(1) बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी की ओर से श्री नारायण दत्त तिवारी के पार्थिव शरीर पर आज यहा पुष्पांजलि अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित।
(2) इस अवसर पर उनके लम्बे राजनीतिक जीवन के दौरान किये गये उनके अच्छे कार्यों का स्मरण किया गया।
(3) साथ ही, पंजाब के अमृतसर में कल रात हुये दर्दनाक रेल हादसे में दशहरा मनाने गये लगभग 60 लोगों की हुई मौत पर गहरा दुःख व संवेदना व्यक्त तथा घटना के लिये दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की माँग।
(3) इसके अलावा बिना पूर्व सरकारी अनुमति के इस प्रकार के आयोजनों पर हर जगह तत्काल रोक लगा देनी चाहिये ताकि ऐसी दुःखद व दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति आगे ना हो पाये : बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी।
नई दिल्ली, 20 अक्तूबर, 2018 : बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी की ओर से आज यहाँ श्री नारायण दत्त तिवारी के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई और उनके लम्बे राजनीतिक जीवन के दौरान किये गये उनके अच्छे कार्यों का स्मरण किया गया।
श्री तिवारी तीन बार उत्तर प्रदेश के और एक बार उत्तर प्रदेश से अलग होकर नवसृजित उत्तराखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। सुश्री मायावती जी की ओर से आज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद श्री सतीश चन्द्र मिश्र ने यहाँ उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
उल्लेखनीय है कि काफी लम्बी बीमारी के बाद श्री तिवारी जी का 93 वर्ष की उम्र में नई दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया था। उनके पार्थिव शरीर को लखनऊ के बाद उत्तराखण्ड राज्य में अन्तिम संस्कार के लिये ले जाया जायेगा।
इसके साथ ही, कल रात दशहरा के मौके पर पंजाब प्रान्त के अमृतसर में हुये दर्दनाक रेल हादसे में दशहरा मनाने गये लगभग 60 लोगों की हुई मौत पर गहरा दुःख व संवेदना व्यक्त करते हुये सुश्री मायावती जी ने कहा कि इस प्रकार की गंभीर लापरवाहियों के लिये दोषियों को सख्त से सख्त सजा जरूर दी जानी चाहिये।
मृतकों के परिवारों को रेलवे तथा पंजाब सरकार दोनों की ओर से समुचित अनुग्रह राशि दिये जाने की माँग करते हुये उन्होंने कहा कि बिना पूर्व सरकारी अनुमति के इस प्रकार के आयोजनों पर हर जगह तत्काल रोक लगा देनी चाहिये ताकि ऐसी दुःखद व दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति आगे कहीं भी ना हो पाये। ऐसी घटनाओं से पूरे देश का माहौल ग़म व दर्द में बदल जाता है इसलिए हर प्रकार के उपाय करके इस प्रकार की दर्दनाक घटनाओं को रोका जाना चाहिये।