हम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए सख्त कानून बनाएंगे
कांग्रेस पार्टी मुंह नुचवा की तरह वोट कटवा है
बुआ-बबुआ की जोड़ी सिर्फ 23 मई तक है, उसके बाद वे खुद एक दूसरे पर आरोप लगाएंगे
राजनीति में परिवारवाद का लोहिया ने विरोध किया था लेकिन खुद सपा ही परिवारवादी पार्टी हो गई
लखनऊ 07 मई 2019, अंबेडकरनगर/बस्ती। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और बीजेपी के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अंबेडकरनगर और बस्ती में जनसभाओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, बीएसपी चीफ मायावती और एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव को एक-एक करके आड़े हाथों लिया। उन्होंने ट्रिपल तलाक के मुदेद पर भी बेबाकी से अपनी बात रखी।
योगी जी ने कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह बच्चों को गालियां सिखाती हैं। कांग्रेस की महासचिव को बच्चों को अच्छे संस्कार सिखाने चाहिए, बड़ों का सम्मान करना सिखाना चाहिए। जिस उम्र में बच्चों को संस्कार सिखाने चाहिए, कांग्रेस की शहजादी उस उम्र में बच्चों को गाली सिखा रही हैं। उन्होंने मायावती पर भी आंबेडकर के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया। योगी जी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मुंह नुचवा की तरह वोट कटवा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर विपक्ष को घेरते हुए कहा कि ट्रिपल तलाक से मुक्ति की बात पर कांग्रेस, सपा-बसपा विरोध करने पर उतारू है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को न्याय मिलना चाहिए। हम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए सख्त कानून बनाएंगे। योगी जी ने कहा कि बुआ-बबुआ की जोड़ी सिर्फ 23 मई तक है, उसके बाद वे खुद एक दूसरे पर आरोप लगाएंगे। उन्होंने सपा-बसपा गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि बुआ बबुआ की रिश्तेदारी से सबसे ज्यादा परेशान शिवपाल यादव हैं। बुआ-बबुआ की रिश्तेदारी पर शिवपाल यादव कहते हैं कि जब हमारी कोई बहन ही नहीं तो बुआ कहां से आ गई। यह रिश्तेदारी लूट की रिश्तेदारी, दंगा कराने वाली, भ्रष्टाचारवाली, सुरक्षा में सेंध लगाने वाली है रिश्तेदारी है।
योगी जी ने मायावती पर बाबा साहब आंबेडकर के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया। योगी ने कहा कि भीमराव आंबेडकर को जो लोग गाली देते थे मायावती उनके साथ मंच साझा कर रही हैं। आंबेडकर के लिए अपशब्द कहने वालों के लिए वोट मांगती हैं। योगी जी ने समाजवादी पार्टी पर डॉ. राम मनोहर लोहिया के नाम पर राजनीति करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि लोहिया के नाम पर सपा के एक परिवार ने सबसे ज्यादा संपत्ति कमाई। राजनीति में परिवारवाद का लोहिया ने विरोध किया था लेकिन खुद सपा ही परिवारवादी पार्टी हो गई।