थानाध्यक्ष ने पीड़िता को गलत रिपोर्ट के कारण भेजा जिला अस्पताल
सुलतानपुर - बसपा सरकार में चारोन्द तरफ लूट का नजारा ही सामने आ रहा है। थाना क्षेत्र मुंशीगंज के सरॉय खेमा गॉव में हुई मारपीट में चोटहिल महिला की मेडिकलद रिपोर्ट सही बनाने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अमेठी के चिकित्सक डा0 जीमल अहमद ने डेढ़ हजार की मॉग की। धन न दे पाने पर उन्हें चोट साधारणलिख दिया जब कि
प्रत्यक्ष दर्शियो का कहना है कि महिला का पैर टूटा हुआ था। थानाध्यक्ष मुशीगंज शादाब खान मेडिकल रिपोर्ट से
संतुष्ट नहीं हुए और उन्होने असकी जॉच के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।
इसका प्रकरण इस प्रकार पता चला कि उक्त गॉव में दीवाल बनाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ और एक
पक्ष ने दूसरे पक्ष पर हमला कर दिया , जिससे छबीला 65 वर्ष पित्न चमरू को गम्भीर चोट लगी और उसका पैर घटना में टूट गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सक ने भी महिला का पैर टूटने की बात कही। लेकिन डा0 जमील अहमद एक नहीं सुने । घूस लेने की बात को टालते हुए कहते हैं कि आप को मालूम नही कि मेरे छ: बच्चे हैं ओर उनकी पढ़ाई लिखाई पर कितना खर्च आता है। हमारी टीम से भी शायराना अन्दाज में कहा कि महिला को कोई चोट नहीं है, डा0 मैं हूं कि तुम । डा0 जमील गुलाब का फूल लगाये -आला टॉगे डाक्टर कम शायर नज़र आते हैं। इनके कारनामें अमेठी में मशहूर हैं। अस्पताल के चिकित्सक भी इनसे तंग हैं। आम जनता का तो बुरा हाल है ही ।