गन्ना मंत्री द्वारा विभागीय अधिकारियों को साफ्ट लोन की धनराशि चीनी मिल के एस्क्रो खाते में तत्काल अन्तरित कराने के निर्देश दिये गये।
संबंधित जिला गन्ना अधिकारी, एस्क्रो एकाउन्ट में भेजी गई धनराशि किसानों के खाते में बकाया गन्ना मूल्य के सापेक्ष तत्काल कराये अन्तरित।
प्रदेश की 44 चीनी मिलों को लगभग रू.2,619 करोड़ के साफ्ट लोन का हुआ भुगतान जिससे इनके बकाया गन्ना मूल्य का सम्पूर्ण भुगतान हुआ।
पेराई सत्र 2017-18 में खरीदे गये कुल गन्ने की मात्रा के आधार पर रू.4.50 प्र्रति कुं. की दर से लगभग 430 करोड़ रूपये की धनराशि चीनी मिलों को होगी प्राप्त।
लखनऊ: 30 नवम्बर,2018
प्र्रदेश के गन्ना किसानों का बकाया गन्ना मूल्य भुगतान शासन के एजेण्डे में सर्वोपरि है गन्ना किसानों को शीघ्र अतिशीघ्र भुगतान कराने हेतु सत्त प्रयत्नशील प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशों के क्रम में गन्ना मंत्री श्री सुरेश राणा के द्वारा किये जा रहे प्रयासों से गन्ना कृषकों के हित में विभागीय स्तर पर बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की कार्यवाही तेज कर दी गई है जिससे गन्ना किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान समय से किया जा सके।
राज्य सरकार द्वारा साफ्ट लोन योजना हेतु अनुपूरक अनुदान के माध्यम से रु.4,000 करोड़ का बजटीय प्राविधान कराया गया था, जिससे प्रदेश के निजी क्षेत्र के चीनी मिलों को पेराई सत्र 2017-18 के अवशेष गन्ना मूल्य भुगतान हेतु ऋण के रुप में, प्रदेश में स्थित राष्ट्रीयकृत, अनुसूचित व्यावसायिक बैंकों एवं उ.प्र. सहकारी बैंक के माध्यम से, धनराशि उपलब्ध करायी जानी थी। इस क्रम में चीनी मिलों से प्राप्त दावों के अनुसार 44 चीनी मिलों को लगभग रू.2,619 करोड़ के साफ्ट लोन का भुगतान किया जा चुका है। जिसे संबंधित उप गन्ना आयुक्त एवं जिला गन्ना अधिकारी एस्क्रो एकाउन्ट के माध्यम से किसानों के खाते में तत्काल अन्तरित करायेगे।
जिन 44 चीनी मिलों को आज दोपहर तक रू.2,619 करोड़ का साफ्ट लोन प्रदान किया गया है उनमें द्वारिकेश समूह की मिलों को रू.134.48 करोड़, बलरामपुर समूह की मिलों को रू.365.08, उत्तम समूह की मिलों को रू.101.31, बिडला समूह की मिलों को रू.257.13, त्रिवेणी समूह की मिलों को रू.364.00, डालमिया समूह की मिलों को रू.150.07, धामपुर समूह की मिलों को 266.22, डी.एस.सी.एल. को 201.73, दौराला को रू.54.24, टिकौला को रू.5.69, बिसवां को रू.31.52, मोतीनगर को रू.47.76 तथा एच.एल.पीलीभीत को रू.67.86, ऐरा को 118.94, नवाबगंज को 53.49, सेवरही को 365.08 व न्योली को 34.36 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। शेष चीनी मिलों के दावों का भी परीक्षण किया जा रहा हैं तथा कतिपय त्रुटि निवारण के पश्चात इनके साफ्ट लोन के भुगतान की कार्रवाई भी प्रक्रिया में है।
पेराई सत्र 2017-18 में खरीदे गये गन्ने की मात्रा के सापेक्ष रू.4.50 प्रति कंु. की दर से चीनी मिलों को वित्तीय सहायता प्रदान की जानी थी इस क्रम मे वित्तीय सहायता का आगणन चीनी मिल द्वारा पेराई सत्र 2017-18 में खरीदे गये कुल गन्ने की मात्रा के आधार पर रू.4.50 प्र्रति कुं. की दर से करते हुये लगभग रू.430 करोड़ की धनराशि संबंधित उप गन्ना आयुक्त एवं जिला गन्ना अधिकारी एस्क्रो एकाउन्ट के माध्यम से किसानों के खाते में तत्काल अन्तरित करायेगे। उक्त धनराशि का उपयोग भी चीनी मिलों द्वारा गन्ना कृषकों के बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान में किया जायेगा।