नई दिल्ली / दुर्गापुर, 7 नवंबर, 2017: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल), मुख्य रूप से वैल्यू एडेड उत्पादों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, बाजार में विविधतापूर्ण और गुणवत्ता वाले उत्पादों की श्रृंखला उतारने की तैयारी में है. उल्लेखनीय है कि सेल की प्राथमिकता उत्पादन से अधिक गुणवत्ता बढ़ाना है. सेल के दुर्गापुर इस्पात संयंत्र में कर्मचारियों के साथ बातचीत के दौरान, सेल के अध्यक्ष श्री पी के सिंह ने आज कहा, “हमें मौजूदा कड़ी बाजार प्रतिस्पर्धा के दौर में उत्पादन बढ़ाने से अधिक बाजार की मांगो के अनुरूप गुणवत्ता और विशेषताओं वाले उत्पादों को विकसित करने के साथ, अपने उत्पादों और प्रक्रियाओं की गुणवत्ता को और अधिक बढ़ाना है; जो हमारे लिए सफलता की नई कहानी लिख सकता है.” उन्होंने आगे कहा कि दुर्गापुर संयंत्र में 1 मिलियन टन प्रति वर्ष की क्षमता की स्थापित अत्याधुनिक मीडियम स्ट्रक्चरल मिल विश्वस्तरीय स्ट्रक्चरल इस्पात उत्पादों को बनाने में सक्षम है; जिसकी भारत में जारी और आगामी विभिन्न अवसंरचना और विनिर्माण परियोजनाओं में भारी मांग है. श्री सिंह ने आगे कहा कि रेलवे अगले कुछ वर्षों में चरणबद्ध तरीके से अपने एलएचबी रेलवे डिब्बों को बदलने की तैयारी में है, नए एलएचबी रेलवे डिब्बों के लिए पहियों की सत्यापन की प्रक्रिया अंतिम चरणों में है और इसके साथ ही पहियों का धातुकर्म परीक्षण पहले ही पूरा हो चुका है।
सेल अध्यक्ष ने आज निदेशक (तकनीकी) श्री रमन और निदेशक (वाणिज्यिक) सुश्री सोमा मंडल के साथ आज दुर्गापुर इस्पात संयंत्र का दौरा किया। यह दौरा कंपनी में क्रियान्वयन को और बेहतर बनाने के लिए विभिन्न संयत्रों में कार्मिकों के साथ आपसी संवाद को मज़बूत करने हेतु आयोजित किये जा रहे वृहद् सामूहिक संवाद सीरीज की एक और कड़ी है. इस दौरान उच्च प्रबंधन ने विभिन्न प्रभागों के 600 से भी कार्मिको से संवाद किया। दुर्गापुर संयंत्र की मीडियम स्ट्रक्चरल मिल से पैरलल फ्लेंज बीम, जाइस्ट, चैनल और एंगल का उत्पादन हो रहा है, जिसका मुख्य रूप से बुनियादी ढांचा और विनिर्माण के क्षेत्र में उपयोग किया जाता है. बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के विस्तार, मेट्रो कनेक्टिविटी, निर्माण गतिविधियों में तेजी को ध्यान में रखते हुए श्री सिंह ने कहा, “इन सभी उत्पादों से वैल्यू एडेड उत्पादों की बढ़ी हुई मांग पूरा करने में सफलता मिलेगी। कंपनी अपने उत्पादों के निर्यात के लिए वैश्विक बाजार की भी संभावना तलाश रही है, जहां इन उत्पादों की मांग है.” उन्होंने आगे कहा कि दुर्गापुर एक ऐसा संयत्र है जिसे 7.5 लाख टन सेमीज का उत्पादन करने के लिए डिजाइन किया गया है, जहां सेल का दुर्गापुर संयंत्र,आर एंड डी और सेंटर फॉर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीईटी) के साथ मिलकर स्पेशल स्टील ग्रेड के रूप में 90% सेमीज के उत्पादन के लक्ष्य को निर्धारित करके विशेष ग्रेड सेमीज के लिए बाजार की संभावना खोजेगी और विशेष स्टील केवैल्यू एडेड उत्पादों के लिए टाइ-अप करेग। ट्रांसमिशन लाइन टॉवर (टीएलटी) और फोर्जिंग क्षेत्रों में सेमीज की खपत संभावनाओ को खोजा जायेगा।
श्री सिंह ने दुर्गापुर संयंत्र के कार्मिकों को सामूहिक रूप से बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि दुर्गापुर संयत्र का कार्यबल सर्वश्रेष्ठ है, जो बहुत ही शिक्षित होने के साथ-साथ बहुत समर्पित और प्रतिबद्ध हैं. सेल अध्यक्ष ने उनसे
नई सुविधाओं और मिल को पूरी प्रतिबद्धता से आगे बढ़ाने के लिए कहा. उन्होंने आगे कहा कि, कंपनी के लिए योगदान करते समय प्रत्येक कर्मचारी को गुणवत्ता बढ़ाने और लाभप्रदता पर सबसे अधिक ध्यान देना चाहिए। अनुसंधान एवं विकास और परियोजना डिजाइन को बेहतर बनाने के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि, आरडीसीआईएस और सेंटर फॉर इंजिनियरिंग टेक्नोलॉजी संयंत्रों के लिए वैल्यू एडेड उत्पादों के विकास में और अधिक योगदान देगा । उन्होंने सेल सामूहिक क्षमता पर फिर से अपने विश्वास को दोहराते हुए, उन्होंने कहा, “हमारे पास प्रत्येक विभाग में जबरदस्त क्षमता है जिसे सामने लाने करने की जरूरत है, यदि हम व्यवस्थित रूप से कंपनी के लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करते हुए मिलकर काम करते हैं, तो हम अधिक से अधिक उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं। ”