प्रदेश की आम जनता पर हो रहे जुल्म और ज्यादतियों का न थमने वाला सिलसिला प्रदेश की बसपा सरकार में लगातार जारी है। बिजली-पानी एवं मूलभूत समस्याओं को लेकर अथवा अपनी जायज मांगों को लेकर जब-जब किसी भी राजनीतिक दल, संगठन एवं आम जनता द्वारा शान्तिपूर्वक धरना देकर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने का प्रयास किया गया तो प्रदेश की मुखिया के इशारे पर पुलिस द्वारा लाठी के बलपर उसे दबाने का प्रयास किया गया है। इंजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा किये गये बर्बर लाठीचार्ज, उन पर फर्जी मुकदमें लगाकर जेल भेजने की घटना घोर निन्दनीय है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने उक्त घटना की घोर निन्दा करते हुए आज यहां जारी बयान में कहा कि इसी प्रकार बिजली-पानी की समस्या को लेकर विगत 25मई से बिजनौर में इंजपा की युवा अध्यक्ष सारिका चौधरी के नेतृत्व में इंजपा के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर आम जनता द्वारा जब आवाज उठायी गई तो वह प्रदेश सरकार की निरंकुशता और तानाशाही रवैये के शिकार हुए तथा पुलिस द्वारा उ0प्र0 यूथ फ्रंट फार जस्टिस की अध्यक्षा सहित दर्जनों इंजपा कार्यकर्ताओं पर फर्जी विभिन्न गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेज दिया गया।
इण्डियन जस्टिस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. उदित राज विगत दिनों जब उक्त घटना की जानकारी लेने बिजनौर गये तो उनको वर्तमान सरकार की मुखिया के इशारे पर प्रशासनिक/पुलिस अधिकारियों के घेरे के बलपर डराने धमकाने का प्रयास करते हुए अपने कार्यकर्ताओं/नेताओं से भी मिलने नहीं दिया गया, जो कि सरासर मौलिक अधिकारों का हनन है। इस सरकार में मौलिक अधिकारों के कोई मायने ही नहीं रह गये हैं।
डॉ0 जोशी ने मांग की है कि डॉ0 उदित राज और इंजपा कार्यकर्ताओं के साथ प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही दमनात्मक कार्यवाही तुरन्त बन्द कर बिजनौर सहित पूरे प्रदेश में बिजली-पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करायें एवं इंजपा के कार्यकर्ताओं पर लगाये गये फर्जी मुकदमें वापस कर उन्हें रिहा करें। साथ ही इस घटना के दोषी पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को दण्डित करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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