बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण मन्त्री श्री सुबोध कान्त सहाय द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य मण्डी परिषद को चोरों का अड्डा बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मन्त्री जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा ऐसा अमर्यादित और अशोभनीय टिप्पणी किया जाना शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि श्री सहाय के इस गैर जिम्मेदाराना बयान से यह बात एक बार फिर साबित हो गई है कि कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाली केन्द्र की यू0पी0ए0 सरकार प्रदेश की बी0एस0पी0 सरकार के प्रति पूरी तरह पूर्वाग्रह से ग्रसित है। इसीलिए राज्य सरकार के विभागों तथा उपक्रमों की उपलिब्ध्यों को नज़रअन्दाज कर निराधार बयानबाजी करना केन्द्रीय मन्त्रियों की कार्यशैली का एक हिस्सा बन गया है। उन्होंने मॉंग की कि श्री सहाय को अपने बयान के लिए माफी मॉगनी चाहिए।
श्री मौर्य ने कहा कि श्री सहाय को लोगों को यह बताना चाहिए कि मण्डी परिषद आज अचानक चोरों का अड्डा कैसे बन गई है, जबकि नई दिल्ली के प्रगति मैदान में गत वर्ष आयोजित इण्टरनेशनल हार्टी एक्सपो-2009 का उद्घाटन श्री सहाय द्वारा किया गया था, जिसमें उ0 प्र0 मण्डी परिषद को उत्कृष्ट कार्याें के लिए प्रथम पुरस्कार “एवार्ड´´ प्रदान किया गया था। उन्होंने कहा कि मण्डी परिषद को अपने बेहतर कार्याें के लिए और भी अनेक राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार एवं सम्मान मिल चुके हैं।
प्रदेश बी0एस0पी0 अध्यक्ष ने कहा कि श्री सहाय को यह नहीं मालूम है कि नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित `फूड एण्ड टेक्नोलॉजी एक्सपो-2008´ प्रदर्शनी में राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद को उत्तरांचल के विधान सभा अध्यक्ष द्वारा प्रथम पुरस्कार, और `चतुर्थ इण्टरनेशनल फ्लोरा एक्सपो´ में केन्द्रीय कृषि सचिव द्वारा “जूरी एवार्ड´´ दिया गया। इसी प्रकार दिल्ली सरकार की मुख्यमन्त्री ने प्रदेश मण्डी परिषद को `आम महोत्सव´ के आयोजन में `प्रथम पुरस्कार´ प्रदान किया। सकाल मीडिया ग्रुप पुणे (महाराष्ट्र) द्वारा आयोजित `इण्टरनेशनल हाईटेक एग्रो-एक्सपो -2008´ में मण्डी परिषद को `बेस्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट प्रोग्राम एवार्ड´ से सम्मानित किया गया। सेन्टर फॉर एग्रीकल्चर एवं रूरल डेवलप्मेंट, नई दिल्ली द्वारा `एग्री एक्सपो-2008´ प्रदर्शनी में मण्डी परिषद को “बेस्ट डिस्प्ले एवार्ड´´ से सम्मानित किया गया। उन्होंने कि पिछले वित्तीय वर्ष में आयोजित विभिन्न प्रदर्शनियों में भी मण्डी परिषद के स्टाल को `प्रथम पुरस्कार´ दिया जा चुका है। इसमें प्रमुख रूप में दिल्ली टूरिज्म एण्ड परिवहन डेवलपमेंट लि0 नई दिल्ली द्वारा `आम महोत्सव´ में राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसी प्रकार `फूड एण्ड टेक्नोलॉजी एक्सपो´ में भी प्रदेश मण्डी परिषद को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया।
बी0एस0पी0 के प्रदेश अध्यक्ष ने श्री सहाय द्वारा अनुबन्ध खेती की पैरवी किए जाने पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि केन्द्रीय खाद्य प्रसस्ंकरण मन्त्री के इस बयान से यह बात भी साफ हो गई है कि कांग्रेस पार्टी की नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार कभी भी छोटे और मध्यम किसानों की हितैषी नहीं रही है। उन्होंने कहा कि श्री सहाय जिस अनुबन्ध खेती को बढ़ावा देने के लिए बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं, उसका लाभ केवल बड़े उद्योगपतियों और बहुराष्ट्रीय कम्पनियों को ही मिलेगा। उन्होंने कहा कि पूंजीपतियों और धन्नसेठों की बदौलत राजनीति करने वाले नेताओं की जमात में शामिल श्री सहाय किसानों की खेती अपने पूंजीपति आकाओं के हाथों में गिरवी रखना चाहते हैं। इसीलिए वे ऐसी किसान विरोधी बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों ने हमेशा ही अनुबन्ध खेती का विरोध किया है, क्योंकि छोटे व मझोले किसान अच्छी तरह जानते हैं कि ऐसी खेती से उनका कभी भी भला होने वाला नहीं है।
श्री मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए अनुबन्ध खेती की वकालत करने वाले श्री सहाय अपने गृह प्रदेश झारखण्ड में आज तक इस खेती को लागू नहीं करवा सके। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि मौजूदा और पिछली यू0पी0ए0 सरकार में लगातार छ: साल तक खाद्य प्रसंस्करण मन्त्रालय का दायित्व सम्भालने के बावजूद श्री सहाय झारखण्ड में अनुबन्ध खेती की व्यवस्था नहीं करवा पाये।
प्रदेश बी0एस0पी0 अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार के कामकाज को लेकर मीडिया में बड़ी-बड़ी बातें करने वाले श्री सहाय के कार्यकाल के दौरान उनके मन्त्रालय का रिपोर्टकार्ड फिसड्डी है। उन्होंने कहा कि केवल बड़े-बड़े रंगीन विज्ञापन जारी कर और मंहगे पॉच सितारा होटलों में मीटिंग आयोजित करने से देश में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता। इसके लिए जरूरत है एक पुख्ता कार्ययोजना और इसे लागू करने के लिए ईमानदार नीयत की, जिसका केन्द्र की यू0पी0ए0 सरकार में पूरा अभाव है।
श्री मौर्य ने कहा कि बी0एस0पी0 की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उ0 प्र0 की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती के लिए प्रदेश के किसानों का हित सर्वोपरि है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य में कृषि आधारित उद्योगों के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों की सच्ची हितैषी है इसलिए किसानों के हितों को दृष्टिगत रखते हुए मण्डी परिषद के माध्यम से उसने अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
प्रदेश बी0एस0पी0 अध्यक्ष ने कहा कि किसानों को मण्डियों में घटतौली से बचाने के लिए देश में पहली बार प्रदेश की 60 मण्डियों में इलेक्ट्रानिक तौल मशीन स्थापित कराई गई, जो सफलतापूर्वक संचालित हो रही हैं। इसी प्रकार मण्डी परिषद ने किसानों को मृदा परीक्षण, जैविक खाद, कृषि यन्त्र, उन्नतशील बीज, एग्री क्लीनिक, कीट नियन्त्रण, सूचना विज्ञान केन्द्र, फसल संरक्षण आदि सुविधाएं प्रदान करने के लिए विभिन्न जिलों में कृषक सेवा केन्द्र स्थापित किए गये हैं। उन्होंने कहा कि कृषि कार्य के दौरान दुघZटना होने की दशा मण्डी परिषद द्वारा समूह जनता व्यक्तिगत दुघZटना सहायता योजना के अन्तर्गत 1669 किसानों को 438 करोड़ रूपये की सहायता दी गई। खलिहान, अग्नि दुघZटना सहायता योजना में खड़ी फसल की आगजनी होने के कारण 3899 किसानों में 2.39 करोड़ रूपये की धनराशि वितरित की गई। इसके साथ ही किसानों को उनकी उपज बढ़ाने के उद्देश्य से उपहार के रूप में सीड िड्रल, स्प्रेयर, धातु निर्मित बखारी, ट्रैक्टर, राइस ट्रान्सप्लान्टर, पावर टिलर आदि 1444 किसानों को 2.89 करोड़ रूपये का उपहार दिया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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