लखनऊः 26 अक्टूबर, 2018
कृषि कुम्भ में आज प्रथम सत्र में इण्डो इजराइल पार्टनरशिप-सस्टनेबल एण्ड इक्वीटेबल डेवलेपमेन्ट एण्ड डिलीवरी आफ सर्विसेज पर कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें पानी और अन्य अवयवों का न्याय संगत उपयोग, मृदा स्वास्थ्य प्रबन्धन, संसाधनों और जन शक्ति का अभिसरण पर विस्तृत चर्चा की गई।
द्वितीय सत्र में ‘‘एग्रीकल्चर पालिसी एण्ड रिफार्म फार हायर एण्ड सस्टेन फार्मर्स इनकम‘‘ के अन्तर्गत कृषि नीति में सुधार एवं अधिनियम, कृषि वानिकी क्षेत्र में उदारीकरण, सरकार की एथनाल नीति सहित कृषि अवशिष्ट पदार्थ का उचित उपयोग पर भी चर्चा की गई ।
तृतीय सत्र में ‘‘इन्टीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम, आर्गेनिक फार्मिंग एण्ड इशू रिलेेटेड टु सेकेण्ड्री एग्रीकल्चर‘‘ के अन्तर्गत कृषि जलवायु के अनुसार फसल संरक्षण, वर्षा आधारित क्षेत्रों में अधिक उत्पादन तथा अधिक आय के दृष्टिगत टिकाऊ खेती, किसानों की आय में वृद्धि हेतु जैविक कृषि एवं फसल प्रणाली तथा परम्परागत कृषि विकास योजना पर चर्चा की गई।
इन सत्रों में संबंधित क्षेत्र के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों, अधिकारियों एवं किसानों द्वारा प्रतिभाग किया गया।