प्रदेश सरकार कुपोषण मुक्त समाज बनाने की ओर अग्रसर है
-मंत्री रमापति शास्त्री
लखनऊ: दिनांक 25 अक्टूबर, 2018
प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री श्री रमापति शास्त्री ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी के कुशल नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा गरीबों के उत्थान के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनायें संचालित की जा रही है, जिसके माध्यम से पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है। केन्द्र व राज्य सरकार ‘‘सबका साथ सबका विकास’’ के आधार पर कार्य रही है। वर्तमान सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन, आयुष्मान भारत, शौभाग्य योजना, उज्जवला योजना, पोषण अभियान कार्यक्रम सहित आदि विभिन्न योजनायें संचालित की गई है, जिससे लगभग लाखों गरीब परिवार लाभान्वित हो रहे हैं।
यह विचार श्री शास्त्री आज यहां रामाधीन सिंह इण्टर कालेज बाबूगंज के छत्रपति शिवाजी सभागार में रीजनल आउटरीच ब्यूरो, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय तथा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार, लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित पोषण अभियान के अन्तर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ करने के उपरान्त व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत का संदेश उत्तम स्वास्थ्य उत्तम प्रदेश बनाना है। आजाद भारत के इतिहास में पहली बार प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना के अंतर्गत करोड़ो वंचित भारतवासियों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी और इन्हें गंभीर बीमारियों के इलाज हेतु मुफ्त चिकित्सा लाभ मिलेगा।
श्री शास्त्री ने कहा कि हमारे देश में कुपोषण की समस्या एक चिन्तनीय विषय है जिसके उन्मूलन के लिए सरकार अपने स्तर से हर सम्भव प्रयास कर रही है और कुपोषण मुक्त समाज बनाने की ओर अग्रसर है। उन्होंने एक कहानी के माध्यम से पोषण अभियान की सफलता के लिए मंत्र दिए और अभियान को गति देने के लिए विभाग के कलाकारों की सराहना की, जो कि इस अभियान को गांव-गांव तक पहुंचा कर लोगों को जागरूक बनाने का सकारात्मक प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा पोषण अभियान (राष्ट्रीय पोषण मिशन) की स्थापना की गई जिसका शुभारम्भ राजस्थान के झुंझनु से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया था।
श्री शास्त्री ने कहा कि पोषण अभियान महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है जिसके अन्तर्गत विभिन्न कार्यक्रमों अर्थात् आंगनबाड़ी सेवा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण, पेयजल योजना सहित आदि अन्य योजनाएं संचालित कर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पोषण अभियान का उद्देश्य सेवा सुनिश्चित करना तथा टेक्नोलाॅजी के उपयोग से कार्यवाही करना, सम्मेलन के माध्यम से व्यवहार में परिवर्तन लाना तथा अगले कुछ वर्षों में निगरानी के विभिन्न मानकों के अनुसार निर्धारित लक्ष्य हासिल करना है।
विशिष्ट अतिथि एवं विषय विशेषज्ञ के रूप में डाॅ0 सिद्वार्थ कुमार, सहायक प्रोफेसर, किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय, लखनऊ ने कहा कि कुपोषण से बचने के लिए सबसे पहले परिवार में जागरूक होना बहुत आवश्यक है। बच्चों को समय-समय पर आवश्यक मिनरल, विटामिन, आयरन, प्रेाटीन आदि प्रचुर मात्रा में देते रहना चाहिए जिससे कि उनका मानसिक, बौद्विक एवं शारीरिक विकास सुचारू रूप से होता रहे। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों एवं मिनरलों का भरपूर उपयोग अपने जीवन में करना चाहिए और बच्चों को फास्टफूड से दूर रहने की सलाह दी।
इस अवसर पर श्री सूर्य कुमार वर्मा, प्रबन्धक, रामाधीन सिंह इण्टर कालेज, लखनऊ ने कहा कि कुपोषण की समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए हम सभी को जागरूकता के साथ-साथ अपनी जीवनशैली एवं खान-पान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रयास यह रहे कि विटामिन युक्त भोजन ग्रहण किया जाए एवं बाजार की बनी हुई खाद्य पदार्थ से दूर रहें।
इस कार्यक्रम में आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत विभाग के अपर महानिदेशक श्री अरिमर्दन सिंह ने किया तथा कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम का समापन डाॅ0 सन्तोश आशीष ने आए हुए सभी अतिथियों, लोक कलाकारों एवं मीडिया बन्धुओं का धन्यवाद ज्ञापित कर किया। इस कार्यक्रम के तहत विभाग द्वारा पूरे भारत के साथ मात्र उत्तर प्रदेश में कुल 1115 कार्यक्रमों की प्रस्तुति की जाएगी, जिसमें लगभग 700 से 800 कलाकार विभिन्न लोक विधाओं के माध्यम से आम जन को विषय सम्बन्धी जागरूक करने का कार्य करेंगे।