जलालाबाद : सऊदी अरब में रह रहे जलालाबाद क्षेत्र के हसनपुर लुहारी गांव के युवक को हत्या के आरोप में वहां की शरई अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है। उस पर बुलंदशहर के युवक को चाकू से गोद कर मौत के घाट उतारने का आरोप है। फांसी पर लटकाने का दिन शुक्रवार मुकर्रर हुआ है।
हसनपुर लुहारी गांव के अंसारियों वाली गली में हाफिज काला का परिवार रहता था। करीब दस वर्ष पूर्व यह परिवार दिल्ली चला गया था और वहां सेना बाग इलाके में रहने लगा था। हाफिज काला का एक बेटा शाबिर अली (40 वर्ष) सऊदी अरब में एक शेख के घर चालक की नौकरी करता है। इसी शेख के घर में बुलंदशहर निवासी सारिक भी कोई काम करता था।
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दिनों सारिक और शाबिर के बीच किसी बात को लेकर मारपीट हो गई। उसी दौरान चाकू लगने से एजाज की मौत हो गई। मालिक की सूचना पर सऊदी अरब पुलिस ने आरोपी शाबिर को हिरासत में ले लिया। शुक्रवार को उसे स्थानीय शरई अदालत में पेश किया गया। अदालत में उसका गुनाह साबित होने पर उसे फांसी की सजा सुनाई गई है। शुकंवार की रात शाबिर के परिजनों को इस घटना की जानकारी हुई और तभी से परिजन सदमे में हैं।
सऊदी सरकार का नियम है कि किसी आरोपी को सजा से मुक्ति दी जा सकती है, यदि मरने वाले का सबसे निकटतम संबंधी आरोप वापस ले ले। शनिवार की सुबह दिल्ली में रह रहे शाबिर के कुछ परिजन हसनपुर लुहारी पहुंचे और यहां के कुछ गणमान्य लोगों को साथ लेकर बुलंदशहर गए।
बुलंदशहर में मृतक के परिजनों से वार्ता भी की गई, परंतु उन्होंने लाश भारत आने और उसका अंतिम संस्कार होने तक किसी भी तरह का आश्वासन देने से इनकार कर दिया है। हसनपुर लुहारी के प्रधान ने बताया कि वैसे तो शाबिर का परिवार बहुत पहले दिल्ली चला गया था। परंतु, इस गांव से उनका अभी भी भावनात्मक लगाव है।
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Vikas Sharma
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