समाज, राज्य व सरकार को भ्रष्ट व अराजक बना चुकी योगी सकार अब मतदाता सूची से भी खेलने लगी है। मतदाता सूची पुनरीक्षण के दरम्यान राजनीतिक हित साधने के उद्देश्य से पुनरीक्षण कर्मचारियों पर न सिर्फ दबाव डाला जा रहा है बल्कि राजनीतिक निष्ठा को दृष्टि में रख जिलाधिकारियों व मतदान को प्रभावित करने वाले अधिकारियों की नियुक्ति की जा रही है। प्रदेश कांगे्रस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक(मुजफ्फराबाद, सहारनपुर) काजी इमरान मसूद ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से इसकी शिकायत की है। इस सम्बन्ध में आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संगठन प्रभारी श्री सतीश अजमानी पूर्व विधायक, मीडिया कोआर्डिनेटर राजीव बख्शी, श्री पीयूष मिश्रा, श्री प्रदीप सिंह एवं डाॅ0 मंजू दीक्षित ने संयुक्त प्रेसवार्ता कर तथ्य सहित कांग्रेस की आपत्तियां मीडिया के समक्ष प्रस्तुत कियाः-
1. जनपद सहारनपुर में जिलाधिकारी गुजरात कैडर के हैं। गुजरात वर्तमान सरकार के निष्ठा का केन्द्र बना हुआ है। इस निष्ठा के परिणामस्वरूप जनपद सहारनपुर में मतदाता सूची पुनरीक्षण में बहुतायत गड़बड़ियां पायी गयी हैं।
2. सहारनपुर लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत विधानसभा क्षेत्र सहारनपुर सं0 3 में 435 बूथ हैं जिसमें बूथ सं0 1 से लेकर 108 तक में एक ही समुदाय विशेष के बहुतायत लोगों का नाम न होना किस प्रकार संभव हो सकता है यह सोचनीय व निर्वाचन प्रणाली के लिए चिन्तनीय विषय है।
3. मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान बीएलओ एवं पोलिंग एजेण्ट ने मिलकर जीवित मतदाताओं के नाम कटवा दिये हैं। मतदाता सूची से राजनीतिक दुष्प्रेरणावश नाम काटना भारतीय राजनीतिक मतदान व मतदान प्रक्रिया की शुचिता को प्रभावित करता है।
4. एक ही हैण्डराइटिंग में फार्म 7 भरकर एक विधानसभा क्षेत्र के लगभग 10 हजार मतदाताओं के नाम काटे गये हैं। मतदाता सूची मतदान की नियामकीय सूची है इसमें किसी भी तरीके का अवैधानिक व नियम विरूद्ध छेड़छाड़ लोकतंत्र की बुनियाद केा हिलाने वाला साबित होगा। यह कार्य भारतीय राजनीतिक प्रतिनिधित्व प्रणाली व राजनीतिक प्रतिनिधित्व की भावना पर गंभीर अघात है।
5. लोगों को अपने पसंदीदा सरकार के चुनाव में अपने संदेश, आवाज और अपनी पीड़ाओं की अभिव्यक्ति से वंचित कर उनके नागरिक अधिकारों का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन है।
6. जनपद सहारनपुर की यह घटना मात्र एक बानगी भर है पूरी आशंका है कि सम्पूर्ण प्रदेश में गोपनीय तरीके से मतदाता सूची पुनरीक्षण के कार्य में मतदान को प्रभावित करने वाली गड़बड़ियां की जा रही हैं।
कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र की सुरक्षा व जनविश्वास संरक्षण हेतु मतदान प्रक्रिया की हर स्तर पर शुचिता बहाल करने हेतु निर्वाचन आयोग से यह मांग करती है कि मतदान पुनरीक्षण प्रक्रिया में सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग को रोक पूरे प्रदेश में पुनरीक्षण प्रक्रिया की निगरानी सुनिश्चित करे। साथ ही पुनरीक्षण की तिथि को बढ़ाया जाये और पूरे प्रदेश में जहां-जहां इस तरह की गड़बड़ियां की गयी हैं उसकी जांच कराकर मतदाता सूची दुरूस्त करायें।