भारतीय जनता पार्टी ने केन्द्र पर अलगाववाद बढ़ाने का आरोप लगाया और अल्पसंख्यक मामलों के केन्द्रीय मन्त्री सलमान खुशÊद के द्वारा अल्पसंख्यक जिलों की अलग पहचान के लिए दिए गए बयान की कटु निन्दा की। प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवक्ता हृदयनारायण दीक्षित ने आज गुरूवार को सम्वाददाताओं से वार्ता करते हुए कहा कि श्री खुशÊद द्वारा 15 प्रतिशत की मुसलमान आबादी के आधार पर किसी भी जिले को अल्पसंख्यक घोषित कराने की मांग की गई है। यह मांग पूरी तरह अलगाववादी है। संविधन या किसी भी कानून में `अल्पसंख्यक´ की कोई परिभाषा नहीं है। बावजूद इसके केन्द्र ने 25 प्रतिशत मुस्लिम आबादी वाले 90 जिलों को अल्पसंख्यक जिला मान लिया है और इनमें अलग से विकास कार्यक्रम भी चलाये जा रहे हैं। केन्द्रीय बजट का मजहबी आवंटन संविधान की मूल भावना का विरोधी है।
श्री दीक्षित ने कहा कि विकास की दृष्टि से किसी भी जिले या राज्य को बहुसंख्यक अल्पसंख्यक में बांटना निहायत गलत तरीका है। यह ससरासर वोट बैंक राजनीति है। विकास का धन गरीबी और जनसंख्या के हिसाब से ही आवंटित होना चाहिए। लेकिन कांग्रेस अल्पसंख्यकवाद चलाकर देश को हिन्दू मुसलमान में बांटने पर आमादा है। प्रवक्ता ने अल्पसंख्यक आयोग को संवैधानिक दर्जा दिए जाने की मांग को ही असंवैधानिक बताया और कहा कि मानवाधिकार आयोग में सभी मनुष्य आते हैं। हिन्दू मुसलमान या बहुसंख्यक अल्पसंख्यक आयोग का सवाल असभ्य और असंवैधानिक है। कांग्रेस वोट बैंक साधने के लिए ही सभी संस्थाओं में अल्पसंख्यकवाद चला रही है और मुस्लिम आरक्षण की तरफ बढ़ रही है। भाजपा इसे बर्दास्त नहीं करेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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