छः दिवसों में डेढ़ करोड़ से अधिक बच्चों का हुआ सफल एम0आर0 टीकाकरण
लखनऊ: दिनांक 05 दिसम्बर, 2018
मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा दिनांक 26 नवम्बर, 2018 को खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ किया गया। उक्त अभियान के अन्तर्गत विगत 06 दिवसों में डेढ़ करोड़ से अधिक बच्चों को एम0आर0 वैक्सीन से आच्छादित किया जा चुका है। सभी मीडिया बन्धुओं, विद्यालयों एवं समाज के विभिन्न वर्गों के सहयोग से यह सम्भव हो सका है।
यह जानकारी महानिदेशक परिवार कल्याण ने दी। उन्होंने बताया कि अभियान को दुष्प्रभावित करने के लिये कुछ शरारती तत्वों द्वारा सोशल मीडिया में भ्रामक खबरें एवं जानकारियां वायरल की जा रही हैं। टीकाकरण संबंधी घटनाओं को नकारात्मक तरीके से प्रस्तुत कर समाज में भ्रम की स्थिति बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस प्रकार की खबरें पूरी तरह भ्रामक, असत्य एवं तथ्यहीन हैं। कभी-कभी कुछ बच्चे इंजेक्शन के डर से भयभीत एवं विचलित हो जाते हैं तथा चक्कर/घबराहट/जी मचलाना जैसी छिटपुट समस्याओं से ग्रसित हो सकते हैं, जिसे बढ़ा चढाकर प्रस्तुत किया जाता है। एम0आर0 वैक्सीन पूर्ण रूप से सुरक्षित एवं प्रभावी है।
जैसा कि आप अवगत ही हैं कि इस अभियान में 09 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को एम0आर0 वैक्सीन की एक अतिरिक्त खुराक इन्जेक्शन के द्वारा दी जानी है। यह अभियान प्रथम चरण (लगभग दो सप्ताह) में प्रदेश के सभी स्कूलों में चलाया जायेगा। इसके उपरान्त द्वितीय चरण (लगभग दो सप्ताह) में यह अभियान समुदाय में चलाया जायेगा। अन्त में तृतीय चरण (लगभग एक सप्ताह) में यह अभियान छूटे हुये बच्चों हेतु चलाया जायेगा। इस अभियान में विभिन्न विभागों का सहयोग लिया जा रहा है।
मीडिया के माध्यम से सभी अभिभावकों से अपील है कि भ्रामक वीडियो, वाट्सअप मैसेज इत्यादि पर ध्यान न देते हुये अपने बच्चों को एम0आर0 के टीके से अवश्य आच्छादित कराये, यह एक अतिरिक्त डोज है, जिसका पूर्व में दी गयी डोज से कोई संबंध नहीं है। यह वैक्सीन पूर्ण रूप से सुरक्षित है। साथ ही प्रदेश के समस्त स्कूल, मदरसा, कालेज इत्यादि प्रबन्धकों से अपील है कि एम0आर0 सत्र का संचालन अपने विद्यालय परिसर में दिशा-निर्देशों के अनुसार शान्त एवं प्रफुल्लित वातावरण में अलग-अलग कक्षों की उपलब्धता करवाते हुये कराना सुनिश्चित करें। साथ ही टीकाकरण सत्र पर अपने अध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित करें। किसी भी तरह के संशय एवं अप्रिय घटना की स्थिति में क्षेत्रीय टीकाकरण सुपरवाइजर एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी से सम्पर्क कर उसका निदान करें।