लखनऊ - उत्तर प्रदेश समाजवादी अल्पसंख्यक प्रकोश्ठ की प्रदेश कार्यकारिणी, जिला/महानगर के पदाधिकारियों की बैठक आज दिनांक 27 मार्च, 2010 को समाजवादी प्रकोष्ठ कार्यालय 6-ए राजभवन कालोनी, लखनऊ में श्री अताउर्रहमान प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की अध्यक्षता में हुई, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुये समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, सांसद श्री अखिलेश यादव ने कहा कि मुसलमानों को कमजोर करने की साजिशों को समाजवादी पार्टी कभी सफल नहीं होने देगी। वह उनके साथ नाइंसाफी भी नहीं होने देगी। उनके सम्मान और सुरक्षा के लिए समाजवादी पार्टी का वायदा है।
श्री यादव ने साइकिल यात्रा में मुस्लिम नौजवानों को बढ़चढ़ कर भाग लेने के लिए बधाई देते हुये कहा कि दुर्भाग्य से आज प्रदेश में ऐसी सरकार है जिसका सिर्फ लूटतन्त्र में विश्वास है। कांग्रेस उसे समर्थन दे रही है। अल्पसंख्यकों और पिछड़ों के प्रति उनका बर्ताव दुश्मनों जैसा है। उन्होंने कहा कि श्री मुलायम सिंह यादव ने ही सबसे पहले लोकसभा में सच्चर कमेटी और रंगनाथ मिश्र कमेटी की सिफारिशें लागू कराने और बरेली के दंगों में मुस्लिमों पर जुल्म की बात उठाई है। पहले भी जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी, 15 प्रतिशत मुस्लिम नौजवानों को पुलिस-पी0ए0सी0 में भर्ती हुई थी। उर्दू अनुवादक, शिक्षक भर्ती गए किए थे। लखनऊ गाजियाबाद में हज हाउस बनवाने का काम किया। अल्पसंख्यकों की शिक्षा के लिए दो विश्वविद्यालय जौहर विश्व विद्यालय और इंटीग्रल यूनिवर्सिटी की स्थापना की। इसके विपरीत कांग्रेस ने हमेशा मुसलमानों की उपेक्षा की। अंग्रेजों के जमाने में शासन में मुस्लिम 35 प्रतिशत थे अब 1.5/2 प्रतिशत रह गये हैं।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुस्लिम नेतृत्व की समाप्ति के लिए ही संसद में महिला आरक्षण बिल लाया गया है। श्री मुलायम सिंह यादव ने इस साजिश का तीखा विरोध किया है। समाजवादी पार्टी इसे तब तक नहीं कानून बनने देगी जब तक कि उसमें पिछड़ों और मुस्लिम महिलाओं के लिए अलग से आरक्षण की व्यवस्था नहीं की जाती है।श्री अखिलेश यादव का टोपी पहनाकर स्वागत किया गया। बाराबंकी के सरदार रवीन्द्र सिंह ने चौधरी कलीमुद्दीन उस्मानी, अयाज अंसारी तथा अब्दुल गफूर के साथ तलवार भेंट की।
समाजवादी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की बैठक में श्री ओमप्रकाश सिंह, प्रदेश महासचिव, प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी, श्री वसीम अहमद, विधायक, श्री स्याद अली, पूर्व विधायक, मो0 रिजवी, इरशाद अहदम, सैयद् नूरूल हसन बाबा, मुस्ताक अहमद, की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। बैठक का संचालन श्री मुनीर अहमद ने किया।
बैठक में मुस्लिम नेताओ ने एक स्वर में कहा कि श्री मुलायम सिंह यादव ही उनके सच्चे नेता हैं। उन्हें मुस्लिम समुदाय शत-प्रतिशत समर्थन देगा। उसे दोस्त और दुश्मन की पहचान है। वह यह कभी नहीं भूलेगा कि बाबरी मस्जिद के लिए श्री मुलायम सिंह यादव ने अपनी सरकार कुर्बान कर दी थी।
बैठक में पारित प्रस्तावों में सच्चर कमेटी तथा रंगनाथ मिश्र आयोग की रिपोर्ट लागू करने , सामाजिक आर्थिक आरक्षण के लिए विधानसभा का सत्र बुलाने तथा महिला आरक्षण विधेयक के विरोध के साथ मॉग की गई कि दलित मुस्लिमों को आरक्षण से वंचित करने वाला 1950 का आदेश वापस लेकर उन्हें आरक्षण का लाभ दिया जाए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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