इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ एवं गूगल न्यूज़ इनिशियेट के संयुक्त तत्वाधान में साईबर अपराध एवं फेक न्यूज़ सत्यापन विषय पर एक ज्ञागरूकता कार्यषाला का आयोजन आज दिनांक 7 जनवरी 2019 को किया गया। इस कार्यशाला में लगभग 300 विद्यार्थियों भाग लिया, जो कि इग्नू में जर्नलिज्सम एवं मास कम्यूनिकेशन, कम्प्यूटर साईंस एवं विधि से सम्बन्धित कार्यक्रमों के विद्यार्थी थे।
डॉ0 कीर्ति विक्रम सिंह, सहायक क्षेत्रीय निदेशक, इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस कार्यशाला के माध्यम से विद्यार्थियों को साईबर अपराधों के विषय में अवगत कराया जायेगा और साथ-ही-साथ सरकार द्वारा साईबर अपराधों व डिजिटल मीडिया के दुर्पयोगों को रोकने के लिए बनाये गये कानूनों के विषय में विस्तार से चर्चा की जायेगी।
डॉ0 मनोरमा सिंह, क्षेत्रीय निदेशक, इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ ने अपने स्वागत उद्बोधन में विद्यार्थियों को डिजिटल मीडिया के लाभ एवं हानि की विषय में बताया और उनसे अपील करी डिजिलट मीडिया का प्रयोग देश एवं समाज के हित में ही करें। उन्होनें इग्नू द्वारा संचालित साईबर अपराध में प्रमाण-पत्र कार्यक्रम के विषय में विद्यार्थियों को जागरूक किया एवं इसकें महत्व पर प्रकाश डाला।
गूगल न्यूज़ इनिशियेट की ओर से आये काज़ी फराज़ ने गूगल के माध्यम से फेक न्यूज़ सत्यापन की तकनीकों पर प्रकाश डाला और साथ ही साथ गूगल रिवर्स इमेज के माध्यम से गलत न्यूज़ को कैसे सत्यापित किया जाए इस बारे में चर्चा की। साथ ही साथ विडियो एवं यू-टूब पर उपलब्ध जानकारियों के सत्यापन से सम्बन्धित तकनीकों के विषय में अवगत कराया।
इस अवसर पर डॉ0 राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय, लखनऊ से आये प्रो0 कुमार स्कन्ध पाण्डेय एवं अधिवक्ता श्री दिलीप यषवर्धन ने ’साइबर स्पेस’ से उत्पन्न होने वाले सामाजिक और बौद्धिक संपदा मुद्दों से विद्यार्थियों को परिचित कराया एवं साइबर स्पेस को विनियमित करने के लिए विभिन्न देशों की कानूनी और नीति संबंधी घटनाओं में भी अवगत कराया।
जहाँगीराबाद मीडिया इन्स्टीट्यूट के निदेशक मो0 जुबैर खान ने स्टिंग ऑपरेशन के नैतिक पहलुओं की तरफ विद्यार्थियों का ध्यान आकर्षित किया।