लखनऊ - मुख्य सचिव श्री अतुल कुमार गुप्ता ने आज प्रदेश के 15 जनपदों में पेयजल एवं सिंचाई की समस्या के निदान व भूगर्भ जल संरक्षण हेतु 1,500 चेकडैम प्रतिवर्ष बनाये जाने की कार्ययोजना की विस्तृत समीक्षा करते हुये सभी सम्बन्धित विभागों को समन्वय स्थापित कर प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने एनेक्सी सभाकक्ष में आयोजित बैठक में जानकारी देते हुये बताया कि योजना के तहत बुन्देलखण्ड के सात जनपदों (झॉसी, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बॉदा, महोबा, चित्रकूट) तथा पूर्वान्चल के चार जनपदों
(इलाहाबाद के यमुनापार क्षेत्र, मिर्जापुर, सोनभद्र एवं चन्दौली के पठारी क्षेत्र) में भूगर्भ जल की उपलब्धता बहुत कम है। पठारी क्षेत्र होने के कारण वर्षा जल का अधिकांश भाग बहकर नदी में चला जाता है। इसके साथ ही पेयजल
(खारेपन) की समस्या के निदान के दृष्टिकोण से आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद एवं मैनपुरी में चेकडैम बनाये जाने की योजना क्रियािन्वत की जानी है।
उन्होंने चेकडैमों के निर्माण में गुणवत्ता के साथ चेकडैम बन जाने के उपरान्त क्षेत्रीय ग्रामीणों को रखरखाव हेतु हस्तान्तरित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने आज भूगर्भ जल के दृष्टिकोण से संवेदनशील
ब्लाकों के जनपदों/मण्डलों के जिलाधिकारियों/मण्डलायुक्तों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पूछताछ करते हुए इन ब्लाकों में भूगर्भ जल संरक्षण हेतु विशेष कार्ययोजना बनाकर क्रियािन्वत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा
कि योजना के तहत 138 समस्याग्रस्त ब्लाकों में तालाब, चेकडैम, मेड़बन्दी, वृक्षारोपण व रेन-हार्वेस्टिंग की विशेष कार्य योजना बनाकर की जायें तथा आम जनता को भी भूगर्भ जल संरक्षण एवं संवर्धन हेतु जागरूक किया जाये।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान उन्होंने बरेली, बदायूं, आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, रायबरेली, लखनऊ, मुरादाबाद, बिजनौर, सहारनपुर व मुजफरनगर के अधिकारियों से सीधे वार्ता कर आवश्यक निर्देश दिये।
बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आर0के0शर्मा, प्रमुख सचिव लघु सिंचाई श्री सुशील कुमार, प्रमुख सचिव नियोजन डा0जे0एन0चैम्बर, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास श्री श्रीकृष्ण व अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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