लखनऊ - रोजर डुबुइस ने कीमती घड़ियों की अपनी पहली पिक्न्त 2004 में प्रस्तुत की थी, उस समय की मूल और अभूतपूर्व चरखी को डाइविंग घड़ी में शामिल किया। इस बिल्कुल नई अवधारणा, जो कि तकनीकी और सौन्दर्य के मानकों को पूरा करती है, जल्द ही खास स्पोर्टस घड़ी बन गई। कुछ साल बाद, रोजर डुबुइस ने अब विकास के क्रम में महान धातुओं और रबर के सांचे का संयोजन इसकी नई इजी डाइवर घड़ी के तिरछी फलिका और मुकुट पर किया। यह नई घड़ी भारत के कुछ चुनिन्दा दुकानों पर 56 लाख रूपये की कीमत पर उपलब्ध है।
चाहे काले रबर के सांचे में जबरदस्ती ढाला गया पुरूषत्व संस्करण या आनन्दमय ग्रीष्मकाली सफेद पहने हुये, नये संग्रह की खुरदुरी दशा स्त्री पुरूष दोनों के लिए तीन आकार में उपलब्ध है (40 एमएम, 46 एमएम और 48 एमएम), जो न सिर्फ हर क्षण की मानसिकता से मेल खाता है बल्कि अपनी कई गतिविधियों के साथ कदम मिलाने के लिए इस परिस्कृत घड़ी को अपनाने के इच्छुक ग्राहकों की बढ़ती मांग भी है।
अपने अभिनव रणनीति के साथ आगे बढ़ते हुये, निर्माता रोजर डुबुइस ने वास्तु संरचना में क्रान्तिकारी बदलाव को पसन्द करने के साथ-साथ अपनी विशेष रोडियम उपचार का इस्तेमाल करके पुरानी “कंकाल´´ स्वरूप चरखी को समाप्त किया।
धड़कन के आसपास दो पारदर्शी नीलम इस माडल के कठोर और तकनीकी को उजागर करते हैं। यह एक दुर्लभ मंच पर परिस्कृत चरण के सौन्दर्यशास्त्र में मिलता है जो शहरी वातावरण के ललित्य, तकनीकी का प्रसार करता है।
30वर्षो तक पानी प्रतिरोधी एक यान्त्रित स्वयं घुमावदार गतिविधि के साथ सुसज्जित, टाइटेनियम में यह माडल प्वाइनकान डे जेनेवा की गुणवत्ता प्रमाणक छाप से अंकित है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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