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जनतंत्र की नींव अर्थात् देश का संविधान बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की देन: राज्यपाल

Posted on 15 April 2017 by admin

  • संविधान केवल पूजा के लिए नहीं है, बल्कि इसे व्यवहार में भी लाया जाना आवश्यक
  • राज्य सरकार हर तरह के भेदभाव रोकने तथा सभी की सुरक्षा एवं समृद्धि के लिए कृत संकल्प: मुख्यमंत्री
  • डाॅ0 अम्बेडकर के दलितों को मुख्य धारा से जोड़ने के सपने को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध
  • किसी भी व्यक्ति को कानून से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जाएगी
  • भीम ऐप दलित, गरीब, वंचित और कमजोर लोगों को सशक्त बनाने का माध्यम
  • गांव, गरीब, दलित, किसान को समर्पित होकर काम करने वाली सरकार की वास्तव में लोक कल्याणकारी सरकार
  • राज्य सरकार, केन्द्र सरकार का अनुकरण करते हुए विकास एवं लोक कल्याणकारी कार्यों को आगे बढ़ा रही है
  • अगले तीन वर्ष में प्रदेश के सभी जनपदों को खुले में शौच से मुक्त किया जाएगा
  • दलित छात्रों के पढ़ने के लिए राज्य सरकार प्राथमिक, उच्च, तकनीकी तथा चिकित्सा शिक्षा में स्काॅलरशिप देगी
  • महापुरुषों के नाम पर होने वाली छुट्टियों के स्थान पर ऐसे दिवसों पर विद्यार्थियों को सम्बन्धित महापुरुषों के बारे में जानकारी देने की व्यवस्था की जाएगी
  • राज्यपाल और मुख्यमंत्री डाॅ0 अम्बेडकर जयंती पर डाॅ0 अम्बेडकर महासभा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए

उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा जनतंत्र है। इस जनतंत्र की नींव अर्थात् देश का संविधान बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की देन है। भारतीयों के लिए बाबा साहब का चरित्र दीप स्तम्भ की तरह काम करता है। बाबा साहब ने भारतीयों के मन में यह आत्मविश्वास जगाया कि किसी भी हालत में संघर्ष और ज्ञानार्जन के बल पर आगे बढ़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि संविधान केवल पूजा के लिए नहीं है, बल्कि इसे व्यवहार में भी लाया जाना आवश्यक है।
राज्यपाल आज यहां बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर महासभा में डाॅ0 अम्बेडकर की 126वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की सेवाओं के प्रति श्रद्धा एवं सम्मान व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार छुआछूत, अश्पृश्यता के नाम पर हर तरह के भेदभाव रोकने तथा सभी की सुरक्षा एवं समृद्धि के लिए कृत संकल्प है। डाॅ0 अम्बेडकर के दलितों को मुख्य धारा से जोड़ने के सपने को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है।press-121
श्री योगी ने कहा कि देश की कीमत पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। जाति, मत, मजहब के नाम पर राजनीति करने वालों के लिए डाॅ0 अम्बेडकर का संदेश साफ है। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कानून से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। चाहे वह जितनी भी रसूख वाला क्यों न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खुशी की बात है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा डाॅ0 अम्बेडकर की स्मृति में भीम ऐप शुरू किया गया है। यह ऐप देश के दलित, गरीब, वंचित और कमजोर लोगों को सशक्त बनाने का एक माध्यम साबित होगा। प्रधानमंत्री का कहना है कि गांव, गरीब, दलित, किसान को समर्पित होकर काम करने वाली सरकार की वास्तव में लोक कल्याणकारी सरकार है। इसीलिए जनधन योजना के माध्यम से लाभ पहुंचाने के लिए गरीब, कमजोर और दलित जनता के बैंकों में जीरो बैलेंस पर करोड़ों की संख्या में खाते खुलवाए गए, जिससे बैंक अकाउण्ट न होने के कारण उन्हें अपमानित न होना पड़े।
इसी प्रकार स्टार्टअप योजना के तहत प्रत्येक बैंक की ब्रांच को कम से कम एक दलित को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कहा गया है। इससे हजारों की संख्या में दलित नौजवानों को आगे बढ़ने का मौका मिला है। प्रधानमंत्री की योजना है कि वर्ष 2022 तक प्रत्येक दलित के पास सिर ढकने के लिए अपना आवास हो।
श्री योगी ने कहा कि राज्य सरकार, केन्द्र सरकार का अनुकरण करते हुए विकास एवं लोक कल्याणकारी कार्यों को आगे बढ़ा रही है। प्रदेश सरकार गरीब को आवास देने के लिए कार्य योजना पर कार्य कर रही है। ऐसे गरीब और दलित, जिनके पास भूमि नहीं है, उन्हें भूमि देने की व्यवस्था की जाएगी। दलित छात्रों के पढ़ने के लिए राज्य सरकार प्राथमिक, उच्च, तकनीकी तथा चिकित्सा शिक्षा में स्काॅलरशिप देगी। प्रदेश सरकार 30 जनपदों का चयन करके 31 दिसम्बर, 2017 तक उन्हें खुले में शौच मुक्त (ओ0डी0एफ0) करने का काम करेगी। अगले तीन वर्ष में प्रदेश के सभी जनपदों को खुले में शौच से मुक्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्राथमिक स्कूलों, जिनमें बड़ी संख्या में गांव के गरीब, मजदूर, किसान के बच्चे शिक्षा पाते हैं, की व्यवस्था को सुधारने के लिए कृत संकल्प है। इन स्कूलों की यूनीफाॅर्म को बदल दिया गया है, जिसे पहनकर छात्र टेªनी होमगार्ड प्रतीत होते थे। ऐसी व्यवस्था की गई है कि प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को दो यूनिफाॅर्म, जूते, बैग, काॅपी-किताब जुलाई के पहले हफ्ते में मिल जाए, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो।
श्री योगी ने कहा कि महापुरुषों के नाम पर अत्यधिक छुट्टियां होने से स्कूलों में पढ़ाई के दिन काफी कम हो गए हैं। व्यवस्था है कि स्कूल 220 दिन खुलें। अत्यधिक छुट्टियों के कारण ऐसा सम्भव नहीं हो पाता है। इसलिए राज्य सरकार महापुरुषों के नाम पर होने वाली छुट्टियों के स्थान पर ऐसे दिवसों पर स्कूलों में सम्बन्धित महापुरुषों के बारे में विद्यार्थियों को घण्टे-दो घण्टे विशेष तौर से जानकारी देने की व्यवस्था कर रही है, जिससे विद्यार्थी महापुरुष के बारे में जानकर उनसे प्रेरणा प्राप्त करें। महापुरुष के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के बारे में जानकारी पाकर छात्र-छात्राओं के मन में इन महापुरुषों के प्रति सम्मान बढ़ेगा और भविष्य में वे भी समाज और राष्ट्र को अपनी अमूल्य सेवाएं दे सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अम्बेडकर महासभा को अपने हितों के प्रति आवाज बुलन्द करते हुए देखकर कहा जा सकता है कि दलितों, वंचितों, गरीबों और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को आगे बढ़ाने का डाॅ0 अम्बेडकर का प्रयास सार्थक साबित हुआ है। उद्यमिता, पत्रकारिता, चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाले महानुभावों का अम्बेडकर महासभा द्वारा सम्मानित किए जाने से बाबा साहब का सपना साकार हुआ है।
कार्यक्रम को बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालजी प्रसाद निर्मल तथा प्रदेश अध्यक्ष श्री रामनरेश चैधरी ने भी सम्बोधित किया। अपने सम्बोधन में उन्होंने डाॅ0 अम्बेडकर महासभा का संक्षिप्त परिचय देने के अलावा मुख्यमंत्री के समक्ष दलितों के उत्थान के लिए संस्था की ओर से कुछ मांगे भी रखी। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाले 06 महानुभावों डाॅ0 वीरेन्द्र कुमार, डाॅ0 जिलेदार रावत, श्री राजेन्द्र के0 गौतम, प्रो0 सुरेश कुमार, श्री राजकुमार सिंह तथा श्री मनोज कुमार सेन को सम्मानित भी किया।
कार्यक्रम से पूर्व, राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने डाॅ0 अम्बेडकर महासभा परिसर में स्थापित तथागत बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा डाॅ0 अम्बेडकर के अस्थि कलश पर पुष्पांजलि भी अर्पित की। इस मौके पर श्री राम नरेश चैधरी ने राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को पुस्तक तथा श्री आर0के0 सिंह ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।
इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य, पर्यटन मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

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देश को विकसित होना है तो आर्थिक असमानता के साथ-साथ आर्थिक कदाचार को रोकना होगा: मुख्यमंत्री

Posted on 15 April 2017 by admin

  • भ्रष्टाचार के प्रति वर्तमान राज्य सरकार जीरो टाॅलरेन्स की नीति अपनाएगी
  • विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है तो भ्रष्टाचार को समाप्त करना ही होगा
  • सभी विभागों में ई-टेण्डरिंग की व्यवस्था लागू की जाएगी: मुख्यमंत्री
  • एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए केन्द्र सरकार काम कर रही है
  • राज्य सरकार डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए गम्भीरता से काम करेगी
  • मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 60 हजार जनसेवा केन्द्रों को भीम ऐप से जोड़ने शुरुआत भी की
  • मुख्यमंत्री ने 100वें डिजिधन मेला को सम्बोधित किया

01-2उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर देश को विकसित होना है तो आर्थिक असमानता के साथ-साथ आर्थिक कदाचार को भी रोकना होगा। यह तभी सम्भव है जब डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा दिया जाए, जिससे एक-एक पाई का हिसाब रखा जा सके। आर्थिक असमानता को दूर करने तथा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 500 एवं 1000 रुपए के नोट को बन्द करने का फैसला लिया। इसके साथ ही, आमजन मानस को कैशलेस अर्थव्यवस्था से जोड़ने के लिए कई प्रकार के पुरस्कारों एवं प्रोत्साहनों की घोषणा की।
मुख्यमंत्री आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित 100वां डिजिधन मेला को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर विभिन्न वित्तीय एवं वाणिज्यिक संस्थाओं द्वारा डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए एक प्रदर्शनी भी लगायी गई थी, जिसका अवलोकन मुख्यमंत्री ने किया। इसके साथ ही, उन्होंने प्रदेश के
60 हजार जनसेवा केन्द्रों को भीम ऐप से जोड़ने की शुरुआत भी की। डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने कई कम्पनियों एवं व्यापारिक प्रतिष्ठानों के पदाधिकारियों, अग्रणी किसानों तथा जनसेवा केन्द्रों के प्रभारियों को सम्मानित किया। इनके अलावा, बैंकर्स एवं राजकीय विभागों के अधिकारी भी सम्मानित किए गए। सम्मान प्राप्त करने वालों में पश्मिांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री अभिषेक प्रकाश, परिवहन आयुक्त श्री के0 रविन्द्र नायक, वाणिज्य कर आयुक्त श्री मुकेश कुमार मेश्राम, निदेशक मण्डी परिषद श्री आशीष कुमार गोयल तथा जिलाधिकारी गाजियाबाद सुश्री निधि केसरवानी भी शामिल थीं।
इस अवसर पर श्री योगी ने भ्रष्टाचार को लेकर वर्तमान राज्य सरकार के मंतव्य का उल्लेख करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टाॅलरेन्स की नीति अपनायी जाएगी। उनकी सरकार भ्रष्टाचारियों को जेल में डालने और सम्पत्ति जब्त करने की कार्रवाई तक से भी नहीं हिचकेगी। अगर सरकार की विकास परियोजनाओं और कल्याणकारी योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है तो भ्रष्टाचार को समाप्त करना ही होगा। उन्होंने कहा कि मात्र कुछ दिनों में ही यह अनुभव किया गया है कि प्रदेश में अधिकांश ठेकेदार परियोजनाओं अधिक लागत दिखाकर राज्य सरकार को भारी वित्तीय क्षति पहुंचा रहे हैं। परियोजनाएं समय पर पूरी न होने के कारण उनकी लागत बढ़ रही है। इसके साथ ही, बड़े ठेकेदार परियोजनाओं को छोटे-छोटे ठेकेदारों में वितरित कर जनता की गाढ़ी कमाई का दुरुपयोग कर रहे हैं। इसीलिए वर्तमान राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि सभी विभागों में ई-टेण्डरिंग की व्यवस्था लागू की जाएगी। भ्रष्टाचार रहित तथा समय से पूरा कराने के लिए परियोजनाओं की कड़ाई से समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार और कालेधन पर अंकुश लगाने के लिए कैशलेस लेन-देन को बढ़ावा देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्सर देश की जनता चुनाव के समय भ्रष्टाचार के सम्बन्ध में बड़े-बड़े दावों को सुनती आ रही थी और जैसे ही चुनाव समाप्त हो जाता था भ्रष्टाचार पर चर्चा भी खत्म हो जाती थी। केन्द्र की वर्तमान सरकार ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए पूरी गम्भीरता से काम शुरू किया। केन्द्र सरकार यह भी सुनिश्चित कर रही है कि अब आगे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगे। देश का पैसा विदेशों में जमा कर देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर न किया जा सके, इसीलिए प्रधानमंत्री द्वारा नोटबन्दी की गई। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि तमाम राजनीतिक दलों एवं संस्थाओं द्वारा केन्द्र सरकार के इस निर्णय के विरुद्ध भ्रम फैलाने का प्रयास किया। इसके बावजूद यहां की आम जनता ने प्रधानमंत्री के इस निर्णय का पूरे उत्साह के साथ समर्थन किया और उनके साथ चट्टान की तरह खड़ी रही।
श्री योगी ने कहा कि जब हमारे देश में नोटबन्दी की गई थी उसी समय एक विदेशी सरकार ने भी अपने यहां इसी तरह का कदम उठाया, लेकिन वहां की सरकार को अपने निर्णय वापस लेना पड़ा। जबकि प्रधानमंत्री श्री मोदी जनता के हितों को दृष्टिगत रखते हुए नोटबन्दी के निर्णय पर दृढ़संकल्पित रहे, जिसका परिणाम अब दिखाई पड़ने लगा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के इस निर्णय के पीछे डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर के आर्थिक दर्शन की प्रेरणा रही है। हम सभी जानते हैं कि बाबा साहब ने कहा था कि भ्रष्टाचार पर अंकुश के लिए बड़ी मूल्य वाली मुद्राओं को बार-बार बदलते रहना चाहिए। पहली बार केन्द्र की किसी सरकार ने निजी लाभ-हानि से ऊपर उठकर देश के हित में फैसला लिया और लोगों ने भी कष्ट सहकर भी भारत सरकार को भरपूर सहयोग प्रदान किया। डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा कई प्रकार के प्रोत्साहन दिए जा रहे है। आज भी प्रधानमंत्री ने 14 अक्टूबर, 2017 तक कई प्रोत्साहन देने की घोषणा की है। प्रदेश सरकार भी डिजिटल पेमेण्ट को बढ़ावा देने के लिए गम्भीरता से काम करेगी। राज्य के कुछ नगरों में आई0टी0 पार्क स्थापित करने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए केन्द्र सरकार जो काम कर रही है। उससे भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत बन रही है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार की दृढ़इच्छा शक्ति की चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा बिजली व्यवस्था को सुधारने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर कुछ लोगों द्वारा प्रश्न चिन्ह् लगाया जा रहा है। लेकिन ऐसे लोगों को यह जान लेना चाहिए की वर्तमान राज्य सरकार केवल कुछ चुनिंदा जनपदों के बजाए प्रदेश के सभी 75 जनपदों को कल से 24 घण्टे बिजली आपूर्ति के लिए संकल्पित है। इसके साथ ही, तहसील मुख्यालयों को 20 घण्टे और ग्रामीण इलाकों को 18 घण्टे बिजली आपूर्ति की जाएगी। नवम्बर, 2018 तक प्रदेश के सभी गांव एवं घरों को 24 घण्टे बिजली आपूर्ति हेतु राज्य सरकार व्यवस्था को ठीक कर रही है। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाकर प्रदेश के हर घर को रौशन किया जाएगा। इसी प्रकार पूर्व की भांति अब किसानों के नलकूपों एवं गांवों के खराब ट्रांसफार्मरों को महीनों न बदलने की प्रवृत्ति वाले कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। विद्युत विभाग के कार्मिकों को स्पष्ट तौर पर निर्देशित किया गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में 48 घण्टे तथा शहरी क्षेत्रों में 24 घण्टे में खराब ट्रांसफार्मर को न बदलने के लिए कार्मिक परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे।
श्री योगी ने कहा कि यदि राजनीतिक पूर्वाग्रह से हटकर केन्द्र की वर्तमान सरकार से पूर्व और अब देश की स्थिति का आकलन किया जाए तो स्पष्ट हो जाएगा कि प्रधानमंत्री ने देश के नागरिकों का आत्म-विश्वास बढ़ाया है। खराब हालात तक पहुंच चुके राजनीतिक प्रतिनिधियों के प्रति लोगों की सोच को परिवर्तित कर पुनः सकारात्मक बनाने का काम किया। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश की सरकार प्रदेश की जनता को भ्रष्टाचार रहित प्रशासन देने के लिए कटिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने डिजिधन मेला में स्टाॅल लगाने वाले 05 अच्छी संस्थाओं को सम्मानित किया। इसमें एअरटेल, ई-सुविधा, खाद एवं रसद विभाग, राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद तथा स्टेट बैंक आॅफ इण्डिया शामिल हैं।
इस मौके पर, उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के फैसलों का परिणाम जनता के सामने आना शुरू हो गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय कार्यक्रम के सजीव प्रसारण को प्रेरक बताते हुए कहा कि डिजिटल लेन-देन ही भविष्य में अर्थव्यवस्था की घुरी बनने जा रहा है। इसमें भीम ऐप तथा भीम आधार सेवा की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्रीगण, अधिकारी, संस्थाओं के पदाधिकारी, छात्र-छात्राओं ने प्रधानमंत्री का सजीव प्रसारण सुना।

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राज्य सरकार का लक्ष्य प्रदेशवासियों को उत्कृष्ट एवं प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना: मुख्यमंत्री

Posted on 13 April 2017 by admin

यह सेवाएं दूरदराज के क्षेत्रों में हर हाल में पहुंचें यह सुनिश्चित किया जाएगा


जिला चिकित्सालयों सहित प्रदेश की सम्पूर्ण
स्वास्थ्य सेवाओं में अत्यधिक सुधार की आवश्यकता

केन्द्र सरकार द्वारा विगत 2 वर्षाें से यह एम्बुलेंस उपलब्ध
करायी जा रही थीं, परन्तु पिछली राज्य सरकार ने इसे अस्वीकार करते हुए
राज्य की जनता को इस महत्वपूर्ण जीवन रक्षक प्रणाली से वंचित रखा

भारत का ढांचा फेडरल है, केन्द्र एवं राज्य की सरकारों को आपस में समन्वय स्थापित करने के साथ-साथ सहयोग करते हुए चलना चाहिए: योगी आदित्यनाथ

राज्य सरकार कर्जमाफी का बोझ जनता पर नहीं डालेगी: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने ‘एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस सेवा’
के तहत 150 एम्बुलेंस को झण्डी दिखाकर रवाना किया

यह सभी एम्बुलेंस जीवन रक्षक उपकरणों से सुसज्जित

यह एम्बुलेंस मरीज के ‘गोल्डेन आवर’ के लिए महत्वपूर्ण: मुख्यमंत्री

हम टेक्नोलाॅजी का बेहतर उपयोग स्वास्थ सेवाएं उपलब्ध
कराने में करेंगे: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री
press-6उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य प्रदेशवासियों को उत्कृष्ट एवं प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि यह सेवाएं दूरदराज के क्षेत्रों में हर हाल में पहुंचें यह सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालयों सहित प्रदेश की सम्पूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं में अत्यधिक सुधार की आवश्यकता है। राज्य सरकार इस पर लगातार प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने यह विचार आज अपने सरकारी आवास पर ‘एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस सेवा’ के शुभारम्भ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि आज बैसाखी के दिन यह सेवा शुरू हो रही है, इस बात की उन्हें खुशी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा विगत 2 वर्षाें से यह एम्बुलेंस उपलब्ध करायी जा रही थीं, परन्तु पिछली राज्य सरकार ने इसे अस्वीकार करते हुए राज्य की जनता को इस महत्वपूर्ण जीवन रक्षक प्रणाली से वंचित रखा। उन्होंने कहा कि जिस राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी हो और वहां की सरकार केन्द्र द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उपलब्ध करायी जा रही सहायता को ठुकरा रही हो तो वह कैसी सरकार है और क्या वह जनता का हित चाहती है।
श्री योगी ने कहा कि भारत का ढांचा फेडरल है। ऐसे में केन्द्र एवं राज्य की सरकारों को आपस में समन्वय स्थापित करने के साथ-साथ सहयोग करते हुए चलना होता है, अन्यथा केन्द्र एवं राज्य की आपसी असहमति में जनता को मुश्किलें होती हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद से ही, राज्य सरकार के मंत्रिगण आपस में नित्यप्रति मिलकर चीजों को ठीक करने के विषय में चर्चा करते रहते हैं, ताकि लोक कल्याण संकल्प-पत्र को अमली जामा पहनाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य अगले पांच वर्षाें में उत्तर प्रदेश को अग्रणी राज्य बनाने का है, ताकि इसकी ‘बीमारू’ छवि बदल जाए। राज्य सरकार द्वारा किसानों की कर्जमाफी का यह निष्कर्ष निकाला जा रहा है कि सरकार अब जनता पर बोझ डालेगी। ऐसा बिल्कुल नहीं है और इसका इन्तेजाम किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि हम अनावश्यक खर्चाें पर रोक लगाते हुए मितव्ययिता के माध्यम से इसकी भरपाई करेंगे।press-31
श्री योगी ने कहा कि आज इस अवसर पर 150 एम्बुलेंसों की शुरुआत की जा रही है। शीघ्र ही 100 अतिरिक्त एम्बुलेंसों को भी इस सेवा में लगाया जाएगा। यह सभी एम्बुलेंस केन्द्र सरकार द्वारा एन0एच0एम0 के तहत उपलब्ध करायी गयी हैं। यह एम्बुलेंस जीवन रक्षक उपकरणों से सुसज्जित हैं। यह एम्बुलेंस गम्भीर मरीजों, ऐसे दुर्घटनाग्रस्त लोगों, जिन्हें तत्काल मदद की आवश्यकता है, के बहुत काम आएगी, क्योंकि ‘गोल्डेन आवर’ अर्थात पहला घण्टा जिसमें यदि इलाज की व्यवस्था हो जाए तो मरीज की जान बच सकती है, के दौरान यह कारगर साबित होगी। सभी एम्बुलेंस जी0पी0एस0 से माॅनीटर होंगी। इस सेवा का संचालन जी0वी0के0-ई0एम0आर0आई0 के माध्यम से किया जाएगा। यह संचालन करने वाली एजेन्सी की जिम्मेदारी होगी कि वह यह सुनिश्चित करे कि इस सेवा के तहत संचालित एम्बुलेंस के सभी उपकरण सुचारु रूप से काम करें, अन्यथा उपकरणों में खराबी पाये जाने पर 10,000 रुपये का दण्ड देय होगा। इस सेवा के तहत संचालित एम्बुलेंसों के सभी कार्याें की लगातार माॅनीटरिंग की जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इस सेवा के संचालन में लगे कर्मियों के मानदेय के भुगतान समयबद्ध ढंग से सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ‘108’ नम्बर की इस सेवा के तहत काॅल करने वाले के पास एम्बुलेंस 15 मिनट के अन्दर पहुंचेगी।
कार्यक्रम को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार गरीबों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। हम टेक्नोलाॅजी का बेहतर उपयोग स्वास्थ सेवाएं उपलब्ध कराने में करेंगे। आज उपलब्ध करायी गयी 150 एम्बुलेंस में से 75 एम्बुलेंस वर्ष 2014-15 के दौरान तथा 75 एम्बुलेंस वर्ष 2015-16 के दौरान एन0एच0एम0 के तहत केन्द्र सरकार ने उपलब्ध करायी थीं, जिनका उपयोग पिछली सरकार ने नहीं किया और प्रदेश की जनता इस महत्वपूर्ण सेवा से वंचित रह गयी। प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा पूरा समर्थन दिया गया है। इस सेवा का उपयोग करते हुए दिल्ली से 200 कि0मी0 के दायरे में किसी मरीज को आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली तक भी पहुंचाने की व्यवस्था इसके तहत की गयी है। राज्य सरकार इस बात का पूरा प्रयास करेगी कि राज्य के सभी अस्पताल उच्च कोटि के बनें, जहां मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलें, ताकि उन्हें राज्य से बाहर न जाना पड़े।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने इस सेवा के ड्राइवरों को वाहनों की चाभियां भी मुहैया करवायीं। उन्होंने एक एम्बुलेंस का अवलोकन करने के पश्चात सभी वाहनों को झण्डी दिखाकर रवाना भी किया। उन्होंने अन्तिम एम्बुलेंस के सहायक के कंधे पर हाथ रखकर बधाई दी और सभी कर्मचारियों से ये कामना की कि वे मरीजों के लिए पूरी ईमानदारी व मेहनत से काम करेंगे। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, परिवार कल्याण मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, परिवार कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती स्वाती सिंह सहित मंत्रिमण्डल के कई अन्य सदस्य तथा वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि इस सेवा के तहत कुल 150 एम्बुलंेस का संचालन किया जा रहा है। भविष्य में 100 और एम्बुलेंस को इस सेवा के तहत शामिल किया जाना प्रस्तावित है। वर्तमान में 108 सेवा के अन्तर्गत 1488 बी0एल0एस0 एम्बुलेंस संचालित हैं, जिनका संचालन जी0वी0के0-ई0एम0आर0आई0 के माध्यम से होता है। इनकी संचालन अवधि 05 वर्ष है और इनका इमरजेन्सी रिस्पाॅन्स सेण्टर लखनऊ में स्थापित है। इमरजेन्सी रिस्पाॅन्स सेण्टर में इन्टीग्रेटेड कम्प्यूटर टेक्नोलाॅजी, वाॅयस लोगर सिस्टम की व्यवस्था होगी।
press-4इन एम्बुलेंस में ट्रांसपोर्ट वेंटिलेर, मल्टी पैरा माॅनीटर, डिफिब्रिलंेटर, फीटल डाप्लर जैसे विशिष्ट उपकरण लगाये गये हैं। इसके साथ ही इनमें अति गम्भीर रोगों के उपचार हेतु औषधियांे के साथ-साथ प्रशिक्षित इमरजेन्सी मेडिकल टेक्नीशियन की भी व्यवस्था की गयी है। प्रत्येक एम्बुलेंस वातानुकूलित है और इनमें जी0पी0एस0 की भी व्यवस्था है।
अति गम्भीर रोगियों हेतु एम्बुलेंस का बेस लोकेशन जनपद मुख्यालय होगा। जिले के सी0एम0ओ0/सी0एम0एस0 के संदर्भन पर एम्बुलेंस उपलब्ध करायी जायेगी। 108 पर प्राप्त होने वाली सामान्य जनता की कालों हेतु भी आवश्यकतानुसार ए0एल0एस0 एम्बुलंेस उपलब्ध करायी जायेगी। दिल्ली से 200 किलोमीटर के अन्दर आने वाले जनपदों के मरीजों को दिल्ली के चिकित्सालयों में भेजने की भी व्यवस्था की जाएगी।
सेवा प्रदाता को एम्बुलेंस द्वारा माह में कुल तय की गयी दूरी के आधार पर भुगतान किया जाएगा। तय की गयी दूरी की गणना जी0पी0एस0 के आधार पर की जायेगी। दिन में काॅल प्राप्त होने के 5 मिनट के अन्दर (सुबह 8 से शाम 8) एवं रात्रि में 10 मिनट के अन्दर (शाम 8 से सुबह 8) एम्बुलंेस रवाना कर दी जायेगी। जिला चिकित्सालय के रोगियों को तत्काल एम्बुलंेस उपलब्ध करायी जायेगी।press-5
यदि रोगी को जिला चिकित्सालय के अलावा किसी अन्य स्थान से पिकअप किया जाना है तो शहरी क्षेत्र में 30 मिनट एवं ग्रामीण क्षेत्र 45 मिनट में एम्बुलेंस को रोगी तक पहुंचाया जायेगा। यदि एम्बुलंेस के सामान्य उपकरणांे, औषधियों, कंज्यूमेबल आदि में कमी पायी जाती है तो 1000 रुपए प्रति डिफाल्ट की पैनाल्टी लगायी जायेगी। यदि एयरकन्डीशनर, एडवांस उपकरणों मंे कमी पायी जाती है तो 10,000 रुपए प्रति डिफाल्ट की पैनाल्टी लगायी जायेगी।

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मुख्यमंत्री ने जनता की समस्याएं सुनीं

Posted on 07 April 2017 by admin

अधिकारी जनता के प्रति संवेदनशील बनें: श्री योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने रोज की तरह आज भी अपने सरकारी आवास पर लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को इन पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी जनता के प्रति संवेदनशील बनें तथा उनकी समस्याओं के समाधान के लिए तत्परता से काम करें।

press-12सीतापुर से आए श्री मुनीष कुमार ने अपने लिए विकलांग पेंशन दिए जाने का मुख्यमंत्री से अनुरोध किया। बाराबंकी के श्री राजेश ने छात्रवृत्ति का आग्रह किया, वहीं गोरखपुर से आए श्री राजेश कुमार ने अपने बेटे की आंख के इलाज के लिए आर्थिक मदद का अनुरोध किया। लखनऊ के श्री परमहंस ने बताया कि उनकी गाड़ी कोदबंगों ने जबरन ले लिया है, जिस पर उन्होंने मुख्यमंत्री से मदद का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने सभी मामलों में त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों से आए लोगों ने अपनी विभिन्न समस्याओं से सम्बन्धित आवेदन पत्र मुख्यमंत्री को स्वयं दिए। आज के कार्यक्रम में प्राप्त प्रार्थना पत्रों में लोगों ने आर्थिक सहायता, विद्युत आपूर्ति, आवास आवंटन, पेयजल, अवैध कब्जे, पेंशन, राजस्व, भू-अभिलेखों में अनियमितता, शादी अनुदान, फर्जी मुकदमे, नौकरी तथा निजी इलाज आदि से सम्बन्धित समस्याओं का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने सभी प्रकरणों को ध्यानपूर्वक सुना और इस सम्बन्ध में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए

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पहली कैबिनेट बैठक में प्रदेश सरकार ने लिया ऐतिहासिक फैसला

Posted on 06 April 2017 by admin

31 मार्च, 2016 तक लघु व सीमान्त किसानों को जितना भी
फसली ऋण दिया गया है, उसका 31 मार्च, 2017 को
अचुकता अवशेष माफ करने का निर्णय

फसली ऋण माफी की अधिकतम सीमा प्रति किसान एक लाख रु0 होगी

योजना की कुल लागत लगभग 36 हजार करोड़ रु0

योजना से 86 लाख से अधिक लघु व सीमान्त किसानों को लाभ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आज यहां लोक भवन में सम्पन्न मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में 31 मार्च, 2016 तक लघु व सीमान्त किसानों को जितना भी फसली ऋण दिया गया है, उसका 31 मार्च, 2017 को अचुकता अवशेष माफ करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। फसली ऋण माफी की अधिकतम सीमा प्रति किसान एक लाख रुपए होगी।
इसके अलावा, एन0पी0ए0 ऋणों को एकमुश्त समाधान (ओ0टी0एस0) के तहत राज्य सरकार की वित्तीय सहायता से राइट आॅफ किया जाएगा, जिस पर अनुमानित वित्तीय भार लगभग 6000 करोड़ रुपए होगा। इस पूरी योजना में 86 लाख से अधिक लघु व सीमान्त किसानों को लाभ होगा, जिन्होंने बैंकों से फसली ऋण ले रखा है।
योजना की कुल लागत लगभग 36 हजार करोड़ रुपए होगी, जिसमें एकमुश्त समाधान योजना की लागत लगभग 6000 करोड़ रुपए होगी। एकमुश्त समाधान योजना से ऐसे लगभग 7 लाख किसान पुनः बैंकिंग सेवाओं का लाभ ले सकेंगे, जिन्हें ऋणग्रस्तता के कारण बैंकों ने फसली ऋण देना बन्द कर दिया था।
प्रदेश के एक हेक्टेयर अर्थात 2.5 एकड़ तक के सभी किसान सीमान्त किसान की श्रेणी में आएंगे। इस प्रकार 2 हेक्टेयर अर्थात 5 एकड़ तक के सभी किसान लघु किसान की श्रेणी में आएंगे। योजना का लाभ प्रदेश के सभी लघु व सीमान्त कृषकों को मिलेगा। प्रारम्भिक गणना के अनुसार प्रदेश में ऐसे कुल 86.68 लाख लघु व सीमान्त किसान हैं, जिन्होंने बैंकों से फसली ऋण लिया हुआ है।
फसली ऋण माफी योजना हेतु मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 8 अधिकारियों की एक कमेटी बनाई गई है, जिसमें कृषि उत्पादन आयुक्त, अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव, वित्त, संस्थागत वित्त/कृषि/सहकारिता व राज्य बैंक समन्वयक सदस्य हैं। यह समिति सभी पहलुओं का अध्ययन कर विस्तृत फसली ऋण माफी योजना तैयार करेगी व उसका मुख्यमंत्री से अनुमोदन लेकर क्रियान्वयन करेगी। साथ ही, समिति योजना के वित्त पोषण हेतु भी अपनी संस्तुतियां शासन को प्रस्तुत करेगी, जिसके आधार पर सरकार द्वारा इस हेतु वित्तीय व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी। क्रियान्वयन के अतिरिक्त समिति की इस योजना के सतत् अनुश्रवण में भी सक्रिय भूमिका होगी।
प्रदेश सरकार ने अपने संकल्प पत्र के अनुसार मंत्रिमण्डल की पहली बैठक में लघु एवं सीमान्त किसानों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के क्रम में यह ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
ज्ञातव्य है कि उत्तर प्रदेश की लगभग 78 प्रतिशत जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है, जिसमें 68 प्रतिशत परिवार कृषि पर निर्भर हैं। किसानों की संख्या का लगभग 93 प्रतिशत लघु व सीमान्त किसान हैं। इसी से स्पष्ट है कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था लघु व सीमान्त किसानों पर काफी हद तक निर्भर है। गत तीन वर्षों में सूखा, बाढ़ व ओलावृष्टि का सर्वाधिक कुठाराघात लघु व सीमान्त किसानों पर हुआ है, जिससे वे फसली ऋण की अदायगी भी नहीं कर पा रहे हैं तथा उनकी सूदखोरों व साहूकारों के ऋण के भंवरजाल में फंसने की प्रबल आशंका है। इससे कृषि सेक्टर व प्रदेश के विकास की गति भी अवरुद्ध होने की सम्भावना है।
2016-17 में जहां राज्य के सकल घरेलू उत्पादन की वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत अनुमानित है, वहीं कृषि एवं पशुपालन सेक्टर में यह 5.3 प्रतिशत ही रहने का अनुमान है। 2011-12 से 2014-15 के मध्य जहां प्रदेश में प्रति व्यक्ति कुल आय में 3.2 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि दर रही, वहीं कृषि एवं पशुपालन क्षेत्र में यह वृद्धि मात्र 1.2 प्रतिशत रही। इसी के दृष्टिगत प्रदेश सरकार की यह प्रतिबद्धता है कि पिछले तीन वर्षों से प्राकृतिक आपदाओं के दंश को झेल रहे इन सभी लघु एवं सीमान्त किसानों के फसली ऋण माफ किए जाएं।
इसी आशय से लोक कल्याण संकल्प पत्र के माध्यम से उद्घोषित अपनी प्रतिबद्धता ‘कृषि विकास का बने आधार’ के क्रियान्वयन का राज्य सरकार द्वारा अपनी पहली मंत्रिमण्डलीय बैठक में निर्णय लिया गया। इससे लघु एवं सीमान्त किसानों को इस हेतु सक्षम बनाया जाएगा कि वे बैंकिंग व्यवस्था का लाभ लेकर कृषि में निवेश करें, ताकि वे न केवल स्वयं स्वावलम्बी हों, अपितु राज्य के कृषि सेक्टर के उत्पादन व उत्पादकता में भी वृद्धि हो।

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जनपद वाराणसी में संचालित विकास परियोजनाओं को तेजी से पूरा कराएं: मुख्यमंत्री

Posted on 04 April 2017 by admin

नगर विकास मंत्री 15 मार्च को विकास परियोजनाओं का निरीक्षण करेंगे
अगले तीन माह में विकास परियोजनाओं का काम जमीन पर दिखना चाहिए: श्री योगी
स्थानीय प्रशासन एन0एच0ए0आई0 की परियोजनाओं के समक्ष आ रही कठिनाइयों को दूर कराए

वाराणसी रिंग रोड के निर्माण में आ रही बाधा को सुलझाने के निर्देश

चैका घाट से लहरतारा को जोड़ने के लिए निर्माणाधीन फ्लाईओवर का काम मार्च, 2018 तक पूरा कराएं

शिवपुर-लहरतारा (फुलवरिया) 04 लेन सड़क बनाने  तथा कुनिया घाट पर पुल बनाने का प्रस्ताव मंजूर

वाराणसी में मल्टी लेवल पार्किंग बनाने के निर्देशपंचकोसी मार्ग पर पगडंडी सहित 02 लेन सड़क बनाने के लिए 15 दिनों में डी0पी0आर0 तैयार कराएं

रेलवे टैªक के पास झोपड़ियों में रहने वाले लोगों के लिए मल्टी स्टोरी भवन के प्रस्ताव पर विचार किया जाए
मुख्यमंत्री ने वाराणसी नगर में पेयजल आपूर्ति की समस्या को गम्भीरता से लेते हुए जल निगम के कार्यों की जांच टी0ए0सी0 द्वारा कराने के निर्देश दिए
कान्हा उपवन, लखनऊ की तरह वाराणसी में भी गौशाला की व्यवस्था की जाए
काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास भव्य एवं खुला माहौल प्रदान करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं
मुख्यमंत्री ने वाराणसी में संचालित विकास परियोजनाओं की समीक्षा की
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद वाराणसी में संचालित विकास परियोजनाओं को तेजी से पूरा कराने के निर्देश दिए हैं। काशी को दुनिया की प्राचीनतम, सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक नगरी बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां संचालित विकास परियोजनाओं का नगर विकास मंत्री श्री सुरेश खन्ना 15 मार्च, 2017 को मौके पर निरीक्षण करेंगे। आवश्यकतानुसार वे (मुख्यमंत्री) स्वयं मई, 2017 में वाराणसी का भ्रमण करेंगे। उन्होंने कहा कि वाराणसी और इसके आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए भारत सरकार ने जिस पैमाने पर धनराशि उपलब्ध करायी है, उस हिसाब से यहां के कार्य दिखायी नहीं पड़ रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि अगले तीन माह में विकास परियोजनाओं का काम जमीन पर दिखायी पड़ना चाहिए।
मुख्यमंत्री आज यहां शास्त्री भवन में वाराणसी से सम्बन्धित नगर विकास, ऊर्जा, पर्यटन, लोक निर्माण, आवास एवं शहरी नियोजन, सिंचाई विभाग, वाराणसी विकास प्राधिकरण तथा एन0एच0ए0आई0 से सम्बन्धित परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एन0एच0ए0आई0) की परियोजनाओं के समक्ष आ रही कठिनाइयों पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए स्थानीय प्रशासन को पूरा सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। जिन 08 जनपदों में एन0एच0ए0आई0 द्वारा वाराणसी को जोड़ते हुए सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है, वहां किसानों को भूमि का भुगतान करने में विलम्ब को गम्भीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से नोडल अधिकारी नामित करते हुए 15 दिनों में किसानों को उनका मुआवजा वितरित कराने के सख्त निर्देश दिए हैं। इसी प्रकार मण्डलायुक्त वाराणसी को जनपद गाजीपुर, वाराणसी एवं जौनपुर के जिलाधिकारियों के माध्यम से भूमि का मुआवजा कैंप लगाकर वितरित कराने के लिए कहा है।
उल्लेखनीय है कि वाराणसी से गोरखपुर, वाराणसी से लखनऊ एवं वाराणसी रिंग रोड आदि सड़कों का निर्माण एन0एच0ए0आई0 द्वारा कराया जा रहा है, जिसमें स्थानीय स्तर पर प्राधिकरण के समक्ष किसानों का मुआवजा वितरित न करने तथा वाराणसी रिंग रोड के कार्य में बाधा डालने की कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। मुख्यमंत्री ने इसे गम्भीरता से लेते हुए कहा कि एन0एच0ए0आई0 द्वारा बनायी जा रही सड़कों का लाभ प्रदेश को मिलने जा रहा है। इसलिए सभी सम्बन्धित जिलाधिकारी इस मामले में प्राधिकरण को हर सम्भव सहयोग प्रदान कर उनकी समस्याओं का निराकरण युद्ध स्तर पर कराएं।
मुख्यमंत्री ने वाराणसी रिंग रोड के निर्माण में बाधा उत्पन्न करने वालों से वार्ता कर समस्या सुलझाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, यह भी हिदायत दी है कि यदि कोई इन परियोजनाओं को अनावश्यक विलम्बित करने का कारण बन रहा है तो उसके साथ कठोरता से पेश आएं। उन्होंने एन0एच0ए0आई0 के अधिकारियों को आश्वस्त किया है कि प्रदेश में संचालित परियोजनाओं को समय से पूरा कराएं और यदि उनके समक्ष कोई समस्या आ रही हो तो सम्बन्धित मण्डलायुक्तों/जिलाधिकारियों को अवगत कराएं। उन्होंने वाराणसी नगर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए निर्माणाधीन दोनों सेतुओं का कार्य 30 जून, 2017 तक पूरा कराने का निर्देश देते हुए उत्तर प्रदेश सेतु निगम को निर्देशित किया कि आवश्यकतानुसार कार्य बल की संख्या बढ़ायी जाए।
श्री योगी ने अपर मुख्य सचिव लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया कि वे स्वयं वाराणसी जाकर लोक निर्माण विभाग एवं सेतु निगम से सम्बन्धित परियोजनाओं का मौके पर निरीक्षण करें और उन पर आ रही कठिनाइयों को दूर कराएं। उन्होंने मडुआडीह में निर्माणाधीन आर0ओ0बी0 को पूरा कराने के लिए लोक निर्माण विभाग को वहां से सीवर लाइन हटाने के लिए तत्काल 90 लाख रुपए अवमुक्त करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, मण्डलायुक्त को रेलवे के अधिकारियों से बात कर 30 जून तक आर0ओ0बी0 का काम पूरा कराने के लिए कहा है। इसी प्रकार चैका घाट से लहरतारा को जोड़ने के लिए निर्माणाधीन 1710 मीटर फ्लाईओवर का काम मार्च, 2018 तक पूरा करने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सेतु निगम द्वारा इस परियोजना को अनावश्यक विलम्बित किया गया है। अब इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
श्री योगी ने वाराणसी नगर की यातायात व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाने के लिए शिवपुर-लहरतारा (फुलवरिया) करीब साढ़े पांच कि0मी0 04 लेन सड़क बनाने तथा वरुणा नदी के कुनिया घाट पर पुल बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की। इसके साथ ही, लोक निर्माण विभाग की सभी सड़कों पर डिवाइडर बनाने तथा उन पर सर्फेसिंग लेयर की 88 करोड़ रुपए की परियोजना को भी मंजूरी प्रदान कर दी। इससे नगर की सड़कें अच्छी एवं धूल रहित बन सकेंगी। विभिन्न संस्थाओं द्वारा समय-समय पर नगरों की सड़कों को खोद कर उनको इसी प्रकार छोड़ देने की प्रवृत्ति पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर की हर सड़कों पर कवर्ड नाली की ऐसी व्यवस्था की जाए कि संस्थाओं द्वारा सड़कों को खोदने के बजाय एक निश्चित किराया नगर निगमों को देकर निर्मित नाली में अपने पाइप या तार डालकर काम आगे बढ़ा सकें। इससे आए दिन सड़कों को हो रही क्षति को रोका जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने वाराणसी की सकरी एवं भीड़ भरी गलियों को देखते हुए यहां पर्याप्त मल्टी लेवल पार्किंग बनाने के निर्देश दिए हैं। प्रथम चरण मे एक पार्किंग नगर निगम द्वारा तथा दूसरा पी0डब्ल्यू0डी0 द्वारा निर्मित की जाएगी। इसके साथ ही, पी0पी0पी0 माॅडल पर पार्किंग बनाने के लिए मण्डलायुक्त को अधिकृत किया गया है। उन्होंने 59 कि0मी0 लम्बे पंचकोसी मार्ग पर विशेष ध्यान देने का निर्देश देते हुए कहा कि 02 लेन की सड़क पगडंडी सहित बनाने के लिए 15 दिनों में लोक निर्माण विभाग डी0पी0आर0 तैयार कराए। इस पंचकोसी मार्ग पर जगह-जगह बैठने तथा प्रसाधन की व्यवस्था भी प्रस्तावित करने के लिए कहा गया है। वर्षों से लम्बित ट्रांसपोर्ट नगर की अधूरी परियोजना को पूरा कराने के लिए उन्होंने डी0पी0आर0 तैयार कराने का निर्देश दिया है। इस परियोजना को पूरा करने के लिए भारत सरकार के परिवहन मंत्रालय की मदद ली जाएगी।
वाराणसी में रेलवे टैªक के आसपास खुले में शौच की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के लिए श्री योगी ने मण्डलायुक्त को निर्देशित किया कि कुछ ऐसे मल्टी स्टोरी भवन तैयार कराने के प्रस्ताव पर विचार किया जाए, जिसमें रेलवे टैªक के पास झोपड़ियों में रहने वाले लोगों को इन भवनों में बसाया जाए। इसी प्रकार वाराणसी जनपद को 02 अक्टूबर, 2017 तक खुले में शौच से मुक्त करने की परियोजना पर गम्भीरता से काम करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने ‘नमामि गंगे’ परियोजना के तहत संचालित परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए निर्माणाधीन गोइठहां एवं दीनापुर परियोजनाओं के साथ-साथ रमना परियोजना को भी शीघ्र पूरा कराने का निर्देश दिया। ज्ञातव्य है कि इन तीनों परियोजनाओं के पूरा हो जाने पर वाराणसी में 411 एम0एल0डी0 क्षमता की एस0टी0पी0 काम करने लगेंगी, जो वर्ष 2035 तक की जरूरतों को पूरा कर सकेंगी।
मुख्यमंत्री ने वाराणसी नगर में पेयजल आपूर्ति की समस्या को गम्भीरता से लेते हुए जे0एन0एन0यू0आर0एम0 के तहत जल निगम द्वारा कराए गए कार्यों की जांच टी0ए0सी0 द्वारा कराने के निर्देश दिए हैं। बैठक में मण्डलायुक्त ने अवगत कराया कि जल निगम द्वारा योजना के तहत 23 ओवरहेड टैंक बनाए गए। इनको जोड़ने के लिए फीडर लाइन का ठीक से निर्माण किए बिना ब्रांचेज़ लाइन तैयार कर दी गई। करीब 500 करोड़ रुपए खर्च कर देने के बावजूद विभाग की इस योजना का लाभ वाराणसी नगर को नहीं मिल पा रहा है। इस पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने नगर विकास विभाग को टी0ए0सी0 द्वारा जांच कराने का निर्देश दिया गया।
नगर की साफ-सफाई व्यवस्था की जानकारी प्राप्त करते हुए मुख्यमंत्री ने मण्डलायुक्त को निर्देशित किया कि लखनऊ में नगर निगम द्वारा स्थापित किए गए कान्हा उपवन की तरह वाराणसी में भी गौशाला की व्यवस्था की जाए, जिसमें नगर के छुट्टा जानवरों के साथ-साथ अन्य प्रकार के गोवंश को रखने की सहूलियत मिल सके। वाराणसी नगर में विद्युत तारों की अण्डरग्राउण्ड केबलिंग परियोजना के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए उन्होंने इस कार्य को तेज करके सितम्बर, 2017 तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने पर्यटन विभाग द्वारा संचालित परियोजनाओं को तेजी से पूरा कराने का निर्देश देते हुए कहा कि इन सभी परियोजनाओं से लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। इसलिए इन्हें गुणवत्ता के साथ समय से पूरा कराया जाए। उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास भव्य एवं खुला माहौल प्रदान करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के भी निर्देश दिए।
बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, नगर विकास मंत्री श्री सुरेश खन्ना, पर्यटन मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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मुख्यमंत्री ने सुनी जनता की समस्याएं

Posted on 03 April 2017 by admin

अधिकारियों को दिए प्रभावी कार्रवाई के निर्देश

जनता की समस्याओं का शीघ्र समाधान  करना राज्य सरकार की प्राथमिकता
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को उनके त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं का शीघ्र समाधान करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
press-3
मेरठ से आये श्री दीपक अग्रवाल ने अपनी माता के अपहरण के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए उनसे मदद का अनुरोध किया, वहीं हरदोई से आए श्री कुलदीप ने ब्लड कैंसर के सम्बन्ध में आर्थिक सहायता दिए जाने का अनुरोध किया। लखनऊ निवासी सुश्री नूरजहां ने शादी अनुदान तथा सुश्री शमीम सैफी ने व्हील चेयर व आर्थिक सहायता दिए जाने का अनुरोध किया। इसी प्रकार अन्य लोगों ने भी श्री योगी को अपनी दिक्कत से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने सभी प्रकरणों को ध्यानपूर्वक सुना और इस सम्बन्ध में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

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राज्य सरकार प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश के लिए वातावरण तैयार कर रही है: मुख्यमंत्री

Posted on 03 April 2017 by admin

निवेशकों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं  उपलब्ध कराने के लिए सिंगल विन्डो की व्यवस्था की जा रही है

प्रदेश की कानून-व्यवस्था को तेजी से सुधारने का काम किया जा रहा है

नई औद्योगिक नीति का ड्राफ्ट शीघ्र प्रस्तुत किया जाए: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री से सैमसंग इण्डिया के प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात की
press-11मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश के लिए वातावरण तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि निवेशकों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए एकल खिड़की (सिंगल विन्डो) की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही, निवेशकर्ताओं को सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए प्रदेश की कानून-व्यवस्था को तेजी से सुधारने का काम किया जा रहा है। इसके लिए सभी जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गया है कि उद्यमियों की कानून-व्यवस्था से सम्बन्धित समस्याओं को गम्भीरता से लिया जाए।
मुख्यमंत्री ने यह विचार आज यहां शास्त्री भवन में सैमसंग इण्डिया इलेक्ट्राॅनिक्स के प्रेसीडेन्ट एवं सी0ई0ओ0 श्री ह्यून चिल हाँग के नेतृत्व में आए उनकी कम्पनी के 05 सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल से मुलाकात के दौरान व्यक्त किए। मुख्यमंत्री ने औद्योगिक विकास विभाग को निर्देशित किया कि नई औद्योगिक नीति का ड्राफ्ट शीघ्र प्रस्तुत किया जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए निवेश फ्रेण्डली नीतियों को लागू करेगी, जिससे प्रदेश के नौजवानों को अधिक से अधिक रोजगार का अवसर प्राप्त हो सके। उन्होंने नोएडा सहित सभी औद्योगिक क्षेत्रों की समस्याओं के समाधान के लिए गम्भीरता से काम करने के निर्देश दिए हैं।
श्री योगी ने कहा कि प्रदेश के नौजवानों को राज्य में ही रोजगार उपलब्ध कराकर उनका पलायन रोकने के लिए गम्भीरता से प्रयास किया जाएगा। यह तभी सम्भव है, जब प्रदेश में निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए बेहतर माहौल बनाया जाए। साथ ही, उद्यमियों को कुशल कामगार उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षण पर भी बल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्य में राष्ट्रीय कौशल विकास परियोजना की भी मदद ली जाएगी।
ज्ञातव्य है कि सैमसंग के प्रतिनिधिण्डल ने इससे पहले औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया, जिसके क्रम में श्री महाना ने कम्पनी की समस्याओं के त्वरित समाधान का आश्वासन देते हुए भरोसा जताया कि नई सरकार के प्रयासों से प्रदेश में भारी निवेश होगा।
श्री हाँग ने सैमसंग कम्पनी की तरफ से प्रदेश में निवेश की इच्छा जताते हुए कहा कि उनका प्रतिष्ठान राज्य के विकास में हर सम्भव मदद देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि उनकी कम्पनी द्वारा प्रदेश में मोबाइल फोन व रेफ्रीजरेटर का उत्पादन किया जा रहा है। वर्ष 2020 तक सैमसंग द्वारा उत्तर प्रदेश में लगभग 10,000 रोजगार सृजित करने की बात भी कही गयी।
इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना, राज्य मंत्री श्री सुरेश राणा, मुख्य सचिव श्री राहुल भटनागर, प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास श्री रमा रमण, सैमसंग के उपाध्यक्ष श्री दीपक भारद्वाज, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सैंग जेई ली एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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आगामी 15 जून तक सभी सड़कों को गड्ढामुक्त किये जाने हेतु विस्तृत कार्य योजना

Posted on 01 April 2017 by admin

*आगामी 01 सप्ताह में बनाकर विभागीय कार्य प्रारम्भ हों: मुख्य सचिव *

*निर्धारित अवधि के उपरान्त सड़कें गड्ढायुक्त पाये जाने पर सम्बन्धित *
*वरिष्ठ अधिकारियों की जिम्मेदारी नियत कर होगी कड़ी कार्रवाई: राहुल भटनागर *

*लोक निर्माण विभाग की लगभग 53,615 किलोमीटर गड्ढायुक्त सड़के चिन्हित, *
*अन्य विभागों को भी आगामी 01 सप्ताह में सर्वे कराकर चिन्हित करनी होगी
गड्ढायुक्त सड़कें: मुख्य सचिव *

dsc_2736उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राहुल भटनागर ने सम्बन्धित विभागों के अपर
मुख्य सचिवा, प्रमुख सचिवों एवं सचिवों तथा विभागाध्यक्षों को कड़े निर्देश
दिये हैं कि प्रदेश सरकार के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराते हुये आगामी
15 जून तक सभी सड़कों को गड्ढामुक्त किये जाने हेतु विस्तृत कार्य योजना आगामी
01 सप्ताह में बनाकर विभागीय कार्य प्रारम्भ कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने
कहा कि लोक निर्माण विभाग की लगभग 53,615 किलोमीटर गड्ढायुक्त सड़कों को
गड्ढामुक्त किये जाने हेतु अनुमानित व्यय 3406 करोड़ रुपये के सापेक्ष 282 करोड़
रुपये निर्गत कर दी गयी है और 7500 किलोमीटर सड़कों को गड्ढामुक्त एवं नवीनीकरण
का कार्य स्वीकृत कर दिया गया है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिये
कि अवशेष सड़कों को भी गड्ढामुक्त कराये जाने हेतु निर्धारित तिथि 15 जून तक
कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित करायी जाये। उन्होंने कहा कि निर्धारित
अवधि के उपरान्त सड़कें गड्ढायुक्त पाये जाने पर सम्बन्धित विभागीय वरिष्ठ
अधिकारियों की जिम्मेदारी नियत कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की
जायेगी।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में प्रदेश की
गड्ढायुक्त सड़कों को आगामी 15 जून तक गड्ढामुक्त कराये जाने हेतु विभागीय
वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक कर आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि
जनपदवार सम्बन्धित जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करायें कि जनपद के समस्त मार्गों
का विभागवार संकलित डाटाबेस तैयार किया जाये, जिसका नोडल विभाग लोक निर्माण
विभाग होगा।  उन्होंने कहा कि मण्डी परिषद, गन्ना विकास, सिंचाई, ग्रामीण
अभियंत्रण विभाग, जिला पंचायत, नगर विकास एवं विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित
अपने विभागीय धन से निर्मित सड़कों को गड्ढामुक्त किये जाने हेतु विस्तृत कार्य
योजना आगामी एक सप्ताह में अर्थात 06 अप्रैल तक प्रत्येक दशा में उपलब्ध कराना
सुनिश्चित कराये।
श्री भटनागर ने राष्ट्रीय राजमार्गों की लगभग 160 किलोमीटर गड्ढायुक्त सड़कों
को भी निर्धारित तिथि 15 जून तक गड्ढामुक्त कराये जाने के निर्देश दिये।
उन्होंने निर्देश दिये हैं कि सम्बन्धित विभागीय अधिकारी अपने फील्ड स्तरीय
अधिकारियों को आवश्यक निर्देश तत्काल जारी कर दें कि प्रदेश की समस्त सड़कों को
15 जून तक गड्ढामुक्त करते हुये आम जनता के आवागमन की सुविधा के लिये सड़कों की
मरम्मत, जीर्णोद्धार या नवनिर्माण आदि आवश्यकतानुसार कार्यवाहियां सम्मिलित
करते हुये अपने वित्तीय संसाधनों से आवश्यक निर्माण कार्य प्राथमिकता से
सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश
दिये कि नहर पट्टियों में निर्मित सड़कों को भी निर्धारित अवधि में गड्ढामुक्त
कराया जाना सुनिश्चित किया जाये।
बैठक में बताया गया कि मण्डी परिषद द्वारा 21,500 किलोमीटर, ग्रामीण अभियंत्रण
विभाग द्वारा 4031 किलोमीटर, नगर विकास विभाग द्वारा 42,636 किलोमीटर सड़कों का
अनुरक्षण किया जाता है, मुख्य सचिव ने कहा कि इन सड़कों का भी सर्वे कराकर
गड्ढामुक्त कराने हेतु विस्तृत कार्ययोजना एक सप्ताह में प्रस्तुत की जाये।
उन्होंने समस्त विकास प्राधिकरणों एवं आवास विकास परिषद के वरिष्ठ अधिकारियों
को निर्देश दिये हैं कि विकास प्राधिकरणों द्वारा निर्मित सड़कों को भी
गड्ढामुक्त कराये जाने हेतु आवश्यक निर्माण कार्य निर्धारित समयावधि में
प्राथमिकता से पूर्ण कराया जाये।
बैठक में अपर मुख्य सचिव लोक निर्माण एवं आवास श्री सदाकान्त, अपर मुख्य सचिव
ग्राम्य विकास श्री दीपक त्रिवेदी, मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा एवं उपशा
श्री नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव सिंचाई एवं ग्रामीण अभियंत्रण विभाग श्री सुरेश
चन्द्रा, सचिव ग्राम्य विकास एवं मण्डी निदेशक श्री आशीष कुमार गोयल, सचिव लोक
निर्माण श्री मृत्युंजय कुमार नारायण सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ
अधिकारीगण उपस्थित थे।

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योेग का मार्ग लोक कल्याण और खुशहाली का रास्ता: मुख्यमंत्री

Posted on 30 March 2017 by admin

योग सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है

जीवन में योग और सकारात्मक सोच के
माध्यम से ही आगे बढ़ा जा सकता है

भारत एक महाशक्ति और सशक्त अर्थव्यवस्था
के रूप में उभर रहा है: श्री योगी

नई सरकार आने के कुछ ही दिनों के भीतर
लोक कल्याण के लिए फैसले लिए गए

राज्य सरकार प्रदेश को सकारात्मक ऊर्जा के
साथ विकास के मार्ग पर ले जाने के लिए संकल्पित

योग में विश्वास करने वाले लोग जाति, मजहब और
पंथ के भेदभाव में यकीन नहीं रखते

योग के आधार पर स्वस्थ जीवन व्यतीत किया जा सकता है और सामाजिक और आध्यात्मिक क्रान्ति लायी जा सकती है

रोगों की मुक्ति योग द्वारा ही सम्भव: स्वामी बाबा रामदेव

मुख्यमंत्री ने ‘उत्तर प्रदेश योग महोत्सव-2017’
के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि योेग का मार्ग लोक कल्याण और खुशहाली का रास्ता है। योग सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है, जिसके आधार पर गरीबी, दरिद्रता, अनाचार, दुराचार के साथ-साथ अन्य सभी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। उन्होंने उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य का दायित्व सौंपे जाने के लिए जनता के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इसे एक बड़ी चुनौती बताया और कहा कि वे इस प्रदेश की 22 करोड़ जनता के हित में बड़े निर्णयों को लेने में नहीं हिचकेंगे।
मुख्यमंत्री आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर में ‘उत्तर प्रदेश योग महोत्सव-2017’ के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए स्वामी बाबा रामदेव तथा अन्य सभी सहयोगी संस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि जीवन में योग और सकारात्मक सोच के माध्यम से ही आगे बढ़ा जा सकता है। श्री योगी ने योग को जन-जन तक पहुंचाने के लिए योग ऋषि बाबा रामदेव के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि वह इस कार्यक्रम में सम्मिलित हो रहे हैं।
श्री योगी ने संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल और प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि योग दिवस से 2015 में 172 और फिर 2016 में 192 देश जुड़े। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की केन्द्र में सरकार आने के बाद भारत एक महाशक्ति और सशक्त अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है। लोगों के अन्दर एक विश्वास जगा है। उन्होंने कहा कि नोट बन्दी जैसी कार्यवाही को श्री मोदी जैसा सशक्त और ईमानदार नेतृत्व ही अंजाम दे सकता था।
press-111मुख्यमंत्री ने कहा कि नई सरकार आने के कुछ ही दिनों के भीतर लोक कल्याण के लिए फैसले लिए गए हैं। यह सरकार प्रदेश को सकारात्मक ऊर्जा के साथ विकास के मार्ग पर ले जाने के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि उनका सफर एक आम नागरिक से लेकर मुख्यमंत्री पद तक रहा है। उन्हें जनसमस्याओं का पता है, जिनके समाधान का प्रयास किया जा रहा है। भारत को योग का देश बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां की संस्कृति बल और वैभव की ताकत से प्रभावित न होकर, देश व समाज की बेहतरी के लिए सतत प्रयासरत रहने की है। इस मार्ग पर यदि चलते रहा जाए, तो भारत को विश्व गुरू बनने से कोई नहीं रोक सकता।
press-21श्री योगी ने कहा कि योग में विश्वास करने वाले लोग जाति, मजहब और पंथ के भेदभाव में यकीन नहीं रखते। इस भेदभाव को मानने वाले लोग योग में अविश्वास करते हैं और इसकी ताकत को नकारते हैं। उन्होंने कहा कि योग शारीरिक दृढ़ता के साथ-साथ मानसिक परिपक्वता को भी उजागर करता है। योग के आधार पर स्वस्थ जीवन व्यतीत किया जा सकता है और सामाजिक और आध्यात्मिक क्रान्ति लायी जा सकती है। उन्होंने योगीराज गोरक्षनाथ पीठ के प्रति भी आभार व्यक्त करते हुए अपने जीवन में उसके योगदान की चर्चा की।
स्वामी बाबा रामदेव ने कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का अभिनन्दन और आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब उत्तर प्रदेश एक आदर्श प्रदेश बनेगा, जिसमें आध्यात्मिक विकास के साथ-साथ आर्थिक विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि भारत फकीरों, ऋषियों, मुनियों, योगियों की धरती रही है। जहां पर योग धर्म के साथ-साथ राज धर्म की भी यात्रा की जाती रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अब एक सकारात्मक दौर से गुजर रहा है, जहां पर समस्याओं का समाधान होगा और सबको, शिक्षा, चिकित्सा की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। गोरक्षा होगी, अवैध बूचड़खाने बन्द होंगे। उन्होंने कहा कि श्री योगी का व्यक्तित्व सहजता, सरलता, पराक्रम और विनम्रता से भरपूर है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि उत्तर प्रदेश की जनता की अपेक्षाओं पर राज्य सरकार खरी उतरेगी। योग को मनोबल, आत्मबल और संकल्प शक्ति का प्रतीक बताते हुए उन्होंने कहा कि योग के अलावा कल्याण का और कोई मार्ग नहीं है। रोगों की मुक्ति भी योग के ही द्वारा सम्भव है।
समारोह को मोक्षायतन संस्था के अध्यक्ष स्वामी भारत भूषण जी महाराज ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। मुख्यमंत्री को स्वामी बाबा रामदेव द्वारा स्मृति चिन्ह् भेंट किया गया। इस मौके पर पतंजलि योग पीठ द्वारा संचालित आचार्यकुलम् के बच्चों ने योग कला का उत्कृष्ट प्रदर्शन भी किया, जिसमें परम्परा व आधुनिकता का समावेश था।
इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश खन्ना, प्राविधिक एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, पतंजलि योग पीठ और उससे सम्बद्ध अन्य संस्थाएं, अनेक योग संस्थाआंे व प्रजापिता ब्रह्माकुमारी के प्रतिनिधि तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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