्शित होंगे, जिससे आम-जन में यातायात नियमों सम्बन्धित जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
बस स्टेशनों के शिलान्यास व लोकार्पण से जनता को अच्छी सुविधा उपलब्ध होगी तथा 10 बस स्टेशनों पर वाटर ए0टी0एम0 की शुभारम्भ से शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। 66 जनपदों के 75 बस स्टेशनों पर फ्री वाईफाई की सुविधा मिलने से आम-जन को फ्री इण्टरनेट की सुविधा मिलेगी और बस की प्रतीक्षा के समय इस फ्री इण्टरनेट की सुविधा का उपयोग कर लाभान्वित हांेगे।
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मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिलों के 90 जरूरतमंदों को गम्भीर बीमारी के इलाज के लिए 01 करोड़ 05 लाख 28 हजार रु० की आर्थिक सहायता प्रदान की

Posted on 04 August 2017 by admin

यह वित्तीय मदद हृदय, कैंसर, किडनी, न्यूरो रोगों, क्रोन्स डिजीज,
ब्रेन ट्यूमर जैसे गम्भीर रोगों के उपचार के लिए स्वीकृत की गयी

मुख्यमंत्री द्वारा इसके पहले भी 1029 जरूरतमंद लोगों को
12 करोड़ 57 लाख 55 हजार 500 रु० की वित्तीय मदद प्रदान की गयी
लखनऊ: 03 अगस्त, 2017
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने विभिन्न जिलों के 90 जरूरतमंद लोगांे को गम्भीर बीमारी के इलाज के लिए 01 करोड़ 05 लाख 28 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है। मुख्यमंत्री जी द्वारा यह वित्तीय मदद हृदय, कैंसर, किडनी, न्यूरो रोगों, क्रोन्स डिजीज, ब्रेन ट्यूमर जैसे गम्भीर रोगों के उपचार के लिए स्वीकृत की गयी है। आज यहां यह जानकारी देते हुए राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि इसके पूर्व भी मुख्यमंत्री जी द्वारा विभिन्न जनपदों के 1029 जरूरतमंद लोगों को 12 करोड़ 57 लाख 55 हजार 500 रुपये की वित्तीय मदद प्रदान की जा चुकी है।
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा हृदय रोग के इलाज हेतु जनपद गाजीपुर की
कु0 गायत्री बिन्द, कुशीनगर की श्रीमती पुष्पा देवी, गोण्डा की श्रीमती दीपा मौर्या, फैजाबाद की कुमारी मधू सिंह तथा श्रीमती सबीना, सुल्तानपुर की कु0 सविता, फिरोजाबाद की कु0 अलसिफा तथा उन्नाव के श्री संदीप शुक्ला सहित कई अन्य को वित्तीय सहायता प्रदान की गयी।
इसी प्रकार, जनपद संतकबीर नगर के श्री रामायन प्रसाद, मिर्जापुर के श्री भानुप्रकाश, बांदा के श्री रामलखन, कुशीनगर के श्री राधेश्याम, बाराबंकी की श्रीमती मालती, वाराणसी की श्रीमती निशा, फिरोजाबाद के श्री दिलेवर सिंह, जालौन के श्री मुईनुद्दीन, फिरोजाबाद की श्रीमती मीरा, एटा के मास्टर अखिलेश कुमार सहित कई अन्य मरीजों को कैंसर के इलाज के लिए आर्थिक मदद उपलब्ध करायी गयी।
मुख्यमंत्री जी द्वारा जनपद महराजगंज के श्री नरसिंह लाल श्रीवास्तव, गोरखपुर के श्री सन्नी, फैजाबाद के श्री शिव मोहन तिवारी, प्रतापगढ़ के श्री माता प्रसाद, बागपत के श्री भूपेन्द कुमार, मैनपुरी के श्री अजीत कुमार सहित कई किडनी रोगियों को उपचार हेतु आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी गयी।
जनपद सुल्तानपुर के मास्टर राजन, इलाहाबाद की कुमारी आराध्या तथा जनपद प्रतापगढ़ के उमाशंकर यादव को न्यूरो रोगों के उपचार हेतु, उन्नाव के अभिषेक तिवारी को क्रोन्स डिजीज के उपचार व कासगंज के श्री जवाहर सिंह को ब्रेन ट्यूमर उपचार हेतु मदद मुहैया करायी गयी।
अन्य जरूरतमन्दों को भी इलाज के लिए मदद स्वीकृत की गयी है,

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शासन अथवा विभाग स्तर पर की जाने वाली पदोन्नति की डी0पी0सी0 नियमानुसार आगामी 31 अगस्त, 2017 तक अवश्य पूर्ण करा ली जाये: मुख्य सचिव

Posted on 04 August 2017 by admin

मुख्य सचिव ने परिपत्र भेज कर समस्त प्रमुख सचिवों, सचिवों एवं विभागाध्यक्षों को दिये निर्देश
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार ने समस्त प्रमुख सचिवों एवं सचिवों तथा विभागाध्यक्षों को निर्देश दिये हैं कि स्वीकृत पद के सापेक्ष रिक्त पदों पर नियमानुसार की जाने वाली पदोन्नति की कार्यवाहियां यथाशीघ्र पूर्ण कराकर आगामी 31 अगस्त, 2017 तक डी0पी0सी0 की बैठक सक्षम स्तर पर अवश्य आयोजित करा ली जाये। मुख्य सचिव ने कहा कि पात्र कर्मियों को नियमानुसार रिक्त स्वीकृत पद के सापेक्ष पदोन्नति समय से मिल जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य कर्मियों की नियमानुसार पदोन्नति किये जाने में कतई विलम्ब न किया जाये।
मुख्य सचिव ने यह निर्देश समस्त प्रमुख सचिवों, सचिवों एवं विभागाध्यक्षों का परिपत्र भेज कर दिये हैं।

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प्रदेश के विभिन्न जनपदों में किराये पर चल रहे लगभग 23 हजार आंगनबाड़ी केन्द्रोें का निर्माण कराने हेतु आवश्यक कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जाये: मुख्य सचिव

Posted on 03 August 2017 by admin

विभाग द्वारा विकसित किये जाने वाले मोबाइल एप के लिये अवशेष कार्यवाहियां एक निर्धारित अवधि में पूर्ण करायें: राजीव कुमार

योजनाओं का बेहतर रूप से क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने हेतु
मासिक लक्ष्य निर्धारित कर माॅनिटरिंग सुनिश्चित हो: मुख्य सचिव

प्रदेश में कुपोषण के रोकथाम हेतु शबरी संकल्प अभियान चलाने हेतु अवशेष
कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जायें: राजीव कुमार

मुख्य सचिव द्वारा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की समीक्षा
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार ने निर्देश दिये हैं कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों में किराये पर चल रहे लगभग 23 हजार आंगनबाड़ी केन्द्रोें का निर्माण कराने हेतु आवश्यक कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जाये। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को आकर्षित करने एवं एकरूपता लाने हेतु केन्द्र के भवनों की कलर स्क्रीन तैयार कराने हेतु विभागीय प्रस्ताव पर यथाशीघ्र निर्णय कराया जाये। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा विकसित किये जाने वाले मोबाइल एप के लिये अवशेष कार्यवाहियां एक निर्धारित अवधि में पूर्ण करा दी जायंे। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस को आउटकम आधारित बनाने हेतु सम्बन्धित फील्ड कर्मियांे-एएनएम, आशा तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों तथा ग्राम प्रधानों को राज्य के मेगा काॅल सेन्टर से काॅल किये जाने हेतु प्रारंभ किये गये ट्रायल रन को पूर्णरूपेण क्रियान्वित कराने हेतु यथाशीघ्र तिथि नियत करा दी जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि योजनाओं का बेहतर रूप से क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने हेतु मासिक लक्ष्य निर्धारित कर माॅनिटरिंग सुनिश्चित कराई जाये।
मुख्य सचिव शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के कार्यों की समीक्षा कर वरिष्ठ अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुपोषण के रोकथाम हेतु शबरी संकल्प अभियान चलाने हेतु अवशेष कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जायें। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में टेक होम राशन वितरण हेतु प्रत्येक माह की 05, 15 एवं 25 तारीख को क्रमशः बचपन दिवस, लाडली दिवस तथा ममता दिवस कार्यक्रमों के सफल आयोजन कराये जायें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 22 जनपदों में किशोरियों के लिये संचालित सबला पोषाहार की 256 परियोजनाओं का बेहतर संचालन कराने हेतु निरन्तर माॅनिटरिंग सुनिश्चित कराया जाये।
श्री राजीव कुमार ने निर्देश दिये कि निदेशालय स्तर पर संचालित ई-प्रोक्योरमेन्ट व्यवस्था को जनपद स्तर पर भी लागू कराये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जायें। उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर विभिन्न अनुभागों का नियमित निरीक्षण हेतु रोस्टर तैयार कराया जाये। उन्होंने कहा कि विभागीय समस्याओं के निस्तारण एवं योजनाओं की निरन्तर माॅनिटरिंग सुनिश्चित कराने हेतु कार्यालयाध्यक्ष एवं जनपदीय अधिकारियों के साथ प्रत्येक माह समीक्षा बैठक अवश्य आयोजित कराई जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि विभाग के सभी शासनादेशों को ई-शासनादेश पोर्टल के माध्यम से ही निर्गत कराया जाना सुनिश्चित कराया जाये।
बैठक में सचिव, बाल विकास एवं पुष्टाहार श्रीमती अनिता मेश्राम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

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मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिलों के 91 जरूरतमंदों को गम्भीर बीमारी के इलाज के लिए 01 करोड़ 36 लाख 62 हजार रु० की आर्थिक सहायता प्रदान की

Posted on 31 July 2017 by admin

यह वित्तीय मदद हृदय, कैंसर, किडनी, बोन मैरो ट्रांसप्लाण्ट,हेपेटाइटिस-सी जैसे गम्भीर रोगों के उपचार के लिए स्वीकृत की गयी

मुख्यमंत्री द्वारा इसके पहले भी 848 जरूरतमंद लोगों  09 करोड़ 81 लाख रु० की वित्तीय मदद प्रदान की गयी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने विभिन्न जिलों के 91 जरूरतमंद लोगांे को गम्भीर बीमारी के इलाज के लिए 01 करोड़ 36 लाख 62 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है। मुख्यमंत्री जी द्वारा यह वित्तीय मदद हृदय, कैंसर, किडनी, बोन मैरो ट्रांसप्लाण्ट, हेपेटाइटिस-सी जैसे गम्भीर रोगों के उपचार के लिए स्वीकृत की गयी है। आज यहां यह जानकारी देते हुए राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि इसके पूर्व भी मुख्यमंत्री जी द्वारा विभिन्न जनपदों के 848 जरूरतमंद लोगों को 09 करोड़ 81 लाख रुपये की वित्तीय मदद प्रदान की जा चुकी है।
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा जनपद गोरखपुर के श्री सुशील चन्द्र, सुल्तानपुर की श्रीमती पुष्पा देवी, महोबा के मास्टर सचिन, उन्नाव के श्री राम सजीवन, रायबरेली के श्री विजय गुप्ता सहित कई अन्य को हृदय रोग के इलाज के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की गयी।
इसी प्रकार, जनपद अमेठी के श्री शोएब अख़्तर, जनपद बलिया के श्री रोहित कुमार, वाराणसी के श्री शुभम सिंह, देवरिया की श्रीमती विद्यावती, मिर्ज़ापुर के श्री आनन्द शंकर मिश्रा, लखनऊ की श्रीमती रिज़वाना ख़ातून, इटावा के श्री विकास, सीतापुर के श्री अशफ़ाक़ अहमद सहित कई अन्य मरीजों को किडनी के इलाज के लिए धनराशि उपलब्ध करायी गई।
मुख्यमंत्री जी द्वारा जनपद अमेठी के श्री राम प्रसाद, सुल्तानपुर के श्रीमती बबना, बरेली की श्रीमती राजेश्वरी देवी, कुशीनगर के श्री रवि कुमार, देवरिया की कु० आकृति यादव, गोरखपुर के श्री आनन्द श्रीवास्तव, मिर्ज़ापुर के श्री आकाश, इलाहाबाद के श्री जय सिंह, उन्नाव के श्री जमील अहमद सहित कई कैंसर रोगियों को उपचार हेतु सहायता उपलब्ध करायी गयी।
जनपद महोबा की श्रीमती मधु कुमारी को ट्यूमर के उपचार हेतु, मथुरा की श्रीमती आरती को हेपेटाइटिस-सी, फिरोजाबाद की कु० तनु को जलने के कारण प्लास्टिक सर्जरी तथा कानपुर नगर की श्रीमती सरोज मिश्रा को बोन मैरो ट्रान्सप्लाण्ट के इलाज के लिए मदद मुहैया करायी गयी। इसी प्रकार उन्नाव के श्री धर्मेन्द्र कुमार को ब्रेन हैमरेज के उपचार के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की गयी।
अन्य जरूरतमन्दों को भी इलाज के लिए मदद स्वीकृत की गयी है, जिसका सम्पूर्ण विवरण इस प्रकार है:

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा प्रदेश भाजपा कार्यालय, लखनऊ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु

Posted on 31 July 2017 by admin

कई सरकारें 50 सालों में एक दो काम ऐसे करती हैं जो ऐतिहासिक होती है लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने तीन साल में ऐसे 50 काम किये हैं जो ऐतिहासिक हैं

img-copyतीन साल बाद निर्विवाद रूप से हम यह कह सकते हैं कि श्री नरेन्द्र मोदी आज़ादी के बाद सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री के रूप में उभरे हैं

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की राजनीति में से परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण को समाप्त करने में भारतीय जनता पार्टी को सफलता मिली है

भारतीय जनता पार्टी सरकार पहले भी उत्तर प्रदेश के साथ खड़ी थी लेकिन हमारी योजनायें सपा सरकार की निष्क्रियता के कारण राज्य की जनता तक पहुँच नहीं पाती थी। आज योगी सरकार गरीब-कल्याण योजनाओं को प्रदेश की जनता तक तत्परता के साथ पहुंचाने में लगी  हुई है

कांग्रेस की यूपीए सरकार के दौरान 13वें वित्त आयोग में केन्द्रीय करों में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी 28,04,67 करोड़ रुपये थी जबकि मोदी सरकार के समय 14वें वित्त आयोग में यह बढ़कर 71,09,66 करोड़ रुपये हो गई है

कांग्रेस की यूपीए सरकार के समय उत्तर प्रदेश को लोकल बॉडीज ग्रांट के तौर पर केवल 523 करोड़ रुपये मिलते थे जबकि मोदी सरकार ने इसमें 88 गुना की अभूतपूर्व वृद्धि करते हुए 4,60,26 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं

कांग्रेस सरकार के समय 13वें वित्त आयोग में यूपी को 24 हजार करोड़ रुपये की अनुदान सहायता प्राप्त हुई थी जिसे मोदी सरकार ने दोगुना बढ़ाकर 48 हजार करोड़ रुपया कर दिया है। केन्द्रीय योजनाओं के लिए उत्तर प्रदेश को 139052 करोड़ रुपये की अतिरिक्त सहायता उपलब्ध कराई गई है

मोदी सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश को दी जाने वाली सभी सहायता को यदि जोड़ दिया जाए तो यह यूपीए सरकार की तुलना में लगभग 2.3 गुना ज्यादा है

यूपी में भाजपा सरकार बनने के बाद पहली ही कैबिनेट बैठक में किसानों के ऋण माफ़ कर दिए गए, लगभग 38 लाख टन गेहूं की खरीदी अब तक कर हो चुकी है जो एक रिकॉर्ड है

गन्ना किसानों के बकाये का 90.68 प्रतिशत का भुगतान किया जा चुका है जो अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है, इससे यह स्पष्ट हो गया है कि पहले सपा-बसपा के मिलीभगत के कारण गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान नहीं हो पाता था

आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में एक ऐसी भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्शी एवं निर्णायक सरकार काम कर रही है जिसपर तीन साल में हमारे विरोधी भी हम पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा पाए

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में काले-धन के खिलाफ चरणबद्ध व वैज्ञानिक तरीके से अभियान की शुरुआत की गई और हजारों करोड़ के काले धन ज़ब्त किये गए। आज़ादी के बाद काले-धन पर अंकुश लगाने के लिए इतने बड़े पैमाने पर कदम कभी नहीं उठाये गए

कृषि के क्षेत्र में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, स्वायल हेल्थ कार्ड, नीम कोटेड यूरिया, खाद के दाम को कम करना, प्रधानमंत्री सिंचाई योजना, ई-मंडी जैसी योजनाओं के माध्यम से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2022 तक किसानों की आय को दुगुना करने का लक्ष्य रखा है जो अप्रतिम है

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यानाथ के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी सरकार के गठन के बाद कई सेक्टरों में व्यापक सुधार देखने को मिल रहे है

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने अपने तीन दिवसीय उत्तर प्रदेश प्रवास के तीसरे और अंतिम दिन प्रदेश भाजपा कार्यालय, लखनऊ में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भाजपा सरकार एवं योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की। विदित हो कि श्री शाह देश के सभी राज्यों में कुल 110 दिनों के अपने विस्तृत प्रवास कार्यक्रम के तहत तीन दिवसीय दौरे पर अभी उत्तर प्रदेश में हैं।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 10 साल तक केंद्र में कांग्रेस की यूपीए सरकार के समय हर महीने घपले-घोटाले और भ्रष्टाचार के मामले उजागर होते रहते थे, लगभग 12 लाख करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार देश की जनता के सामने आया लेकिन आज देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक ऐसी भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्शी एवं निर्णायक सरकार काम कर रही है जिसपर तीन साल में हमारे विरोधी भी हम पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा पाए। सोनिया-मनमोहन की यूपीए सरकार पॉलिसी पैरालिसिस से ग्रस्त थी, उस यूपीए सरकार का हर मंत्री अपने-आप को प्रधानमंत्री समझता था और प्रधानमंत्री को तो कोई प्रधानमंत्री मानता ही नहीं था। उन्होंने कहा कि कई सरकारें 50 सालों में एक दो काम ऐसे करती हैं जो ऐतिहासिक होती है लेकिन मोदी सरकार ने तीन साल में 50 ऐसे काम किये हैं जो ऐतिहासिक हैं।

श्री शाह ने कहा कि हमें विरासत में एक खस्ताहाल अर्थव्यवस्था मिली थी लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केवल तीन सालों में भारत दुनिया की सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनी है। उन्होंने कहा कि आज शेयर बाजार अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर है और हमने अर्थव्यवस्था के सभी मापदंडों पर अच्छी सफलता अर्जित की है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में भारतीय जनता पार्टी सरकार की रचना हुई थी तब प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि ये सरकार देश के गाँव, गरीब, किसान, दलित, पीड़ित, शोषित और वंचितों की सरकार होगी और इन तीन वर्षों में मोदी सरकार ने इसे अक्षरशः सिद्ध करके दिखाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के माध्यम से देश के पांच करोड़ गरीब माताओं के घरों में गैस सिलिंडर पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया जिसमें से 2.5 से अधिक गैस कनेक्शन के वितरण का काम पूरा कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि साढ़े चार करोड़ से अधिक शौचालय का निर्माण कर महिलाओं को सम्मान के साथ जीने का अधिकार दिया गया है, 28.5 करोड़ से अधिक लोगों के बैंक अकाउंट खोल कर उन्हें देश के अर्थतंत्र की मुख्यधारा में जोड़ा गया है और उन्हें सामाजिक सुरक्षा कवच भी प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के माध्यम से देश के 7.64 करोड़ लोगों को आसान शर्तों पर ऋण उपलब्ध कराये गए हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी के माध्यम से ‘एक राष्ट्र, एक कर’ का स्वप्न साकार करने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि आज़ादी के 70 साल बाद भी बिजली से वंचित 18 हजार से अधिक गाँवों में से लगभग 13 हजार गाँवों में बिजली पहुंचाने का काम पूरा कर लिया गया है और मई 2018 तक बाकी बचे गाँवों में भी बिजली पहुंचाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

श्री शाह ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के जरिये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया भर में भारत को एक मजबूत राष्ट्र के रूप में पहचान दिलाई है। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के निर्णय के साथ प्रधानमंत्री जी ने पूरी दुनिया को यह संदेश दिया है कि हम हमारी सीमाओं की सुरक्षा के लिए गंभीर भी हैं, जागरूक भी हैं और अपनी आत्मरक्षा के लिए कोई भी कदम उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने एक साल में ही 40 वर्षों से लंबित ‘वन रैंक, वन पेंशन’ को लागू कर के देश के भूतपूर्व सैनिकों को सम्मान के साथ जीने का अधिकार दिया है। उन्होंने कहा कि ‘ओबीसी कमीशन’ को संवैधानिक मान्यता देकर मोदी सरकार देश के ओबीसी वर्ग को सम्मान के साथ जीने का अधिकार दिया है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में एक साथ 104 सैटेलाईट लॉन्च करके भारत ने अपने आपको अंतरिक्ष विकास के क्षेत्र में एक ग्लोबल लीडर के रूप में प्रतिष्ठित किया है। उन्होंने कहा कि योग दिवस के माध्यम से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश की सभ्यता और संस्कृति को अंतर्राष्ट्रीय स्वीकृति दिलाने का कार्य किया है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में काले-धन के खिलाफ चरणबद्ध व वैज्ञानिक तरीके से अभियान की शुरुआत की गई। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पहली ही कैबिनेट बैठक में काले-धन के खिलाफ एसआईटी गठित करने का निर्णय लिया, फिर काले-धन के सिंगापुर-मॉरीशस रूट को बंद किया गया, इसके बाद ओपन डिक्लेरेशन स्कीम लॉन्च की गई, सेल कंपनियों के खिलाफ अंकुश लगाया गया और इसके पश्चात् बेनामी संपत्ति क़ानून को अमल में लाकर काले-धन पर ज़ोरदार प्रहार किया गया। उन्होंने कहा कि चुनाव को काले-धन के गिरफ़्त से छुड़ाने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा कैश में लिए जाने वाले चंदे की सीमा को घटाकर 2000 रुपये कर दिया गया। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद काले-धन पर अंकुश लगाने के लिए इतने बड़े पैमाने पर वैज्ञानिक तरीके से कदम कभी उठाये नहीं गए।

श्री शाह ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, स्वायल हेल्थ कार्ड, नीम कोटेड यूरिया, खाद के दाम को कम करना, प्रधानमंत्री सिंचाई योजना, ई-मंडी जैसी योजनाओं के माध्यम से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2022 तक किसानों की आय को दुगुना करने का लक्ष्य रखा है जो अप्रतिम है। उन्होंने कहा कि स्टैंट के दाम कम किये जाने और जेनेरिक दवाओं के माध्यम से देश के करोड़ों गरीबों के लिए स्वास्थ्य लाभ लेना आसान हुआ है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार पहले भी उत्तर प्रदेश के साथ खड़ी थी लेकिन हमारी योजनायें सपा सरकार की निष्क्रियता के कारण राज्य की जनता तक पहुँच नहीं पाती थी। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार मोदी सरकार की गरीब-कल्याण योजनाओं को प्रदेश के गरीब से गरीब व्यक्ति तक तत्परता के साथ पहुंचाने में लगी  हुई है।

श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने उत्तर प्रदेश के विकास के लिए कई कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार के दौरान 13वें वित्त आयोग में केन्द्रीय करों में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी 28,04,67 करोड़ रुपये थी जबकि मोदी सरकार के समय 14वें वित्त आयोग में यह बढ़कर 71,09,66 करोड़ रुपये हो गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय 13वें वित्त आयोग में यूपी को 24 हजार करोड़ रुपये की अनुदान सहायता प्राप्त हुई थी जिसे मोदी सरकार ने दोगुना बढ़ाकर 48 हजार करोड़ रुपया कर दिया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने स्टेट डिजास्टर रिलीफ फंड में भी वृद्धि करते हुए 1597 करोड़ रुपये की तुलना में 2797 करोड़ रुपये आवंटित किये। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार के समय उत्तर प्रदेश को लोकल बॉडीज ग्रांट के तौर पर केवल 523 करोड़ रुपये मिलते थे जबकि मोदी सरकार ने इसमें 88 गुना की अभूतपूर्व वृद्धि करते हुए 4,60,26 करोड़ रुपये आवंटित करने का काम किया। उन्होंने कहा कि केवल इन चारों विभागों में ही उत्तर प्रदेश को 8,07,7 89 करोड़ रुपये दिए गए जो कांग्रेस सरकार की तुलना में लगभग ढाई गुना है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यूपी में केन्द्रीय योजनाओं की बात करें तो मुद्रा योजना में प्रदेश के 72 लाख लाभार्थियों को आसान शर्तों में ऋण उपलब्ध कराये गए, स्मार्ट सिटी में अब तक 571 करोड़ रुपये आवंटित किये गए, अमृत मिशन के लिए 11521 करोड़, गोरखपुर में यूरिया प्लांट के लिए 6000 करोड़, आठ हाइवे के लिए 8000 करोड़, स्वच्छ भारत अभियान के लिए 168 करोड़, बनारस ट्रौमा सेंटर के लिए 150 करोड़, इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट के लिए 617 करोड़, रेल विकास के लिए 36 हजार करोड़, नमामि गंगे के लिए 3668 करोड़, गंगा सीवरेज के लिए 7600 करोड़, लखनऊ मेट्रो के लिए 6880 करोड़, नेशनल वाटर मिशन के लिए 169 करोड़, एकलव्य रेजिडेंशियल स्कूल के लिए 700 करोड़, बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट प्लान के लिए 136 करोड़, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लिए 2100 करोड़ और आवास योजना, सिंचाई सुविधा एवं बाढ़ प्रबंधन योजनाओं में भी करोड़ों रुपये आवंटित किये गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि इन योजनाओं में दी गई राशि को जोड़ दिया जाय तो यह कुल मिला कर 139052 करोड़ रुपये होती है जो केन्द्रीय सहायता के अतिरिक्त है।

श्री शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में साढ़े चार करोड़ जन-धन खाते खोले गए, 25 करोड़ एलईडी बल्ब वितरित किये गए, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत 59 लाख गैस कनेक्शन वितरित किये गए, उज्जवल डिस्कॉम योजना के अंतर्गत यूपी को 33 हजार करोड़ रुपये और दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी योजनाओं में उत्तर प्रदेश को दी जाने वाली सहायता को जोड़ दिया जाय तो यह यूपीए सरकार की तुलना में लगभग 2.3 गुना ज्यादा है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यानाथ के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी सरकार के गठन के बाद कई सेक्टरों में व्यापक सुधार देखने को मिल रहे हैं।उन्होंने कहा कि यूपी में भाजपा सरकार बनने के बाद पहली ही कैबिनेट बैठक में किसानों के ऋण माफ़ कर दिए गए, लगभग 38 लाख टन गेहूं की खरीदी अब तक कर ली गई है जो एक रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों के बकाये का 90.68 प्रतिशत का भुगतान किया जा चुका है जो अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है, इससे यह स्पष्ट हो गया है कि पहले सपा-बसपा के मिलीभगत के कारण गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान नहीं हो पाता था। उन्होंने कहा कि बिजली और सिंचाई के क्षेत्र में काफी सुधार आया है। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है।

श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया में भारत और देशवासियों के मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि तीन साल बाद निर्विवाद रूप से हम कह सकते हैं कि श्री नरेन्द्र मोदी आज़ादी के बाद के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री बन कर उभरे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की राजनीति में से परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण को समाप्त करने में भारतीय जनता पार्टी को सफलता मिली है।

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मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार आगामी 31 दिसबर, 2017 तक प्रदेश के 30 जनपदों को और 02 अक्टूबर, 2018 तक सम्पूर्ण प्रदेश को खुले में शौचमुक्त घोषित किये जाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रतिदिन 44,000 शौचालयों का निर्माण कराना होगा: मुख्य सचिव

Posted on 31 July 2017 by admin

निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष धीमी गति वाले जनपदों के जिलाधिकारियों को प्रतिदिन कम से कम आधे घण्टे माॅनीटरिंग कर शौचालयों के निर्माण कार्य में लानी होगी तेजी: राजीव कुमार

प्रत्येक माह की 10 तारीख को मुख्य सचिव स्तर पर मण्डलायुक्तों की बैठक कर विभागीय कार्यों की होगी समीक्षा, मण्डलायुक्तों को प्रत्येक माह की 5 तारीख तक अपने अधीनस्थ जनपदों के जिलाधिकारियों की बैठक कर योजनाओं की फीडबैक
एवं प्रगति की जानकारी लेकर बैठक में आना  होगा: मुख्य सचिव
जनपद शामली एवं गंगा नदी केे किनारे गांव ओ0डी0एफ0, सराहनीय
कार्य करने वाले अधिकारी होंगे पुरस्कृत: राजीव कुमार
आगामी 02 अक्टूबर, 2018 तक प्रदेश में लगभग 01 करोड़ 55 लाख
शौचालयों का कराया जायेगा निर्माण: मुख्य सचिव
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशानुसार आगामी 31 दिसबर, 2017 तक प्रदेश के 30 जनपदों को और 02 अक्टूबर, 2018 तक सम्पूर्ण प्रदेश को खुले में शौचमुक्त घोषित किया जाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रतिदिन 44,000 शौचालयों का निर्माण कराना होगा। उन्होंने जनपद शामली एवं गंगा नदी के किनारे सभी गांव ओ0डी0एफ0 घोषित हो जाने पर सम्बंधित अधिकारियों के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अन्य सम्बंधित अधिकारियों को भी शौचालयों के निर्माण में गति लाकर निर्धारित लक्ष्य को हासिल करना होगा। उन्होंने निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष धीमी गति वाले जनपदों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वह प्रतिदिन कम से कम आधे घण्टे माॅनीटरिंग कर शौचालयों के निर्माण कार्य में तेजी लायें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये हैं कि प्रत्येक माह की 10 तारीख को मुख्य सचिव स्तर पर मण्डलायुक्तों की बैठक कर विभागीय कार्यों की समीक्षा होगी। उन्होंने कहा कि मण्डलायुक्तों को प्रत्येक माह की 5 तारीख तक अपने अधीनस्थ जनपदों के जिलाधिकारियों की बैठक कर योजनाओं की फीडबैक एवं प्रगति की जानकारी लेकर मुख्य सचिव स्तर पर होने वाली बैठक में शामिल होना होगा।
मुख्य सचिव आज योजना भवन में वीडियो काॅंन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से स्वच्छ भारत मिशन के कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजनान्तर्गत निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति आगामी 02 अक्टूबर, 2018 तक प्रदेश में लगभग 01 करोड़ 55 लाख शौचालयों का निर्माण कराना होगा। उन्होंने कहा कि निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु प्रतिदिन लगभग 44,000 शौचालयों का निर्माण निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ कराना होगा।
श्री राजीव कुमार ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना में सराहनीय कार्य करने वाले मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को पुरस्कृत भी कराया जायेगा। उन्होंने इस महत्वपूर्ण एवं चुनौतीपूर्ण लक्ष्य की पूर्ति हेतु कहा कि सभी विभागों के साथ समन्वय कर उनका सक्रिय सहयोग लिया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि योजनान्तर्गत जनपद स्तर से लाभार्थी स्तर तक और अन्य स्तरों तक फन्डफ्लो में प्रक्रियात्मक सरलता एवं गति बनाये रखना आवश्यक है जिससे कि लाभार्थियों, स्वच्छाग्रहियांे एवं अन्य हिताधिकारियों का मनोबल बना रहे।
मुख्य सचिव ने कहा कि मात्र शौचालयों का निर्माण पर्याप्त नहीं है अपितु इस कार्यक्रम को जनांदोलन बनाने के लिए पूरे समुदाय का व्यवहार परिवर्तन कर उन्हे व्यक्तिगत साफ-सफाई अपनाने और पर्यावरण की स्वच्छता के सम्बन्ध में जागरूक करना आवश्यक है। साथ ही इस कार्यक्रम को जनान्दोलन का रूप देकर  समस्त जनपदों में अभियान चलाकर अच्छी गुणवत्ता के शौचालयों का निर्माण कराया जाना भी अत्यन्त आवश्यक है जिससे लाभार्थियों को उनका नियमित प्रयोग करने और उनका रख-रखाव करने में कोई कठिनाई न हो। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विशेष रूप से उपयोगी ज्ूपद च्पज ज्मबीदवसवहल को अपनाये जाने पर विशेष बल दिया जाये।
वीडियोकान्फ्रेन्सिंग में अपर मुख्य सचिव, पंचायती राज श्री चंचल कुमार तिवारी सहित अन्य सम्बन्धित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

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प्रदेश के विभिन्न जनपदों में 02 हजार राजकीय नलकूपों का निर्माण कराये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित हो: मुख्य सचिव

Posted on 29 July 2017 by admin

परियोजनाओं एवं विभागीय कार्यों में होने वाले शासकीय धन का व्यय

पारदर्शिता के साथ धरातल पर दिखना अनिवार्य: राजीव कुमार
सिल्ट सफाई एवं अन्य कराये जाने वाले कार्यों में पारदर्शिता लाने हेतु कार्य कराये जाने के पूर्व की स्थिति तथा कार्य सम्पन्न होने के उपरान्त की प्रगति का नवीनतम तकनीकी युक्त ड्रोन फोटोग्राफी कराये जाने हेतु योजना बनाई जाये ताकि सिंचाई
विभाग की छवि आम जनता में और अधिक बेहतर बन सके: मुख्य सचिव
हर खेत को पानी पहुंचाने के लिये 20 हजार करोड़ रुपये मुख्यमंत्री कृषि सिंचाई फण्ड के माध्यम से प्राप्त होेने वाली धनराशि का उपयोग प्रदेश में पूर्व से निर्माणाधीन
आवश्यक परियोजनाओं को यथाशीघ्र पूर्ण कराकर अतिरिक्त सिंचन क्षमता
का सृजन करने हेतु कार्य योजना बनाई जाये: राजीव कुमार
केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना से बुन्देलखण्ड क्षेत्र में 265712 हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचन क्षमता सृजित कराने के लिये कार्यों में तेजी लाने हेतु प्रदेश के सिंचाई मंत्री की ओर से मध्य प्रदेश के सिंचाई मंत्री को पत्र भेजा जाये: मुख्य सचिव
प्रदेश में सिंचन क्षमता बढ़ाने हेतु वृहद सिंचाई परियोजना का डी0पी0आर0 तैयार
कराया जाये ताकि भारत सरकार से निर्धारित अंश की धनराशि प्राप्त करने
हेतु आवश्यक कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित हो: राजीव कुमार
मुख्य सचिव द्वारा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के कार्यों की समीक्षा
dsc_4355उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार ने निर्देश दिये कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों में 02 हजार राजकीय नलकूपों का निर्माण कराये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जायें। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं एवं विभागीय कार्यों में होने वाले शासकीय धन का व्यय पारदर्शिता के साथ धरातल पर दिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिल्ट सफाई एवं अन्य कराये जाने वाले कार्यों में पारदर्शिता लाने एवं आम जनता को वास्तविकता से अवगत कराने हेतु कार्य कराये जाने के पूर्व की स्थिति तथा कार्य सम्पन्न होने के उपरान्त की प्रगति का नवीनतम तकनीकी युक्त ड्रोन फोटोग्राफी कराये जाने हेतु योजना बनाई जाये ताकि सिंचाई विभाग की छवि आम जनता में और अधिक बेहतर बन सके।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के कार्यों की समीक्षा कर वरिष्ठ अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि हर खेत को पानी पहुंचाने के लिये 20 हजार करोड़ रुपये मुख्यमंत्री कृषि सिंचाई फण्ड के माध्यम से प्राप्त होेने वाली धनराशि का उपयोग प्रदेश में पूर्व से निर्माणाधीन आवश्यक परियोजनाओं को यथाशीघ्र पूर्ण कराकर अतिरिक्त सिंचन क्षमता का सृजन करने हेतु कार्य योजना बनाई जाये। उन्होंने कहा कि वरूणा नदी केे पुनर्जीवीकरण करने हेतु चेनलाइजेशन एवं तटीय विकास का कार्य 53 प्रतिशत हो जाने के फलस्वरूप अवशेष कार्यों को वर्तमान वित्तीय वर्ष में ही पूर्ण कराने के निर्देश दिये।
श्री राजीव कुमार ने कहा कि किसानों को सिंचाई हेतु रोस्टर के अनुसार पानी उपलब्ध कराने अथवा अन्य सम्बन्धित जानकारियां आम जनता को उपलब्ध कराने हेतु विभागीय वेबसाइट पर अपलोड करते हुये आवश्यकतानुसार प्रचार-प्रसार भी कराया जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निर्मित पुराने बंधों की यथाआवश्यक मरम्मत कराकर उनकी क्षमता वृद्धि कराये जाने हेतु व्यापक कार्य योजना बनाई जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सिंचन क्षमता बढ़ाने हेतु वृहद सिंचाई परियोजना का डी0पी0आर0 तैयार कराया जाये ताकि भारत सरकार से निर्धारित अंश की धनराशि प्राप्त करने हेतु आवश्यक कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित हो।
मुख्य सचिव ने बुन्देलखण्ड झांसी जनपद के बबीना ब्लाक में से 15 ग्रामों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराकर 4400 हेक्टेयर सिंचन क्षमता सृजित किये जाने के कार्यों में तेजी लाकर वित्तीय वर्ष 2018-19 में निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना से प्रदेश के बांदा, महोबा एवं झांसी जिले लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि यह उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश राज्य के अन्तर्गत एक बहुउद्देशीय परियोजना है जिसमें सिंचाई, विद्युत उत्पादन, बाढ़ नियंत्रण, मत्स्य पालन एवं पर्यटन क्षेत्रों में लाभ होना प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि परियोजना से बुन्देलखण्ड क्षेत्र में 265712 हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचन क्षमता सृजित कराने हेतु प्रदेश के सिंचाई मंत्री की ओर से मध्य प्रदेश के सिंचाई मंत्री को पत्र भेजकर परियोजना के क्रियान्वयन में आ रही बाधाओं को दूर करने का प्रयास किया जाये।
बैठक में प्रमुख सचिव, सिंचाई श्री सुरेश चन्द्रा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

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उत्तर प्रदेश के 22 करोड़ लोगों की खुशहाली के लिए काम कर रही है भाजपा सरकार

Posted on 29 July 2017 by admin

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- तीन महीने में तेजी से पूरे किए वायदे, संकल्प पत्र का एक - एक वायदा पूरा करेगी सरकार - श्री अमित शाह।
-बीजेपी को बनाएगें अपराजेय दल

उत्तर प्रदेश के तीन दिनों के प्रवास पर आए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अमित शाह जी ने शनिवार को संगठन की बैठक में कहा कि सरकार उत्तर प्रदेश के 22 करोड़ लोगों की तरक्की और खुशहाली के लिए दिन रात काम कर रही है। श्री शाह ने कहा पिछले पंद्रह सालों की बदहाली से परेशान उत्तर प्रदेश की महान जनता ने भारतीय जनता पार्टी को विधानसभा चुनावों में जबरदस्त बहुमत दिया और अब उत्तर प्रदेश सरकार श्री योगी आदित्यनाथ जी की अगुवाई में हर रोज जनहित के फैसले ले रही है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि देश के कई राज्यों में सरकार बनाने के बाद से भारतीय जनता पार्टी कभी नहीं हारी और देश में भी पार्टी की ताकत लगातार बढ रही है। ऐसे में हम सबका लक्ष्य ऐसी भारतीय जनता पार्टी बनाने का है जो अपराजेय हो।
श्री शाह ने कहा कि वे पूरे देश के प्रवास पर हैं और इसी सिलसिले में तीन दिन के लिए उत्तर प्रदेश भी आएं हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही दिन से जनता के काम करने में जुटी हुई है। एक बिगड़ी हुई व्यवस्था मिली है लिहाजा प्राथमिकता के आधार पर तेजी से काम किए जा रहे हैं। महज तीन महीनों के भीतर किसानों की कर्ज माफी से लेकर रिकार्ड गेहूं की खरीद जैसे वायदे पूरे किए गए हैं और पांच सालों के भीतर प्रदेश सरकार संकल्प पत्र में किए गए एक एक वायदो को पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए सरकार बनी है और सरकार के काम उत्तर प्रदेश की आवाम के दरवाजे दरवाजे तक पहुंचेंगे। श्री शाह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने भ्रष्टाचार पर भी करारी चोट की है। ठेके पट्टे से लेकर विभागों तक में व्याप्त भ्रष्टाचार पर सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। हमारी प्राथमिकता है कानून का राज स्थापित करना और ये हम कर के रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा बड़ा दायित्व उन 22 करोड़ लोगों की सेवा करने का है जिनकी मदद से हम उत्तर प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन कर पाए हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कार्यकर्ता हमारी ताकत है और कार्यकर्ताओं की मेहनत से ही देश और प्रदेश में ये बड़ी विजय हासिल हुई है। सरकार और संगठन के बेहतर तालमेल के साथ ही हम केंद्र और राज्य सरकार की नीतियोँ और कामों को जन जन तक पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों में नौकरशाही का राजनीतिक इस्तेमाल किया गया। सरकारें बदलते ही अफसरों के चेहरे बदल जाते थे। हम नौकरशाही के राजनीतिक इस्तेमाल के खिलाफ हैं और हमारी सरकार ने ये खराब परंपरा तोड़ी है। हम अच्छा काम करने वाले अफसरों को मौका दे रहे हैं। इससे प्रदेश का माहौल तेजी से बदला है।
इससे पूर्व बैठक में अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधामनंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विचारों और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी की मेहनत से भारतीय जनता पार्टी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में भी अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन गई है और हम दिन रात प्रदेश की सेवा मे जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की कर्ज माफी के अलावा पहली बार इतनी बड़ी तादाद में स्कूली बच्चों को किताबें और यूनीफार्म वक्त से वितरित कर दी गई हैं। यही नही शत प्रतिशत गन्ना किसानों के भुगतान भी हो चुके हैं। श्री योगी ने कहा कि डायल 100 की व्यवस्था और पुख्ता की जा रही है ताकी लोगों को तुरंत मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी संवेदनशीलता से काम कर रही है।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी दुनिया की सबसे तेजी से बढती हुई पार्टी है और इसका श्रेय पार्टी कार्यकर्ताओं और हमारे शीर्ष नेतृत्व को जाता है। श्री मौर्य ने कहा कि देश के साथ ही साथ यूपी में भी भारतीय जनता पार्टी ताकतवर बन कर उभरी है और आज राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के लखनऊ में कदम रखने के साथ ही पार्टी की ताकत में और बढोत्तरी हुई है।
इससे पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी ने दीप प्रज्जवलन कर बैंठक का शुभारंभ किया। बैठक में प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद श्री ओम माथुर जी, राष्ट्रीय महासचिव डा. अनिल जैन जी, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री श्री शिव प्रकाश जी और प्रदेश संगठन महामंत्री श्री सुनील बंसल जी भी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। बैठक में प्रदेश के सभी जिलाध्यक्षों, जिला प्रभारियों, श्रेत्रीय पदाधिकारियों, मेयर, क्षेत्रीय अध्यक्षों, क्षेत्रीय संगठन मंत्रियों, प्रदेश पदाधिकारियों, राष्ट्रीय पदाधिकारियों, मोर्चों के प्रदेश अध्यक्षों, प्रदेश प्रवक्ताओं और मोर्चों के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने भी हिस्सा लिया।

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