मुख्यमन्त्री के अन्य जिलों में भी आकिस्मक निरीक्षण करने के निर्देश
उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने गोण्डा जिले के गौरा चौकी के एक मेडिकल स्टोर पर `नॉट फॉर सेल´ अंकित और जिला महिला अस्पताल की मुहर लगी दवाओं की खुले बाजार में बिक्री के मामले पर गम्भीर रूख अपनाते हुए इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के सम्बन्धित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निलिम्बत करने के आदेश दिये हैं।
मुख्यमन्त्री के निर्देश पर गम्भीर अनियमितताओं के लिए प्रथम दृष्टया दोषी पायी गईं जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ0 सरोज बाला, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (स्टोर) डॉ0 नितिन गुप्ता, फार्मासिस्ट श्री एम0पी0 गुप्ता तथा फार्मासिस्ट श्री एम0के0 त्रिपाठी को तात्कालिक प्रभाव से निलिम्बत कर उन्हें स्वास्थ्य महानिदेशालय लखनऊ से सम्बद्ध कर दिया गया है। इन कर्मियों के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई के लिए बलरामपुर चिकित्सालय, लखनऊ के प्रभारी निदेशक डॉ0 शोभनाथ को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
ज्ञातव्य है कि मुख्यमन्त्री के निर्देश पर जनपद गोण्डा में सरकारी दवाओं की खुले बाजार में बिक्री की शिकायतों की जांच के लिए एक दल मौके पर भेजा गया। जांच मे `नॉट फॉर सेल´ अंकित और महिला अस्पताल की मुहर लगी दवाओं के बैच नम्बर के मिलान से इस बात की पुष्टि हुयी कि सरकारी दवाएं, जिन पर `नॉट फॉर सेल´ छपा हुआ था, प्राइवेट मेडिकल दुकानों पर अनियमित रूप से पायी गईं।
सुश्री मायावती ने इस प्रकरण का संज्ञान लेते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सचेत किया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि अस्पतालों को उपलब्ध करायी गई औषधियों की खुले बाजार में बिक्री न होने पाये और इस तरह के मामलों की रोकथाम के लिए अन्य जनपदों में भी तत्काल आकिस्मक निरीक्षण एवं सघन जांच करायी जाये।
मुख्यमन्त्री के निर्देश पर जनपद गोण्डा में पायी गई शिकायत की जांच स्वास्थ्य विभाग के निदेशक, सेन्ट्रल मेडिकल स्टोर डिपो, स्वास्थ्य महानिदेशालय के डॉ0 राम जी लाल एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल की संयुक्त टीम ने की।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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