राज्यपाल को सौपा मांग पत्र
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लखनऊः 23 मार्च, 2019
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक से मलिन बस्तियों में रहने वाले 22 बच्चों ने आज राजभवन में भेंट की तथा बाल-शोषण के विरूद्ध अपने सुझाव व मांग पत्र प्रस्तुत किया। भेंटवार्ता का आयोजन सामाजिक शोध नेटवर्क संस्थान, लखनऊ अर्बन ए0डी0पी0 तथा वल्र्ड विजन इण्डिया द्वारा किया गया था। यह संस्थायें माताओं, युवाओं एवं बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं स्वच्छता पर मलिन बस्तियों में काम करती हैं। इस अवसर पर श्री एस0टी0 डेनियल प्रोग्राम मैनेजर लखनऊ अर्बन ए0डी0पी0, श्री बृजेन्द्र सिंह सचिव सामाजिक शोध नेटवर्क संस्थान व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने बच्चों को सम्बोधित करते हुये कहा कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिये शिक्षा ग्रहण करना आवश्यक है। बिना शिक्षा के कोई देश प्रगति नहीं कर सकता। शिक्षा ही जीवन में बदलाव ला सकती है। शिक्षा के द्वारा ही अपने सपनों और आकांक्षाओं को ऊंची उड़ान प्रदान कर सकते हैं। सीखा हुआ ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता। बच्चे शिक्षा अवश्य ग्रहण करें। शिक्षा के साथ-साथ व्यायाम, स्वच्छता और माता-पिता का सम्मान के गुण भी आत्मसात करें। उन्होंने चरैवेति! चरैवेति!! का मर्म समझाते हुये कहा कि निरन्तर सही रास्ते पर चलने से ही सफलता प्राप्त होती है।
श्री नाईक ने बच्चों को राज्यपाल, राज्यपाल के दायित्व और राजभवन के इतिहास के बारे में भी बताया। उन्होंने बच्चों को भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव जैसे अमर शहीदों की वीरगाथा बताते हुये कहा कि हमें अपने देश की आजादी में सहभाग करने वालों को सदैव याद रखना चाहिए। डाॅ0 राम मनोहर लोहिया के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुये उन्होंने कहा कि डाॅ0 लोहिया वर्ण व्यवस्था, अमीरी-गरीबी के बीच के खाई को समाप्त करने, महिलाओं और वंचित वर्गों के भेदभाव को दूर करने के लिये सदैव प्रयत्नशील रहे। उन्होंने कहा कि अपने महापुरूषों को सदैव याद करते हुये आगे बढ़ने का प्रयास करें।