हिन्दुओं के पवित्र तीर्थस्थल एवं श्रद्धा केन्द्र बाबा अमरनाथ जी के दशZन यात्रा में सहयोग करने वाली अन्र्तराश्ट्रीय संस्था “श्री िशव शक्ति सेवादार दिल्ली (रजि0) संस्था´´ के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश सावंरिया ने राजधानी के ऐलोरा गेस्ट हाउस लालबाग में आयोजित पत्रकारवार्ता में बाबा अमरनाथ यात्रा के दशZन में आने वाली तकलीफों एवं अड़चनों तथा केन्द्र सरकार तथा जम्मू काश्मीर सरकार द्वारा उदासीन रवईया अपनाने पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की।
उन्होंने कहा जम्मू काश्मीर जो कि भारत का ही अंग है उस प्रदेश में स्थित हिन्दुओं के पवित्र श्रद्धा केन्द्र बाबा अमरनाथ जी के दशZनों हेतु दशZनार्थियों को परमिट लेना पड़ता है। उन्हेांने कहा यह ठीक उसी प्रकार है जैसे दूसरे देश में जाने के लिए पासपोर्ट लेना आवश्यक है। उन्होंने निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार हिन्दुओं के साथ उदासीनता का रवईया अपना रही है। उन्हेांने कहा केन्द्र सरकार से एवं जम्मू काश्मीर की सरकार से अमरनाथ यात्रा हेतु दशZनार्थियों को बैगर परमिट जाने दिये जाने की मांग की। उन्हेांने बताया कि यह परमिट केवल जम्मू काश्मीर बैंक में ही मिलते है। जिसकी शाखाऐं देश के हर शहर/गॉव में नही है। इस वजह से अमरनाथ यात्रियों को परमिट कि लिए विभिन्न जगहों पर दर-दर भटकना पड़ता है। उन्होंने कहा जम्मू काश्मीर बैंक में सीमित समय में समिति परमिट ही जारी किये जाते है वह भी शुल्क लेकर जिससे हमारे दशZनार्थी को परमिट नहीं मिल पाते है और वह दशZन से वंचित रह जाते है। उन्हेांने कहा एक ओर तो सरकार अन्य धर्मो की धार्मिक यात्राओं में मद्द करती है दूसरी ओर हिन्दुस्तान में हिन्दुओं के बहुसंख्यक होने के बावजूद अपने ही देश में उनकी धर्म यात्राओं में बधाएं खड़ी करती है। पदाधिकारी अमरनाथ अग्रवाल ने जम्मू जाने वाली प्रत्येक गाड़ी में प्रचुर मात्रा में बोगिया बढ़ाएं जाने की मांग की है। संगठन के पदाधिकारी शिश कान्त शर्मा ने कहा बाबा अमरनाथ यात्रा का मार्ग काफी मुिश्कलों भरा तथा सकरा है। जिससे अनेकों दुघZटनाएं होती है। उन्हेांने केन्द्र एवं जम्मू काश्मीर सरकार से इन रास्तों को पक्का एवं चौड़ा बनाने की मांग की।
बड़े अफसोस की बात है कि हम िशवभक्त अपने ही देश में अपने आस्था के देव के दशZन नही कर सकते। इस पर भी प्रतिबन्ध है क्योंकि देश में दशZनों पर परमिट विदेिशयों के पास, पासपोर्ट की तरह है जिससे परमिट बिना प्रत्येक श्रद्धालू यात्रा करके अपने आराध्य के दशZन नही कर सकता। हम परमिट द्वारा सीमित लोगों को ही दशZन की छूट का घोर विरोध करते है और यात्रा को सर्वसुलभ बनाने हेतु प्रयास नही किये गये तो हम इस परमिट पद्धति का बहिश्कार करने को मजबूर हो जायेगें। हमारे अपने ही देश में अपने देवी-देवताओं के दशZनों पर परमिट कतई बर्दाश्त नही किया जायेगा और अपने देश में विदेिशयों जैसा व्यवहार अनैतिक है।
अमरनाथ बाबा के दशZनों हेतु परमिट व्यवस्था तुरन्त समाप्त की जाये और अगर व्यवस्था हेतु परमिट व्यवस्था है तो यह परमिट खुले रूप से नि:शुल्क भण्डारों के आयोजकों के माध्यम से दिये जायें। परमिट के माध्यम से भक्तों को दशZनों से वंचित करना धर्म विशेश के प्रति क्रूरता है, अन्याय है। क्योंकि कश्मीर सरकार द्वारा कभी किसी रूप में तो कभी किसी रूप में िशव भक्तों को दशZनों से रोकने का प्रयास किया जाता रहा है। जैसे अभी परमिट पर पांच पांच फोटुऐं लगाना तथा आई0डी0 ग्रूफ प्रस्तुत करना तथा संलग्न करना विदेिशयों तथा आतंकियों जैसा व्यवहार है।
जम्मू काश्मीर बैंक सभी जगह न होने से दशZनाभिलाशी स्त्री, पुरूश, बच्चे बैंक को कहॉ कहॉ ढूढ़े और भटकें उस पर बैंक परमिट देगे कि नही जैसे अभी पांच सात दिन में ही लखनऊ में बैंक ने कह दिया है कि परमिट समाप्त हो गये है इसकी जांच होनी चाहिये। यह सब हमारे देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना के मौलिक अधिकारों पर कुठाराघात है। कश्मीर भारत का अंग है तो काश्मीर में माजूद हमारे ईश्ट देव शंकर बाबा के दशZनों पर इस प्रकार के प्रतिबन्ध क्यों ?
ओम प्रकाश सावंरिया तथा शिश कान्त शर्मा ने इन मांगों का मांग पत्र जिला अधिकारी लखनऊ के माध्यम से राश्ट्रपति, प्रधानमन्त्री एवं जम्मू काश्मीर के मुख्यमन्त्री को संस्था द्वारा भेजा जाएगा। उन्होंने बताया अमरनाथ यात्रा परमिट मुक्ति नही की गई तो उनकी संस्था द्वारा दिल्ली एवं लखनऊ में प्रदशZन, धरना, भूख हड़ताल आदि के द्वारा विरोध करेगी। इस वार्ता में ओमप्रकाश सावंरिया, अमरनाथ अग्रवाल, शिश कान्त शर्मा, धर्मपाल अग्रवाल, कृश्ण गोपाल अग्रवाल, अशोक अग्रवाल तथा सन्तोश जायसवाल, बिशन अग्रवाल तथा अनेकों सेवादार उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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