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प्रधानमंत्री का राज्यपाल ने स्वागत किया

Posted on 07 July 2018 by admin

photo-1-pm-visit-jaipurजयपुर, 7 जुलाई। राजस्थान आगमन पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने प्रदेशवासियों की ओर से स्वागत किया ।
सांगानेर हवाई अड्डे पर राज्यपाल श्री सिंह ने प्रधानमंत्री को खादी का दुपट्टा, कबीर के व्यक्तित्व, साहित्य और दार्शनिक विचारों की आलोचना पर आधारित पुस्तक ‘कबीर‘ और गुलाब का एक पुष्प भेंट किया।

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राज्यपाल से श्रीमती सिन्हा की मुलाकात

Posted on 19 June 2018 by admin

जयपुर, 19 जून। राज्यपाल श्री कल्याण सिंह से मंगलवार को यहां राजभवन में गोवा की राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा ने मुलाकात की।

राज्यपाल श्री ंिसंह से श्रीमती सिन्हा की यह शिष्टाचार मुलाकात थी

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जनजाति उप योजना क्षेत्र के ग्रामीणों को बनाया जायेगा आत्मनिर्भर जनजाति उप योजना क्षेत्र के ग्रामीणों को बनाया जायेगा आत्मनिर्भर -राज्यपाल

Posted on 18 June 2018 by admin

photo-1-18जयपुर, 18 जून। राजस्थान में जनजाति उप योजना क्षेत्र के ग्रामीणों कोे आत्मनिर्भर बनाया जायेगा। राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने इसके लिए न्यू बेस्ट प्रेक्टिस माॅडल तैयार करवाया है। इसके तहत जनजाति उप योजना क्षेत्र (टीएसपी) के राज्य विश्वविद्यालय ग्रामीण युवाओं व युवतियों को कौशल प्रशिक्षण, रोजगार और स्वरोजगार की व्यवस्था मुहैय्या करायेंगे।

राज्यपाल को संविधान के अनुच्छेद 244(1) एवं पांचवी अनुसूची के तहत अनुसूचित क्षेत्र में निवासरत जनजाति रहवासियों के कल्याण एवं उन्नति के लिए विषेष अधिकार प्राप्त हैं। इस दृष्टि से विष्वविद्यालयों के स्तर पर अनुसूचित क्षेत्र में स्थित गांवों में रोजगार के अवसरों के सृजन के प्रयास किये जा रहे हैं। राज्यपाल श्री सिंह ने इस सम्बन्ध में टीएसपी एरिया के तीनों विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को सोमवार को पत्र भेजकर निर्देश दिये हैं।
कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह ने कहा है कि प्रशिक्षित युवाओं को अभिनव परियोजनाओं से जोड़ कर रोजगार व स्वरोजगार प्रदान कराया जायेगा। राज्यपाल का मानना है कि इससे जनजाति क्षेत्रों के ग्रामीण युवक व युवतियां आत्म निर्भर बन सकेगें। राज्यपाल श्री सिंह की इस पहल से जनजाति उपयोजना क्षेत्र के गांवों से लोगों की पलायन करने की प्रवृत्ति पर भी रोक लगेगी। रोजगार से गांवों के वातावरण में बदलाव आयेगा।
राज्यपाल श्री सिंह ने कहा कि इस बेस्ट पे्रक्टिस की क्रियान्विति जनजाति उप योजना क्षेत्र में स्थापित तीन विष्वविद्यालय यथा उदयपुर के महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रोद्यौगिकी विष्वविद्यालय व मोहनलाल सुखाड़िया विष्वविद्यालय और बांसवाड़ा के गोविन्दगुरू जनजातीय विष्वविद्यालय द्वारा की जायेगी। तीनों विष्वविद्यालय अनुसूचित क्षेत्र के गांवों में बेरोजगार ग्रामीण युवाओं व युवतियों को चिन्हित करेंगे और उन्हें कौषल प्रषिक्षण देंगे। गांवों को अभिनव परियोजनाओं से जोड़कर लोगों को रोजगार दिलाया जायेगा। स्वरोजगार आरम्भ करने वाले युवाओं को सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जायेंगी। इससे युवा पीढ़ी स्वावलम्बी बनेगी।
राज्यपाल श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश के अनुसूचित क्षेत्र में आदिवासियों का सघन प्रवास है। अनुसूचित क्षेत्रों की भौगोलिक परिस्थितियाँ अलग हैं। यहाँ के ग्रामीण क्षेत्रों में आदिवासी युवाआंे हेतु जीविकोपार्जन के अवसरों में वृद्धि किया जाना जरूरी है। रोजगार सृजन के लिए कौशल विकास आवश्यक है। श्री सिंह ने कहा कि न्यू बेस्ट प्रैक्टिस के अन्तर्गत विष्वविद्यालय गांवों में इच्छुक एवं पात्र बेरोजगार युवाओं को चिन्हित करेंगें। राजस्थान कौषल एवं आजीविका विकास निगम द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कौषल प्रषिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से चिन्हित युवाओं को लाभान्वित किया जायेगा। इस कार्य में जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग आवष्यक तकनीकी एवं वित्तीय सहयोग प्रदान करेगा।
अन्य विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के वित्तीय तकनीकी सहयोग से विष्वविद्यालय ग्रामीणों की आय संवर्धन हेतु कृषि उत्पादन, मूल्य संवर्धन एवं लघु वनोत्पाद प्रक्रियाओं पर आधारित परियोजनाओं का सृजन करेंगे। इससे ग्रामीणों के लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि होने के साथ-साथ उनकी आय में भी वृद्धि हो सकेगी। - - -
डाॅ. लोकेश चन्द्र शर्मा
जनसम्पर्क अधिकारी, राज्यपाल

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केन्द्र तथा राज्य सरकार के समन्वित प्रयास प्रदेश की समस्याओं के निराकरण तथा राज्य को नई ऊँचाइयों पर ले जाने में सहायक: मुख्यमंत्री

Posted on 17 June 2018 by admin

niti-aayog-meetingसुरेन्द्रअग्निहोत्री, लखनऊ : 17 जून, 2018
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में प्रतिभाग किया

केन्द्र तथा राज्य सरकार के समन्वित प्रयास प्रदेश की
समस्याओं के निराकरण तथा राज्य को नई ऊँचाइयों
पर ले जाने में सहायक: मुख्यमंत्री

राज्य सरकार ‘सबका साथ सबका विकास‘ की
अवधारणा पर प्रदेश को स्वच्छ, स्वस्थ, समर्थ तथा
सर्वोत्तम प्रदेश बनाने के लिये कृतसंकल्पित

जनता की खुशहाली के लिये ‘‘साफ नीयत, सही विकास‘‘
के संकल्प को साकार कर रही है राज्य सरकार
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अध्यक्षता में आज नई दिल्ली में कल्चरल सेंटर राष्ट्रपति भवन के सभागार में नीति आयोग की शासी परिषद की चतुर्थ बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सहित विभिन्न प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों, केन्द्रीय मंत्रियों एवं नीति आयोग के उपाध्यक्ष द्वारा प्रतिभाग किया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री जी ने भरोसा जताया कि केन्द्र तथा राज्य सरकार के समन्वित प्रयास प्रदेश की समस्याओं के ससमय निराकरण तथा राज्य को नई ऊॅचाईयों पर ले जाने में सहायक होंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार ‘सबका साथ सबका विकास‘ की अवधारणा पर प्रदेश को स्वच्छ, स्वस्थ, समर्थ तथा सर्वोत्तम प्रदेश बनाने के लिये कृतसंकल्पित है। प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिये राज्य सरकार द्वारा ‘साफ नीयत, सही विकास‘ के संकल्प को साकार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी के वर्ष 2022 तक देश के किसानों की आमदनी दोगुनी करने की प्रतिबद्वता को पूरा करने केे लिये किसानों को नवीन तकनीक से जोड़ना आवश्यक है। इसके लिये प्रदेश में 20 नये कृषि विज्ञान केन्द्र तथा 100 कृषि कल्याण केन्द्र स्थापित किये जा रहे हैं। किसानों के लिये बाजार को व्यापक और प्रतिस्पर्धी बनाने के लिये ई-नाम योजना प्रदेश की 100 मण्डी समितियों में लागू गयी है, जो देश में सर्वाधिक है। इस योजना में, देश के किसी भी राज्य की तुलना में, प्रदेश में सर्वाधिक 28 लाख किसानों तथा 31 हजार व्यापारियों को पंजीकृत किया गया है। देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन में उत्तर प्रदेश की भागीदारी 20 प्रतिशत है। साथ ही, दुग्ध, गेहूं, गन्ना और आलू उत्पादन में राज्य का देश में पहला स्थान है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार गन्ना किसानों की मदद के लिये पूरी तरह से प्रतिबद्व है। अब तक 32,940 करोड़ रुपये गन्ना मूल्य का भुगतान कराया जा चुका है। प्रदेश में दो चीनी मिलों की स्थापना की जा रही है तथा दो चीनी मिलों की पेराई क्षमता में विस्तार किया गया है। इस वर्ष प्रदेश में 1,101 लाख मीट्रिक टन गन्ने की रिकार्ड पेराई की गयी, जो गत वर्ष की कुल पेराई 827 लाख मीट्रिक टन से 33.12 प्रतिशत अधिक है। केन्द्र सरकार द्वारा देश में चिन्हित लगभग 22,000 ग्रामीण हाट बाजारों को अवस्थापना सुविधाओं से युक्त करने एवं उनके आधुनिकीकरण की नीति तैयार की जा रही है। इस सम्बन्ध में प्राप्त दिशा निर्देशों को समयबद्ध ढंग से लागू किया जायेगा। प्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र में 132 ग्रामीण अवस्थापना केन्द्र का निर्माण कराया जा चुका है।
इसके अतिरिक्त ऋण मोचन योजना के लिये 36 हजार करोड़ रुपये का बजट प्राविधान करते हुये 86 लाख लघु एवं सीमान्त किसानों का ऋण मोचन किया गया। किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूूल्य दिलाने के लिये अभियान चलाकर गत वर्ष 36.99 लाख मी0टन गेहूं की खरीद की गयी, जो पहले की अपेक्षा 4 गुना तथा प्रदेश के इतिहास में अब तक की सर्वाधिक खरीद थी। इसी प्रकार गतवर्ष में किसानों से सीधे 42.90 लाख मी0टन धान खरीद कर 6663.32 करोड़ रुपए का भुगतान कृषकों के खाते में कराया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस वर्ष 49 जनपदों में 10,454 तालाबों का कार्य प्रारम्भ किया गया है। सभी जनपदों में 20 हजार से अधिक तालाबों का निर्माण तथा जीर्णोद्धार करने की योजना बनाई गयी है। प्रदेश में विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से 19 लाख 29 हजार हैक्टेयर सिंचन क्षमता सृजित किया जाना प्रस्तावित है। सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना दिसम्बर 2019 तक पूर्ण हो जायेगी, जिससे लगभग 14 लाख हैक्टेयर अतिरिक्त सिंचन क्षमता का सृजन होगा। गत कई वर्षों से लम्बित चली आ रही 3,420 करोड़ रुपए लागत की बाणसागर परियोजना को एक वर्ष की अवधि में ही पूर्ण कर लिया गया है। वर्षों से लम्बित, 587 करोड़ रुपए लागत की 6 परियोजनाओं को एक वर्ष की अवधि मार्च, 2018 में पूर्ण किया गया है। इन 6 परियोजनाओं से 670 गाॅव एवं 63 हजार से अधिक किसान लाभान्वित होेंगे।h2018061748652
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में अच्छी चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिये 6 मण्डल स्तरीय और 4 जिला स्तरीय अस्पतालों में डायलिसिस सेवायें प्रारम्भ की गयी हैं, साथ ही 150 एडवान्स लाइफ सपोर्ट एम्बुलेन्स सेवा का शुभारम्भ भी किया गया है। प्रदेश में गत वर्ष में चार चरणों में सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान चलाया गया। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना एक महत्वपूर्ण पहल है। योजना के प्रथम चरण में जनपद श्रावस्ती के सिरसिया ब्लाक के समस्त 29 उपकेंद्रों को हेल्थ एण्ड वैलनेस सेण्टर के रूप में उच्चीकृत करने हेतु चयनित किया गया है। द्वितीय चरण में 10 चयनित जनपदों इलाहबाद, बस्ती, बरेली, मेरठ, झाॅसी, फर्रूखाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, मिर्जापुर तथा सीतापुर के 300 उपकेन्द्रों को हेल्थ एण्ड वैलनेस सेण्टर के रूप में उच्चीकृत करने हेतु चयनित किया गया है। तृतीय चरण में प्रदेश के चिन्हित 8 महत्वाकांक्षी जनपदों में 60-60 हेल्थ एण्ड वैलनेस सेण्टर स्थापित करने के साथ ही प्रदेश के शेष जनपदों में 30-30 उपकेन्द्रों तथा 714 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं 255 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को आरोग्य केन्द्र के रूप में सुदृढ़ किया जायेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय सुरक्षा मिशन को संचालित करने के लिये प्रस्तावित योजना को इन्श्योरेन्स माॅडल पर चलाये जाने का फैसला लिया गया है। इससे प्रदेश के लगभग 1.18 करोड़ परिवारों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ सुलभ होगा। गोरखपुर में एम्स का निर्माण कार्य प्रारम्भ हो गया है। फैजाबाद, बस्ती, बहराइच, फिरोजाबाद तथा शाहजहांपुर में जिला चिकित्सालयों को उच्चीकृत कर राजकीय मेडिकल काॅलेज के रूप में स्थापित करने की कार्यवाही प्रारम्भ हो गयी है। दूसरे चरण में एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, फतेहपुर, सिद्धार्थनगर, देवरिया, गाजीपुर और मीरजापुर मंे नये 8 मेडिकल कालेजों को स्वीकृति प्रदान करते हुये एम0ओ0यू0 निष्पादित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं कुपोषण की रोकथाम हेतु प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न विभागों के मध्य समन्वय स्थापित कर 41 चिन्हित जनपदों में शबरी संकल्प योजना लागू की जा रही है। इस वर्ष 8,950 आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण कराया जाएगा। इज्जतघर (शौचालय) निर्माण में उत्तर प्रदेश का देश में प्रथम स्थान है। ग्रामीण क्षेत्रों में बेसलाइन सर्वे 2012 के अनुसार कुल चिन्हित 2 करोड 69 लाख परिवारों के सापेक्ष अब तक 1 करोड़ 94 लाख परिवारों को व्यक्तिगत इज्जतघरश्शौचालय की सुविधा उपलब्ध करा दी गयी है, शेष 74 लाख परिवारों को 2 अक्टूबर, 2018 तक शौचालय सुविधा से युक्त कराते हुये उत्तर प्रदेश को खुले में शौच से मुक्त बनाये जाने का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, ग्रामीण के अंतर्गत उत्तर प्रदेश ने गत वर्ष में 8.85 लाख स्वीकृत आवासों का निर्माण कराकर देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। चालू वित्तीय वर्ष में ग्रामीण क्षेत्रों में 2 लाख आवास बनाये जाने का लक्ष्य है। इसी प्रकार, प्रधानमंत्री आवास योजना, शहरी के अन्तर्गत नगरीय क्षेत्रों में गतवर्ष में 3 लाख 58 हजार आवासों की स्वीकृति भारत सरकार से प्राप्त हो चुकी है और एक लाख आवासों का निर्माण किया जा रहा है। इस योजना में भी राज्य ने देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
उन्हांेने बताया कि गतवर्ष में छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पाठ्य-पुस्तकें, यूनिफाॅर्म, स्कूल बैग तथा प्रथम बार जूता, मोजा एवं स्वेटर भी उपलब्ध कराया गया, जिसे इस वर्ष भी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। चालू वित्तीय वर्ष में हाईस्कूल तथा इण्टरमीडिएट में एन0सी0ई0आर0टी0 पाठ्यक्रम लागू किए जाने का निर्णय लिया गया है तथा न्यूनतम 220 शैक्षिक कार्य दिवस निर्धारित किए गए हैं। उत्तर प्रदेश, कौशल विकास नीति लागू करने वाला प्रथम राज्य है। कौशल विकास मिशन द्वारा प्रदेश के 14 से 35 आयुवर्ग के अल्पशिक्षित एवं स्कूल ड्राॅपआउट युवाओं को उनकी आजीविका अर्जन हेतु सक्षम बनाने के लिए रोजगारपरक व्यवसायों में निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। गतवर्ष में 2 लाख से अधिक युवाओं का पंजीकरण करते हुए 1 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया। इस वर्ष 3 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है।
इसके अलावा प्रदेश में विमान सुविधा को बढ़ावा देने के दृष्टिगत जनपद गौतमबुद्धनगर के जेवर में एक इण्टरनेशनल ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे की स्थापना की जा रही है। रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के अन्तर्गत प्रदेश के 12 एयरपोर्ट को विकसित किया जा रहा है तथा 22 एयर रूट को चयनित किया गया है। प्रयाग कुम्भ-2019 के मद्देनजर इलाहाबाद को भी कुछ शहरों के साथ विमान सेवा से जोड़ा जा रहा है। प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहित किए जाने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा 16 नई नीतियां बनाई गई हैं, जिनके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण नीतियों में औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति 2017, नागर विमानन प्रोत्साहन नीति 2017, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति 2017, सूचना प्रौद्योगिकी एवं स्टार्ट-अप नीति 2017, इलेक्ट्राॅनिक्स विनिर्माण नीति 2017, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन नीति 2017, सौर ऊर्जा नीति 2017, पर्यटन नीति 2017, औषधि उद्योग नीति आदि हैं।
मुख्यमंत्री जी ने केन्द्र सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग काॅरिडोर की स्थापना के लिये आभार व्यक्त करते हुये कहा कि यह प्रदेश के विकास को एक नई दिशा देगा। इस काॅरिडोर के बन जाने से बुन्देलखण्ड क्षेत्र का पिछड़ापन और आर्थिक गरीबी दूर होगी। अलीगढ़, झांसी, चित्रकूट, आगरा, कानपुर और लखनऊ से गुजरने वाले इस डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग काॅरिडोर में लगभग 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है और ढाई लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की सम्भावना है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने लखनऊ से गाजीपुर तक कुल 341 किलोमीटर लम्बाई वाले 6-लेन पूर्वान्चल एक्सप्रेस-वे के निर्माण का निर्णय लिया है। इस एक्सप्रेस-वे के लिए कुल आवश्यक भूमि में से 93 प्रतिशत भूमि प्राप्त हो गयी है। एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारम्भ कराते हुए इस परियोजना को वर्ष 2021 तक पूर्ण कराये जाने का लक्ष्य है। इसके साथ ही गोरखपुर को पूर्वान्चल एक्सप्रेस-वे से जोड़ने के लिए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजना के निर्माण का भी निर्णय लिया गया है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र को जोड़ने के लिए बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना के निर्माण का निर्णय लिया गया है।
मुख्समंत्री जी ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश सरकार ने विशेष उपलब्धियां हासिल की हैं। पिछले 4 वर्षों में औसतन प्रतिवर्ष 14,000 मजरों के सापेक्ष वर्ष 2017-18 में 61,000 से अधिक मजरों को विद्युतीकृत किया गया है। पिछले 15 वर्षों में औसतन प्रतिवर्ष 6.5 लाख घरों को विद्युत कनेक्शन दिया जा रहा था जबकि गतवर्ष में 46 लाख से अधिक घरों को बिजली कनेक्शन दिया गया। प्रदेश सरकार की नई सौर ऊर्जा नीति, 2017 का निवेशकों ने अभूतपूर्व स्वागत किया है, जिसके फलस्वरूप रिन्यूवेबिल इनर्जी सेक्टर में 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। सौभाग्य योजना के अन्तर्गत लगभग 1.68 करोड़ ग्रामीण तथा 3 लाख नगरीय घरों को विद्युत संयोजन से आच्छादित करने के लिए मजरों/आबादीवार डी0पी0आर0 तैयार की गयी है। ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में भी निरंतर प्रयास किया जा रहा है। गत 7 माह में 15 नगर निगमों में 5.80 लाख से अधिक स्मार्ट और ऊर्जा दक्ष एल0ई0डी0 से प्रदेश की सड़कों को रोशन किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों के विशिष्ट उत्पादों की राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ब्राॅण्डिंग, रोजगार सृजन एवं समेकित विकास के उद्देश्य से ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ योजना प्रारम्भ की गयी है। जनमानस को त्वरित गति से आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराये जाने के दृष्टिगत कानपुर, आगरा और मेरठ मेट्रो रेल परियोजनाओं की डी0पी0आर0 भारत सरकार को प्रेषित की गई हैं। इसके अलावा, वाराणसी, इलाहाबाद, गोरखपुर व गाजियाबाद में भी मेट्रो रेल का संचालन प्रस्तावित है। स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के 10 नगर-लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, आगरा, झांसी, इलाहाबाद, अलीगढ़, मुरादाबाद, सहारनपुर व बरेली को चयनित किया गया है। उत्तर प्रदेश में जेम पोर्टल निरन्तर प्रगति कर रहा है। विभिन्न विभागों द्वारा अब तक 699.94 करोड़ रुपये की कुल खरीदारी हो चुकी है, जो आज पूरे देश में द्वितीय स्थान पर है। उत्तर प्रदेश स्टेट जेम पूल एकाउण्ट सफलतापूर्वक संचालित करने वाला देश का प्रथम राज्य बन गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसके अलावा प्रदेश में पारदर्शी और स्वच्छ प्रशासन तथा निर्माण कार्यों, सेवाओं एवं सामग्री के क्रय में प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित कराए जाने हेतु ई-टेण्डरिंग प्रणाली लागू की गई है। जन सेवा केन्द्र, लोकवाणी केन्द्र, ई-सुविधा के माध्यम से आमजन को 149 शासकीय सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। 75 हजार से अधिक जनसेवा केन्द्रों की स्थापना की गई है, जिनमें से 59 हजार जनसेवा केन्द्रों को भीम एप से जोड़ दिया गया है। शासकीय प्रक्रियाओं और सेवा वितरण तंत्र में दक्षता-वृद्धि निष्पक्षता तथा कार्यप्रणाली और प्रभावशीलता में सुधार हेतु ई-आॅफिस प्रणाली उत्तर प्रदेश सचिवालय में लागू कर दी गई है। प्रदेश में जन सामान्य की दिन-प्रतिदिन की समस्याओं का समाधान कराए जाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की स्थापना की गई है। प्रधानमंत्री जी की पहल पर देश में 115 महत्वाकांक्षी जनपदों का चिन्हांकन किया गया है। इनमें से 08 जनपद उत्तर प्रदेश के हैं। इन जनपदों के विकास को गति देने के उद्देश्य से डिस्ट्रिक्ट एक्शन प्लान तैयार करते हुए उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ग्राम स्वराज अभियान के अन्तर्गत प्रथम चरण के कार्य सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गये हैं। प्रदेश के चयनित 08 महत्वाकांक्षी जनपदों में ग्राम स्वराज अभियान को सघनता से लागू कराया जायेगा। गरीबी रेखा सेे नीचे जीवन-यापन करने वाले सभी वर्गांे के परिवारों की पुत्रियों की शादी हेतु मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना संचालित है। इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विवाह संस्कार हेतु 35,000 रुपए की धनराशि की व्यवस्था है। गत वित्तीय वर्ष में इस योजना से 14,580 पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने प्रधानमंत्री जी एवं अन्य सभी महानुभावों को प्रयाग कुम्भ-2019 में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि प्रयाग कुम्भ-2019 का अयोजन 6 वर्ष के अन्तराल पर हो रहा है। इस अवधि में जनसंख्या वृद्धि के दृष्टिगत सभी मूलभूत सुविधाओं यथा-पेयजल, प्रकाश, सफाई, स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं सुगम आवागमन हेतु सड़क आदि का विकास-विस्तार प्राथमिकता पर कराया जा रहा है।
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बी.एस.पी. द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति-दिनांक 15.06.2018

Posted on 15 June 2018 by admin

नई दिल्ली, 15 जून 2018 :
(1) सीमावर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य में जवानों की लगातार हो रही शहादत के बीच कश्मीर में वरिष्ठ सम्पादक सुजात बुख़ारी की हत्या पर गहरा दुःख व्यक्त।
(2) अब समय आ गया है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार अपनी अड़ियल नीति को त्याग कर अविलम्ब देशहित में अपनी कश्मीर नीति पर पुनर्विचार करे।
(3) जम्मू-कश्मीर में पी.डी.पी. व बीजेपी की गठबंधन सरकार होने के बावजूद वहाँ सीमा व वहाँ के आन्तारिक हालात लगभग बेकाबू हैं, क्यों?
(4) इसके साथ ही उत्तर प्रदेश बीजेपी की सरकार द्वारा जनहित व जनकल्याण की लगातार घोर उपेक्षा किये जाने की तीखी आलोचना। मा. मुख्यमंत्री व मंत्रीगण सर्वज्ञानी बनकर इतिहास को चैलेन्ज करने के बजाय कम से कम उन मेधावी छात्रों की सुधि लेनी चाहिये जो उनके हाथ से लिये गये इनामी रकम की चेक बाउन्स हो जाने से दुःखी ही नहीं बल्कि काफी ज्यादा आहत भी हैं।
(5) साथ ही बीजेपी शासित असम में भी दो नवयुवक होनहार हिन्दू युवकों को पीट-पीट कर मार डालने व महाराष्ट्र के जलगाँव के जामनेर में कुएं में नहाने पर पिछड़े समुदाय के दो नाबलिगों को पीटने व निर्वस्त्र करके गाँव में घुमाने की घटना की तीव्र निन्दा : बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी।
सीमावर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य में जवानों की लगातार हो रही शहादत के बीच कश्मीर में वरिष्ठ सम्पादक सुजात बुख़ारी की हत्या पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुये बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी ने कहा कि अब समय आ गया है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार अपनी अड़ियल नीति को त्याग कर बिना कोई और विलम्ब किये हुये देशहित में अपनी कश्मीर नीति पर पुनर्विचार करे।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि कश्मीर की क्षेत्रीय पार्टी पी.डी.पी. व बीजेपी की गठबंधन सरकार की जम्मू-कश्मीर में होने के बावजूद वहाँ के हालात लगभग बेकाबू हैं तथा पाकिस्तान सीमा के साथ-साथ आन्तरिक राज्य में भी हिंसा व हत्याओं का दुःखद दौर लगातार जारी है। हमारे सैनिकों की लगातार शहादत हो रही हैं। वैसे भी शान्ति व कानून-व्यवस्था किस आवाम को पसन्द नहीं होती है, इसको ध्यान में रखकर ही केन्द्र सरकार को ख़ासकर कश्मीर नीति में परिवर्तन लाना चाहिये तथा राजनीतिक स्तर पर भी सुधार के प्रयास तेज़ करनी चाहिये।
उन्होंने कहा कि बीजेपी की कश्मीर नीति पूर्णतः जनहित व देशहित पर आधारित नहीं होकर पार्टी की संकीर्ण राजनीतिक सोच से ज़्यादा प्रभावित लगती है और शायद यही कारण है कि बीजेपी का जम्मू नेतृत्व भी काफी ज्यादा स्वार्थ में लिप्त पाया जाता है यह कारण जम्मू क्षेत्र भी तनाव व हिंसा का शिकार है तथा आमजनता का जीवन वहाँ भी त्रस्त है। इसलिए बीजेपी को व्यापक जनहित व देशहित को सर्वोपरि रखकर अपनी जम्मू-कश्मीर नीति में व्यापक सुधार लाने की जरूरत है। साथ ही जम्मू-कश्मीर की जनता के साथ वैसा तल्ख़ (कड़वा) सरकारी व्यवहार कतई नहीं होना चाहिये जैसाकि पाकिस्तान की सरकार उसके अनाधिकृत कब्जे वाले कश्मीर के लोगों के साथ लगातार करती चली आ रही है। यह सही है कि कश्मीरी जनमत भारत के साथ रहा है और आज भी है, इसमें किसी को कोई संदेह नहीं होने चाहिये।
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश बीजेपी की समस्त सरकार द्वारा जनहित व जनकल्याण की लगातार घोर उपेक्षा किये जाने की तीखी आलोचना करते हुये सुश्री मायावती जी ने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर सर्वज्ञानी बनकर इतिहास को चैलेन्ज करने के बजाये कम से कम उन मेधावी छात्रों की सुधि लेनी चाहिये जो उनके हाथ से लिये गये इनामी रकम की चेक बाउन्स हो जाने से दुःखी ही नहीं बल्कि काफी ज्यादा आहत भी हैं। बीजेपी कम से कम अब सरकार में आ जाने के बाद संकीर्ण व सस्ती लोकप्रियता वाले काम बन्द करे तो बेहतर है क्योंकि अपने लगभग सवा साल के कार्यकाल में ही बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में समाज के हर वर्ग के लोगों का जीवन काफी ज्यादा दुःखदायी बना दिया है तथा अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यवस्था तथा विकास व जनहित का काफी ज्यादा बुरा हाल है।
इतना ही नहीं बल्कि ख़ासकर बीजेपी सरकारों में सर्वसमाज के ग़रीबों, मजदूरों, उपेक्षितों, शोषितों, दलितों, पिछड़ों व धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रति भेदभाव व जातिगत व्यवहार चरम पर है क्योंकि इनकी सरकारें ऐसे असमाजिक व आपराधिक तत्वों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने को संवैधानिक जिम्मेदारी नहीं समझती हैं। इसी का प्रभाव है कि बीजेपी शासित असम राज्य में भी दो नवयुवक होनहार हिन्दू युवकों को भी पीट-पीट कर मार डाला गया।
इस सम्बंध में महाराष्ट्र के जलगाँव ज़िले के जामनेर में कुएं में नहाने पर पिछड़े समुदाय के दो नाबलिगों को पीटने व निर्वस्त्र करके गाँव में घुमाने की घटना की तीव्र निन्दा करते हुये सुश्री मायावती जी ने कहा कि बीजेपी सरकारें अगर ऐसे मामलों में सख़्त कार्रवाई करती रही होती तो इस प्रकार की जातिवादी घटनाओं पर काफी अंकुश लगाया जा सकता था। गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश व झारखण्ड आदि बीजेपी-शासित राज्यों में ऐसी जातिवादी व साम्प्रदायिक घटनायें आम बात हो गयी हैं क्योंकि वहाँ की सरकारों का रवैया ऐसे जघन्य मामलों में भी हमेशा काफी ज्यादा लचर व ग़ैर-जिम्मेदाराना ही रहा है जो काफी चिन्ता की बात है।

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शिर्डी साईं बाबा फाउंडेशन अब मंत्रो के जरिये युवापीढ़ी में नई ऊर्जा और जोश पैदा करेगी

Posted on 09 June 2018 by admin

vikas-kapooraushim-khetarpalamar-prabhakar-desai-2मुंबई। साईं बाबा फाउंडेशन (एसएसबीएफ) के प्रबंध ट्रस्टी व फिल्म और धारावाहिकों के निर्माता तथा अभिनेता आशिम खेत्रपाल ने ३० धार्मिक मंत्रों की रिकॉर्डिंग शनिवार 9 जून 2018  को मुंबई के अँधेरी (वेस्ट) में स्थित ए टू स्टूडियो में शुरू किया।जिसमें ‘शिव मंत्र’,’ गणेश मंत्र’,'साई मंत्र’ जैसे ३० धार्मिक मंत्रो की रिकॉर्डिंग गायक आशिम खेत्रपाल की आवाज में रिकॉर्ड हो रहा है और जिसे संगीतकार अमर प्रभाकर देसाई ने संगीत से संवारा है।और यह पूरा काम मशहूर  लेखक विकास कपूर के देखरेख में हो रहा है।

धार्मिक मंत्रों की रिकॉर्डिंग के बारे में आशिम खेत्रपाल ने कहा,” मंत्रो में बड़ी शक्ति होती है।उसके सुनने भर से हमें नई शक्ति और जोश मिलता है।आज सभी लोग परेशान है,चाहे किसी भी रूप में।यह सभी मंत्र काफी काम करते है,इससे लोगों को मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी।जोकि आप कभी भी सुन सकते है,जिससे मन एकाग्र हो जाता है।जब भी हम किसी भी धार्मिक स्थल पर जाते है तो हमको मानसिक शांति मिलती है।जिसका कारण है वहाँ पर चलने वाले वैदिक मंत्र,उपदेश,श्लोक इत्यादि।”

धारावाहिक’ ॐ नमः शिवाय’,'श्री गणेश’,'जय संतोषी माँ’ जैसे सुपरहिट धार्मिक धारावाहिको और फिल्मों में पिछले २२ साल से लेखक के तौर पर मशहूर लेखक विकास कपूर ने कहा,” आज लोग धीरे धीरे लोग मंत्र की शक्ति को लोग भूलते जा रहे है। यह एक तरह से मैडिटेशन का काम करता है।और हमारे शरीर में नई शक्ति और ऊर्जा प्रदान करता है। हमलोग शिरडी साईं बाबा फाउंडेशन की तरफ से यह कोशिश कर रहे है कि आज की युवा पीढ़ी जागृत हो और इन मंत्रो की शक्ति को समझे। “

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सप्तम ‘अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन’ का समापन राममंदिर का निर्माण न हुआ तो भाजपा छोड दूंगा ! - विधायक टी. राजासिंह, संस्थापक अध्यक्ष, श्रीराम युवा सेना, तेलंगाना

Posted on 07 June 2018 by admin

सप्तम ‘अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन’ का समापन

राममंदिर का निर्माण न हुआ तो भाजपा छोड दूंगा !
- विधायक टी. राजासिंह, संस्थापक अध्यक्ष, श्रीराम युवा सेना, तेलंगाना

रामनाथी (गोवा) - आज भारत देश सुरक्षित नहीं है । केरल में खुले आम हिन्दुत्वनिष्ठों की हत्याएं हो रही हैं । भाजपा ने सत्ता में आने से पूर्व राममंदिर का निर्माण, गोहत्या प्रतिबंध, कश्मीरी हिन्दुआें का पुनर्वास, समान नागरी कानून आदि आश्‍वासन दिए थे; परंतु प्रत्यक्ष में इस विषय में कुछ होता दिखाई नहीं देता । आज हिन्दुत्वनिष्ठ कहलानेवाले दल के नेताआें की विचारधारा हिन्दुत्व की न होकर दल की विचारधारानुसार होती है । आज हिन्दुत्वनिष्ठ कहलानेवाले दल सत्ता के भूखे हैं । भाजपा ने अपनी नीति में सुधार कर, राममंदिर निर्माण का कार्य करना चाहिए अन्यथा मैं भाजपा छोड दूंंगा । जो दल हिन्दुहित का विचार करेगा, उसे ही जनता को अगले चुनाव में विजयी करना होगा और हिन्दूविरोधियों को बहिष्कृत करना होगा, ऐसा प्रतिपादन तेलंगाना के श्रीराम युवा सेना के संस्थापक अध्यक्ष विधायक टी. राजासिंह ने सप्तम ‘अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन’ में किया ।
इस समय व्यासपीठ पर उत्तरप्रदेश के भक्ति आंदोलन मंच के प्रांतीय संस्कृति प्रमुख महामंडलेश्‍वर श्री गोस्वामी राजेश्‍वरानंद महाराजजी, पंचकुला (हरियाणा) के राष्ट्रीय इतिहास अनुसंधान और तुलनात्मक अध्ययन केंद्र के अध्यक्ष श्री. नीरज अत्री एवं हिन्दू जनजागृति समिति के पूर्वी भारत मार्गदर्शक पू. नीलेश सिंगबाळ आदि उपस्थित थे ।

वीरशैव लिंगायतों को सनातन धर्म से तोडने का षड्यंत्र सहन नहीं करेंगे ! - डॉ. विजय जंगम, राष्ट्रीय प्रवक्ता, अखिल भारतीय वीरशैव लिंगायत महासंघ, मुंबई

वर्तमान में हिन्दू धर्म को तोडने का षड्यंत्र अंंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रहा है और इसके लिए देश के अनेक संगठनों को विदेश से धन मिल रहा है । वीरशैव लिंगायत, यह अलग धर्म नहीं है, सनातन हिन्दू धर्म का ही अविभाज्य घटक है । आज वीरशैव लिंगायत समाज को हिन्दू धर्म से अलग करने का षड्यंत्र चल रहा है । कर्नाटक के चुनावों के समय कांग्रेस ने ‘फूट डालो और राज्य करो’ की नीति अपनाते हुए मत प्राप्त करने के लिए, लिंगायत समाज को स्वतंत्र धर्म की मान्यता दी । ऐसा होते हुए भी हम लिंगायत समाज को अलग करने का षड्यंत्र सहन नहीं करेंगे । उसका तीव्र विरोध करेंगे । वीरशैव लिंगायत हिन्दू थे, हैं और आगे भी हिन्दू ही रहेंगे ! लिंगायतों को हिन्दू धर्म से तोडने का षड्यंत्र रोकने के लिए हिन्दू राष्ट्र आवश्यक है । भाजपा वर्ष 2019 के चुनावों के घोषणापत्र में विकास के स्थान पर ‘भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने का वचन’ दें ।

तमिलनाडु में तमिलों और हिन्दुआें को अलग करने का षड्यंत्र ! - अर्जुन संपथ, संस्थापक अध्यक्ष, हिन्दू मक्कल कत्छी, तमिलनाडु

तमिलनाडु में वर्तमान स्थिति हिन्दू धर्म और हिन्दुआें के विरोध में है । आजकल वहां ईसाइयों का प्रभाव बढ रहा है और वह प्रभाव चर्चसहित विविध गांव, राजनीतिक दलों और नेताआें पर भी दिखाई देता है । इसलिए तमिलनाडु में आई राम रथयात्रा का वहां के कुछ दलों एवं उनके नेताआें ने विरोध किया । ऐसा होते हुए भी रथयात्रा सफल हुई । वर्तमान में तमिलनाडु ‘फैसिस्ट’ राज्य हो गया है । आजकल ‘तमिल और हिन्दू अलग हैं’, ऐसी भ्रांति फैलाने का षड्यंत्र चल रहा है, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू मक्कल कत्छी के संस्थापक अध्यक्ष श्री. अर्जुन संपथ ने किया ।

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सप्तम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन का उत्साहपूर्ण वातावरण में शुभारंभ ! ब्राह्मतेज द्वारा क्षात्रतेज जागृत होने पर भारत सहित विश्‍व में हिन्दू राष्ट्र्र स्थापित होगा ! - स्वामी संवित सोमगिरिजी महाराज, महंत, श्री लालेश्‍वर महादेव मंदिर, राजस्थान

Posted on 04 June 2018 by admin

abha_d4_ph1रामनाथी (गोवा) - संत, ऋषि, वेद, पुराण तथा भगवान शिवजी के संकल्प से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना निश्‍चित होगी । आज कालानुसार हमारी संस्कृति परिवर्तित हो रही है, तब भी उसमें वैदिक तत्त्व है; और वेदों में क्षात्रतेज भी है । आज अन्य पंथीय उनके धर्म पर आस्था रखते हैं; परंतु हिन्दू स्वधर्म पालन नहीं करते । हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए हिन्दुआें से चिंतन और आत्ममंथन होकर उनमें बौद्धिक सुस्पष्टता आनी चाहिए । इसके लिए धर्म की अवधारणा स्पष्ट होना आवश्यक है । आज देश के हिन्दू कूपमंडूक बन गए हैं । दूसरी ओर महिलाआें पर अत्याचार हो रहे हैं । वर्तमान में चारों दिशाआें में आग लगी है । महिलाआें को झांसी की रानी की भांति सक्रिय होकर आगे आना चाहिए । देश में भीतर और बाहर से आक्रमण हो रहे हैं । अपने साथ समाज का क्षात्रतेज भी अध्यात्म द्वारा जागृत होना चाहिए । इसके लिए हिन्दुआें को कर्तापन त्यागकर अधर्म के विरुद्ध कार्य करना चाहिए । हमें महिलाआें के साथ आगे आकर दोषों का निवारण करते हुए एकत्र कार्य करना चाहिए । इस प्रकार स्वयं में अग्नि जागृत कर कार्य करने से अंधःकार नष्ट हो सकता है । हिन्दुआें के ब्राह्मतेज के साथ क्षात्रतेज जागृत करने से भारत सहित पूरे विश्‍व में सर्वत्र हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होगी, ऐसा ओजस्वी मार्गदर्शन श्री लालेश्‍वर महादेव मंदिर, बिकानेर (राजस्थान) के महंत स्वामी संवित् सोमगिरिजी महाराज ने उपस्थित हिन्दुत्वनिष्ठों को किया । वे रामनाथी, गोवा के श्री रामनाथ देवस्थान के श्री विद्याधिराज सभागृह में आयोजित सप्तम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए क्षात्रतेज की उपासना की आवश्यकता इस विषय पर बोल रहे थे । अधिवेशन के प्रारंभ में महंत स्वामी संवित् सोमगिरिजी महाराज, हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे, सनातन की धर्मप्रचारक सद्गुरु (कु.) अनुराधा वाडेकर एवं सद्गुरु नंदकुमार जाधवजी के शुभहस्तों दीपप्रज्वलन किया गया । इस समय देश-विदेश के 150 से अधिक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के 250 से अधिक धर्मप्रेमी उपस्थित थे । इस अधिवेशन में कश्मीर की समस्या, धारा 370 निरस्त करना, पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं श्रीलंका के हिन्दुआें पर हो रहे अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाना, राष्ट्र एवं धर्म पर होनेवाले आघात रोकने के लिए उपाय, हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के कार्य की आगामी दिशा आदि विविध विषयों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी ।

देश के बहुसंख्यक हिन्दुआें को संवैधानिक संरक्षण मिलने के लिए हिन्दू संगठनों का अधिवेशन ! - सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे

भारत में बहुसंख्यक समुदाय के शीर्षस्थ नेताआें को एकत्र आने में कानूनन प्रतिबंध है क्या ? इसका उत्तर नहीं होते हुए भी प्रश्‍न क्यों निर्माण होते हैं ? इसका एकमात्र कारण है, भारत में बहुसंख्यकों को सनातन धर्म को संवैधानिक संरक्षण नहीं है ! इसलिए आज कोई भी उठता है और हिन्दुआें को अपराधी ठहराने का प्रयास करता है । विश्‍व के सभी देशों में उनके संविधान द्वारा वहां के बहुसंख्यकों का धर्म, संस्कृति, भाषा एवं हित को संरक्षण दिया गया है । केवल भारत ऐसा एकमात्र देश है कि जहां बहुसंख्यक हिन्दू होते हुए भी उन्हें संविधान द्वारा कोई संरक्षण नहीं दिया गया है । इसके विपरीत भारतीय संविधान ने अल्पसंख्यको के पंथ, संस्कृति, भाषा और हित को रक्षा प्रदान की है । यह संविधान के समता के तत्त्व के (अर्थात लॉ ऑफ इक्वॅलिटी के) विरुद्ध है । भारत में बहुसंख्यक हिन्दुआें को धर्म, संस्कृति, भाषा एवं हित को संवैधानिक संरक्षण मिले, इसके लिए ही हिन्दू संगठनों का यह अधिवेशन है, ऐसा मार्गदर्शन हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी ने किया ।

भविष्य में भारत एवं नेपाल के साथ संपूर्ण पृथ्वी पर हिन्दू राष्ट्र स्थापित करने हेतु अधिवेशन का आयोजन ! - नागेश गाडे

हिन्दू जनजागृति समिति के केंद्रीय समन्वयक श्री. नागेश गाडे ने अधिवेशन के उद्देश्य से अवगत कराते हुए कहा, विश्‍व में ईसाई समुदाय के 152, इस्लामी 57, बौद्धों के 12 राष्ट्र, जबकि ज्यू का इस्रायल नामक एक राष्ट्र है; परंतु हिन्दुआें का इस पृथ्वी पर एक भी राष्ट्र नहीं है । वैश्‍विक पटल पर आगामी 5 वर्षों में भारत और नेपाल ये दो हिन्दू राष्ट्र पुनर्स्थापित हों, इस उद्देश्य का विचारमंथन हो और हिन्दू संगठनों का योजनाबद्ध पद्धति से इस दिशा में मार्गक्रमण हो, यही इस अधिवेशन का मुख्य उद्देश्य है । हिन्दू राष्ट्र-स्थापना केवल भारत तक ही सीमित नहीं; अपितु वेदमंत्रों के अनुसार संपूर्ण पृथ्वी एक राष्ट्र है, इस समुद्रवलयांकित पृथ्वी पर भविष्य में हिन्दू राष्ट्र स्थापित करना है ।

अधिवेशन के उद्घाटन समारोह पर प्रारंभ में शंखनाद किया गया । दीपप्रज्वलन के उपरांत सनातन पुरोहित पाठशाला के पुरोहितों ने वेदमंत्रों का पठन किया । तदुपरांत वहां उपस्थित संतों के शुभहस्तों मराठी और हिन्दी भाषा में हिन्दू जनजागृति समिति समर्थित हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु हिन्दुआें का संगठन करें !, मराठी और हिन्दी भाषा में सनातन के स्वभावदोष (षड्रिपु) निर्मूलनका महत्त्व एवं गुण-संवर्धन प्रक्रिया इन ग्रंथों का प्रकाशन किया गया । इस अवसर पर श्री. प्रदीप खेमका ने हिन्दू जनजागृति समिति के प्रेरणास्थान परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी द्वारा अधिवेशन के शुभ अवसर पर भेजा संदेश पढकर सुनाया । कार्यक्रम का सूत्रसंचालन समिति के श्री. सुमीत सागवेकर ने किया ।

हिन्दू जनजागृति समिति के अंतर्गत उद्योगपति परिषद एवं आरोग्य सहायता समिति की स्थापना !

इस अधिवेशन में हिन्दू जनजागृति समिति के अंतर्गत उद्योगपति परिषद और आरोग्य सहायता समिति की स्थापना की गई । इन संगठनों के बोधचिन्ह का अनावरण वेदमंत्रों के घोष के बीच महंत स्वामी संवित् सोमगिरिजी महाराज के मंगल हस्तों किया गया । समिति के केंद्रीय समन्वयक श्री. नागेश गाडे ने संगठन के उद्देश्य की विस्तृत जानकारी दी । हिन्दुुत्वनिष्ठों की सहायता करने के लिए उद्योगपति परिषद तथा आपातकाल में समाज की सहायता और चिकित्सकीय क्षेत्र की दुष्प्रवृत्तियों का निर्मूलन करने हेतु आरोग्य सहायता समिति इस उद्देश्य से ये दोनों संगठन कार्य करेंगें ।

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श्री कल्याण सिंह राज्यपाल सम्मेलन में भाग लेंगे

Posted on 01 June 2018 by admin

जयपुर 01 जून। राजस्थान के राज्यपाल श्री कल्याण सिंह राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में होने वाले राज्यपाल सम्मेलन में भाग लेंगे। यह सम्मेलन 4 व 5 जून को होगा। राज्यपाल श्री सिंह सम्मेलन में भाग लेने के लिए 2 जून को दिल्ली जायेंगे। श्री सिंह तीन जून को सांय राष्ट्रपति भवन में होने वाली अनौपचारिक बैठक में भी हिस्सा लेंगे।

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मशहूर संगीतकार खय्याम साहब ने फिल्म इंडस्ट्री के ‘फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने इम्प्लाइज’ को डेढ़ लाख का चेक डोनेट किया

Posted on 16 May 2018 by admin

मुंबई। ‘फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने इम्प्लाइज’ के अध्यक्ष बी एन तिवारी,जनरल सेक्रेटरी अशोक दूबे और उनके पदाधिकारियों द्वारा सोमवार १४ मई २०१८ को उनके ऑफिस कार्तिक काम्प्लेक्स,अँधेरी (वेस्ट),मुंबई में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें ‘कभी कभी मेरे दिल ख्याल आता है’,'तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती’,'दिल चीज़ क्या है’,जिसे फ़िल्मी गीतों को अपने मधुर संगीत में सँवारने वाले पद्मभूषण से सम्मानित मशहूर संगीतकार खय्याम साहब और उनकी बीवी ने जगजीत कौर ने फिल्म इंडस्ट्री के जरुरतमंदो के लिए डेढ़ लाख का चेक अपनी ‘केपीजे चैरिटेबल ट्रस्ट’ की तरफ से फेडरेशन को डोनेट किया। जोकि पिछले तीन वर्षों से डोनेट करते आ रहे है। इस अवसर पर भजन सम्राट अनूप जलोटा,’फिल्म स्टूडियोज सेटिंग एंड एलाइड मज़दूर यूनियन’ के जनरल सेक्रेटरी गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव उर्फ़ संजू,’सिने एंड आर्टिस्ट्स एसोसिएशन’ (सिन्टा) के जनरल सेक्रेटरी सुशांत सिंह और इत्यादि के मुख्य अतिथि थे। और फिल्म से सम्बंधित २२ यूनियनों के पधाधिकारियों ने इसमें हिस्सा लिया और कार्यक्रम को सफल बनाया।

इस अवसर पर ‘फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने इम्प्लाइज’ के अध्यक्ष बी एन तिवारी ने कहा,”हम लोग खय्याम साहब के शुक्रगुजार है जोकि फिल्म इंडस्टी के लोगो के बारे में सोचते है। ऐसी सोच सभी को भगवान दे। हमलोग चाहते है कि खैय्याम साहब का आशीर्वाद हमेशा हमलोगो पर बना रहे और वे हमेशा यहाँ आकर हमलोगो का हौसला बढ़ाये,पैसे ना भी मिले तो भी चलेगा।”

इस अवसर पर खय्याम साहब ने कहा,”हमें फिल्म इंडस्ट्री ने इतना कुछ दिया,अब हमलोगो ने सोचा अब फिल्म इंडस्ट्री को वापस किया जाय।इसलिए यह कदम उठाया है और हमेशा फेडरेशन को हर वर्ष डेढ़ लाख रुपये मिलता रहेगा।हमलोग चाहते है कि और लोग आगे आये और फिल्म इंडस्ट्री के लिए कुछ करे।हम लोग रहे या ना रहे लेकिन हमारा ट्रस्ट चलता रहेगा और लोगों की मदद करता रहेगा हमारे बाद हमारी पूरी प्रॉपर्टी और जूलरी को कॅश में बदलकर ट्रस्ट उसे फिक्स डिपोसिट कर देगा और उससे जो फायदा मिलेगा उसमे से वर्ष ५ लाख प्रधानमंत्री कोष में, कुछ महाराष्ट्र मुख्यमन्त्री कोष में और इंडस्ट्री के जरूरतमंद लोगो को १० से २० हज़ार रुपये जीवन में एक बार मदद ट्रस्ट की तरफ से किया जाएगा।”

इस अवसर पर फिल्म स्टूडियोज सेटिंग एंड एलाइड मज़दूर यूनियन’ के जनरल सेक्रेटरी गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव और ‘फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने इम्प्लाइज’ के जनरल सेक्रेटरी अशोक दूबे ने बताया कि हमलोग फेडरेशन को फिर से मज़बूत बनाने का प्रयास कर रहे है,निर्माताओं को भी विश्वास दिलाया है कि हमलोग एक है और हमलोग को साथ मिलकर चलना है एक दूसरे के बिना अधूरे है।

इस अवसर पर खय्याम साहब और उनकी बीवी ने जगजीत कौर,अनूप जलोटा,बी एन तिवारी,अशोक दूबे, किशन शर्मा,गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव उर्फ़ संजू,सुशांत सिंह के अलावा फेडरेशन के सीनियर वाईस प्रेसिडेंड फ़िरोज़ खान (राजा भाई),वाईस प्रेसिडेंड संगम उपाध्याय, मज़दूर यूनियन के शरफुद्दीन मोहम्मद,राकेश मौर्या तथा फिल्म से सम्बंधित २२ यूनियनों के पदाधिकारी जैसे कि राम चौधरी, चावला, राज सुर्वे,पिंकी मोरे,फ़िरोज़ भाई,धरम अरोरा,इमरान मर्चेंट,सुरेंद्र श्रीवास्तव, कुंदन गोस्वामी,अशोक पांडे,हिमांशु भट्ट,आशफाक खोपेकर,हनीफ भाई,मुन्ना भाई,सुलेखा इत्यादि लोगों ने कार्यक्रम को सफल बनाया।

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