मायावती कहती हैं कि उन्हें केवल मुस्लिम वोट चाहिए, बाकी नहीं चाहिए, मैं कहता हूं कि यही बाकी वोट हमें चाहिए
सपा की सरकार में मंत्री रहे आजम खां ने दंगाइयों को संरक्षण दिया, निर्दोष को जेल भेजा और दंगाइयों को मुख्यमंत्री आवास पर सम्मानित किया
चैधरी चरण सिंह महान किसान नेता थे, लेकिन उनके पुत्र दंगाइयों के साथ जाकर खड़े हो गए
मुलायम सिंह और चैधरी चरण सिंह की विरासत उनके बेटे संभाल नहीं पाए, एक ने पिता को बाहर निकाल दिया और दूसरे ने पिता के आदर्शों को तिलांजलि दे दी
अजहर मसूद का काम बहुत जल्द तमाम होने वाला है
कांग्रेस और सपा-बसपा के डीएनए पर सवाल खड़ा होता है, क्योंकि ये लोग सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पर सेना से सबूत मांग रहे हैं
लखनऊ 08 अप्रैल 2019, बिजनौर/मुजफ्फरनगर/शामली/बागपत। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर जनसभाओं को संबोधित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत माता की जय और वंदे मातरम के साथ रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कि कल एक जनसभा में मायावती ने कहा है कि उन्हें केवल मुस्लिम वोट चाहिए, बाकी नहीं चाहिए। भाइयों एवं बहनों यही बाकी वोट लेने मैं यहां आया हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और सपा-बसपा के डीएनए पर सवाल खड़ा होता है, क्योंकि ये लोग सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक को लेकर सेना से सबूत मांग रहे हैं। बिजनौर में उन्होंने कहा कि यहां की सीट से उत्तर प्रदेश की 80 सीटें प्रभावित होंगी। इसलिए मेरा विनम्र आग्रह है कि अपने वोट का सही प्रयोग करें।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1946 व 1947 में जोगेंद्रनाथ मंडल ने दलित राजनीति करते हुए मुस्लिम लीग में शामिल होकर देश के साथ विश्वासघात किया था। जोगेंद्रनाथ मंडल दलित-मुस्लिम एकता के नाम पर देश का बंटवारा करवा दिया। वे पाकिस्तान के पहले कानून मंत्री बने, लेकिन पाकिस्तान में दलितों की दुर्दशा को वे रोक नहीं सके। जिससे वे 1950 में कलकत्ता वापस आ गए। 1968 में उनकी मौत हो गई। जिस तरह दलितों के साथ जोगेंद्रनाथ मंडल ने विश्वासघात किया था, यही कार्य अब मायावती कर रही हैं। यह देश फिर से विश्वासघात का शिकार नहीं होगा।
योगी ने मुजफ्फरनगर दंगे का जिक्र करते हुए गौरव और सचिन का भी नाम लिया। मुजफ्फरनगर दंगे के समय सचिन और गौरव के मारे जाने पर चैधरी अजित सिंह कहां थे। उस समय वह विदेश चले गए थे। उस समय सपा सरकार में आजम खां मंत्री थे। आजम खां ने दंगाइयों को बचाने का कार्य किया। निर्दोष लोग जेल भेज दिए गए, जबकि सपा की सरकार ने दंगाइयों को सम्मानित करने का काम किया।
उन्होंने कहा कि चैधरी चरण सिंह महान किसान नेता थे, लेकिन उनके पुत्र दंगाइयों के साथ जाकर खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि मुझे बड़ा दुख हुआ उस बयान को पढ़कर जिसमें जयंत चैधरी ने कहा कि मैंने जाटों का ठेका नहीं ले रखा है। मुलायम सिंह और चैधरी चरण सिंह की विरासत उनके बेटे संभाल नहीं पाए। एक ने पिता को बाहर निकाल दिया और दूसरे ने पिता के आदर्शों को तिलांजलि दे दी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा की सरकार में दंगों ने पूरे प्रदेश को बर्बाद कर दिया था। कैराना और कांदला से सैकड़ों परिवार पलायन कर गए। सपा-बसपा और लोकदल की सरकार में अपराधियों को शरण दिया जाता था। अपराधी गुंडा टैक्स वसूल कर उनके मंत्रियों को देते थे। लेकिन अब उत्तर प्रदेश में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। अपराधी या तो जेल में हैं या फिर उनका राम नाम सत्य ही की यात्रा पर निकल गए हैं।
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र ने साबित कर दिया कि उसे देश की सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है। राहुल गांधी का कोई भरोसा नहीं है कि वह कश्मीर के पत्थरबाजों को भी भत्ता देने की घोषणा कर दें।
उन्होंने कहा कि आज पाकिस्तान भारत से घबरा रहा है कि भारत हमला कर देगा, भारत तबाह कर देगा, विश्व बिरादरी में पाकिस्तान शोर मचा रहा है। पाकिस्तान को हमेशा के लिए जयश्री राम हो जाना है। अजहर मसूद का काम बहुत जल्द तमाम होने वाला है।
1947 में बापू (महात्मा गांधी) ने कहा था कि कांग्रेस का काम समाप्त हो गया है, अब कांग्रेस का विसर्जन कर दो। वह जानते थे कि कांग्रेस का मतलब अब एक परिवार होने जा रहा है। अब पार्टी का विसर्जन होगा। बापू के सपने को साकार करने के लिए भाई-बहन आ चुके हैं। दोनों पार्टी का विसर्जन करेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा पर बात करते हुए कहा कि पहली सरकार ने कांवड़ यात्रा पर अंकुश लगाने का कार्य किया। लेकिन हमने यूपी और अन्य सरकार के साथ वैठक कर कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के निर्देश दिए थे। यह भगवान शिव की यात्रा है न कि शव यात्रा है। डीजे भी बजेगा घंटे घड़ियाल भी बजेंगे। हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा भी कारायी गयी।
प्रियंका वाड्रा ने कहा कि गन्ना किसानों का भुगतान नहीं हुआ। उनकी देखादेखी मायावती भी गन्ना किसानों पर बोल पड़ी। मैं कहता हूं कि मायावती को इस मुद्दे पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। क्योंकि मायावती ने 21 चीनी मिलों को बंद करवा दिया। गन्ना किसानों का भुगतान मायावती कर सकीं और न ही अखिलेश यादव। 2011 से गन्ना मूल्य का बकाया था। भाजपा सरकार ने अपने दो साल के कार्यकाल में 62 हजार करोड़ रुपए गन्ना मूल्य का भुगतान किया। उन्होंने कहा कि जब तक खेत में एक-एक गन्ना खड़ा है, मिलें बंद नहीं होंगी।