उत्तर प्रदेष के पर्यावरण मन्त्री श्री नकुल दुबे ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में स्थित 32 एग्रो वेस्ट आधारित पेपर उद्योगों में से जिन 25 इकाइयों में कैमिकल रिकवरी प्लान्ट स्थापित नहीं है, उन्हें तत्काल बन्द कराने की कार्यवाही की जाये तथा बोर्ड द्वारा जारी किए जाने वाले बन्दी आदेशों का अनुपालन करने हेतु पर्यावरण विभाग द्वारा सम्बन्धित जिलाधिकारी को पत्र प्रेषित किया जाये। उन्होनें बायो मेडिकल वेस्ट रूल्स के प्रभावी अनुपालन हेतु सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्रान्तर्गत स्थित सभी अस्पतालों, नर्सिंग होम्स व सामूहिक उपचार व्यवस्था का निरीक्षण कर, विस्तृत आख्या व स्टेटस आगामी बैठक में प्रस्तुत करें।
पर्यावरण मन्त्री की अध्यक्षता में गत दिवस को पर्यावरण बोर्ड मुख्यालय पर विभागीय कार्याें की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में प्रमुख सचिव, पर्यावरण श्री आलोकरंजन, बोर्ड के सदस्य सचिव, मुख्य पर्यावरण अधिकारियों, क्षेत्रीय अधिकारियों तथा निदेशक, पर्यावरण निदेशालय एवं पर्यावरण निदेशालय के अन्य अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
पर्यावरण मन्त्री ने क्षेत्रीय अधिकारी, गोरखपुर के क्षेत्रान्तर्गत स्थित प्रमुख नदियों का स्टेटस नवीनतम अनुश्रवण/सर्वेक्षण को सम्मिलित करते हुए 15 दिन में रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रदेश में स्थापित समस्त एस0टी0पी0 की नियमित जांच की जाती रहे। प्रत्येक क्षेत्रीय अधिकारी द्वारा अपने क्षेत्रान्तर्गत स्थित एस0टी0पी0 का निरीक्षण कर, आख्या आगामी बैठक में प्रस्तुत की जाये।
श्री नकुल दुबे ने कहा कि विभागीय अधिकारी अपने क्षेत्र में आने वाले समस्त जनपदों में प्रभावी प्रदूषण नियन्त्रण की संभावनाओं, प्रदूषण से सम्बंधित समस्याओं तथा प्रदूषण नियन्त्रण हेतु कृत कार्यवाही/प्रस्तावित कार्यवाही का विवरण आगामी बैठक में प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों द्वारा नदी में प्रदूषण को देखते हुए एस0टी0पी0 की आवश्यकता, अस्पताल/नसिंZग होम्स द्वारा जैव चिकित्सा अपशिष्ट का उचित निस्तारण न करना, म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट का उचित निस्तारण नगर निगम द्वारा न होना, नई आवासीय कालोनियों में एस0टी0पी0 लगाया जाना आदि समस्त सम्भावनाओं/समस्याओं का आंकलन किया जाये, ताकि यथोचित निर्णय लिया जा सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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