Posted on 22 September 2012 by admin
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री श्री रामगोबिन्द चैधरी ने अपने क्षेत्र बलिया के सुल्तानपुर गाॅव में घाघरा नदी के बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत पहुॅचाने के लिये रातोरात स्वयं उपस्थित रहते हुये कटे हुये बंधे की मरम्मत करायी।
श्री रामगोबिन्द चैधरी ने बताया कि बलिया क्षेत्र के लोगों ने वहाॅ पर आयी बाढ़ की विभीषिका से अवगत कराते हुये अनुरोध किया था कि यदि इस बंधे की मरम्मत तत्काल न करायी गयी तो वहाॅ की स्थिति अत्यन्त भयावह हो जायेगी। इसको संज्ञान में लेते हुये उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिये एवं स्वयं उपस्थित होकर बंधे की मरम्मत करवायी। उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुॅचाने के लिये खाद्यान्न आदि भी बटवाया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी गाॅवों में खाद्यान्न आदि की समुचित व्यवस्था होनी चाहिये।
ज्ञातव्य है कि बलिया जनपद में 31 गाॅव बाढ़ से प्रभावित हैं और वहाॅ पर 132 नावें लगायी गयी हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 14 September 2012 by admin
समूहिक नकल कराने के दोषी राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, बलिया के प्रधानाचार्य भी मुख्यमंत्री के निर्देश पर निलम्बित
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देश पर भ्रष्टाचार के आरोपी जिला सम्परीक्षा अधिकारी, स्थानीय निधि लेखा परीक्षा जनपद वाराणसी के विरुद्ध सम्बन्धित थाने पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कराकर प्रकरण की जांच उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान को सौंप दी गई है।
एक अन्य मामले में श्री यादव के निर्देशों के क्रम में जनपद बलिया के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य श्री एम0एल0गुप्ता के विरुद्ध सरकारी सेवक नियमावली की व्यवस्थानुसार अनुशासनिक जांच प्रारम्भ कराकर उन्हें तात्कालिक प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।
जिला सम्परीक्षा अधिकारी, स्थानीय निधि लेखा परीक्षा जनपद वाराणसी श्री जवाहर लाल की वर्ष 2007-08 तथा 2008-09 के सत्यनिष्ठा प्रमाण-पत्र रोके जाने तथा बिना किसी कारण के विभागीय नियमों की उपेक्षा करने, राजकीय कार्य में रूचि न लेने और आॅडिट/निरीक्षण आख्याओं को अनावश्यक विलम्ब से पारित/प्रेषित कराने के कारण लघु दण्ड प्रदान किए जाने हेतु जांच आख्या की एक प्रति वित्त विभाग को भेजे जाने के निर्देश भी दिए गए हैं। विवेचना के हित में श्री जवाहर लाल का स्थानान्तरण जनपद वाराणसी से दूरस्थ किए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, बलिया के प्रधानाचार्य श्री एम0एल0गुप्ता को जिलाधिकारी बलिया की आख्या एवं अन्य संगत साक्ष्यों को दृष्टिगत करते हुए निलम्बित किया गया है। अखिल भारतीय व्यावसायिक परीक्षा 2012 में परीक्षा केन्द्र परमहंस इण्टर काॅलेज, मंझौली, बलिया के आकस्मिक निरीक्षण में यह पाया गया था कि प्रधानाचार्य राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, बलिया श्री एम0एल0गुप्ता की उपस्थिति में उनकी सहमति से सामूहिक नकल कराई जा रही थी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 07 September 2012 by admin
प्रधानपुर स्थित खरिया डीह बांध पर शहीद रामानुज के 29वें शहादत दिवस के अवसर पर आयोजित मेला एवं श्रद्धंाजलि सभा में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेई ने कहा कि शहीद कभी मरते नही है, शहीद रामानुज ने समाज, गांव, गरीबों के शोषण, अन्याय व अत्याचार के लिए संघर्ष करते हुए अपनी जो शहादत दी है इसके लिए वे सदा-सदा के लिए अमर रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस शहीद बलिदानी जनपद बलिया के लोग भाग्यशाली है। बलिया ने शहीद मंगल पाण्डेय जैसे तमाम सपूतो को पैदा किया जिन्होंने भारत माता को गुलामी की जंजीरो से मुक्त करा के हमें आजादी का तोहफा दिया। आजादी के बाद शहीद रामानुज ऐसी सख्शियत है जिन्हें शहीद का दर्जा मिला है। आज के दौर में राजनीति प्रदूषित हो रही है समय की जरूरत है शहीद रामानुज के आदर्शो पर चलने की जरूरत है क्योंकि समाज सेवा हो या राजनीति जब तक लोगांे मे त्याग समर्पण गांव एवं समाज शोषित गरीबों के लिए कुछ करने का जज्बा नही पैदा होगा गांव समाज और राष्ट्र में सुखधाम नही होगा।
उन्होंने डेटरी से प्रधानपुर व खरियाडीह तक जर्जर सड़क के पुर्ननिर्माण के लिए मुख्यमंत्री को पत्र देकर निर्माण शुरू कराने की बात कहते हुए कहा कि यदि यह शहीद रामानुज मार्ग नही बना तो इसके लिए आन्दोलनात्मक रूख अपनाया जायेंगा।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि एम0एल0सी0 केदारनाथ सिंह ने कहा कि शहीद रामानुज एक सच्चे कर्मठ एवं संघर्षशील प्रतिभा के धनी समाज सेवक थे। इनके आदर्शे को आत्मसात करना ही इनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। भाजपा नेत्री केतकी सिंह ने कहा कि प्रत्येक परिवार में शहीद रामानुज जैसा जज्बाा पैदा करना होगा।
बैठक में प्रमुख रूप से फेफना विधायक उपेन्द्र तिवारी, पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह, ब्लाक प्रमुख अच्छेलाल यादव, जिला अध्यक्ष बलवन्त सिंह, पुरूषोत्तम यादव, वीर बहादुर सिंह, सुरेश राम, श्री विलासयादव, सीयाराम यादव, अमर जीत चैहान, बालचन्द्र शर्मा, संजय यादव, पूर्व प्रमुख शिवजी तिवारी, अरविन्द सिंह रिंकू सिंह, छात्रनेता संपोष पाण्डेय, अशोक गुप्ता आदि उपस्थित रहें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 14 April 2012 by admin
बलिया जनपद के फेफना विधान सभा से भाजपा के युवा विधायक उपेन्द्र तिवारी ने आज मुख्यमंत्री से मिलकर राजस्व मंत्री अम्बिका चैधरी द्वारा अपने गाॅंव के गरीबों के घरों को गिरवाने के मामले की जांच कर उन्हें तत्काल बर्खास्त करने तथा उनके व उनके परिजनों द्वारा अवैध रूप से अर्जित ग्राम सभा की संपत्ति की जांच कराकर उसे पात्र व्यक्तियों को आवंटित कराने की मांग किया है।
विधायक श्री तिवारी ने मुख्यमंत्री को दस्तावेजों के साथ लिखे मांग पत्र में कहा है कि चुनाव हारने से बौखलाए मंत्री अपने ही गांव में गरीबों के ऊपर जुल्म ढा रहे हैं। अतिक्रमण हटाने के नाम पर चन्द्रशेखर आजाद यादव, हरदेव चैधरी, जनार्दन यादव, गंगा सागर यादव, रघुनाथ ओझा, वरमेश्वर ओझा आदि दर्जनों गरीबों का मकान बुल्डोजर लगाकर गिरा दिया गया। जिसकी पूर्व सूचना न तो ग्रामसभा को और न ही पीडि़त परिवारों को दी गई जो सर्वथा अनैतिक व बर्बरतापूर्ण कार्रवाई है।
श्री तिवारी ने मुख्यमंत्री को दिए पत्र में कहा है कि फेफना विधानसभा से पराजित व्यक्ति को प्रदेश का राजस्व मंत्री इस आशय से बनाया गया होगा कि वह बिना भेदभाव के प्रदेश की जनता की भावनाओं का सम्मान करेंगे तथा आपकी सरकार की सुचिता बनाए रखेंगे परन्तु परन्तु मंत्री द्वारा इस तरह के घिनौने कार्य किया जाना घोर निंदनीय है। पूर्व में भी इनके द्वारा आर्थिक अनियमितता की गई है। विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि फेफना विधान सभा में भाजपा कार्यकर्ताओं व आम जनता पर राजनैतिक द्वेषवश जिला प्रशासन पर दबाब बनाकर बार-बार उत्पीड़नात्मक कार्रवाई की जा रही है।
भाजपा विधायक के साथ राजस्व मंत्री के गांव कपूरी नारायणपुर के प्रधान राजेन्द्र प्रसाद ने भी गाटावार विवरण देते हुए मंत्री व उनके परिजनों पर ग्राम सभा की जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाते हुए उनके व उनके परिवारीजनों के विरूद्ध कार्रवाई किए जाने एवं गिराए गए मकानों के पुर्ननिर्माण हेतु आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग मुख्यमंत्री से किया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 18 January 2012 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेष अध्यक्ष श्री अखिलेष यादव ने कहा है कि मंहगाई और भ्रश्टाचार के चलते खुषहाली नहीं आ सकती है। बसपा और कांग्रेस ने इन्हें बढ़ाया है। इससे गरीबी बढ़ी है। समाजवादी पार्टी इनके मुकाबले संघर्शषील रही है। समाजवादी पार्टी के पक्ष में जन लहर है। समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही नीतियों के तहत पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, गरीबों की मदद की योजनाएं षुरू की जाएगी। उन्होने आगाह किया कि बसपा-भाजपा में साठगांठ है। इनमें से किसी एक को वोट देना दूसरे को वोट देना होगा।
प्रदेष प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने बताया है कि आज बलिया जनपद में समाजवादी क्रान्तिरथ से पहुॅचे समाजवादी पार्टी के प्रदेष अध्यक्ष श्री अखिलेष यादव ने रतसड़ (फेंफना) और बैरिया की विषाल जनसभाओं में भरोसा दिलाया कि समाजवादी पार्टी कमजोरों के हितों की रक्षा में आगे रहेगी। बांसडी में उनका रथ रोककर उनका भव्य स्वागत हुआ। इस मौके पर उनके साथ सर्वश्री अम्बिका चैधरी, नीरज षेखर, रामगोविन्द चैधरी, जयप्रकाष यादव, मो0 रिजवी, संजय यादव, राजेन्द्र राय, लालता प्रसाद निशाद, संजय सविता विद्यार्थी आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
बलिया की क्रांतिकारी धरती को नमन करते हुए श्री यादव ने कहा कि प्रदेष में बसपा की जुल्मी, अन्यायी और उत्पीड़न करनेवाली सरकार है। अपने कार्यकाल में इसने पुल-सड़क, स्कूल और अस्पतालों पर खर्च होनेवाली रकम पत्थरों पर लगाई है। किसान खाद के लिए परेषान है। उन्हें मंहगे दामों पर और ब्लैक में इसे खरीदना पड़ रहा है। किसान को फसल की लाभकारी कीमत भी नहीं मिल रही है। बसपा सरकार की वजह से बेकारी बढ़ी है। लोगों पर फर्जी केस लगाए गए हंै। अल्पसंख्यकों को उपेक्षित रखा गया है।
श्री अखिलेष यादव ने वायदा किया कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर किसानों को विषेश सुविधाएं मिलेगी। उन्हें मुफ्त सिंचाई, बिजली मुहैया कराई जाएगी। बुनकरों को राहत मिलेगी। नौजवानों को रोजगार अथवा बेकारी भत्ता दिया जाएगा। कन्या विद्याधन दूना करके दिया जाएगा क्योंकि अब मंहगाई बढ़ गई है। बसपा सरकार ने यह सुविधा सत्ता में आते ही बंद कर दी। समाजवादी पार्टी सरकार में इसे चालू किया जाएगा।
श्री यादव ने कहा कि गरीब इलाज के बगैर दमतोड़ देता है। घरवाले बेबस होते है। समाजवादी पार्टी की सरकार में ग्रामीण इलाकों में भी मेडिकल कालेज खोलने और अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं देने की नीति बनी थी। आजमगढ़ में और सैफई में इसकी षुरूआत की गई। समाजवादी पार्टी फिर इस नीति को चलाएगी ताकि गरीब को इलाज के लिए दूर न जाना पड़े। मुफ्त दवाई और इलाज का वायदा समाजवादी पार्टी का ही है।
समाजवादी पार्टी के प्रदेष अध्यक्ष ने जनता का आव्हान किया कि वह बसपा को हटाकर समाजवादी पार्टी को सत्ता में लाने के लिए निर्भय होकर मतदान करे। बलिया की धरती समाजवादी आंदोलन की उर्वर भूमि है यहां के स्व0 चन्द्रषेखर प्रखर समाजवादी थे। इसलिए उम्मीद है कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने में जनता का समर्थन मिलेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 16 November 2011 by admin
अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने आज बलिया में आज पूर्वाचल के बटवारे को लेकर कहा कि यह मायावती का राजनीतिक स्टंट है। साढ़े चाल सालों में मायावती को पूर्वाचल की याद नहीं आई। न ही पूर्वाचल के विकास के लिए मायावती ने कोई काम किया। जनता के भारी आक्रोश को देखते हुए मायावती यह खेल खेल रही है। साढ़े चार वर्षो में मायावती की सरकार ने सरकारी धन एवं जनता को लूटा है। यह बंटवारा बिना तर्कसंगत विचार किए ही गया है। जो किसी भी प्रकार से ठीक नहीं है। मायावती का पूरा मंत्रिमंडल ही भ्रष्ट हैै। कर्मचारी आंदोलनरत हैं, महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहा है उन्हें इसकी चिन्ता नहीं है। राहुल गांधी की सभा में उसके मंत्रियों और सुरक्षाकर्मियों द्वारा जिन युवकों को पीटा गया वह निन्नदनीय है। यह स्वस्थ्य राजनीति की परम्परा के खिलाफ है। जिन्होंने भी इस घटना को अंजाम दिया है उनके उपर मुकदमा दर्ज होना चाहिए। उ0प्र0 के लोगों को भिखारी कहने पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ऐसा बयान देकर राहुल गांधी ने उ0प्र0 की जनता का अपमान किया है। यहां के लोगों ने हर क्षेत्र में अपना व देश का नाम रोशन किया है। स्थानीय निकाय चुनाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस चुनाव को तुरन्त कराया जाना चाहिए। क्योंकि मायावती ने नीतियों को ताक पर रखकर अपने लोगों को स्थानीय निकाय के पदों पर बैठा रही हैं। क्योंकि मायावती को यह पता है कि उ0प्र0 की जनता महंगाई, भ्रष्टाचार और गिरती हुई कानून-व्यवस्था से त्र्रस्त है। मायावती के तानाशाही रवैये के कारण उ0प्र0 जल रहा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 15 November 2011 by admin
उत्तर प्रदेश इस समय संकट के दौर से गुजर रहा है जो प्रदेश आजादी के समय देश के अग्रणी राज्यों में गिना जाता था। वो आज बदहाली का शिकार हो गया है। वर्ष 1951 में उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत के लगभग बराबर थी। परन्तु आज प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय 26051 रू॰ प्रतिवर्ष है जो कि प्रति व्यक्ति आय की राष्ट्रीय औसत 54835 रू॰ प्रतिवर्ष के लगभग आधी है। यानि आजादी के बाद उत्तर प्रदेश भारत के अन्य प्रांतों की तुलना में लगातार पिछड़ता चला गया है।
यहां तक कि बिहार जैसा प्रदेश जो आजादी के समय सबसे पिछड़ा राज्य माना जाता था वो भी कुछ वर्षों से काफी तेजी से प्रगति कर रहा है। आज बिहार के आर्थिक विकास की गति 11 फीसदी से भी अधिक है जबकि उत्तर प्रदेश में विकास की दर महज 6 फीसदी के आसपास सिमट गई है।
केन्द्र सरकार द्वारा गठित तेंदुलकर कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में 20 करोड़ आबादी में से लगभग 8 करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे है। गरीबी और बदहाली का सर्वाधिक असर इस प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में दिखाई दे रहा है। योजना आयोग के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश के गरीबों का 80 फीसदी हिस्सा गांवों में बसता है। प्रदेश के गांवों में फैली गरीबी और रोजगार के अवसरों में कमी के कारण यहां की गरीब जनता दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र और अन्य प्रांतों में रोजगार तलाशने को मजबूर है।
उत्तर प्रदेश ही नही पूरे देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने का काम आखिर किसने किया है? कांग्रेस एवं उसके सहयोगी दलों ने इस देश की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था की सर्वथा उपेक्षा की है। जबकि इस देश का 55 फीसदी रोजगार ग्रामीण अंचलों से आता है। आज उत्तर प्रदेश में कृषि रसातल में चली गई है। गांवों में सड़क, पानी, बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। इसके बावजूद इस प्रदेश के गांवों की स्थिति को सुधारने के लिए प्रदेश या केन्द्र सरकार ने कोई गंभीर प्रयास नही किया है।
भारत का आर्थिक नियोजन उसके प्रकृति एवं चरित्र के अनुरूप किया जाना चाहिए। योजना आयोग की रिपोर्ट के अनुसार केन्द्र द्वारा उत्तर प्रदेश को 11वीं पंचवर्षीय योजना (2007-12) के दौरान ग्रामीण विकास के लिए जो बजट आबंटित किया गया है वह उत्तर प्रदेश को मिलने वाले कुल बजट का महज 4.2 फीसदी ही है। जबकि पहले की पंचवर्षीय योजनाओं में ग्रामीण विकास के लिए औसतन 10 फीसदी बजट का आबंटन होता था।
यदि कांग्रेस पार्टी को उत्तर प्रदेश की गरीबी और पलायन की चिंता होती तो ग्रामीण विकास के लिए उत्तर प्रदेश को मिलने वाले बजट प्रतिशत में कमी नही आई होती।
उत्तर प्रदेश की उपेक्षा करने वाली केन्द्र की यूपीए सरकार को बसपा और सपा दोनों का समर्थन हासिल है। इससे यह स्पष्ट होता है कि उत्तर प्रदेश की बदहाली के लिए सपा, बसपा एवं कांग्रेस तीनों जिम्मेदार है।
आजादी के बाद इस देश में सबसे लम्बे समय तक कांग्रेस पार्टी का शासन रहा है। भारत मेें गरीबी और बेरोजगारी बढ़ने का सबसे बड़ा कारण कांग्रेस पार्टी द्वारा गांधी जी के आर्थिक दर्शन को छोड़ना रहा है। चाहे गांधी दर्शन का स्वदेशी का विचार रहा हो, ग्राम स्वराज्य रहा हो, कुटिर उद्योग रहे हो अथवा रामराज्य अवधारणा रही हो, इन सबके साथ-साथ गांधी जी की इन समस्त नीतियों को तिलांजलि देकर कांग्रेस पार्टी ने सिर्फ गांधी का नाम अपनाया हुआ है। इसलिए यह कहा जा सकता है कि गांधी जी की हत्या भले ही नाथूराम गोडसे ने की हो मगर गांधीवाद की हत्या कांग्रेस पार्टी ने की है। कांग्रेस पार्टी को जवाब देना होगा कि आखिर क्यों उसने गांधी जी को पूरी तरह छोड़ दिया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 24 July 2011 by admin