गोरखपुर, 18 अक्टूबर। सनातन हिन्दू धर्म में कुमारी कन्याओं का पूजन एवं सत्कार आदि शक्ति मॉ भगवती दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों का पूजन है। जो समाज आदिशक्ति मॉ भगवती के विभिन्न स्वरूपों का उपासक रहा हो, उसमें कन्या भ्रूण हत्या तथा मातृ शक्ति के साथ होने वाले अपराध गम्भीर चिन्ता का विषय तो है ही साथ ही आध्यात्मिक शक्तियों को नकारने जैसा भी है।
शारदीय नवरात्र के नवमी को कुमारी कन्या पूजन के उपरान्त उक्त बातें गोरक्षपीठाधीश्वर महन्त योगी आदित्यनाथ जी महाराज, मा0 मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश ने कहीं। उन्होंने कहा कि सनातन हिन्दू धर्म में कुमारी कन्याओं का पूजन शक्ति की अधिष्ठात्री देवी मॉ भगवती के प्रति श्रद्धा निवेदित करने का एक अवसर तो होता ही है साथ ही ज्ञान, शक्ति, ऐश्वर्य आदि की कामनाओं के लिए भी कुमारी कन्या का पूजन शास्त्र विहित है। इसमें किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं है। चारो वर्णो की कन्याओं का पूजन जब हिन्दू धर्मावलम्बी सम्पन्न करता है तो वह चारो वर्णो की एकता से उत्पन्न शक्ति का प्रतीक भी बनता है। नवरात्रि का अनुष्ठान आध्यात्मिक शक्ति संचय के साथ-साथ सामाजिक एकता के माध्यम से राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने का पर्व है।
शारदीय नवरात्र का धार्मिक अनुष्ठान श्रीगोरक्षनाथ मन्दिर में परम्परागत रूप से सम्पन्न हुआ। ब्रह्ममुहूर्त में प्रातः काल 4.00 बजे से 7.00 बजे तक श्रीदुर्गा सप्तशती का पाठ एवं भव्य आरती सम्पन्न हुई।
मध्याह्न 12.00 बजे नौ देवी स्वरूपा कुमारी कन्याओं का पूजन एवं आरती विधि विधान से सम्पन्न करने के उपरान्त उन्हे भोजन, प्रसाद तथा दान-दक्षिणा देकर विदा किया गया।
विजयादशमी कार्यक्रम के बारें में जानकारी देते हुए गोरखनाथ मन्दिर कार्यालय सचिव श्री द्वारिका तिवारी ने बताया कि श्री गोरक्षपीठाधीश्वर योगी जी महाराज विजयादशमी के दिन 9.00 बजे श्रीनाथ जी के मन्दिर में अपने योगियो, सन्तो की टोली के साथ जायेंगे। श्रीनाथ जी का विशेष अनुष्ठान व पूजन उनके द्वारा सम्पन्न होगा। अपराह्न 1.00 बजे से 3.00 बजे तक स्थानीय भक्तों द्वारा श्री गोरक्षपीठाधीश्वर योगी जी महाराज का तिलकोत्सव सम्पन्न होगा। अपराह्न 4.00 बजे श्री गोरक्षपीठाधीश्वर पूज्य महन्त योगी जी महाराज की भव्य विजय शोभा-यात्रा के रूप में पुराना गोरखपुर स्थित मानसरोवर मन्दिर के लिए प्रस्थान करेंगी। वहॉ पर भगवान शंकर सहित सभी देव-विग्रहों का पूजन, आरती के उपरान्त सवारी श्रीरामलीला मैदान पहुॅचेगी। वहॉ पर श्रीगोरक्षपीठाधीश्वर द्वारा भगवान श्रीराम का राजतिलक सम्पन्न होगा। तदुपरान्त शोभा-यात्रा गोरखनाथ मन्दिर में वापस आयेगी। सायंकाल 7.00 बजे श्री गोरखनाथ मन्दिर में सन्तो, ब्राह्मणों, निर्धन-नारायण एवं सामान्यजन का सहभोज भण्डारा आयोजित होगा।