विपक्षी दलों के नेताओं में भ्रष्टाचार से इकट्ठा अरबों रुपए का कालाधन बेकार चले जाने की पीड़ा से आज भी ग्रस्त है भ्रष्टाचार का कुनबा
लखनऊ 26 मार्च 2019, भारतीय जनता पार्टी ने बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा नोटबंदी पर की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि ‘काला धन और काले धन के संरक्षण’ की वकालत करने वाले नेताओं का भ्रष्ट तरीके से जुटाया गया धन बेकार हो जाने से उनका जख्म आज भी हरा है। नोटबंदी व जीएसटी जैसे मोदी सरकार के क्रांतिकारी निर्णय से देश की जनता तो सुखी हुयी, लेकिन विपक्ष दिवालिया हो गया, इसलिए वे अब भी नोटबंदी व जीएसटी को लेकर विलाप कर रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता हरीशचंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि सच यह है कि नोटबंदी जहां गरीबों, किसानों, युवाओं और देश की जनता के लिये वरदान बन गयी, वहीं भ्रष्टाचार से लाखों-करोड़ों रुपए जमा करने वाले व्यक्तियों पर इसका कहर बरपा। इसीलिए नोटबंदी के बाद देश के विभिन्न भागों में हुये चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड विजय दिलाकर जनता प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़ी रही।
उन्होंने कहा कि सपा, बसपा, कांग्रेस सहित विपक्ष के दलों द्वारा ढाई साल बाद भी नोटबंदी पर आंसू बहाना साबित करता है कि इससे भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार हुआ है। बसपा सुप्रीमों मायावती आज भी नोटबंदी पर गरीबों या मजदूरों के लिये नहीं दुखी हैं, बल्कि नोटबंदी के कारण उनके पास जमा कालाधन नष्ट हो जाने से वह परेशान हैं।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि टिकट बेचकर लोकतंत्र पर धब्बा लगाने के लिये बदनाम लोग नोटबंदी के बाद कालाधन ठिकाने लगाते हुये हलाकान-परेशान हैं। नोटबंदी के बाद उनकी और उनके भाई के बैंक खाते में 104 करोड़ रुपए से अधिक नगदी जमा करायी गयी थी, जिसका वो हिसाब नहीं दे पा रहे हैं। आज उनकी गोद में बैठकर नोटबंदी पर रोना रोने वाले बबुआ ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि बुआ के घर कालाधन जरूर होगा। नोटबंदी व जीएसटी से कांग्रेस और उसके पिछलग्गू विपक्षी दल सर्वाधिक परेशान इसलिए हैं, क्योंकि इसके बाद तीन लाख फर्जी कंपनियां बंद होने से इन दलों के नेताओं द्वारा अपना काला धन सफेद बनाने के अड्डे तबाह हो गये। साथ ही चुनाव में विपक्षी दलों के कालेधन का खेल भी बिगड़ गया।
श्रीवास्तव ने कहा कि नोटबंदी से भ्रष्ट लोगों के यहां नकदी के रूप में रखा लाखों-करोड़ों रुपए का धन बैंकों में आया और यह धन देश के गरीबों के आर्थिक सशक्तिकरण करने, किसानों को आर्थिक समृद्ध बनाने, नौजवानों को उद्यम स्थापित कर करोड़ों की संख्या में रोजगार सृजन करने, देश की सेना को मजबूत बनाने के लिये आधुनिक हथियार व साजोसामान खरीदने और देश के अवस्थापना विकास के लिये जनता तक सीधे पहुंचाये गये। नोटबंदी का निर्णय जनता के लिये वरदान साबित हुआ है।