झांसी - बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के इतिहास विषय के एक प्रश्न.पत्र पुस्तिका में पूछे गए प्रश्न के अन्तर्गत अमर शहीद वीरांगना झलकारी बाई को एक नर्तकी की श्रेणी में रखे जाने की चौतरफा निन्दा की गई। मॉडल प्रकाशक व लेखक पर मुकदमा चलाए जाने की मांग की गई।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्यमन्त्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि देश के अमर शहीदों का सम्मान सर्वोपरि है। महान शहीदों का अपमान राष्ट्र का अपमान है, जिसे हरगि़ज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम में अंग्रेजों की फौज के खिलाफ वीरांगना लक्ष्मीबाई के साथ कन्धे से कन्धे मिलाकर लोहा लेने वाली वीरांगना झलकारी बाई को नर्तकी की श्रेणी में रखे जाने को राष्ट्र का अपमान बताते हुए मॉडल प्रकाशक व लेखक के विरुद्ध राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि वीरांगना झलकारी बाई की प्रतिमा को लोकसभा में स्थापित किए जाने की उन्होंने मांग की थी, जिसे मन्जूरी मिल गई है। निकट भविष्य में उनकी प्रतिमा लोकसभा में स्थापित की जाएगी।
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Vikas Sharma
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