उ0प्र0 में लगातार बिगड़ रही कानून और व्यवस्था मौजूदा योगी सरकार की अक्षमता का प्रमाण है। राजधानी लखनऊ में लगातार हो रही हत्याएं, लूट और बलात्कार की घटनाएं बेहद गंभीर एवं चिन्ताजनक हैं।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता डाॅ0 उमाशंकर पाण्डेय ने जारी बयान में कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार उ0प्र0 में प्रतिदिन औसतन आठ महिलाओं का बलात्कार और तीस महिलाओं का अपहरण होता है। पिछले साल के मुकाबले इस साल महिलाओं के खिलाफ अपराध में 24 प्रतिशत वृद्धि हुई है। राजधानी लखनऊ में राजभवन के सामने लूट एवं हत्या, विवेक तिवारी एवं ठाकुरगंज में दो सगे भाईयों की हत्या जैसी जघन्य घटना को लोग भूल भी नहीं पाये थे कि आज ही लखनऊ के पाॅश इलाके गोमतीनगर में बैंक में पैसा जमा कराने जाते हुए एक निजी संस्था के मैनेजर से दस लाख रूपये की लूट के बाद उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गयी। वहीं कल लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में एक नौ वर्षीय मासूम बच्ची की रेप के बाद हत्या किया जाना, दुःखद एवं निन्दनीय घटनाएं हैं।
श्री पाण्डेय ने कहा कि पिछले चार सालों में जहां देश में प्रतिवर्ष बलात्कार और हत्या की घटनाएं बेतहाशा बढ़ी हैं वहीं देश में उ0प्र0 इन वारदातों में पहले और दूसरे स्थान पर बना हुआ है। देश में प्रत्येक 15.2 मिनट में एक महिला के साथ बलात्कार एवं 3.8 दिन में एक महिला से पुलिस की कस्टडी में बलात्कार का औसत है। यह आंकड़ें भयावह और केन्द्र की मोदी जी एवं प्रदेश की योगी जी की सरकार की चुनावों में महिला अत्याचारों पर जनता से किये हुए वादों का मखौल उड़ाते हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के अनुसार बलात्कार के 29 प्रतिशत मामलों में ही सरकार सजा दिला पायी, 86 प्रतिशत बलात्कार के मामले अभी भी अदालतों में लम्बित हैं। वर्ष 2017 में देश में 28947 महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाएं दर्ज हुईं इसमें 4882 मामले मध्य प्रदेश, 4816 मामले उत्तर प्रदेश एवं 4189 मामले महाराष्ट्र के हैं। सम्पूर्ण भारत में इस वर्ष 16863 नाबालिग बालिकाओं के साथ बलात्कार के मामले सामने आये। उपरोक्त तीनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है।
मौजूदा सरकार में स्थिति इतनी भयावह है कि तीन वर्षीय मासूम से लेकर 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला सभी असुरक्षा के माहौल में हैं। इस स्थिति में भी उ0प्र0 के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ जी का यह कहना कि पिछले 15 वर्षों में उत्तर प्रदेश की कानून और व्यवस्था सबसे बेहतर है शर्मनाक ही है। उ0प्र0 के मुख्यमंत्री को कानून एवं व्यवस्था को दुरूस्त करना चाहिए एवं महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अत्याचार को तत्काल रोकने के लिए गंभीर एवं प्रभावी कदम उठाने चाहिए। मौजूदा परिवेश यह बताता है कि सरकार का डर अपराधियों के मन में बिल्कुल भी नहीं है। जिससे अपराधी बेखौफ प्रदेश के सभी जिलों में वारदातें कर रहे हैं और सरकार कड़ी कार्यवाही, समीक्षा बैठक, चेतावनी, जांच आदि जुमलों का ढोल पीटती नजर आ रही है।