Archive | July 5th, 2020

चिकित्सा शिक्षा विभाग को जनपद स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग को जनपद गौतमबुद्ध नगर तथा गाजियाबाद के लिए विशेष नगर तथा गाजियाबाद के लिए विशेष नगर कार्य योजना तैयार करने के निर्देश

Posted on 05 July 2020 by admin

उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग को जनपद गौतमबुद्ध नगर तथा गाजियाबाद के लिए विशेष कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जनपद गौतमबुद्धनगर तथा गाजियाबाद में संक्रमण को नियंत्रित करने तथा उपचार व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए और अधिक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इन जनपदों में एल-1, एल-2 तथा एल-3 चिकित्सा सेवाओं को सुदृढ़ किया जाय। उन्हांेने कहा है कि जनपद गाजियाबाद में स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम भेजी जाए, जो वहां कैम्प करे। यह टीम कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं को बेहतर करते हुए संक्रमित रोगियों के स्वास्थ्य लाभ के सभी उपाय सुनिश्चित करें। उन्होंने जनपद बुलन्दशहर में भी इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम को भेजे जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी चिकित्सालयों में भी ट्रूनैट मशीन क्रियाशील रखने हेतु स्पष्ट दिशा निर्देश जारी किये जाय।

आर0टी0पी0सी0आर0, ट्रूनैट मशीन तथा रैपिड एन्टीजन टेस्ट को अपनाते हुए जांच क्षमता को बढ़ाकर 30 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में ट्रूनैट मशीन की स्थापना हेतु आई0सी0एम0आर0 द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है। श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि मेडिकल काॅलेजांे की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि वरिष्ठ चिकित्सक नियमित राउण्ड लें। उन्होंने मेडिकल काॅलेजों की स्वास्थ्य सेवाओं की माॅनिटरिंग के लिए अलग से अधिकारी को नामित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि नोडल अधिकारी के तौर पर जनपदों में भेजे गए विशेष सचिव स्तर के अधिकारी कोविड चिकित्सालयों का नियमित निरीक्षण तथा निरन्तर माॅनिटरिंग करते रहें। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि कोविड अस्पतालों में भर्ती रोगी के परिजनों को, रोगी के स्वास्थ्य की नियमित रूप से जानकारी उपलब्ध कराई जाए। इसके लिए वाॅर्ड इंचार्ज द्वारा मरीज के तीमारदार को रोगी के स्वास्थ्य की जानकारी टेलीफोन के माध्यम से प्रदान करने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के प्रत्येक चिकित्सालय में कोविड हेल्प डस्ेक की स्थापना के निर्देश दिए हैं।

श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि अन्तर्राष्ट्रीय उड़ानों से प्रदेश मंे आने वाले यात्रियों की समुचित स्क्रीनिंग एवं 07 दिन का इन्स्टीट्यूशनल क्वारंटीन व होम क्वारंटीन की व्यवस्था सुचारु बनाई रखी जाए। रेलवे स्टेशन तथा बस स्टेशन पर यात्रियांे की नियमित स्क्रीनिंग की जाए। मुख्यमंत्री जी ने संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए हर सम्भव सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मेडिकल संक्रमण से चिकित्साकर्मियों को सुरक्षित रखने के लिए इनके ट्रेनिंग कार्यक्रम पर निरन्तर ध्यान दिया जाए। पी0ए0सी0 वाहिनियों में संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी प्रयास जारी रखे जाएं तथा वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाय। मुख्यमंत्री जी ने सभी सार्वजनिक स्थानों पर साफ-सफाई के बेहतर प्रबन्ध के साथ-साथ सोशल डिस्टंेसिंग का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कन्टेनमेंट जोन मंे डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था का सुचारु संचालन सुनिश्चित किया जाए, ताकि लोगांे को आवश्यक सामग्री की उपलब्धता के सम्बन्ध में कोई असुविधा न हो।

श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रदेश में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान संचालित किया जा रहा है। समस्त सम्बन्धित विभाग समन्वय बनाकर अभियान की गतिविधियों को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी स्वयं जनपदों में जाकर संचारी रोग अभियान की समीक्षा करेंगें। मुख्यमंत्री जी ने खाद्यान्न वितरण के अन्तर्गत सामान्य वितरण तथा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के कार्य पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि वितरण कार्य को पारदर्शी ढंग से सम्पन्न करते हुए सभी जरूरतमंदों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा है कि जी0एस0टी0 कलेक्शन में वृद्धि के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं।
श्री अवस्थी ने बताया कि गृह विभाग की धारा 188 के तहत 83,845 एफआईआर दर्ज करते हुये 2,15,598 लोगों को नामजद किया गया है। आगरा जोन में 7,201, प्रयागराज मंे 3,608, बरेली में 9,680, गोरखपुर में 5,690, कानपुर में 13,171, लखनऊ में 16,279, मरेठ मंे 11,059, वाराणसी में 13,758, लखनऊ कमिश्नरी में 997 और गौतमबुद्धनगर कमिश्नरी मंे 2,402 केस दर्ज किये गये हैं। प्रदेश में अब तक 83,74,955 वाहनांे की सघन चेकिंग मंे 60,745 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 39,21,95,427 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 972 लोगों के खिलाफ 731 एफआईआर दर्ज करते हुए 351 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि फेक न्यूज के तहत अब तक 1677 मामलों को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की गई है। 04 जुलाई को कुल 22 मामले, जिनमें ट्विटर के 14, फेसबुक के 08 मामले को संज्ञान में लिया गया हंै तथा साइबर सेल को आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 2765 हाॅट स्पाॅट के 799 थानान्तर्गत 8,42,400 मकानों के 49,38,024 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन हाॅट स्पाॅट क्षेत्रों में कोरोना पाॅजीटिव लोगों की संख्या 7,852 है। इंस्टी्यूशनल क्वारंेटाइन किये गये लोगों की संख्या 9,516 है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में हाॅटस्पाॅट वाले बस्तियांे मंे 4412 डोर स्टेप डिलिवरी मिल्क बूथ/मैन के द्वारा दूध वितरित किया गया है। डारे स्टेप डिलिवरी ‘फल, सब्जी आदि’ कुल 6617 वाहन लगाये गये हैं। डोर स्टेप डिलिवरी वाले प्रोविजन स्टोर की संख्या 5167 है। हाॅट स्पाॅट क्षेत्रों में कुल 40 प्रचलित सामुदायिक किचन हैं। इन बस्तियों में 13,91,700 राशन कार्डों पर खाद्यान्न का वितरण किया गया है।

श्री अवस्थी ने बताया कि निर्माण कार्यों से जुडे़ 18.14 लाख श्रमिकों, नगरीय क्षत्रे के 8.91 लाख श्रमिकों तथा ग्रामीण क्षेत्रों के 6.74 लाख निराश्रित व्यक्तियों को रु0 1,000-1,000ध्- के आधार पर कुल 33.79 लाख लोगों को 337.89 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। प्रदेश की पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेन्ट एवं मास्क सहित कुल 70 इकाईयां क्रियाशील हैं। प्रदेश में 1127 फ्लोर मिल, 503 तेल मिल एवं 332 दाल मिल संचालित की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कल उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की 6000 से अधिक बसों के माध्यम से लगभग 7,25,000 लोगों ने यात्रा की। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कल एक दिन मंे 26,061 सैम्पल की जांच की गयी। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 8,34,951 सैम्पल की जांच की गयी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 7,627 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 18,154 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना मरीजांे का रिकवरी रेट 68.36 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि पूल टेस्ट के अन्तर्गत कुल 2275 पूल की जांच की गयी, जिसमें 1973 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 302 पूल 10-10 सैम्पल की जांच की गयी। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 1,59,729 सर्विलांस टीम द्वारा 1,16,54,517 घरांे के 5,94,40,581 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है। श्री प्रसाद ने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से अलर्ट जनरेट आने पर कन्ट्रोल रूम द्वारा निरन्तर फोन किया जा रहा है। अलर्ट जनरेट होने पर अब तक 1,04,145 लोगों को कन्ट्रोल रूम द्वारा फोन कर जानकारी प्राप्त की गयी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में दवा दुकानदारों एवं फ्रंट लाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के रेन्डम आधार पर कुल 12299 सैम्पल लिये गये, जिसमें से मात्र 26 जनपदों के 72 सैम्पल पाॅजीटिव पाये गये जो मात्र 0.58 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि लोगों में कोरोना के प्रति जागरूकता एवं समाज के प्रति उत्तरदायित्वपूर्ण रवैये से कोरोना का संक्रमण नियंत्रण में है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक प्रतियोगिता आयोजित की गयी है। जिसमें कोई भी व्यक्ति कोरोना से बचाव एवं नियंत्रण हेतु 60 सेकेण्ड का वीडियों बनाकर अपनी प्रविष्टि स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध करा सकता है। सर्वश्रेष्ठ 100 प्रविष्टियों को 10,000-10,000 रूपये का ईनाम दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त 150 शब्द तक का आईडिया भी कोरोना के सम्बन्ध में उपलब्ध कराये जा सकते है। सर्वश्रेष्ठ 10 आईडिया को 10,000-10,000 रूपये का ईनाम दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि व्हाट्सअप नं0-8005192995 एवं ईमेल- 1min4covid@gmail.com पर अपनी प्रविष्टि भेजी जा सकती है

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आई0सी0एम0आर0 ने कोविड-19 की जांच के लिए निजी प्रयोगशालाओं को 07 दिन में जरूरी अनुमोदन प्रदान करने की व्यवस्था लागू की

Posted on 05 July 2020 by admin

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आई0सी0एम0आर0) द्वारा कोविड-19 की जांच करने वाली समस्त निजी प्रयोगशालाओं के लिए एन0ए0बी0एल0 (नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड फाॅर टेस्टिंग एण्ड कैलीब्रेशन लैबोरेटरीज) की मान्यता अनिवार्य किए जाने के दृष्टिगत, 07 दिन की अवधि में निजी प्रयोगशालाओं को जरूरी अनुमोदन प्रदान करने की व्यवस्था लागू कर दी गई है। कोविड-19 की टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि के लिए आई0सी0एम0आर0 ने तत्काल प्रभाव से यह निर्णय लिया है। इस सम्बन्ध में आई0सी0एम0आर0 के अपर महानिदेशक डाॅ0 जी0एस0 टोटेजा द्वारा समस्त राज्य सरकारों के मुख्य सचिवों/अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को प्रेषित एक पत्र में अवगत कराया गया है कि एन0ए0बी0एल0 की फास्ट ट्रैक अनुमोदन प्रदान करने की यह व्यवस्था ट्रूनेट/सी0बी0 नेट के माध्यम से जांच करने वाली निजी प्रयोगशालाओं के लिए भी उपलब्ध है। टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि के लिए राज्य सरकारों को हर सम्भव सहयोग प्रदान करने की आई0सी0एम0आर0 की प्रतिबद्धता का उल्लेख करते हुए डाॅ0 टोटेजा ने यह भी बताया कि ट्रूनेट/सी0बी0नेट आधारित कोविड-19 की जांच की इच्छुक समस्त निजी प्रयोगशालाओं को एन0ए0बी0एल0 की मान्यता के आवेदन के लिए प्रोत्साहित किया जाए। मान्यता हेतु आवेदन कर चुकी समस्त प्रयोगशालाएं अपने एन0ए0बी0एल0 के आवेदन के साथ आई0सी0एम0आर0 से ई-मेल आई0डी0 aggarwal.n@icmr.gov.in पर तत्काल सम्पर्क कर सकती हैं। आई0सी0एम0आर0 इन निजी प्रयोगशालाओं को, ट्रूनेट/सी0बी0नेट द्वारा कोविड-19 की जांच करने के लिए 01 सप्ताह के अन्दर त्वरित अनुमोदन इस शर्त के साथ प्रदान कर देगा कि वे आई0सी0एम0आर0 का अनुमोदन प्राप्त होने की तिथि के अधिकतम 04 सप्ताह में एन0ए0बी0एल0 का अनुमोदन उपलब्ध करा देंगी।

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मुख्यमंत्री ने वन महोत्सव के अन्तर्गत मिशन वृक्षारोपण-2020′ का शुभारम्भ किया

Posted on 05 July 2020 by admin

मुख्यमंत्री ने हरिशंकरी के वृक्षों का रोपण किया

मिशन वृक्षारोपण-2020 के तहत एक दिन में 25 करोड़ से अधिक वृक्षारोपण किए जाने का लक्ष्य वृक्षारोपण करके ही जीव सृष्टि को संरक्षित किया जा सकता है : मुख्यमंत्री

जनसहभागिता के माध्यम से ही वृक्षारोपण जैसे वृहद कार्यक्रम को सफल बनाया जा सकता है

राज्य सरकार प्रदेश का ग्रीन कवर बढ़ाने के लिए संकल्पित

वृक्षारोपण मिशन के अन्तर्गत औषधीय, फलदार, पर्यावरणीय, छायादार, चारा औद्योगिक व प्रकाष्ठ की दृष्टि से महत्वपूर्ण 201 से अधिक प्रजातियों के पौधों का रोपण

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइड लाइन के तहत वृक्षारोपण किया जा रहा है प्रधानमंत्री की प्रेरणा से वृक्षारोपण कार्यक्रम को एक नई गति जल संरक्षण में वृक्षारोपण का विशेष महत्व सहजन की फली का सेवन करने से कुपोषण से बचा जा सकता है

मुख्यमंत्री ने वनस्पति वैविध्य संरक्षण महाअभियान-2020′ पुस्तक का विमोचन किया

लखनऊ : 05 जुलाई, 2020 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि अधिक से अधिक वृक्षारोपण करके ही जीव सृष्टि को संरक्षित किया जा सकता है। जनसहभागिता के माध्यम से ही वृक्षारोपण जैसे वृहद कार्यक्रम को सफल बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश का ग्रीन कवर बढ़ाने के लिए संकल्पित है।

मुख्यमंत्री जी आज यहां मुख्यमंत्री जी कुकरैल वन में ‘मिशन वृक्षारोपण-2020′ के शुभारम्भ अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इससे पूर्व मुख्यमंत्री जी ने हरिशंकरी के वृक्षों का रोपणकर मिशन वृक्षारोपण-2020′ का शुभारम्भ किया। ज्ञातव्य है कि पीपल, बरगद व पाकड़ के सम्मिलित रोपण को हरिशंकरी कहते हैं। ‘मिशन वृक्षारोपण-2020′ के तहत आज 05 जुलाई, 2020 को एक दिन में 25 करोड़ से अधिक वृक्षारोपण किए जाने का लक्ष्य है। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने वनस्पति वैविध्य महाअभियान-2020′ पुस्तक का विमोचन भी किया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज की तिथि का विशेष महत्व है। भारत के ज्ञान की परम्परा के प्रतीक भगवान वेदव्यास की आज जन्मतिथि भी है। व्यास पूर्णिमा गुरु पूर्णिमा के रूप में जानी जाती है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वृक्षारोपण मिशन के अन्तर्गत व्यापक जनसहभागिता एवं अन्तर्विभागीय समन्वय के माध्यम से प्रदेश में एक दिन में 25 करोड़ से अधिक औषधीय, फलदार, पर्यावरणीय, छायादार चारा औद्योगिक व प्रकाष्ठ की दृष्टि से महत्वपूर्ण 201 से अधिक प्रजातियों के पौधे रोपे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइड लाइन के तहत वृक्षारोपण किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोविड-19 से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि इम्युनिटी पावर को बढ़ाकर कोरोना वायरस से बचा जा सकता है। उन्होंने भारत के आयुर्वेद का जिक्र करते हुए कहा कि अनेक ऐसी औषधीय वनस्पतियां हैं, जिनका काढ़ा पीने से हम अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से वृक्षारोपण कार्यक्रम को एक नई गति प्राप्त हुई है। जल संरक्षण में भी वृक्षारोपण का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत 30 लाख आवास उपलब्ध कराए गए हैं इन आवासों में सहजन के पौधे को रोपित करने का कार्य किया गया है उन्होंने सहजन के महत्व को बताते हुए कहा कि इसकी फली का सेवन करने से कुपोषण से बचा जा सकता है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की भूमि दुनिया की सबसे अधिक उपजाऊ भूमि है, यहां सिंचाई के अच्छे स्रोत भी हैं उन्होंने कहा कि नमामि गंगे योजना के अन्तर्गत गंगा और उसकी सहायक नदियों के किनारे डेढ़ करोड़ पौधे रोपित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में क्रमशः 05 करोड़, 11 करोड़ तथा 22 करोड़ वृक्ष लगाए गए हैं। इस वर्ष एक ही दिन में 25 करोड़ वृक्ष लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वृक्षों को जियो टैग भी किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘मिशन वृक्षारोपण-2020′ पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग सहित 26 राजकीय विभागों तथा विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, स्वयं सेवी संगठनों, जनप्रतिनिधियों, विद्यार्थियों, व्यापारियों आदि के योगदान से सम्पन्न किया जा रहा है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री दारा सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में वन विभाग नित नए लक्ष्यों को प्राप्त कर रहा है। प्रमुख सचिव वन श्री सुधीर गर्ग ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी सहित वन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।

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