स्व0 प्रताप नारायण सिंह द्वारा इस क्षेत्र के
विकास के लिए उल्लेखनीय कार्य किए
भारतीय मनीषियों ने शिक्षा पर जोर दिया
योग शरीर, तन-मन को स्वस्थ रखता है
हर बच्चे के अन्दर योग्य बनने की क्षमता, आवश्यकता है
कि उसका सही दिशा में उपयोग किया जाये
शासन की योजनाओं को जन-जन तक
पहंुचाना सभी का दायित्व एवं राष्ट्रीय कर्तव्य
लखनऊ: 31 अक्टूबर, 2018
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर में प्रताप नारायण सिंह जनता इण्टर काॅलेज, बरही, सोनबरसा परिसर में स्व0 बाबू प्रताप नारायण सिंह की प्रतिमा का अनावरण कर माल्यार्पण किया। उन्होंने उनके कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए कहा कि स्व0 प्रताप नारायण सिंह द्वारा इस क्षेत्र के विकास के लिए उल्लेखनीय कार्य किए गए। इस क्षेत्र में पूर्व में कोई तटबंध नहीं था। बाढ़ की विभीषिका से यह क्षेत्र हमेशा जूझता था। उस काल खण्ड मे भी इस क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगाने के लिए बाबू प्रताप नारायण सिंह ने विद्यालय की स्थापना कर एक पुण्य कार्य किया। उन्होंने कहा कि किसी को ज्ञानवान बनाना सबसे पुनीत कार्य होता है। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन की मांग पर विद्यालय में सभागार बनवाने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारतीय परम्परा है कि जिसने हमारे प्रति कुछ योगदान किया है, उसके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की जाए और आज विद्यालय प्रबंधन ने प्रतिमा का अनावरण कराकर एक सराहनीय कार्य किया है। विद्यालय ने बेहतर शैक्षिक वातावरण, प्रबंधन और शिक्षा के प्रति अभिरुचि कायम की है। उन्होंने कहा कि भारतीय मनीषियों ने शिक्षा पर जोर दिया था। दुनिया में भारत एक ऐसा देश है, जहां पूर्व में भी युवा पीढ़ी को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में पारंगत करने के लिए शिक्षा एवं दीक्षा दी जाती थी। इस क्षेत्र में शैक्षिक पुनर्जागरण को आगे बढ़ाने का कार्य विद्यालय प्रबंधन कर रहा है तथा उत्तम वातावरण देने का प्रयास हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जीवन पलायन के लिए नहीं, बल्कि चुनौतियों से जूझने के लिए होता है। व्यक्ति के जीवन में संतुलन होना चाहिए। उन्होंने विद्यालय के छात्रांे से कहा कि पाठ्यक्रम का समयबद्ध ढंग से अध्ययन करना तथा व्यावहारिक जानकारियां प्राप्त करना आवश्यक है। शिक्षा का उपयोग समाज एवं राष्ट्र हित में किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी समाचार पत्रों को अवश्य पढ़ें तथा उसमें से महत्वपूर्ण चीजों का अपनी नोट बुक में नोट करें। इस प्रकार उनके पास एक ज्ञान कोष तैयार हो जायेगा, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की सफलता में काम आयेगा।
मुख्यमंत्री जी ने छात्रों से कहा कि शिक्षा के साथ-साथ वे अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें, क्यांेकि स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन होता है। उन्होंने योग परम्परा को अपनाने का सुझाव देते हुए कहा कि योग शरीर, तन-मन को स्वस्थ रखता है। उन्होंने विद्यार्थियों को खेलकूद में रुचि लेने का सुझाव देते हुए कहा कि वे समयबद्धता के साथ अनुशासन का अनुपालन सुनिश्चित करें, क्योंकि विकास के लिए यह दोनों ही आवश्यक हैं। हर बच्चे के अन्दर योग्य बनने की क्षमता है, आवश्यकता है कि उसका सही दिशा में उपयोग किया जाये।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि युग का सबसे बड़ा धर्म राष्ट्र धर्म होता है और जब राष्ट्र का उत्थान होगा तो समाज विकसित होगा। देश और समाज के लिए सर्वदा अच्छी सोच और कार्य होने चाहिए साथ ही, सभी को राष्ट्र धर्म से जुड़ना होगा। उन्होंने कहा कि एक ऐसा भारत हो, जिसमें कहीं अराजकता, आतंकवाद, नक्सलवाद, अलगाववाद, भ्रष्टाचार, जातिवाद, गंदगी आदि न हो। सभी की सुरक्षा की गारंटी तथा विकास को गति मिले। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहंुचाना सभी का दायित्व एवं राष्ट्रीय कर्तव्य है, क्योंकि शासकीय योजनाएं जनहित में संचालित की जाती है।
इस अवसर जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।