लखनऊ 07 अप्रैल 2019, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने देवबंद में हुई गठबंधन की रैली पर कहा कि गठबंधन सत्ता की चाह मंे प्रदेश को धार्मिक उन्माद की ओर ले जाना चाहता है। रैली मंे जिस तरह से मुस्लिमों से अपील की गई वह स्वस्थ्य चुनाव प्रक्रिया के विरूद्ध है। सपा-बसपा जैसे दल उ0प्र0 को जातिवाद एवं तुष्टीकरण के जहर से पहले ही जहरीला कर चुके थे। अब जब प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद सबका साथ-सबका विकास पर चलते हुए जातिवादी वैमनस्यता समाप्त हो रही है और सभी वर्ग भाजपा से जुड़े है। उन्होंने कहा कि मायावती जी और अखिलेश जी को यह पसन्द नहीं आ रहा है। डा0 पाण्डेय ने कहा कि जहां भारतीय जनता पार्टी भारतीय संस्कृति का संदेश लेकर जनता के बीच है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेेस-सपा और बसपा वायनाड और देवबंद से संदेश दे रहे है। हमारे भी इरादे साफ है और उनके मंसूबे भी सामने है, फैसला जनता करेंगी।
डा0 पाण्डेय ने कहा कि गठबंधन की बड़ी बिडम्बना है जहां एक ओर सैफई के युवराज घोषणा पत्र जारी कर रहे है तो दूसरी ओर आज मायावती जी ने घोषणा पत्र के औचित्य पर प्रश्न उठा दिया। यानि अखिलेश जी के घोषणा पत्र को उनके सहयोगी ही मानने से इंकार कर रहे है। अखिलेश जी का घोषणा पत्र बसपा द्वारा लड़ी गई सीटो पर लागू ही नहीं होगा। यह हास्यास्पद है कि जो दल पूरे प्रदेश में भी चुनाव नहीं लड़ रहे है, वह पूरे देश के लिए घोषणा पत्र जारी कर रहे है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह चुनाव राजनीतिक परिवारों के संरक्षण का आखिरी प्रयास है। कहीं नेहरू गांधी परिवार की समृद्धि के लिए चुनाव लड़ा जा रहा है, तो कहीं सैफई कुनबे की राजनीतिक बादशाहत कायम रखने के लिए जुगत लगाई जा रही है। साथ ही एक दल की मुखिया अपने भाई और भतीजे को राजनीति में स्थापित करने के लिए जद्दोजहद कर रही है। यह चुनाव स्वार्थ और परमार्थ के बीच का धर्म युद्ध है। मोदी जी गरीब, वंचित, शोषित, महिला, किसान, नौजवान की आर्थिक समृद्धि के साथ ही देश की गौरव गरिमा बढ़ाने के लिए काम कर रहे है। तो वहीं विपक्ष स्वयं के परिवारों की समृद्धि के लिए चुनावी मैदान में है।
उन्होंने कहा कि देश में जो भ्रष्टाचार, कदाचार, अत्याचार, अनाचार के विरूद्ध है वह प्रत्येक व्यक्ति चैकीदार है। अखिलेश जी द्वारा चैकीदार का मखौल उड़ाना देश की आम जनता का मखौल उड़ाना है।