लखनऊ: दिनांक 30 नवम्बर, 2018
उत्तर प्रदेश सरकार ने 500 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता के लिए 10 परियोजना विकासकर्ताओं के चयन की स्वीकृति प्रदान कर दी है। सौर ऊर्जा के लिए आमंत्रित प्रतिस्पर्धात्मक टैरिफ बेस्ड विडिंग के आधार पर प्राप्त नियत कोटेड टैरिफ के अनुसार विकासकर्ताआंे का चयन किया गया है।
यह जानकारी अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने दी। उन्होंने कहा कि चयनित बिडर्स को ग्रिड संयोजित सोलर पावर परियोजनाओं की स्थापना एवं टैरिफ की स्वीकृति 25 वर्ष की अवधि के लिए प्रदान की गई है। इसमें माहेश्वरी माईनिंग एण्ड इनर्जी प्रा0लि0, हैदराबाद 20-20 मेगावाट की दो, एनटीपीसी (आर.ई.) नोएडा 140 एवं 20 मेगावाट की दो तथा महोबा सोलर यूपी. प्रा0लि0 अहमदाबाद 50-50 मेगावाट की दो परियोजनाए स्थापित की जायेगी इनके अलावा सुखवीर एग्रो इनर्जी प्रा0लि0 पंजाब, तालुतुत्ई सोलर प्रोजेक्ट फाइव प्रा0लि0, इडन रिन्यूएबल जेसमीन प्रा0लि0, नई दिल्ली एवं गिरिराज रिन्यूएबल प्रा0लि0, नोएडा द्वारा 50-50 मेगावाट क्षमता की परियोजनाएं स्थापित करेंगी।
प्रमुख सचिव के अनुसार सौर ऊर्जा नीति के तहत बंुदेलखण्ड और पूर्वांचल में स्थापित परियोजनाओं को निश्चित किलोमीटर तक परियोजना विकासकर्ता द्वारा निर्मित पारेषण लाइन पर व्यय धनराशि की प्रतिपूर्ति राज्य सरकार द्वारा यूपी. नोडा के माध्यम से की जाएगी। यह प्रतिपूर्ति सौर ऊर्जा स्रोतों पर आधारित विद्युत उत्पादन प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत देय होगी।
प्रमुख सचिव ने कहा कि सौर परियोजना विकासकर्ता द्वारा पारेषण संबंधी किये गये निर्माण कार्य आदि का भुगतान सत्यापन के आधार पर संबंधित वर्ष में प्रति किलोमीटर पारेषण लाईन निर्माण के अनुसार किया जायेगा। यह भुगतान उ0प्र0 पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड/वितरण अनुज्ञप्तिधारी द्वारा जारी की गयी ‘‘दर अनुसूची’’ के अनुसार एवं वास्तविक निष्पादित लागत में जो भी कम हो, देय होगी।