स्वस्थ एवं शुचितापूर्ण राजनीति पंडित दीनदयाल उपाध्याय के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी - श्री नाईक
लखनऊः 11 फरवरी, 2019
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 51वीं पुण्य तिथि पर के0के0सी0 के समक्ष दीनदयाल वाटिका स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के लखनऊ अध्यक्ष श्री मुकेश शर्मा सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने कहा कि पंडित दीनदयाल ने समाजवाद एवं पूंजीवाद की विचारधारा के समय भारतीय जीवन दर्शन हेतु एकात्म मानववाद का विचार प्रस्तुत किया। राज्यपाल ने बताया कि ‘कार्यकर्ता के रूप में मुंबई में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के एकात्म मानववाद के विचार सुनने का अवसर प्राप्त हुआ था। पंडित जी का दर्शन आज भी उन्हें प्रेरणा देता है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक सच्चे कर्मयोगी थे जो निरन्तर कार्य करते हुये दूसरों को प्रेरणा देते थे।’ उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल ने प्रदूषित भारतीय राजनीति में परिवर्तन लाने का कार्य किया, उनके विचार अमर हैं।
श्री नाईक ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वस्थ लोकतंत्र के लिये मतदान को आवश्यक मानते थे। पंडित जी का आग्रह होता था कि सभी मतदाता अपना पंजीकरण कराये। राज्यपाल ने आह्वान करते हुये कहा कि निकट भविष्य में देश में लोकसभा के चुनाव होने है इसलिये जिनका नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं हुआ है वे अपना नाम दर्ज करायें तथा अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें। उन्होंने कहा कि स्वस्थ एवं शुचितापूर्ण राजनीति पंडित दीनदयाल उपाध्याय के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
राज्यपाल ने गत 25 जनवरी को आयोजित राष्ट्रीय मतदाता दिवस के कार्यक्रम की चर्चा करते हुये कहा कि वे लोकसभा चुनाव में सर्वाधिक मतदान प्रतिशत वाले लोकसभा क्षेत्र एवं विधान सभा क्षेत्र सहित सर्वाधिक मतदान प्रतिशत वाले वार्ड एवं बूथ से जुड़े विजयी प्रत्याशी, रिटर्निंग आफिसर तथा अन्य लोगों को राजभवन में सम्मानित करेंगे। चयन का आधार चुनाव के आकड़े न होकर मतदान प्रतिशत होगा क्योंकि कुछ लोकसभा क्षेत्र छोटे हैं तो कुछ बड़े। राज्यपाल ने बताया कि इससे पूर्व विधान सभा चुनाव एवं नगरीय निकाय चुनाव में सर्वाधिक मतदान वाले केन्द्रों से जुड़े व्यक्तियों को राजभवन में आयोजित सम्मान समारोह में उन्होंने सम्मानित किया हैं। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक मतदान जागरूकता हेतु संकल्प लें।