Posted on 09 December 2017 by admin
गुजरात की चर्चा आते ही इतिहास के कई पृष्ठ स्वतः खुलने लगते हैं। अतीत के पांच हजार साल पहले का दृश्य जब भगवान श्री कृष्ण रण छोड़ बनकर मथुरा से द्वारिका पहुंच गए थे। द्वारिका तो समुद्र में विलीन हो गई किन्तु द्वारिकाधीश का मन्दिर आज भी भव्यता के साथ खड़ा है। वर्तमान में कुछ पीछे चलकर मोहनदास करम चंद गांधी का त्यागलोक दिखाई देने लगता है। स्वतंत्रता आंदोलन की अनुगूंज सुनाई पड़ने लगती है। 1909 में गांधी जी ने विलायत से लौटते हुए जहाज पर ‘हिन्द स्वराज‘ नाम से एक पुस्तक लिखी थी। जिसमें विभिन्न विषयों पर उनके विचार हैं। गांधी जी ने हिन्दुस्तान में आकर पहले तो अपने गुरू गोखले जी के कहने पर भारत की यात्रा की। सन् 1917 से गांधी जी ने गुजरात में साबरमती नदी के किनारे अपने एक आश्रम की स्थापना की जहां से उनके राजनीतिक और वैयक्तिक प्रयोग भी शुरू हुए। 1930 में इसी आश्रम से उन्होंने नमक कानून तोड़ने के लिए दांडी मार्च किया था। गांधी जी 1933 तक साबरमती आश्रम में रहे। इस चर्चा में सरदार बल्लभभाई पटेल को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा जिन्होंने भारत को एकता के सूत्र में बांधने का काम किया।
तो उसी गुजरात में इन दिनों बड़ी हलचल है। राजनीति के नए प्रयोगों की यह एक नई प्रयोगशाला भी बन रही है। गांधी जी राजनीति को सामाजिक और नैतिक संदर्भ में देखते थे और यह चेतावनी भी देते थे कि ताकत (राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक) किसी भी व्यक्ति को अंधा और बहरा बना देती है। जो लोकतंत्र पक्षपातपूर्ण, अंध विश्वासी और अराजकता में रहेगा वह एक दिन स्वयं नष्ट हो जाएगा। लोकतंत्र में केवल और केवल जनता का राज होना चाहिए।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश 5,6,7, और 8 दिसम्बर 2017 को गुजरात की यात्रा पर थे। संदर्भ चुनाव प्रचार का था किन्तु मंतव्य था गुजरात को नजदीक से जानने का, रिश्ते बनाने का और भविष्य को मजबूती देने का। स्वाभाविक था कि गुजरात की धरती पर भगवान श्री कृष्ण की ओर अखिलेश यादव जी का खिंचाव होता। सर्वप्रथम वे द्वारिकाधीश मंदिर पहुंचे और उन्होंने अपने इष्टदेव का आशीर्वाद लिया। अपने संक्षिप्त प्रवास में उन्होंने समाज के सभी वर्गो के लोगों से मुलाकात की और गुजरात के ताजा हालात की भी जानकारी ली। लेकिन सबसे ज्यादा उनका चिन्तन गांधी जी के नेतृत्व में चलनेवाले स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों-आदर्शों के इर्दगिर्द और राजनीति में आ रहे क्षरण पर ही केन्द्रित रहा।
गुजरात और सरदार बल्लभभाई पटेल की याद परस्पर जुड़ी हैं। न केवल स्वतंत्रता आंदोलन अपितु किसान आंदोलन में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। चैधरी चरण सिंह अक्सर गांजी जी की आर्थिक नीतियों की चर्चा करते रहते थे और उन्हीं विचारों को लेकर वे आजीवन संघर्ष करते रहे।
आज राजनीति के चाल चरित्र में जिस कदर बदलाव आया है और मूल्यों की विश्वसनीयता भी प्रश्नों के घेरे में आती जा रही है वह चिंताजनक है। श्री अखिलेश यादव जी ने यह प्रश्न उठाया कि क्योंकर लोकतंत्र का अवमूल्यन होता जा रहा हैं राजनीति में संकीर्ण स्वार्थों का बोलबाला होता जा रहा है। लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को तहस नहस कर विकास को धता बताकर सांप्रदायिकता की आड़ में राजनीतिक स्वार्थों की प्राप्ति उचित नहीं। श्री यादव मानते हैं कि विकास के नाम पर धोखा नेतृत्व की साख को बट्टा लगाती है। बेरोजगार नौजवानों के सपनों को तोड़ा गया तो एक बड़े विश्वास के साथ छल होगा। किसान अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। गुजरात में उनकी बदहाली देखकर दुःख हुआ। मूंगफली और कपास के किसान अपने उत्पाद का लाभप्रद एवं उचित मूल्य भी नहीं पा रहे हैं। भाजपा ने कपास के दाम 15 सौ रूपये कुन्तल दिलाने का वादा किया किन्तु वे 800 रूपए में ही फसल बेचने को मजबूर हैं।
गुजरात जाने के पीछे यह देखना भी था कि बहुप्रचारित गुजरात माॅडल की वास्तविकता क्या है? गुुजराती लोग मानते हैं कि गुजरात में कहीं भी विकास नहीं दिखाई देता है। गुजरात के द्वारिकाधीश मंदिर में ही तीन दिन बिजली नहीं आई थी। स्वास्थ्य, शिक्षा, चिकित्सा सभी क्षेत्रों में अफरातफरी मची दिखाई दी। विकास माॅडल की बात करने वाले गुजरात के विकास पर भी नजर डाल लेते तो अच्छा होता। स्वच्छ भारत का नारा देने वालों को गुजरात में जगह-जगह गंदगी दिखाई क्यों नहीं देती है।
श्री अखिलेश यादव ने चर्चा में प्रदूषण का प्रश्न भी उठाया और कहा कि वैचारिक प्रदूषण के कारण भी भाईचारे और विकास का संकट है। सामाजिक सौहार्द और परस्पर विश्वास के आधार पर ही समाज का सर्वतोमुखी विकास व सद्भाव का माहौल हो सकता है। श्री यादव ने अहमदाबाद में एक पत्रकार वार्ता को भी सम्बोधित किया जिसमें कुछ बुनियादी प्रश्न भी उठाए गए। इस वार्ता के समय राश्ट्रीय सचिव श्री राजेन्द्र चैधरी भी उपस्थित थे। श्री अखिलेश यादव ने यहां गिरि के जंगलो में शेरो के बीच भी कुछ समय बिताया।
श्री अखिलेश यादव की चिंता आजादी के मूल्यों को बचाने की है और यही समाजवादी विचारधारा का आधार है। गांधी जी ने सत्य, अहिंसा और सहिष्णुता का जो संदेश साबरमती के तट से दिया था आज भी वह प्रासंगिक है। साबरमती आश्रम में गांधी जी के जीवन से सम्बन्धित वस्तुओं की प्रदर्शनी है जहां उकेरा गया उनका यह संदेश आज भी मार्ग दर्षक बन सकता है। गांधी जी का मत था कि ‘‘ लोकतंत्र को ऊपर से बीस तीस लोग नहीं चला सकते हैं लोकतंत्र तब तक सफल नहीं हो सकता जब तक उसमें हर व्यक्ति की भागीदारी न हो‘‘।
Posted on 06 December 2017 by admin
साहित्य यानि सकारात्मक सोच - राज्यपाल
जयपुर, 6 दिसम्बर। राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने कहा है कि सकारात्मक सोच बनाने वाला लेखन ही साहित्य होता है। उन्होंने कहा कि जीवन की टेड़ी-मेड़ी राहों से सुगम मार्ग बनाने में साहित्य सहयोगी होता है।
राज्यपाल श्री सिंह ने बुधवार को यहां राजभवन में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल श्री केशरी नाथ त्रिपाठी की कृतियां ‘‘खयालों का सफर‘‘ और ‘‘जख्मों पर शबाब‘‘ के राजस्थानी में अनुदित काव्य संग्रहों का लोकार्पण किया।
राज्यपाल श्री सिंह ने कहा कि श्री त्रिपाठी पचास वर्षों से उनके मित्र हैं। हमारे मत व मन में कभी भिन्नता नही आई। सदैव मधुर सम्बन्ध रहे। बहुमुखी प्रतिमा के धनी श्री त्रिपाठी की कविताओं में जीवन की गहराइयां हंै। राज्यपाल ने कहा कि इन काव्य संग्रहों का अनुवाद सम्यक है। उन्होंने कहा कि श्री त्रिपाठी ने राजनीति, वकालात, कविता और मित्रता में मिशाल कायम की है।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल श्री केशरी नाथ त्रिपाठी ने कहा कि श्री कल्याण सिंह से उनके सम्बन्ध हाथ की लकीरों की तरह हैं। उन्होंने कहा कि यह कविताएं थल, नभ, जल में रचित हुई हैं। कविताएं अनायास ही बन जाती हैं। कविता का स्रोत कैसे व कहां से उत्पन्न होता है, उसका पता ही नही चलता है।
श्री कला नाथ शास्त्री, काव्य संग्रहों की अनुवादक डाॅ. जेबा रशीद व श्री सुन्दरम शांडिल्य ने काव्य संग्रहों के बारे में चर्चा की। राज्यपाल श्री त्रिपाठी ने उनके कार्य में सहयोग के लिए श्री रामेश्वर लाल गोयल, डाॅ. रणजीत सिंह चैहान व श्री विवेक बैद का सम्मान किया। संचालन व स्वागत उद्बोधन डाॅ. प्रकाश त्रिपाठी ने किया।
Posted on 05 December 2017 by admin
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहे उपस्थित
नई दिल्ली/लखनऊ 05 दिसम्बर 2017, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से उत्तर प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के नव निर्वाचित 14 नगर निगमों के महापौर एवं अमेठी नगर पंचायत व अमेठी जिले की जायस नगरपालिका परिषद् के अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री-निवास पर भेंट की। इस शुभेच्छा मुलाकात के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पाण्डेय रहे उपस्थित।
प्रधानमंत्री मा0 मोदी जी ने उत्तर प्रदेश में स्थानीय निकाय के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की भव्य जीत के लिए सभी को बधाई दी। उन्होंने उत्तर प्रदेश के शहरों का विकास के माध्यम से कायाकल्प करने में जन-भागीदारी की महत्वपूर्ण भूमिका का आव्हान किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश की जनता का आभार प्रकट करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश और केन्द्र सरकार, दोनों नागरिकों के जीवन स्तर को ऊँचा उठाने और दैनिक सुविधाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे, ऐसे नगर नियोजन के लिए कटिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री जी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उनकी सरकार और प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय सहित भारतीय जनता पार्टी संगठन को शुभकामनाएं देते हुए आह्वान किया कि हम जनता की अपेक्षाओं की पूर्ति के लिए सदैव कृत संकल्पित रहें।
Posted on 04 December 2017 by admin
नई दिल्ली, 04 दिसम्बर 2017: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व संासद व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी ने कहा कि बीजेपी की जीत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की भूमिका अगर नही है तो बी.एस.पी. की जीती हुई अलीगढ़ व मेरठ सहित सभी 16 मेयर की सीटों पर बैलेट पेपर से मतदान करा लें उन्हें अपनी पार्टी की असलियत के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कथित बीजन का भी पता चल जायेगा जब नगर पालिका व नगर पंचायत की तरह ही मेयर के पदों पर भी प्रदेश की जनता उन्हें बुरी तरह से हरायेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस टिप्पणी पर कि, ईवीएम से चुनाव में भरोसा नहीं है तो बी.एस.पी. के मेयर इस्तीफा दे, वहाँ पर बैलेट पेपर से दोबारा चुनाव कराया जायेगा, पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये सुश्री मायावती जी ने कहा कि यह चोरी और ऊपर से सीनाजोरी की बदतर मिसाल है।
वास्तव में सन् 2014 के लोकसभा व सन् 2017 के उत्तर प्रदेश विधान सभा आमचुनाव में बीजेपी ने ईवीएम के माध्यम से चुनावी धंाधली करके जीत हासिल की और केन्द्र व उत्तर प्रदेश में बहुमत की सरकार बना ली। इन दोनों ही चुनाव में बीजेपी को वैसा जनसमर्थन कतई नहीं था जैसाकि चुनाव परिणाम दर्शाते है। प्रदेश में इस बार मेयर का चुनाव भी ईवीएम से कराया गया जहाँ धांधली करके 16 में से 14 सीट जीत ली गयी। अलीगढ़ व मेरठ में बी.एस.पी. जीती क्योंकि यहाँ जर्बदस्त जन उबाल था तथा ज्यादा गड़बड़ी करने पर चोरी साफ तौर पर पकड़े जाने की आशंका थी, जिससे बीजेपी की और भी ज्यादा फजीहत हो सकती थी।
नगर पालिका व नगर पंचायत के चुनाव में जहाँ ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से मतदान हुये आखिर बीजेपी क्यों पिछड़ गयी? इससे भी साफ है कि मेयर के चुनाव में ईवीएम के माध्यम से धांधली के कारण बीजेपी जीती, ना कि जनसमर्थन के कारण।
इतना ही नहीं बल्कि सरकारी मशीनरी का जबर्दस्त दुरूपयोग करके बी.एस.पी. के प्रत्याशी को खासकर सहारनपुर, आगरा व झांसी में हराया गया है। लखनऊ में भी चुनाव विभिन्न कारणों से स्वतंत्र व निष्पक्ष नहीं रहा है, यह बात स्वयं राज्य चुनाव आयोग भी मानता है जिस सम्बंध में जाँच भी कराई जा रही हैं।
Posted on 24 November 2017 by admin
जयपुर, 24 नवम्बर। राज्यपाल श्री कल्याण सिंह से षुक्रवार को यहां राजभवन में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल श्री केसरीनाथ त्रिपाठी ने मुलाकात की। राज्यपाल श्री सिंह से राज्यपाल श्री त्रिपाठी की यह षिष्टाचार भेंट थी।
Posted on 19 November 2017 by admin
श्री तिवारी जी ने उ0प्र0, उत्तराखण्ड एवं
देश के विकास को नई दिशा प्रदान की: मुख्यमंत्री
उनके दीर्घकालिक अनुभव, कुशल नेतृत्व एवं दूरदर्शिता से सभी लाभान्वित
लखनऊ: 19 नवम्बर, 2017
नई दिल्ली प्रवास के दौरान उ0प्र0 के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी यहां अस्पताल में भर्ती उ0प्र0 एवं उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री तथा भारत सरकार में अनेक मंत्रालय सम्भाल चुके वरिष्ठ नेता श्री नारायण दत्त तिवारी जी से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य के बारे जानकारी प्राप्त की। उन्होंने श्री तिवारी जी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए उनके अनुभव, व्यक्तित्व, कृतित्व से आम जनता तथा समाज को नई दिशा देने की भी बात कही।
मुख्यमंत्री जी ने यह भी कहा कि श्री तिवारी जी द्वारा उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड में अनेक कल्याणकारी एवं विकास की योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया, जिससे समाज के सभी वर्ग लाभ उठा रहे हैं। उनके दीर्घकालिक अनुभव, कुशल नेतृत्व, दूरदर्शिता से समाज का हर वर्ग लाभान्वित है। केन्द्र सरकार में वाणिज्य, वित्त, नियोजन, विदेश आदि अन्य महत्वपूर्ण मंत्रालयों में कार्य करते हुए उन्होंने अपनी विशिष्ट शैली का परिचय दिया है।
योगी जी ने अस्पताल प्रबन्धन को उपचार की समुचित व्यवस्था के निर्देश दिये तथा पारिवारिक सदस्यों को आवश्यक सहयोग का भी आश्वासन दिया। इस दौरान मुुख्यमंत्री जी को पारिवारिक सदस्यों ने अवगत कराया कि श्री तिवारी जी का अचानक स्वास्थ्य खराब हो गया जिससे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वर्तमान में कुशल दक्ष चिकित्सकों की देख रेख में उपचार हो रहा है। मुख्यमंत्री जी ने परिवार के सदस्यों से शीघ्र सेहत में सुधार की कामना करते हुए, सहयोग के लिए भी आश्वस्त किया।
———-
Posted on 08 November 2017 by admin
नई दिल्ली / दुर्गापुर, 7 नवंबर, 2017: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल), मुख्य रूप से वैल्यू एडेड उत्पादों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, बाजार में विविधतापूर्ण और गुणवत्ता वाले उत्पादों की श्रृंखला उतारने की तैयारी में है. उल्लेखनीय है कि सेल की प्राथमिकता उत्पादन से अधिक गुणवत्ता बढ़ाना है. सेल के दुर्गापुर इस्पात संयंत्र में कर्मचारियों के साथ बातचीत के दौरान, सेल के अध्यक्ष श्री पी के सिंह ने आज कहा, “हमें मौजूदा कड़ी बाजार प्रतिस्पर्धा के दौर में उत्पादन बढ़ाने से अधिक बाजार की मांगो के अनुरूप गुणवत्ता और विशेषताओं वाले उत्पादों को विकसित करने के साथ, अपने उत्पादों और प्रक्रियाओं की गुणवत्ता को और अधिक बढ़ाना है; जो हमारे लिए सफलता की नई कहानी लिख सकता है.” उन्होंने आगे कहा कि दुर्गापुर संयंत्र में 1 मिलियन टन प्रति वर्ष की क्षमता की स्थापित अत्याधुनिक मीडियम स्ट्रक्चरल मिल विश्वस्तरीय स्ट्रक्चरल इस्पात उत्पादों को बनाने में सक्षम है; जिसकी भारत में जारी और आगामी विभिन्न अवसंरचना और विनिर्माण परियोजनाओं में भारी मांग है. श्री सिंह ने आगे कहा कि रेलवे अगले कुछ वर्षों में चरणबद्ध तरीके से अपने एलएचबी रेलवे डिब्बों को बदलने की तैयारी में है, नए एलएचबी रेलवे डिब्बों के लिए पहियों की सत्यापन की प्रक्रिया अंतिम चरणों में है और इसके साथ ही पहियों का धातुकर्म परीक्षण पहले ही पूरा हो चुका है।
सेल अध्यक्ष ने आज निदेशक (तकनीकी) श्री रमन और निदेशक (वाणिज्यिक) सुश्री सोमा मंडल के साथ आज दुर्गापुर इस्पात संयंत्र का दौरा किया। यह दौरा कंपनी में क्रियान्वयन को और बेहतर बनाने के लिए विभिन्न संयत्रों में कार्मिकों के साथ आपसी संवाद को मज़बूत करने हेतु आयोजित किये जा रहे वृहद् सामूहिक संवाद सीरीज की एक और कड़ी है. इस दौरान उच्च प्रबंधन ने विभिन्न प्रभागों के 600 से भी कार्मिको से संवाद किया। दुर्गापुर संयंत्र की मीडियम स्ट्रक्चरल मिल से पैरलल फ्लेंज बीम, जाइस्ट, चैनल और एंगल का उत्पादन हो रहा है, जिसका मुख्य रूप से बुनियादी ढांचा और विनिर्माण के क्षेत्र में उपयोग किया जाता है. बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के विस्तार, मेट्रो कनेक्टिविटी, निर्माण गतिविधियों में तेजी को ध्यान में रखते हुए श्री सिंह ने कहा, “इन सभी उत्पादों से वैल्यू एडेड उत्पादों की बढ़ी हुई मांग पूरा करने में सफलता मिलेगी। कंपनी अपने उत्पादों के निर्यात के लिए वैश्विक बाजार की भी संभावना तलाश रही है, जहां इन उत्पादों की मांग है.” उन्होंने आगे कहा कि दुर्गापुर एक ऐसा संयत्र है जिसे 7.5 लाख टन सेमीज का उत्पादन करने के लिए डिजाइन किया गया है, जहां सेल का दुर्गापुर संयंत्र,आर एंड डी और सेंटर फॉर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीईटी) के साथ मिलकर स्पेशल स्टील ग्रेड के रूप में 90% सेमीज के उत्पादन के लक्ष्य को निर्धारित करके विशेष ग्रेड सेमीज के लिए बाजार की संभावना खोजेगी और विशेष स्टील केवैल्यू एडेड उत्पादों के लिए टाइ-अप करेग। ट्रांसमिशन लाइन टॉवर (टीएलटी) और फोर्जिंग क्षेत्रों में सेमीज की खपत संभावनाओ को खोजा जायेगा।
श्री सिंह ने दुर्गापुर संयंत्र के कार्मिकों को सामूहिक रूप से बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि दुर्गापुर संयत्र का कार्यबल सर्वश्रेष्ठ है, जो बहुत ही शिक्षित होने के साथ-साथ बहुत समर्पित और प्रतिबद्ध हैं. सेल अध्यक्ष ने उनसे
नई सुविधाओं और मिल को पूरी प्रतिबद्धता से आगे बढ़ाने के लिए कहा. उन्होंने आगे कहा कि, कंपनी के लिए योगदान करते समय प्रत्येक कर्मचारी को गुणवत्ता बढ़ाने और लाभप्रदता पर सबसे अधिक ध्यान देना चाहिए। अनुसंधान एवं विकास और परियोजना डिजाइन को बेहतर बनाने के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि, आरडीसीआईएस और सेंटर फॉर इंजिनियरिंग टेक्नोलॉजी संयंत्रों के लिए वैल्यू एडेड उत्पादों के विकास में और अधिक योगदान देगा । उन्होंने सेल सामूहिक क्षमता पर फिर से अपने विश्वास को दोहराते हुए, उन्होंने कहा, “हमारे पास प्रत्येक विभाग में जबरदस्त क्षमता है जिसे सामने लाने करने की जरूरत है, यदि हम व्यवस्थित रूप से कंपनी के लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करते हुए मिलकर काम करते हैं, तो हम अधिक से अधिक उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं। ”
Posted on 01 November 2017 by admin
उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने बंगलुरु में श्री श्री रविशंकर से जन्म भूमि विवाद को आपसी सुलह से हल निकालने के लिए उनके आश्रम मुलाकात की। दोनों ने बैठकर सुलह प्रयासों के विविध विंदुओं पर चर्चा की और आगे बढ़ने के लिए सहमत हुए। गौरतलब है कि यह मामला सुप्रीमकोर्ट में विचाराधीन है , कोर्ट ने भी मामले में कह रखा है कि बाहर इस मामले को सुलझाया जा सकता है। इस मामले में यदि पक्षकार उचित समझे तो वरिष्ठ न्यायमूर्ति भी सुलह का रास्ता निकालने में मदद कर सकते हैं।
वसीम रिजवी ने बताया कि मैंने रविशंकर को शिया वक्फ बोर्ड की अपनी राय से अवगत कराया। यह कि जन्म भूमि पर ही मंदिर बनना चाहिए। वसीम ने कहा कि श्री श्री रविशंकर को बताया कि मैं इस सिलसिले में न्यायालय में लड़ाई लड़ रहे सभी महंतों से मिल चुका हूं सभी श्रीराम मन्दिर निर्माण के लिए बातचीत करने के लिए तैयार है। जन्मभूमि के मामले में समझौते की बात में विवादित जगह पर मस्जिद बनाने या उसके आसपास मस्जिद बनाने की शर्त रखने वाले विवाद को बनाये रखने की साज़िश कर रहे है। ऐसे लोग धार्मिक फसाद करना चाहते है।
ध्वस्त की गई बाबरी शिया समुदाय की वक्फ थी। इस मामले से मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से कोई मतलब नहीं है सिर्फ शिया वक्फ बोर्ड को इस मामले निर्णय लेने का अधिकार है। वसीम रिजवी ने श्री श्री रविशंकरको अपना मकसद साफ बताते हुए कहा कि शिया वक्फ बोर्ड श्रीराम के नाम पर झगड़ा नही समझौता चाहता। वसीम रिजवी ने श्री श्री रविशंकर के इस मामले में समझौते के प्रयासों की सराहना की और कहा कि रविशंकर जैसे महान व्यक्ति अगर इस मामले में आगे आएंगे तो भाईचारे को बल मिलेगा और कुछ उन कट्टरपंथियों के देश में खून खराबा कराने के मंसूबे फेल हो सकेंगे।
Posted on 30 October 2017 by admin
जयपुर, 30 अक्टूबर। राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि भारत के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्म दिवस पर आयोजित रन फोर यूनिटी यानि एकता की दौड में अधिक से अधिक लोग शामिल होकर ‘ एक भारत श्रेष्ठ भारत ‘ बनाने में भागीदारी निभायें।
राज्यपाल श्री सिंह ने कहा है कि लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। देश की एकता के सूत्र में बांधने वाले सरदार पटेल के प्रति राज्यपाल श्री सिंह ने श्रद्वाजंली व्यक्त की हैै।
राज्यपाल श्री सिंह ने प्रदेशवासियों को जारी अपील में कहा है कि ‘‘ 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस और सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्म दिवस पर हो रही ‘‘ रन फोर यूनिटी ‘‘ यानि एकता की दौड़ में आप सभी भाग लें और ‘‘ एक भारत श्रेष्ठ भारत ‘‘ बनाने में अपना योगदान दें।
Posted on 28 October 2017 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की लखनऊ में उपस्थिति में केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 27 अक्टूबर, 2017 को नई दिल्ली से वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से नगर के हैदर कैनाल पर 336.10 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले 120 एम0एल0डी0 क्षमता के सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लाण्ट का शिलान्यास किया।