लखनऊ 04 अप्रैल 2019, उड़ीसा में लोकसभा चुनाव में विभिन्न जनसभाओं में उपमुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता डा0 दिनेश शर्मा ने राज्य की बीजू सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा है कि उसके 19 वर्ष के शासन में राज्य में गरीब लगातार गरीब ही बना रहा है। उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक ने 19 वर्ष में केवल इस बात के लिए काम किया है कि गरीब की गरीबी दूर ना होने पाए। उन्होंने कहा कि 1997 में जब सूबे में भुखमरी फैली थी तब मैंने युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए 14 ट्रक चावल की मदद कालाहांडी, बालागीर, नुआपांडा को भेजी थी। उस समय लोग भोजन के लिए परेशान थे। डा. शर्मा ने कहा कि अफसोस यह है कि इतने वर्ष के बाद भी हालात जस के तस हैं। नुआपाडा में आयोजित जनसंभा में डा. शर्मा ने कहा कि नवीन जी के मंत्रिमंडल के अधिकांश सदस्य चुनाव लड रहे हैं पर उन पर किसी न किसी घोटाले के आरोप हैं। राज्य सरकार ने केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा शौचालय निर्माण के लिए भेजी गई धनराशि में भी घोटाला कर दिया। राज्य सरकार ने घोटाला करने में केन्द्र सरकार की योजना को भी नहीं छोडा है। यही उडीसा की गरीबी का मूल कारण है। उन्होंने कहा कि नवीन बाबू जिस 35 रूपए प्रति किलों के चावल को एक रूपए में देकर अपनी पीठ ठोंकते हैं असल में वह चावल भी केन्द्र सरकार द्वारा दी गई राशि से वितरित किया जाता है, उसमें राज्य की नवीन सरकार की भागीदारी मात्र एक रूपए की है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने यहां पर हवाई अड्डे बनाने, चैडी सडक बनाने, नवोदय स्कूल बनाने, 7 मेडिकल कालेज बनाने जैसी तमाम योजनाए आरंभ की हैं। उडीसा में विकास असल में केन्द्र सरकार के द्वारा किया जा रहा है राज्य सरकार तो केवल घोटालों को अंजाम देने में लगी है।
डा. शर्मा ने आरोप लगाया कि नवीन सरकार सबका कल्याण करने वाले भगवान जगन्नाथ की धरती पर केन्द्र सरकार की जनता के लिए चलाई गई जनकल्याणकारी योजनाओं को रोकने का काम कर रही है। उन्होंने यूपी का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पर भाजपा सरकार आने के पूर्व ऐसी ही परेशानियां थीं पर योगी सरकार के आने के बाद मोदी और योगी सरकार के विकास के डबल इंजन ने सूबे की तस्वीर मात्र 2 वर्ष में ही बदल दी है। आज वहां पर सडक है, घर घर फ्री बिजली का कनेक्शन है, आयुष्मान भारत के तहत पांच लाख के उपचार की व्यवस्था है। उडीसा की राज्य सरकार यहां के लोगों को केन्द्र सरकार की आयुष्मान योजना के लाभ से वंचित कर रही है। उन्होंने सीएम को आडे हाथ लेते हुए कहा कि सरकार के मुखिया के चुनाव क्षेत्र से ही सबसे अधिक लोग नौकरी के लिए सूरत, तेलंगाना व दक्षिण भारत जाते हैं। नौकरी के लिए होने वाला यह पलायन सरकार के कामकाज की असल कहानी है।
उन्होंने उपस्थित लोगों से पूछा कि उडीसा के लोगों को उडीसा में रोजगार मिलना चाहिए कि नहीं? उडीसा के लोगों को उडीसा में भोजन मिलना चाहिए कि नहीं? उडीसा के लोगों को उडीसा में घर-घर बिजली मिलनी चाहिए कि नहीं ? उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने गरीब महिलाओं को धुए से निजात दिलाने के लिए गैस उपलब्ध कराई है। उन्होंने चुनाव को यज्ञ बताते हुए लोगों से अपील की कि वे चुनाव में कमल के निशान के सामने का बटन दबाकर अपनी आहुति दें, इससे राज्य में बीजेडी व कांग्रेस अपने आप राजनीतिक रूप से समाप्त हो जाएंगे। इनका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। इन्होंने राज्य की जनता को लूटा है व संसाधनों को बेकार किया है। उन्होंने कहा कि राज्य के पास तमाम प्राकृतिक संसाधन है पर यहां के लोग फिर भी गरीब हैं तो वे यहां के नेताओं के कारण गरीब हैं। उन्होंने लोगों से ओम सिंह मांझी व बसंत पांडा को भरी मतों से जिताने की अपील करते हुए कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार आने पर घोटालों पर लगाम कसने के साथ ही लोगों के विकास के काम शुरु किए जाएंगे। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे अपने घरों में पुरुषों को मतदान करने के लिए अवश्य प्रेरित करें।