सुरेन्द्र अग्निहोत्री, नई दिल्ली/लखनऊ: दिनांक 16 नवम्बर, 2018
उत्तर प्रदेश जनसंख्या, युवा शक्ति एवं प्राकृतिक सम्पदा के दृष्टिकोण से देश का अति विशिष्ट प्रदेश है। प्रदेश के समावेशी विकास हेतु सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों की भूमिका का विशेष महत्व है। प्रदेश में औद्यौगिक वातावरण बनाये जाने एवं स्थापित इकाइयों के प्रोत्साहन हेतु सरल एवं सुगम नीतियाॅ वर्तमान सरकार द्वारा बनाई गयीं हैं, ताकि उद्यमियों को उद्यम स्थापना से लेकर उत्पादों के निर्यात तक हर सम्भव मदद हो सके।
यह उद्गार उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री श्री सत्यदेव पचैरी ने आज नई दिल्ली में भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला-2018 में ‘‘यू0पी0 दिवस‘‘ के उद्घाटन अवसर पर व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में छोटे एवं मझोले उद्योगों को बढावा देने के लिये प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने ‘‘एक जनपद एक उत्पाद‘‘ योजना का आरम्भ किया है। योजना को प्रभावी एवं अमली जामा पहनाने के लिये राष्ट्रपति एवं राज्यपाल महोदय की गरिमामयी उपस्थिति में समिट का भी आयोजन किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुद्रा योजना, स्टैण्ड-अप योजना एवं प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया।
प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री ने कहा कि भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के माध्यम से छोटे, मझोले उद्योगों को बढ़ावा देने के साथ ही उनके उत्पादों को विश्व पटल पर विशिष्ट पहचान प्राप्त होती है। प्रदेश के विभिन्न जनपदों में तैयार किये जा रहे विभिन्न प्रकार के उत्पादों का सही ढं़ग से निर्यात सम्भव हो सके, इस हेतु कालीन का शहर कहे जाने वाले जनपद ‘भदोही‘ में भदोही मार्ट की स्थापना की गयी, ताकि वहाॅ के उद्यमियों को दिल्ली या अन्य बडे जनपदों या प्रदेश में दौड न लगानी पडे। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में आगरा में ‘आगरा मीट‘ का आयोजन किया गया, जिसमें चमड़ा से बने विभिन्न प्रकार के उत्पादों को एक पटल पर रखा गया, आयोजन में पड़ोसी देशों के अलावा अन्य देशों के भी निवेशकों एवं उद्यमियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
श्री पचैरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सर्वोत्तम सम्भावनाओं एवं प्रतिभाओं का प्रदेश है। अब तक ‘‘एक जनपद एक उत्पाद‘‘ महत्वाकाॅक्षी योजना के तहत 70 हजार उद्यमियों को ऋण दिलाया गया है, ताकि धनाभाव में छोटे मझोले उद्यम विश्व पटल पर अपना स्थान बना सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा लिये गये निर्णय के तहत प्रत्येक जनपद में ‘काॅमन फैसेलिटी सेन्टर‘ की स्थापना की जायेगी, जिस हेतु कैबिनेट द्वारा प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि एमएसएमई के माध्यम से 60,000 लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया है।
भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में ‘‘उत्तर प्रदेश दिवस‘‘ के उद्घाटन के उपराॅत श्री पचैरी ने पत्रकारों के सवालों का जबाब देते हुये बताया कि प्रदेश में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास को दृष्टिगत रखते हुये वर्तमान सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन नीति-2017 लागू की गयी। जिसके माध्यम से एमएसएमई क्षेत्र में रोजगार सृजन की वार्षिक दर का लक्ष्य 15 प्रतिशत निर्धारित किया गया है। औद्योगिक विकास एवं निवेश को बढावा देने के लिये अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की औद्योगिक समिट का आयोजन किया गया है, जिसमें काफी संख्या में एमओयू हस्ताक्षरित किये गये। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना हेतु वर्ष 2018-19 के लिये 100 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया है। इसी प्रकार से 2018-19 के लिये महत्वपूर्ण नवीन योजनाओं में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना हेतु 10 करोड, अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के व्यक्तियों के लिये प्रशिक्षण की योजना हेतु 75 लाख एवं मुख्यमंत्री हस्तशिल्प पेंशन योजना हेतु 1 करोड़ का बजट का प्राविधान किया गया है।
प्रेस संवाददाताओं द्वारा किये गये सवाल का उत्तर देते हुये मंत्री जी ने बताया कि भारत सरकार द्वारा संचालित गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस को प्रदेश सरकार द्वारा अंगीकृत कर प्रदेश के सरकारी विभागों द्वारा जेम पोर्टल पर सर्वाधिक क्रय किये जाने पर उत्तर प्रदेश को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। प्रदेश में एमएसएमई की स्थापना हेतु उद्योग आधार आनलाइन व्यवस्था लागू है। जिसमें माह सितम्बर तक 56815 उद्योग आधार मैमोरेण्डम के अभिस्वीकृति पत्र जारी किये गये। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में सुगम औद्योगिक वातावरण का सृजन करते हुये एमएसएमई उद्यमों की स्थापना में आने वाली समस्याओं के निराकरण करने, बेरोजगारों को रोजगार दिलाये जाने एवं हस्तशिल्पियों एवं निर्यातकों के प्रोत्साहन हेतु सतत प्रयत्नशील है, ताकि प्रदेश में अधिके से अधिक पूॅजी निवेश हो एवं रोजगार के अवसर सृजित हो सकें।
उत्तर प्रदेश पैवेलियन के उद्घाटन अवसर पर सचिव एमएसएमई भुवनेश कुमार, अधिशासी निदेशक आईटीपीओ दीपक कुमार, आयुक्त एवं निदेशक उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन के0 रविन्द्र नायक, नोएडा ग्रेटर नोएडा के वरिष्ठ अधिकारीगण, उद्यमी, शिल्पीगण आदि उपस्थित थे। इससे पूर्व मंत्री जी ने दीप प्रज्ज्वलित कर उत्तर प्रदेश दिवस का उद्घाटन किया तथा सभी स्टालों का भ्रमण कर प्रदर्शित उत्पादों का अवलोकन कर उनकी सराहना की।