लखनऊ: 22 नवम्बर, 2018
कौशल जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में, प्रत्येक कार्य, व्यापार में आवश्यक है। कुशलता या दक्षता निरन्तर प्रयत्नशीलता व समर्पण से आती है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में कन्फेडरेशन आॅफ इण्डियन इण्डस्ट्रीज द्वारा कौशल विकास पर 8वें वैश्विक शिखर सम्मेलन में यह विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जहां लगभग हर छठा भारतीय निवास करता है, वहां इस प्रकार के आयोजन नियमित रूप से होने चाहिए ताकि उ0प्र0 की जनता को विश्वस्तर पर कौशल विकास के संबंध में किये जाने वाले नये-नये प्रयोगों तथा संभावनाओं की जानकारी हो सके।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आज औद्योगिक वातावरण में तेजी से परिवर्तन हो रहे हैं। विज्ञान व तकनीक ने न केवल विश्वस्तर पर अर्थव्यवस्था पर प्रभाव डाला है अपितु सम्पूर्ण जीवन पद्धति भी प्रभावित हुयी है। संचार व परिवहन के क्षेत्र में हुयी प्रगति ने भौगोलिक दूरियाँ समाप्त कर दी है। उन्होंने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता अधिक से अधिक युवाओं को व्यावसायिक कौशल प्रदान कर उन्हें रोजगार प्राप्त करने हेतु सक्षम बनाना है ताकि वे स्वयं अपनी आजीविका कमा सकें और प्रदेश के आर्थिक विकास में भी अपनी भूमिका निभा सके।
डा0 शर्मा ने कहा कि युवाओं की इसी प्रतिभा व क्षमता को और निखारने तथा उनके कौशल में वृद्धि करने की दृष्टि से प्रदेश में विभिन्न कौशलपरक प्रशिक्षण योजनाएँ संचालित की जा रही है, जिनमें ग्रामीण व नगरीय क्षेत्र के समस्त इच्छुक युवाओं को रोजगारपरक व्यावसायिक प्रशिक्षण की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध है। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के माध्यम से विभिन्न विभागों की कौशल प्रशिक्षण योजनाओं को जो समन्वित व एकीकृत स्वरूप प्रदान किया गया है, उसकी नीति आयोग व भारत सरकार ने भी अभिनव पहल के रूप में सराहना की है।
डा0 शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा अभी तक 8 लाख से अधिक युवाओं को इनरोलमेंट करके 6 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है तथा 2.50 लाख से अधिक युवाओं को हम रोजगार में नियोजित कराने में भी सफल हुए है तथा मात्र 1.5 वर्ष की अवधि में ही हमारी सरकार ने 1.20 हजार से अधिक प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया है। आज कौशल प्रशिक्षण केन्द्र प्रदेश के प्रत्येक जनपद और समस्त तहसीलों में स्थापित किये जा चुके है तथा 2700 प्रशिक्षण केन्द्र अनुमोदित किये जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास प्रदेश के प्रत्येक परिवार के इच्छुक युवाओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार पाने हेतु सक्षम बनाना है तथा इस दिशा में हमारी सरकार निरन्तर सक्रिय है। मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि आज रेमण्ड्स, मारूति सुजुकी, फ्यूचर शार्प,लावा इन्टरनेशनल, राजस्थान स्पिनिंग एण्ड वीविंग मिलस, भीलवाड़ा, जे.के. इन्स्टीट्यूट, एलएण्डटी जैसी अनेक देश की महत्वपूर्ण औद्योगिक इकाइयां प्रदेश के युवाओं को प्रशिक्षित करने में अपना सहयोग दे रही हैं। इसी कड़ी में हमारा प्रयास यह भी है कि प्रदेश के युवाओं को सरलता से व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त करने की सुविधा प्राप्त हों, जिसके लिए हमने स्किल मित्र मोबाइल एप्लीकेशन विकसित किया है जिसका प्रयोग कर कोई भी पात्र युवा अपनी रूचि के ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए अपना पंजीकरण करा सकता है। इसी प्रकार एक अन्य मोबाइल एप्लीकेशन-स्किल कनेक्ट के माध्यम से हमने प्रदेश के समस्त माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को 15 कि0मी0 की परिधि में पड़ने वाले उ0प्र0 कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत कार्यरत व्यावसायिक प्रशिक्षण केन्द्रों से सम्बद्ध कर दिया है ताकि छात्र औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक कोर्सेज की जानकारी प्राप्त कर सकें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की उपलब्धियों को राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी मान्यता व सराहना मिली हैं हाल ही में Summit Cum Awards on Skilling India from Skills to Employability कार्यक्रम में उ0प्र0 कौशल विकास मिशन को Best State in Skill Development का स्वर्ण पुरस्कार प्राप्त हुआ है इसके पूर्व Europe India foundation of Excellence (EIFE) Brussels द्वारा पेरिस स्थित यूनेस्को मुख्यालय में Best State in Empowering Youth through Skill Development Award भी प्रदान किया गया था। प्रदेश सरकार को Best State in Skill Development का एसोचैम एवार्ड तथा झारखण्ड सरकार से Leadership Award भी प्राप्त हो चुका है।
डा0 शर्मा ने बताया कि आज उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास के मार्ग पर अग्रसर है। सरकार द्वारा नयी औद्योगिक विकास नीति जारी की जा चुकी है तथा बड़ी संख्या में निवेशकों द्वारा प्रदेश के सुधरते हुए वातावरण में औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने में रूचि प्रदर्शित की है। प्रदेश के युवाओं के लिए उद्योगों में रोजगार के नये-नये अवसर उपलबध हो रहे हैं। हेल्थ सेक्टर, रिटेल सेक्टर, आईटी सेक्टर, एकाउण्टिंग व फाइनेंस सेक्टर जैसे उभरते हुए क्षेत्रों में रोजगार की व्यापक संभावनायें आने वाले दिनों में उपलबध होंगी। आवश्यकता है युवाओं को उद्योगों के अनुरूप प्रशिक्षित करने की तथा उनके कौशल को निखारने की है, जिसके लिए प्रदेश सरकार सदैव तत्पर है। इस अवसर पर स्विट्जरलैण्ड के स्टेट सेक्रेटरी फार एजुकेशन रिसर्च एण्ड इनोवेशन मि0 मौरूडेल एम्ब्रोजिओ, सचिव व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास श्री भुवनेश कुमार, सीआईआई के नेशनल कमेटी आॅन स्किल डेवेलपमेन्ट के चेयरमैन श्री अरूण नन्दा, सीआईआई के नेशनल कमेटी आॅन स्किल डेवेलपमेन्ट के को-चेयरमैन श्री सौमित्रा भट्टाचार्या एवं सीआईआई के यूपी स्टेट काउन्सिल के चेयरमैन श्री मनोज गुप्ता आदि उपस्थित थे।