कुम्भ-2019 में स्नान के लिए संगम में
स्वच्छ एवं निर्मल जल उपलब्ध कराया जायेगा
रबी फसलों की सिंचाई हेतु पर्याप्त पानी की आपूर्ति की जाये
-श्री धर्मपाल सिंह
लखनऊ: 10 जनवरी, 2019
उत्तर प्रदेश के सिंचाई एवं सिंचाई (यांत्रिक) मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि 31 दिसम्बर तक आवंटित किये गये बजट को तत्काल खर्च किया जाये। श्री सिंह ने आवंटित किये गये बजट को खर्च न कर पाने पर अधिकारियों पर गहरी नाराजगी व्यक्त की तथा अधिकारियों को निर्देश दिया कि तत्काल कार्यों में तेजी लायें तथा निर्धारित लक्ष्य को ससमय पूर्ण किया जायें।
श्री धर्मपाल सिंह आज अपने विधान भवन स्थित कार्यालय कक्ष में अधिकारियों के साथ विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री जी की अपेक्षा है कि बाढ़ से संबंधित सभी कार्यों को मई 2018 तक प्रत्येक दशा में पूर्ण कर लिया जायें। श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार की शीर्ष प्राथमिकता बाढ़ से हुए कटाव/मरम्मत कार्य को तत्काल पूर्ण कर लिया जाये।
श्री धर्मपाल सिंह ने 15 जनवरी से आयोजित कुम्भ-2019 में श्रद्धालुओं को स्नान हेतु प्रयाप्त पानी की आपूर्ति सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि इस बार कुम्भ मेले में जनता को कमर से ऊपर तक पानी स्नान के लिए मिलना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि संगम में स्वच्छ और निर्मल जल से स्नान के लिए टिहरी बांध से कुम्भ के दौरान लगातार पानी छोड़ा जाना सुनिश्चित किया जाये।
सिंचाई मंत्री ने जर्जर पुल/पुलियों को तत्काल निर्माण/मरम्मत कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि अतिशीघ्र छोटे-छोटे निर्माण करके जनता के चलने लायक बनाया जायें। श्री सिंह ने कहा कि जो नवीन राजकीय नलकूप स्वीकृति किये गये है मार्च तक प्रत्यके दशा में पूर्ण कर लिया जाये। सिंचाई मंत्री ने राष्ट्रीय परियोजनाओं एवं एरच बांध, भौरट बांध, बरौली बांध की समीक्षा करते हुए कहा कि अधूरी परियोजनाओं को पूर्ण करने में तेजी लाए। उन्होंने कहा कि 2019 में पूर्ण होने वाली परियोजनाओं के निर्माण कार्यों को तेजी से पूर्ण करें।
श्री धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों के निर्देश दिये किसानों को रबी फसलों की सिंचाई के लिए प्रयाप्त पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि 15 जनवरी से 15 मार्च तक किसानों को सिंचाई के लिए पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि जेई एवं एई स्तर के अधिकारी लगातार निगरानी करते रहे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित किया जाये कि पानी नहरों के टेल तक नहीं बल्कि प्रत्येक खेत तक पहुँचाना चाहिए। श्री सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन जिलों में जल प्रबंधन समितियों का चुनाव नहीं हुआ है। वहां तत्काल चुनाव सम्पन्न कराया जाये। उन्होंने कहा कि जहां चुनाव सम्पन्न हो गये है वहां किसानों को पानी आपूर्ति की सत्ता सौप दी जाये।
प्रमुख सचिव सिंचाई श्री टी. वेंकटेश ने मंत्री जी को अवगत कराया कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल अब तक अधिक बजट आवंटित किया गया है तथा निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष अधिक खर्च भी किया गया है। उन्होंने मंत्री जी को अवगत कराया कि सभी मुख्य अभियन्ता अपने-अपने क्षेत्रों का भ्रमण/निरीक्षण करने के उपरान्त फोटो/वीडियो भी ग्रुप में शेयर करते है। उन्होंने कहा कि अधिकारी पहले की अपेक्षा अधिक जिम्मेदारी से सौपे गये कार्यों को कर रहे है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा विगत वर्षों की अपेक्षा इस साल इतिहासिक कार्य कराये गये हैं।
बैठक में विशेष सचिव श्री सुरेन्द्र विक्रम, अनीता वर्मा सिंह, जितेन्द्र राम त्रिपाठी, मुस्ताक अहमद तथा प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष श्री वी.के. राठी, प्रमुख अभियन्ता परिकल्प एवं नियोजन श्री ध्यान सिंह, प्रमुख अभियन्ता यांत्रिक श्री सुनील कुमार राय तथा अन्य संबंधित मुख्य अभियन्ता उपस्थित थे।