मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती के निर्देष पर आज मुख्य सचिव श्री अतुल कुमार गुप्ता, कृशि उत्पादन आयुक्त श्री आर0के0 षर्मा के नेतृत्व में प्रदेष के उच्च अधिकारियों की टीम ने सोनभद्र जनपद के विभिन्न विकास कार्याें का निरीक्षण कर विकास कार्याें के त्वरित क्रियान्वयन के निर्देष दिए। मुख्य सचिव श्री अतुल कुमार गुप्ता ने सोनभद्र जिले के विकास खण्ड चोपन अन्तर्गत ग्राम पंचायत कचनरवा में सोनभद्र जिले में विभिन्न जनकल्याणकारी एवं रोजगारपरक योजनाओं को मूर्त रूप दिए जाने हेतु आयोजित कार्यषाला में कहा कि मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी सोनभद्र जैसे अनुसूचित जाति तथा वनवासी बाहुल्य आबादी वाले पिछड़े जनपद के सर्वांगीर्ण विकास के प्रति संवेदनषील है। प्रदेष सरकार की मन्षा के अनुरूप सोनभद्र जिले में चरणबद्ध तरीके से चेक डैमों का निर्माण होगा। प्रदेश के पठारी एवं अन्य समस्याग्रस्त 15 जनपदों, जिसमें सोनभद्र भी सम्मिलित है, में एक वर्ष में कम से कम 450 करोड़ रूपये की लागत से 1500 चेक डैम निर्मित कराये जाने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है। ताकि जल, जंगल व जमीन को संरक्षित एवं सम्विर्धत किया जा सके और गिरते हुए भू-जल स्तर को रोका जा सके।
मुख्य सचिव श्री गुप्ता ने जनपद में पायलट प्रोजेक्ट के तहत निर्माण एजेन्सी लघु सिंचाई विभाग द्वारा कराये जा रहे पाण्डू नदी पर 23 व बकहर नदी पर 14 चेक डैमों के निर्माण कार्य के निरीक्षण के उपरान्त आयोजित कार्यषाला में बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इन दोनों नदियों पर 37 चेक डैम 12.1279 करोड़ रूपये की लागत से बरसात के पूर्व तैयार हो जायेगें, जिसके माध्यम से 15 लाख 30 हजार घन मीटर पानी संरक्षित किया जा सकेगा।
जिसके माध्यम से 52 हेक्टेयर से अधिक भूमि की सिंचाई होगी तथा एक लाख 53 हजार घन मीटर भूजल रिचार्ज होगा। उन्होंने सोनभद्र में प्रतिवर्श अधिकाधिक चेक डैमों का निर्माण कराये जाने की सरकार के मंषा की जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्य हेतु चार सौ पचास करोड़ धनराषि की व्यवस्था की गई है। सोनभद्र जिले में चेक डैमों की आवष्यकता को देखते हुए सरकार ने श्रृंखलावद्ध तरीके से चेक डैमों का निर्माण करेगी, जिससे स्थानीय लोगों को सिंचाई के साथ ही गर्मी के मौसम में उत्पन्न होने वाले पेयजल संकट से निजात मिलेगी। मुख्य सचिव ने चेक डैमों हेतु निगरानी समितियों के गठन का निर्देश दिया, ताकि निर्माण के दौरान चेक डैम की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके। उनके द्वारा इन निगरानी समितियों को नरेगा से कुछ धनराशि चेक डैम की सिल्ट सफाई एवं रख-रखाव हेतु उपलब्ध कराने हेतु जिलाधिकारी को निर्देश दिए गए, ताकि लम्बे समय तक इनकी उपयोगिता बनी रहे। प्रमुख सचिव लघु सिंचाई द्वारा सभी 37 चेक डैम का निर्माण मानसून से पहले ही पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए।
प्रदेष के मुख्य सचिव ने कहा कि सोनभद्र में जिले में जनकल्याणकारी एवं रोजगारपरक योजनाओं मेें हीला-हवाली करने वालों के प्रति सरकार काफी गम्भीर है। महात्मा गांधी राश्ट्रीय ग्रामीण योजना व अन्य प्रदेष सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के माध्यम से अधिकाधिक लोगों को रोजगार प्रदान करके आत्म निर्भर बनाया जायेगा। इसी कड़ी में भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप चेक डेमों के आस-पास हर वर्श एक हजार एकड़ अर्जुन के पौधे लगाये जायेंगे, जिससे कम से कम 10 हजार परिवारों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। मुख्य सचिव ने जनपद सोनभद्र में कराये जाने वाले विकास कार्यक्रमों व कार्यषाला में प्रदषिZत प्रदषिZनियों का अवलोकन व समीक्षा के उपरान्त प्रषंसा करते हुए कहा कि सोनभद्र जिले में विकास कार्याें की काफी आवष्यकता है। प्रदेष सरकार भी संकल्पित है कि सोनभद्र के विकास में पैसे की कमी आड़े आने नहीं दी जायेगी। उन्होंने प्रदेष सरकार के प्रयास की जानकारी देते हुए बताया कि जल्द ही कनहर परियोजना का कार्य षुरू होगा। प्रदेष सरकार का प्रयास है कि कनहर परियोजना जितनी जल्द हो सके बनकर तैयार हो जाये।
श्री गुप्ता के नेतृत्व में प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आर0 के0 शर्मा, प्रमुख सचिव समाज कल्याण श्री प्रेम नारायण, प्रमुख सचिव लघु सिंचाई भुगर्भ जल व रेशम विभाग श्री सुशील कुमार द्वारा पाण्डू नदी पर बन रहे चेक डैम का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव ने जनपद में कराये जा रहे विकास कायोंZ एवं अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं की तहकीकात की।
मुख्य सचिव द्वारा वनाधिकारी अधिनियम-2006 के अन्तर्गत वनवासियों को मालिकाना हक दिये जाने के साथ ही जनपद में चलाये जा रहे रोजगारपरक जनकल्याणकारी योजनाओं एवं विकास कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गई और मौके पर मौजूद आयुक्त, विन्ध्याचल मण्डल श्री तीरथ राज त्रिपाठी व जिलाधिकारी श्री पनधारी यादव को आवश्यक निर्देश दिये।
कार्यशाला स्थल पर मुख्य सचिव श्री गुप्ता ने प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में आम जनता को जानकारी देते हुए आह्वान किया कि हर हाल में जल, जंगल, जमीन को संरक्षित व सवंिर्धत किया जायेगा, जिसमें जन सहयोग आवश्यक है। कार्यशाला को प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आर0के0 शर्मा, प्रमुख सचिव समाज कल्याण श्री प्रेम नरायण, प्रमुख सचिव लघु सिंचाई, भू-गर्भ जल विभाग व रेशम श्री सुशील कुमार, विधायक दुद्धी श्री सी0एम0 प्रसाद, ग्राम प्रधान कचनरवा पुष्पा देवी के अलावा अन्य जनप्रतिनिधियों, वरिष्ठ अधिकारियों एवं गणमान्य नागरिकों ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सावित्री बाई फले बालिका शिक्षा मदद योजना के अन्तर्गत पचास लड़कियों को साईकिल, वनाधिकारी अधिनियम-2006 के अन्तर्गत ग्राम पंचायत कोटा के पचास वनवासियों को वन भूमि पर अधिभोग का प्रमाण-पत्र, दस सर्वाधिक टसर रेशम कोया उत्पादकों को प्रशस्ति पत्र, 101 बालिकाओं को समाज कल्याण विभाग के अन्तर्गत अनुसूचित जाति, जनजाति छात्राओं हेतु साईकिल व ड्रेस हेतु पांच-पांच सौ रूपये आदि का वितरण किया गया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में क्षेत्रिय आदिवासी सहित अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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