भारतीय जनता पार्टी ने बसपा सरकार पर माफिया तत्वों को संरक्षण देने और उन्हें महिमामण्डित करने का आरोप दोहराते हुए मुख्तार अंसारी व अफजाल अंसारी के बसपा से निष्कासन को हास्यास्पद बताया है। प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवक्ता हृदयनारायण दीक्षित ने आज शुक्रवार को सम्वाददाताओं से वार्ता करते हुए कहा कि डॉ0 अम्बेडकर जयन्ती के दिन गोण्डा में भारी आपराधिक इतिहास वाले बसपा नेता की हत्या के बाद से डरी बसपा ने मुख्तार अंसारी व अफजल अंसारी को पार्टी से निष्कासित करने का नाटक किया है। मुख्तार व अफजाल सहित ढेर सारे ऐसी ही छवि वाले तत्वों को बसपा, सपा सरकार के समय माफिया व गुण्डा आदि शब्दों का इस्तेमाल करते हुए निन्दा करती थी। सपा सरकार से संरक्षण पाने वाले ऐसे अधिकांश तत्व बसपा सरकार के बनते ही सरकारी संरक्षण में आ गये। बसपा ने ऐसे अनेक तत्वों को लोकसभा का टिकट भी दिया।
श्री दीक्षित ने सवाल उठाया कि दो-तीन दिनों के भीतर ऐसी कौन सी नई घटना घटित हो गई कि जिससे बसपा मुख्तार और अफजाल को पार्टी से निकालने को विवश हो गई। मुख्तार और अफजाल सहित इसी चरित्र के राज्य के कोने-कोने छोटे-बड़े अनेक दबंग बसपा का संरक्षण पा रहे हैं। बसपा सरकार में अनेक आपराधिक चरित्र के लोगों पर पहले से चल रहे जघन्य अपराधों वाले मुकदमें वापिस हुए हैं। सरकार ने मुकदमा वापसी करते हुए आपराधिक चरित्र के लोगों को सबसिडी दी। इससे आपराधिक चरित्र के लोगों के मन में बसपा के प्रति आकर्षण बढ़ा। बसपा ने ऐसे तत्वों की भतÊ का अभियान चलाया। मुकदमा वापसी के कारण राज्य पुलिस का मनोबल भी गिरा। पुलिस ने सोचा कि बसपाईयों पर मुकदमें लिखना बेकार है। सरकार ऐसे मुकदमें वापस करती है, इसलिए पुलिस ढीली हो गई। इसी का नतीजा अपराधों में भारी बढ़त के रूप में सामने है। इसीलिए घोर अराजकता है। बसपा ने अपनी माफिया संरक्षक छवि को ठीक करने के लिए ही दो लोगों को निष्कासित किया है और गोण्डा काण्ड में मारे गये बसपा नेता से अपना पल्ला झाड़ा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com