क्षेत्रीय वैज्ञानिक अधिकारियों के उत्तरदायित्व पुन: निर्धारित किये जायें
क्षेत्रीय वैज्ञानिक अधिकारी आगरा को चेतावनी दी गई
लखनऊ - जिला विज्ञान क्लबों के कोआर्डिनेटर्स के कार्यो की उच्च स्तर पर प्रत्येक तीन माह में समीक्षा अवश्य की जाय। वर्तमान में विज्ञान के प्रति बच्चों में कम हो रहे रूझान को बढ़ाने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के समस्त आयामों का प्रचार-प्रसार किया जाय। क्लबों द्वारा वैज्ञानिक व्याख्यान, बच्चों के लिए विज्ञान प्रतियोगितायें, कठपुतली, विज्ञान नाटक, टेक्नालॉंजी प्रदर्शन, स्वरोजगार जागरूकता व प्रशिक्षण कार्यक्रमों, विज्ञान नुक्कड़ नाटक आदि कार्यक्रम सक्रिय रूप से लगातार चलाये जायं। क्षेत्रीय वैज्ञानिक अधिकारियों का उत्तरदायित्वों का पुन: निर्धारण किया जाय। समन्वयकों को निरन्तर ट्रेनिंग देने का कार्य भी क्षेत्रीय वैज्ञानिक अधिकारियों द्वारा किया जाय।
यह निर्देश प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मन्त्री श्री अब्दुल मन्नान ने विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में विभागीय अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने बैठक में आगरा के क्षेत्रीय वैज्ञानिक अधिकारी का कार्य सन्तोषजनक नहीं पाया। विज्ञान मन्त्री ने उन्हेें कायोंZ में सुधार लाने तथा अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन भलीभान्ति करने हेतु चेतावनी दी।
श्री मन्नान ने कहा कि जब तक सभी मण्डलों में क्षेत्रीय विज्ञान केन्द्रों की स्थापना नहीं हो जाती है तब तक चार क्षेत्रीय विज्ञान केन्द्रों, दो नक्षत्रशालाओं तथा लखनऊ एवं लखनऊ मुख्यालय कुल सात स्थलों से ही सभी जिला विज्ञान क्लबों के कार्यों पर भलीभान्ति नियन्त्रण रखा जाय। बैठक में क्षेत्रीय विज्ञान केन्द्रों के वैज्ञानिक अधिकारियों ने उनके वित्तीय अधिकार पुन: बहाल किये जाने तथा कैडर सम्बंधी एवं अन्य शासकीय समस्यायें भी मन्त्री जी के समक्ष रखी गईं।
बैठक में प्रमुख सचिव, श्री बी0एम0मीणा, विश्ेाष सचिव श्री पी0सी0जैन, निदेशक एवं सचिव डॉ0 एम0के0जे0सिद्दीकी, संयुक्त निदेशक श्री आई0डी0राम सहित सभी वरिष्ठ चारों मण्डलों के क्षेत्रीय वैज्ञानिक अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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